Anand Kumar 141 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Anand Kumar 3 Jun 2023 · 2 min read सच में कितना प्यारा था, मेरे नानी का घर... मेरी कलम से... आनन्द कुमार मिट्टी का घरौंदा खप्पर का छत गोबर से लीपा दीवार और फर्श उसमें से आती खुशबू सच में कितना प्यारा था मेरे नानी का घर...... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 4 1k Share Anand Kumar 1 Jun 2023 · 1 min read घाट किनारे है गीत पुकारे, आजा रे ऐ मीत हमारे… मेरी कलम से आनन्द कुमार गाँव, गंगा, गोरी जब नाव में बैठे छोरी लहरों को निहारे कभी छू ले कभी उछाले कभी मुस्काए कभी इतराए अपलक कभी निहारे मन ही... Poetry Writing Challenge · अनामिका जैन अम्बर · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 1 183 Share Anand Kumar 31 May 2023 · 1 min read ज़िन्दगी की तरकश में खुद मरता है आदमी… मेरी कलम से… आनन्द कुमार सिगरेट का कश और धुएँ की धुन में कुछ इस तरह से रमता है आदमी हर रोज़ कुछ इस तरह से टुकड़ा-टुकड़ा जलता है आदमी... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 1 209 Share Anand Kumar 31 May 2023 · 1 min read तस्वीर देख कर सिहर उठा था मन, सत्य मरता रहा और झूठ मारता रहा… मेरी कलम से… आनन्द कुमार उम्र से सब थे बड़े, थे पास खड़े और हर सेकेंड वे ख़ंजर चलाता रहा एक मासूम उम्र महज सोलह वर्ष की चिल्लाती रही तड़पती... Poetry Writing Challenge · कविता · मानवता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 1 1 391 Share Anand Kumar 29 May 2023 · 1 min read यूँ ही ऐसा ही बने रहो, बिन कहे सब कुछ कहते रहो… मेरी कलम से… आनन्द कुमार सुनसान रास्ते पर तेरा बैठे रहना आते-जाते ख़ामोशी को देखना और मुस्कुराते रहना हँसी के बीच खुद को पढ़ जमाने को जानना सच में तेरा... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 228 Share Anand Kumar 29 May 2023 · 1 min read चाँद कुछ इस तरह से पास आया… मेरी कलम से… आनन्द कुमार चाँद कुछ इस तरह से पास आया कुछ तिरछी नज़र कुछ सामने से इतराया मैंने पूछा हाल क्या है कुछ ना बोला, चुप रहा हौले-हौले... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 237 Share Anand Kumar 28 May 2023 · 1 min read तुम तो मुठ्ठी भर हो, तुम्हारा क्या, हम 140 करोड़ भारतीयों का भाग्य उलझ जाएगा मेरी कलम से… आनन्द कुमार कमियाँ, दुश्वारियाँ चलो छोड़ते हैं नए भारत के नए आग़ाज़ का सपना, चलो सच करते हैं। पक्ष-विपक्ष दोनों ज़िन्दा रहेंगे चलो मुद्दों से भटकना छोड़ते... कविता · नया संसद · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 319 Share Anand Kumar 27 May 2023 · 2 min read मां जब मैं तेरे गर्भ में था, तू मुझसे कितनी बातें करती थी... मेरी कलम से... आनन्द कुमार मां जब मैं तेरे गर्भ में था, तू मुझसे कितनी बातें करती थी, माँ तू मेरा कितना ख़्याल रखती थी, आँचल में छुपा कर अपने... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 355 Share Anand Kumar 25 May 2023 · 1 min read हाँ मैं किन्नर हूँ… मेरी कलम से… आनन्द कुमार …हाँ मैं किन्नर हूँ… दोष किसको दूँ मैं माँ को या बाप को या अपने भगवान को दोष क्या है मेरा जो मैं पूर्ण नहीं... Poetry Writing Challenge · कविता · किन्नर जीवन के झंझावात · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 3 293 Share Anand Kumar 22 May 2023 · 1 min read तलाक़ का जश्न… मेरी कलम से… आनन्द कुमार बिल्कुल यह बंदिश तोड़ आज़ाद हो जाओ तुम पर गुनाह उसका जमाने को शब्द-शब्द बता जाओ तुम ख़ुशियाँ उससे दूर होने में अगर मिल रही... Hindi · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 160 Share Anand Kumar 21 May 2023 · 1 min read मेरी कलम से… मेरी कलम से… आनन्द कुमार Quote Writer 339 Share Anand Kumar 21 May 2023 · 1 min read मेरी कलम से… मेरी कलम से… आनन्द कुमार थोड़ा आप भी मुस्कुरा देते तो और निखार आ जाता, शहर लखनऊ की नवाबी में और जाँ निसार आ जाता। Quote Writer 419 Share Anand Kumar 21 May 2023 · 1 min read माँ सिर्फ़ वात्सल्य नहीं माँ रचनाकार है जीवन की माँ अर्पण है अन्तर्मन की माँ प्रेम की सपर्पण है माँ विश्वास की आस्था है माँ सिर्फ़ वात्सल्य नहीं… माँ देवी है, माँ जननी है... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 2 1 246 Share Anand Kumar 21 May 2023 · 1 min read है वही, बस गुमराह हो गया है… मेरी कलम से.., आनन्द कुमार तब भी लाजवाब थे, अब भी लाजवाब हो, बस थोड़े से ना जाने क्यूं, बेहिसाब हो गए हो। पूछा मैंने सभी से, लेकिन कोई बताया... Hindi 221 Share Anand Kumar 20 May 2023 · 1 min read मेरी कलम से… मेरी कलम से… आनन्द कुमार मेरा दो हज़ार का चार नोट रोडवेज़ के आस-पास कहीं गिर गया है। जिस किसी सज्जन को मिले अपने पास रख लें और उक्त धनराशि... Quote Writer 515 Share Anand Kumar 20 May 2023 · 1 min read एक लोग पूछ रहे थे दो हज़ार के अलावा पाँच सौ पर तो कुछ नहीं न एक लोग पूछ रहे थे दो हज़ार के अलावा पाँच सौ पर तो कुछ नहीं न होने वाला है! मैंने कहा हमें नहीं पता भ्रष्टाचार को ख़त्म करने के लिए... Quote Writer 577 Share Anand Kumar 20 May 2023 · 1 min read मेरा एक मित्र मेरा 1980 रुपया दो साल से दे नहीं रहा था, आज स मेरा एक मित्र मेरा 1980 रुपया दो साल से दे नहीं रहा था, आज सुबह-सुबह फ़ोन किया है बीस रूपया नगदी लेकर आओ और एक नोट लेते जाओ । कह... Quote Writer 467 Share Anand Kumar 20 May 2023 · 1 min read कुछ कमीने आज फ़ोन करके यह कह रहे चलो शाम को पार्टी करते हैं कुछ कमीने आज फ़ोन करके यह कह रहे चलो शाम को पार्टी करते हैं ! इन कमीनों से महीनों से चिल्ला रहा था यार कुछ खिलाओ काफ़ी दिन हो गया... Quote Writer 498 Share Anand Kumar 19 May 2023 · 1 min read माशूका नहीं बना सकते, तो कम से कम कोठे पर तो मत बिठाओ मेरी कलम से... आनन्द कुमार ऐ अमीरों सुनो तुम ईमानदार हो या बेईमान मुझे नहीं मालूम, लेकिन तुम लोग मुझे छुआ मत करो सोचा भी मत करो मेरे बारे में,... Hindi · कविता · दो हज़ार के नोट पर नई कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 1 285 Share Anand Kumar 19 May 2023 · 1 min read चाल, चरित्र और चेहरा, सबको अपना अच्छा लगता है… चाल, चरित्र और चेहरा, सबको अपना अच्छा लगता है… मेरी कलम से… आनन्द कुमार Quote Writer 2 690 Share Anand Kumar 19 May 2023 · 1 min read मुहब्बत कुछ इस कदर, हमसे बातें करती है… इश्क़ मुस्कुराता