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विवाह का आधार अगर प्रेम न हो तो वह देह का विक्रय है ~ प्रेमच
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
कितना दूर जाना होता है पिता से पिता जैसा होने के लिए...
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
पहले नदियां थी , तालाब और पोखरें थी । हमें लगा पानी और पेड़
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
अधिकतर प्रेम-सम्बन्धों में परिचय, रिश्तों और उम्मीदों का बोझ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बुद्ध चाहिए युद्ध नहीं / रजनी तिलक (पूरी कविता...)
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बुद्ध पूर्णिमा विशेष:
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
तानाशाह के मन में कोई बड़ा झाँसा पनप रहा है इन दिनों। देशप्र
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
धार्मिक होने का मतलब यह कतई नहीं कि हम किसी मनुष्य के आगे नत
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
आलस मेरी मोहब्बत है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जन्मदिवस विशेष 🌼
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मातृत्व दिवस विशेष :
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बस्ती में अपने हिंदू-मुसलमां जो बस गए इंसान की शक्ल देखने को
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
प्रेम को स्मृतियां
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
इश्क की गहराई
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
दरअसल बिहार की तमाम ट्रेनें पलायन एक्सप्रेस हैं। यह ट्रेनों
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
प्रेम में कुछ भी असम्भव नहीं। बल्कि सबसे असम्भव तरीक़े से जि
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
राजनीति में इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या मूर्खता है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
यह पृथ्वी रहेगी / केदारनाथ सिंह (विश्व पृथ्वी दिवस)
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जन्मदिन विशेष : अशोक जयंती
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जयंती विशेष : अंबेडकर जयंती
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
सरकारी नौकरी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
सुख की तलाश आंख- मिचौली का खेल है जब तुम उसे खोजते हो ,तो वह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
यात्राएं करो और किसी को मत बताओ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जो मेरे लफ्ज़ न समझ पाए,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
विकल्प क्या है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मिलेंगे इक रोज तसल्ली से हम दोनों
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
कितना धार्मिक
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
रंगों का कोई धर्म नहीं होता होली हमें यही सिखाती है ..
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
रंगों का कोई धर्म नहीं होता होली हमें यही सिखाती है ..
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
विश्व कविता दिवस
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
आज वो दौर है जब जिम करने वाला व्यक्ति महंगी कारें खरीद रहा ह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
हम मिलेंगे
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
वो चिट्ठियां
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
भ्रम और तसल्ली
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मां आई
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
औरत अश्क की झीलों से हरी रहती है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बंदिशे
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मिडिल क्लास राजकुमार
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
प्रेम कहानी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बसंत हो
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
अफसाने
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मन ...
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मेरी लिखावट
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
चार दिन की जिंदगी किस किस से कतरा के चलूं ?
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
एक तेरे चले जाने से कितनी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
खालीपन
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बेचैन स्मृतियां
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
🍁यादों का कोहरा🍁
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मायने रखता है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'