DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' Language: Hindi 202 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 13 Nov 2021 · 1 min read इंकार का हक... आज मैंने इन साँसो की, कहानी लिख दी तुम्हारे नाम अपनी ये, जिंदगानी लिख दी... चाहे अपनाओं या चाहे, ठुकरा दो मगर इस दिल ने धड़कनों की, रवानी लिख दी...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 438 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 12 Nov 2021 · 1 min read हिस्सा-ए-मोहब्बत... ना समझना कभी रुसवाईयों से, शिकायत होगी बात ज़रा ये है कि वो भी, हिस्सा-ए-मोहब्बत होगी... बेशक करना सितम, शौक से सह लेंगे तमाम कभी तो छूने की हमें, आपके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 301 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 11 Nov 2021 · 1 min read अज़ीब हक़ीक़त है ज़माने की... अज़ीब हक़ीक़त है ज़माने की... जो दिखता है वो बिकता है... लोग कहते है अक्सर मेरे बारे में, अपनी कोई और तस्वीर दिखाओ रहते हो कहाँ पता या नम्बर बताओ... Hindi · कविता 2 346 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 10 Nov 2021 · 1 min read बहती है मोहब्बत... इक बार तू, मुझतक आकर तो देख मेरी ही तरह, मुझको चाहकर तो देख... महसूस होगी तुम्हें, मुझमें हर खुशी एक बार ज़रा, गले लगाकर तो देख... मग़रूरीयत को छोड़,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 344 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 9 Nov 2021 · 1 min read कोई साया... कोई साया बनके, साथ-साथ चलता है धड़कनों में शामिल, वो रिश्ते सा पलता है... सुकून के लिए काफी है, उसकी एक नजर देखना वो शख़्स फिर, रातभर जलता है... उम्मीद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 8 593 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 8 Nov 2021 · 1 min read इश्क खरा सा है... चाँद के अक्स में, इक चेहरा धुंधला सा है बुझे हुए प्यार से फिर, उठता आज धुँआ सा है... मैं अपने गीतों को, बाज़ार में उतार लाया एक-एक शब्द को,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 7 370 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 7 Nov 2021 · 1 min read कदमों की धूल... जाने कैसा सुरूर, उसके दिल पर छा गया है कौन है जो दीवाने को, फिर दीवाना बना गया है... मौसम की तरहाँ जिसके, दिलबर बदला करते हैं सुना है फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 320 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 6 Nov 2021 · 1 min read इक सुकून आँखों में... तेरे दिल से मेरे दिल को राह, होती भी रही ये सच था मग़र, पाकर तुझे मैं खोती भी रही... वो आ गया लेकर, जब ज़माने की नियामतें एक सुकून... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 313 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 5 Nov 2021 · 1 min read खज़ाना... गुज़रे हुए वक़्त को, भूलाया नहीं जाता खोकर भी कभी-कभी, कुछ पाया नहीं जाता... पलकों तले मोतियों का, एक खज़ाना छुपा रखा था बेशकीमती चीजों को, खुले हाथों लुटाया नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 490 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 4 Nov 2021 · 1 min read अपनी तो यही दिवाली है... देखा एक मासूम को मैंने मोमबत्ती के टुकड़े बीनते हुए जो रात बाहर की मुंडेर पर थे कुछ अधजले से रह गए एक हाथ में कचरे का थैला तन पे... Hindi · कविता 1 4 273 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 4 Nov 2021 · 1 min read ख़ुशी के लिए... जब भी मैं, तेरा चेहरा भूलाता हूँ हर बार, खुद ही को भूल जाता हूँ... मयस्सर नहीं, रोशनी का कतरा भी मैं जल-जलकर, रातभर मर जाता हूँ... रोज़ एक ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 344 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 3 Nov 2021 · 1 min read रातरानी के फूल... माहताब के ज़रिए, एक-दूजे को देखते रहे हैं अपने साथ हर वक्त, तुझे हम सोचते रहे हैं... एक बेचैनी, दोनों के दिलों में रातभर करवटें बदल के हमतुम, यहाँ जागते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 420 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 2 Nov 2021 · 1 min read कौन जानें कल क्या हो... किसी सच को वो, देख नहीं पा रहा छा गया, हकीक़त पर कोहरा सा है... बंद हूँ आजकल, उजालों की कैद में हर तरफ आता नज़र, बस अंधेरा सा है...