है प्रेम सब कुछ कह जाता है ज़िंदगी में जब रिश्ता अटूट बन जाता है आँचल लहराकर प्रिये के हाथों में हो जाता है मुश्किलें आसान सी जीवन... Hindi · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 197 Share Anand Kumar 19 May 2023 · 1 min read तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के जान हो… तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के आधार हो, तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के प्यार हो, तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के यशगान हो, तुम्हें नहीं पता, तुम हर ग़म... Hindi · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 499 Share Anand Kumar 19 May 2023 · 1 min read मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम। मेरी लूट चुकी दुनिया के, आखिरी निशान हो तुम, मेरे अपनों की भीड़ में, मेरी अंतिम पहचान हो तुम, रिश्तों के तुम रास्ता हो, मेरी मंजिल के शान हो तुम,... Hindi 480 Share Anand Kumar 19 May 2023 · 1 min read ऐ सुनो ऐ सुनो तुम चाह दोगे तो जल्द लौट आओगे अपने पुराने रूप में खुशियों के दस्तूर में तुम बस यह बताओ तेरे जगह मैं होता तो मेरे लिए हौंसला कहां... Quote Writer 558 Share Anand Kumar 19 May 2023 · 1 min read मेरी कलम से… मेरी कलम से… आनन्द कुमार सच से भाग कर कहाँ तक जाओगे, नहीं बदले तो आज हारे हो, कल भी हार जाओगे। हम तो रोज़ बिकते हैं ख़रीदें जाते हैं,... Quote Writer 1 435 Share Anand Kumar 18 May 2023 · 1 min read कोई फैसला खुद के लिए, खुद से तो करना होगा, कोई फैसला खुद के लिए, खुद से तो करना होगा, मिट गया है उसके यादों का समंदर, कहना होगा। जमाना उठाएगा उंगली, मेरे ऊपर मुझे मालूम है, खुद को जीने... Hindi · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 1 261 Share Anand Kumar 18 May 2023 · 1 min read माँ तस्वीर नहीं, माँ तक़दीर है… माँ तस्वीर नहीं माँ तक़दीर है माँ क़िस्मत की हर पहलू की लकीर है, माँ दहलीज़ की हर सख़्त पहेली है माँ ही आँगन की सच्ची सहेली है। माँ क़रीब... Poetry Writing Challenge · Meri Kalam Se Anand Kumar · कविता 2 2 590 Share Anand Kumar 17 May 2023 · 1 min read बहुत याद आता है मुझको, मेरा बचपन... मेरी कलम से… आनन्द कुमार मां कहती है, नटखट था तू, मनमानी करता था, शैतानी पन का ओढ़ के चादर, सबको तंग करता था, खाने के लिए सताता था, पानी... Poetry Writing Challenge · Meri Kalam Se Anand Kumar · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 1 250 Share Anand Kumar 17 May 2023 · 1 min read अरे शुक्र मनाओ, मैं शुरू में ही नहीं बताया तेरी मुहब्बत, वर्ना मेरे शब्द बेवफ़ा नहीं, जो उनको समझाया जा रहा है। मेरी कलम से… आनन्द कुमार गलती किसी की, बताया किसी और का जा रहा है, एक बार फिर, किसी और पर उँगली उठाया जा रहा है। वे अंजान हैं, ना... Hindi · Meri Kalam Se Anand Kumar · कविता 2 2 351 Share Anand Kumar 17 May 2023 · 1 min read देख लेना चुप न बैठेगा, हार कर भी जीत जाएगा शहर… मेरी कलम से… आनन्द कुमार बहुत परेशान है शहर, यह जुल्मी ने कैसा ढाया क़हर, अब भी बचा है सफर, आ लौट आ पहर दो पहर। जो बदनाम हो रहा,... Hindi · Meri