Dr fauzia Naseem shad 2595 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr fauzia Naseem shad 2 Jun 2024 · 1 min read मैं बराबर तो कोई गुंजाइश भूलने की नही, मैं बराबर तो याद करती हूं । डॉ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 0 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Jun 2024 · 1 min read हमको तेरा ख़्याल ज़िंदगी का सवाल आता है। हमको तेरा ख़्याल आता है। क्यों मुक़द्दर है तेरा मेरी तरह, क़िस्मतों पर मलाल आता है। डॉ फौजिया नसीम शाद Hindi · शेर 1 0 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Jun 2024 · 1 min read पास फिर भी हमने कितने तो इम्तिहान दिये, पास फिर भी न ज़िंदगी ने किया। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 0 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Jun 2024 · 1 min read कैसी होती हैं कैसी होती हैं वो दुआएं बता, जो दुआएं कुबूल होती हैं। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 0 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Jun 2024 · 1 min read पास अपने पास अपने रहा नहीं कुछ भी , याद-ए-दामन भी छोड़ बैठे हैं । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 0 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Jun 2024 · 1 min read ख़ुद में भी ख़्वाबों और ख़्यालो तक न हमें महदूद किया कर , खुद में भी कभी हमको तू महसूस किया कर । डॉ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 0 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Jun 2024 · 1 min read तुम मेरे साथ आखिरी सांस की ज़रूरत हो , तुम मेरे साथ उम्र भर रहना । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 11 Share Dr fauzia Naseem shad 1 Jun 2024 · 1 min read ज़िंदगी से ज़िन्दगी से हाँ कोई कम तो नहीं, तुझसे एहसास का जो रिश्ता है । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 11 Share Dr fauzia Naseem shad 1 Jun 2024 · 1 min read एहसास हो ऐसा एहसास हो ऐसा जिसका एहसास किया जाये , जिसे कह नहीं सकते उसे महसूस किया जाये । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 12 Share Dr fauzia Naseem shad 1 Jun 2024 · 1 min read भीग जाऊं हो तेरे एतबार की बारिश, भीग जाऊं मेरी तमन्ना है। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi 1 12 Share Dr fauzia Naseem shad 26 May 2024 · 1 min read काम न आये दुनिया की कोई दौलत फिर काम न आये , वक़्त की मुट्ठी से जब वक़्त सरक जाए । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 22 Share Dr fauzia Naseem shad 25 May 2024 · 1 min read आपका ही ख़्याल मुस्कुराएं हैं आज अपने लिए, आप का ही ख़्याल थोड़ी है । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 24 Share Dr fauzia Naseem shad 25 May 2024 · 1 min read इतनी सी बस दुआ है घुटनों में मुँह छुपा के मुफ़लिस न रोये कोई , इतनी सी बस दुआ है भूखा न साये कई । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 20 Share Dr fauzia Naseem shad 25 May 2024 · 1 min read आज़माइश कोई भूख के सिवा नहीं जिनकी ख्वाहिश कोई , ज़िन्दगी की इससे बड़ कर न आज़माइश कोई । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 27 Share Dr fauzia Naseem shad 24 May 2024 · 1 min read फासलों से फासलों से वो टूट जाएंगे , राब्ते हम अगर बढ़ाएंगे । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 19 Share Dr fauzia Naseem shad 19 May 2024 · 1 min read शांत मन को शान्त मन को पुनः अशान्त सा करते हैं भ्रम में जीने वाले सत्य स्वीकार कहां करते हैं तुम से जीवन जीवन से तुम तुमसे जुड़े इस जीवन की हर बात... Hindi · कविता 1 26 Share Dr fauzia Naseem shad 16 May 2024 · 1 min read महसूस करो महसूस करो दिल से बस रिश्ते की गहराई , कोई खून से जुड़ता है कोई एहसास से जुड़ता है । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 37 Share Dr fauzia Naseem shad 16 May 2024 · 1 min read कमी नहीं कमी नहीं , ज़माने में ऐसे लोगों की , जो फक्त लफ़्ज़ो से कलेजे को चीर देते हैं । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 27 Share Dr fauzia Naseem shad 13 May 2024 · 1 min read ये हक़ीक़त एक कहानी सुनानी पड़ती है, ये हक़ीक़त बतानी पड़ती है। झूठ का दाम कुछ नहीं होता । सच की क़ीमत चुकानी पड़ती है। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · मुक्तक 1 34 Share Dr fauzia Naseem shad 12 May 2024 · 1 min read मैं कभी तुमको मुझको अल्फ़ाज़ न मिले हैं 'माँ ', मैं कभी तुमको लिख नहीं पाई । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 24 Share Dr fauzia Naseem shad 12 May 2024 · 1 min read माँ मेरी बे'बसी हाय ! ये मजबूरी सी , किस क़दर फ़ासला ये दूरी सी । सबके होते भी माँ मेरी । ज़िंदगी बिन तेरे अधूरी सी । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 23 Share Dr fauzia Naseem shad 12 May 2024 · 1 min read इसके जैसा माँ की अज़मत को क्या कहे कोई , इसके जैसा न कोई दुनिया में । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 25 Share Dr fauzia Naseem shad 10 May 2024 · 1 min read वक़्त ने जिनकी वक़्त ने वक़्त की दुहाई दी । चोट इसकी कहां दिखाई दी । वक़्त की धुंध में खो गये ऐसे, वक़्त ने जिनकी खुद ग़वाही दी । डाॅ फौज़िया नसीम... Hindi · शेर 1 35 Share Dr fauzia Naseem shad 10 May 2024 · 1 min read खुद को रखती हूं मैं खुद को रखती हूँ मैं निगाहों में, खुदको मैं भी पसंद करती हूं । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 33 Share Dr fauzia Naseem shad 9 May 2024 · 1 min read जो समझना है जो समझना है आप समझेंगे, हम त' आरूफ़ कभी नहीं देंगे। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 35 Share Dr fauzia Naseem shad 7 May 2024 · 1 min read रिश्ता कमज़ोर उम्मींदें उससे बंध गई होंगी , रिश्ता कमज़ोर हो गया होगा । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 26 Share Dr fauzia Naseem shad 6 May 2024 · 1 min read समय भी दो थोड़ा जीवन को जीवन सा व्यतीत करो थोड़ा सुख के साथ दुःख को स्वीकार करो थोड़ा अपने इच्छित कार्यो को समय भी दो थोड़ा अपने मन की इच्छाओं को संतुष्ट करो... Hindi · कविता 1 30 Share Dr fauzia Naseem shad 5 May 2024 · 1 min read रात तन्हा सी रात तन्हा सी दिल को फिर भायी आपकी याद बे'पनाह आयी सोच का इख़्तिलाफ कैसा था बात मेरी समझ नहीं आयी भूल कर तुझको मेरे जीने की कोई सूरत नज़र... Hindi · कविता 2 28 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read आप में आपका इससे बढ़ कर पता नहीं कुछ भी। आप में आपका नहीं कुछ भी । कह भी सकता था अलविदा हमसे । उसने हमसे कहा नहीं कुछ भी । खुद को... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 46 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read हमें क़िस्मत ने ज़िंदगी ने कहाँ सताया है, हमें क़िस्मत ने आज़माया है। याद रक्खा नहीं भुलाया है। दिल मेरा किस क़दर दुखाया है। लौट आओगे एक दिन तुम भी, दीप उम्मीद का... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 37 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read बिछड़कर मुझे बिछड़कर मुझे तुम मुद्दत हुई है। तुम्हें क्या ख़बर कैसी हालात हुई है। मुझे शायरी की जो चाहत हुई है। ज़माने को क्यूं इस पे हैरत हुई है। कहां तुमको... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 46 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read कुछ तो मेरी वफ़ा का चलना था साथ-साथ हमारे तुम्हें मगर, रस्ते में तन्हा छोड़ के अच्छा नहीं किया। कुछ तो मेरी वफाओं का रख लेते तुम भरम, हाथ अपने तुमने जोड़ के अच्छा नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 42 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दिल में एहसास दिल में एहसास भर नहीं पाये । तुमको छूकर गुज़र नहीं पाये । इतने नज़दीक तेरे आकर भी, हाय ! हम क्यों बिखर नहीं पाये। कैसी मजबूरियां थी किस्मत में,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 38 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read क्या कहें कितना प्यार करते हैं क्या कहें कितना प्यार करते हैं। जो भी है बे' शुमार करते हैं। दिल को बस बे'क़रार करते हैं, खवाह-मखाह इंतज़ार करते हैं। कैसे आये न एतबार हमें । जब... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 42 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read तुमको खोकर ज़िंदगानी में ऐसा हाल न हो। तुमको खोकर मुझे मलाल न हो॥ मुख़्तलिफ़ लोग साथ रह लेंगे, दरमियां सोच का बवाल न हो। भीग जाएगा अश्को से दामन । मेरे... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 40 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read अपने दिल से तेरे नज़दीक आ भी सकते हैं। अपने दिल से लगा भी सकते हैं। कोई परदा नहीं है तुझसे मेरा, अपनी नज़रे झुका भी सकते हैं। ज़िंदगी तुझसे है मेरे हमदम,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 34 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read मेरा दामन भी तार- तार रहा दिल पे कब मेरा इख़्तियार रहा । दिल हमेशा ही बे'क़रार रहा ।। शिद्तों में जो बे'शुमार रहा । मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा ।। वो हमें भूल ही नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 33 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दर्द आंखों से अजनबी जैसा हम से मिलता है। दर्द आँखों से तब पिधलता है।॥ जान जाती है उस के जाने से । ख़्वाहिशों का भी दम निकलता है। टूटता है यकीन खुद... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 33 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read कुछ नमी अपने साथ लाता है कुछ नमी, अपने साथ लाता है। जब भी तेरा ख़्याल आता है।। देख कर ही सुकून मिलता है। तेरा चेहरा नज़र को भाता है।। कुछ भी रहता नहीं है यादों... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 28 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दिल किसी से दुश्मनी इस तरह निबाहेगा । वो तेरी हाँ में हाँ मिलायेगा ॥ टूट जाएगा काँच की मानिंद । दिल किसी से अगर लगायेगा ।। हाय ये दूरियाँ है दिल वाली... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 33 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read फूल है और मेरा चेहरा है हमने माना अभी अंधेरा है। पास लेकिन बहुत सवेरा है।। मैल दिल में कोई नहीं रखना । दिल में रख का अगर बसेरा है। छीन लेता है साथ अपनों का।... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 31 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दर्द लफ़ज़ों में नैन अपने यूँ ही न खोये हैं। दर्द लफ़्ज़ों में लिख के रोये हैं।। जागी आँखें गवाही दे देंगी । नींद अपनी कभी न सोचे हैं।। दिल शिकस्ता नहीं हुआ... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 23 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दिल नहीं ऐतबार मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है, ख़्वाब देखा जो मैने, झूठा है। यूँ ही तुम से खफा नहीं हैं हम , दिल नहीं, ऐतबार टूटा है। कुछ नहीं तुझ... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 32 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दिल में भी दिल में भी, इत्मिनान रखेंगे, फ़ासला दरमियान रक्खेंगे । आप की सोच मुखत्लिफ़ हम से, हम भी इसका ध्यान रक्खेंगे । वार तुम पर तो कर नहीं सकते, ख़ाली अपनी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 30 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read एक लम्हा भी एक लम्हा भी नहीं जिसका एतबार के क़ाबिल, यह ज़िंदगी पानी पर लिखे लफ़्ज़ों की तरह है। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 42 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read कुछ तो बाक़ी ज़िन्दगी बे’जवाब रहने दो । मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो।। खुद की इस्लाह कर सकूं मैं भी । मुझको कुछ तो खराब रहने दो।। इतने ज़्यादा गुनाह नहीं अच्छे... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 36 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read आपसा हम जो फूल से हम जो खिल नहीं पाये । तुम से मिलना था मिल नहीं पाये ।। दर्द रिसता है आज भी उन से । ज़ख्म दिल के जो सिल नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 38 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read दिल का तुमसे सवाल हम ये कैसा मलाल कर बैठे, दिल का तुम से सवाल कर बैठे । प्यार करना हमें न आया मगर, इश्क में हम कमाल कर बैठे । खोये थे हम... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 33 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read जीत कर तुमसे हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे। जीत कर तुमसे हार जायेंगे। ज़िन्दगी, मुस्कुरा के हम तेरा, क़र्ज़ सारा उतार जायेंगे। पेशरू दिक़्क़तें तभी होंगी, आप हद से जो पार जायेंगे।... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 36 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read अभी ख़ुद से बाहर हक़ीक़त को दिल की वो लिखते कहाँ हैं। बिख़रना था उनको बिख़रते कहाँ हैं। समेटे हुए हैं वो ख़ुद में ही ख़ुद को, अभी ख़ुद से बाहर निकलते कहाँ हैं।... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 32 Share Page 1 Next