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 343 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 1 Nov 2021 · 1 min read जाऊँ कहाँ... यूँ रस्में उल्फ़त ताउम्र ना निभाऊँ, तो जाऊँ कहाँ तेरी पनाह में सर को ना झुकाऊँ, तो जाऊँ कहाँ... मेरी अज़्म का सुबूत, निगाहें चौखट पे ठहरी तेरी एहसास-ए-बरतरी में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 385 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 31 Oct 2021 · 1 min read फिर सोचती हूँ... दिल कहता है एक बार तेरे किए की शिकायत तो की जाए फिर सोचती हूँ इस बहाने कोई रिश्ता फिर से ना जुड़ जाए... बड़ी मुश्किलों और कोशिशों से समझाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 432 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 30 Oct 2021 · 1 min read आजकल... कब से तेरी उम्मीद के, चिराग़ जलाए बैठे हैं हर शाम इस तरह से, गुज़ार रहे हैं आजकल... टूटा-टूटा, बिखरा-बिखरा जीवन का हर तार सुलझनें की बजाय, उलझते जा रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 519 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 29 Oct 2021 · 1 min read ख़्वाब सिर्फ ख़्वाब ही रहे... मोहब्बत को कोई फरेब या ख़ुलुस-ए-पाक कहें है बात तो तब, जब मोहब्बत सिर्फ मोहब्बत ही रहे... फैलाकर झोली माँग लें, दौलत और शोहरत मगर कभी तो 'खुदा' की, बंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 462 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 28 Oct 2021 · 1 min read शख़्स एक... एक अनजाना नशा-सा छा रहा है शख़्स एक, दुनिया से दिल में आ रहा है... मैं उसी के प्यार में, ग़ुम हो गई हूँ वो भी मुझमें, डूबता-सा जा रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 355 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 27 Oct 2021 · 1 min read पात-पात हम चले... टूटे सपनों की सजाने, बारात हम चले बरसों बाद करने खुदसे, मुलाकात हम चले... जितने बढ़े फ़ासले, उतने ही करीब आ गए छोड़कर वादें, गले लगाने जज़्बात हम चले... आसमान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 542 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 26 Oct 2021 · 1 min read आत्मगौरव... सौंदर्य का वर्णन आने पर लोगों ने खूब सराहा था वाणी के मुखरित होने पर क्यों अधरों पर था मौन बिछा... क्या सत्य वही, जो तुम मानो क्या सत्य वही,... Hindi · कविता 2 4 350 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 25 Oct 2021 · 1 min read सब्र के घूँट... बचा- बचा के रोज़, मैंने जिंदगी को जिया है हौसलों के साथ सब्र के घूँट को पिया है... तुम बात करते हो, कामयाबी देखने की मेरा साथ तो बस, ठोकरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 313 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 24 Oct 2021 · 1 min read परवाह... एक परवाह ही, सारे रिश्तों का वज़ूद होती है... वरना दुनिया में हर रिश्ता, दाग़दार होते देखा है... अपने तो अपने होते हैं, की दुहाई देने वालों अपनों के भेष... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 551 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 23 Oct 2021 · 1 min read तज़ुर्बों ... जिंदगी के तज़ुर्बों नें, इतना तो सिखा दिया अपनी हिम्मत के सिवा दूसरा कोई साथी नहीं होता... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 1 332 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 22 Oct 2021 · 1 min read मशहूर... ग़म-ए-जिंदगी ने इतना भी,बेज़ार ना किया तेरे इश्क ने इतना भी, बेकरार ना किया यूँ खामखाँ ही कुछ किस्से मशहूर हो गए, वरना हकीकतों से कभी खुद को तलबगार ना... Hindi · मुक्तक 3 2 342 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 21 Oct 2021 · 1 min read तेरे वज़ूद में शामिल... घुटन, शिकस्त, तन्हाई का दौर जब तुम्हें सताएगा... हर कदम पर ज़ोरों से पकड़ा मेरा हाथ याद आएगा... यह न सोचना कभी कि मुकद्दर में कितने गम है... हर मुश्किल... Hindi · कविता 3 6 349 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 20 Oct 2021 · 1 min read ख़ामोशी ... वो और हैं जो कतरे- कतरे का हिसाब रखते हैं... हम तो समंदर भी ख़ामोशी से लुटाते हैं... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 296 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 19 Oct 2021 · 1 min read अक्सर... यूँ इसकदर अपना किसी को, मानना अच्छा नहीं लोग अक्सर दिया हुआ, वापस छीन लिया करते हैं... नेकदिल होकर किसी को, अपनी चाहतें ना देना तुम लोग अक्सर हर किए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 493 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 18 Oct 2021 · 1 min read खुद की बारी... इस दौर की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी खुद को खुश रखने की अब खुद की बारी... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 370 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 17 Oct 2021 · 1 min read सब्र... उम्मीदों की कश्तियाँ, तूफाँ में उतार दी हैं... अब देखना है जिंदगी, सब्र कितना बाकी है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 3 2 324 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 16 Oct 2021 · 1 min read शिद्दत... बड़ी शिद्दत से तुम्हें चाहा है... बड़ी मुश्किलों से तुम्हें पाया है... वो जो भागता रहा सालों मुझसे जाने कैसे आज मेरे पीछे चला आया है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · कविता 5 2 525 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 15 Oct 2021 · 1 min read उम्रभर... जाने कहाँ खो गई मंजिल मेरी जाने कहाँ खो गया मेरा वो सपनों वाला घर ना जानें अब किस राह पर हूँ मैं न जाने किस दिशा में खो गया... Hindi · कविता 2 395 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 14 Oct 2021 · 1 min read मौका... मुमकिन नहीं नदी के किनारों का मिलना तो क्या साथ बहतें जानें से किसने रोका है... मंजिल तक साथ नहीं तो क्या सफ़र का साथ तय करने से किसने टोका... Hindi · कविता 3 2 377 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 13 Oct 2021 · 1 min read ज़िद... वक़्त से कह दो कि हमें आज़माने की ज़िद ना करें अपने हौसलों पर यकीन है, किसी के दावों पर नहीं... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 393 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 12 Oct 2021 · 1 min read ख़ामोशी का आलम... गुजरा ज़ख्म अपनें निशाँ छोड़ जाता है जिसतरहाँ काफ़िर, दीन-ओं-इमाँ छोड़ जाता है... ना फेंको पत्थर, उस खामोश बहते दरिया में कभी-कभी ख़ामोशी का आलम, तूफाँ छोड़ जाता है... बहार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 330 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 11 Oct 2021 · 1 min read समर्पण... ये हसरत है कि दिल में उतर जाएं हम है इश्क़ आग का दरिया, तो पार कर जाएं हम... दर्द जमाने ने तुमको और मुझको दिए क्यों ना मिलकर, इस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 8 421 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 10 Oct 2021 · 1 min read तलाश... मेरी तन्हाइयों को, तेरी महफ़िल की आरज़ू नहीं हम तो निकलें हैं, खुद के वज़ूद की तलाश में... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 3 388 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 9 Oct 2021 · 1 min read दर्द... जानें कब, ये दर्द कम होगा मौत के साथ ही, दफ़न होगा... हँसी के बदले, मिले ज़ख्मों का दर्द ही खुद अब, मरहम होगा... रोशनी की तलाश हो तो, आना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 689 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 8 Oct 2021 · 1 min read क़ुबूल... सिवा इन तीन बातों के हमें सब क़ुबूल है... रिश्ता, भरोसा और मोहब्बत... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 376 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 7 Oct 2021 · 1 min read बेमक़सद... बेख़्याली में बेहिसाब, वक़्त बर्बाद क्यूँ करना ख्वाबों को देखने में, हुनर बर्बाद क्यूँ करना जिंदगी मिली है तो, किसी के काम आइए बेमक़सद, बेवज़ह, इसे बर्बाद क्यूँ करना... -✍️देवश्री... Hindi · शेर 2 2 443 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 6 Oct 2021 · 1 min read बेकरार... मुलाकात को वक़्त से आजमातें नहीं यादों को दिल का दर्द बतातें नहीं महसूस करते हैं ग़म जुदाई का पर इश्क में बेकरार नज़र आते नहीं... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 4 412 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 5 Oct 2021 · 1 min read सदाओं 'सदाओं', यूँ ना पीछा करो मेरा रुककर ज़वाब देने का वक़्त नहीं अभी मंज़िल बहुत दूरी है सफर भी तन्हा तय करना है मुझे... Hindi · शेर 1 2 362 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 4 Oct 2021 · 1 min read ऊपरवाला... मंदिरों में फूल चढ़ाओ चाहे मज़ारों पर माला गर बाँट सको दर्द किसी का तो खुश होगा ऊपरवाला -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · मुक्तक 2 4 660 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 3 Oct 2021 · 1 min read पहचान... जाननेंवाले लोग पहचानने लगे तो बात कैसी? बात तो तब है जब ना जाननेंवाले लोग आपको पहचानने लगें... जो लोग कुल, जात, पता-ठिकाना पूछकर जानकारियाँ बढ़ाते हैं वो महज़ 'जानकार'... Hindi · कविता 3 2 473 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 2 Oct 2021 · 1 min read चाह हज़ार बाकी है... जिंदगीभर राह देखी, जिंदगी हमनें तेरी अब मरकर भी मौत का इंतजार बाकी है... साथ-साथ हँसकर, ये भी भूल गए पलकों तले आँसूओं की धार बाकी है... कभी ना करना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 319 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 1 Oct 2021 · 1 min read असर... तेरी शोहबतों का कुछ ऐसा असर हुआ कि शोहरतें, तमाम उनके सदके हो गई... दुनिया की बख्शी दौलतों का अफसोस कैसा हमें तो 'खुदाया' मुफ़लसी से मोहब्बत हो गई... -✍️देवश्री... Hindi · शेर 1 381 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 30 Sep 2021 · 2 min read मैं स्त्री हूँ...बस यही काफी है... कभी जात-पाँत के नाम पर कभी धर्म-अधर्म के काम पर और कभी - कभी तो 'नारी' इनका प्रिय विषय बन जाती है क्या ऐसा करते हुए आपको तनिक लज्जा नहीं... Hindi · कविता 5 9 1k Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 29 Sep 2021 · 1 min read रिश्ते... अक्सर हमनें, उनको भी रिश्तों की दुहाई देते देखा... जिनकी अपनी किसी अपने से बनी नहीं... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' ©® Hindi · शेर 3 4 499 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 28 Sep 2021 · 1 min read मायने... अब उनसे क्या उम्मीद करें कि वो समझेंगे हमें जो दिल के फ़लसफों के मायने हम हीं से पूछते हैं... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' ©® Hindi · शेर 3 2 443 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 27 Sep 2021 · 1 min read अंदाज़... तेरा दुश्मनी निकालने का 'अंदाज़' मुझे पसंद आया वरना अफ़सोस करते हम, किसी ने प्यार नहीं किया... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' ©® Hindi · शेर 2 4 398 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 26 Sep 2021 · 1 min read प्यार या व्यापार... वो... सालों पीछा करके मेरा, इस नतीजे पर पहुंँचे। चलो, छोड़ो यार! अपने काम की चीज नहीं है... कारण है... देखने के बदले देखना, पीछा करने के बदले प्यार, तोहफ़े... Hindi · कविता 2 2 771 Share Previous Page 3 Next