Kalam Se Anand Kumar · Politics 1 219 Share Anand Kumar 17 May 2023 · 1 min read कैसे कहूँ ‘आनन्द‘ बनने में ज़माने लगते हैं हालात खुद से बदलने पड़ते हैं, दर्द हो तो ख़ुशियों में जीने पड़ते हैं । बेरहम, बेशर्म दुनिया है, इसका क्या, तकलीफ़ खुद का समझने पड़ते हैं । तुम्हारी ईमानदारी... Hindi · कविता 1 333 Share Anand Kumar 13 Jun 2019 · 1 min read गलती भी कर रही है, और फैसला भी सुना रही है... भटकी वो और भटका मुझे रही थी, समाज के सामने, झुठला मुझको रही थी, जुबां बदलती रही, मेरे खिलाफ, हर मुलाकात पे वह, हर रिश्तों की नजर में, मुझको गिरा... Hindi · कविता 1 1 794 Share Anand Kumar 24 May 2019 · 1 min read सिन्हा हारता नहीं, यथार्थ में जीता है... मेरी कलम से... आनन्द कुमार क्या कहा, सिन्हा हार गये, अरे कौन सिन्हा शत्रु, अरे नहीं शत्रु नहीं, फिर कौन, अरे भाई, मनोज सिन्हा, पूर्वांचल वाले, अरे क्या कह रहे... Hindi · कविता 1k Share Anand Kumar 2 Feb 2019 · 2 min read हां मैं गांधी हूं, मैं मरा नहीं हूं... मेरी कलम से... हां मैं गांधी हूं, वही गांधी, जिसने तुम्हें, आजादी दिलाई थी, अंग्रेजों से फिर भी, मार दिया गया मैं, अपने ही देश में, अपनों से। मारो, कितनी... Hindi · कविता 397 Share Anand Kumar 2 Feb 2019 · 1 min read दोनों तो उलझे थे, शब्द व स्नेह के बीच... शब्द, कहां गई हूं मैं, कहीं तो नहीं, यहीं हूं, आस-पास तुम्हारे, हां मित्र-अमित्र में, खींच गई हैं लकीरें, यह सच है, लेकिन यह भी सच है, मैं आज भी,... Hindi · कविता 1 269 Share Anand Kumar 2 Feb 2019 · 1 min read दोनों तो उलझे थे, शब्द व स्नेह के बीच... शब्द, कहां गई हूं मैं, कहीं तो नहीं, यहीं हूं, आस-पास तुम्हारे, हां मित्र-अमित्र में, खींच गई हैं लकीरें, यह सच है, लेकिन यह भी सच है, मैं आज भी,... Hindi · कविता 407 Share Anand Kumar 6 Jul 2018 · 1 min read व्यंग्य - चाय-ना बैंक... फिर देशी विदेशी की, बात उड़ चली। सरकार चायना बैंक, भारत में खोलेगी, यह आवाज उड़ पड़ी, विपक्षी सत्ता पक्ष पर, जोर-जोर बिफर रहे, राष्ट्रवाद की दुहाई दे, सरकार से... Hindi · कविता 703 Share Anand Kumar 26 Jun 2018 · 2 min read संस्कृति तुम कहां हो... संस्कृति तुम कहां हो, क्या कहा, संस्कृति की हत्या हो गयी, अरे चुप, ऐसे कैसे हो सकता, अभी तो, टेलिविजन पर, खूब तेज, गप्पे हांके जा रहे थे, हां मैने... Hindi · कविता 1 873 Share Anand Kumar 16 Jan 2018 · 1 min read (नींद बहुत जल्दी आती है) मेरी कलम से... आनन्द कुमार मेरी तबियत नासाज है, या वह अब दिल में नहीं रही, बिस्तर पर जाते ही, अब नींद बहुत जल्दी आती है । Hindi · शेर 1 621 Share Anand Kumar 15 Jan 2018 · 1 min read प्लीज पापा, मुझे अठ्ठाहस दो ना पापा देखो ना, मां मुझे, जन्म देना नहीं चाहती, पापा मां को, समझाओ ना, मां मुझे गर्भ में ही, क्यों मारना चाहती। पापा आप दोनों की खून हूं मैं, प्यार... Hindi · कविता 988 Share Anand Kumar 13 Jan 2018 · 1 min read यह कलयुग की सरकार है मेरी कलम से... आनन्द कुमार मौका था, दस्तूर था, एफडीआई का विरोध था, गानों के बोल थे, घूमें गोल-गोल थे, देश प्रेम की बात थी, क्या बिछाई खूब बिसात थी।... Hindi · कविता 959 Share Previous Page 3