लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 68 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 15 Sep 2017 · 1 min read हमारा हिन्दी प्रेम **************** हमारा हिन्दी प्रेम **************** कल हिन्दी दिवस पर दिन भर जो अपने हिन्दी प्रेम के गाने थे गा रहे आज आँख खुलते ही गुड मॉर्निंग के साथ अंग्रेजी की... Hindi · कविता 2 1 543 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 14 Sep 2017 · 2 min read सुनो प्रद्युम्न! सुनो प्रद्युम्न तुम्हारी निर्मम हत्या पर मैंने शोक नहीं मनाया और न ही मनाया मैंने एक पल का भी मातम बल्कि अनगिनत सवालों से घिरा मेरा रोम रोम हो गया... Hindi · कविता 1 486 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 31 Jul 2017 · 1 min read कितना कुछ बदल गया है इन दिनों कितना कुछ बदल गया है इन दिनों अब नहीं खिलते हैं वो कचनार न ही खिलती हैं वो चम्पा और चमेली भी नहीं बिखेरती रातरानी भी वो पहले सी खुश्बू... Hindi · कविता 1 1 511 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 30 Jul 2017 · 1 min read आखिर तुम भी तो एक पुरुष ही हो न कितनी आसानी से कह दिया था तुमने सब कुछ ठीक तो है पर तुम भी अच्छी तरह जानते थे कुछ भी तो ठीक नहीं था जब कोई अंदर ही अंदर... Hindi · कविता 1 1 537 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 28 Jul 2017 · 1 min read सजा.... एक स्त्री होने की हम दोनों एक ही सफर पर तो निकले थे वो भी साथ साथ मुझे सफर के शुरुआत में ही कहा गया कि मैं इस सफर के काबिल नहीं हूँ पर... Hindi · कविता 1 754 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 27 Jul 2017 · 1 min read माँ मेरी मंदिर भी मस्जिद, माँ ही गिरजाघर लगे......माँ के कदमों में मेरे तो देख चारों धाम है अब नहीं मुझको पता दिन है भला या शाम है आदमी देखो यहाँ हर दूसरा गुमनाम है काम जो करता रहा उस पर उठी ये उंगलियाँ जो कसीदे झूठ के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 677 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 24 Jul 2017 · 3 min read तुम मुझसे क्यूँ रूठी हो हर साल तो इस समय तक तुम आ ही जाती थी, पता नहीं इस साल क्या हो गया है तुम्हें। तुम्हें तो पता ही है कि हर साल मुझे तुम्हारा... Hindi · लेख 1 1 837 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 19 Jul 2017 · 1 min read काश मुझमें भी होता हुनर लाखों कमाने का काश मुझमें भी होता बिना खून-पसीना बहाये एकड़ भर ज़मीन से लाखों कमाने का हुनर और बन जाता मैं भी वो अखबारी कृषक पर मैं तो बना रहा बरसों से... Hindi · कविता 1 822 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 18 Jul 2017 · 1 min read गुलाबों की तरह खिलना कहाँ आसान होता है गुलाबों की तरह खिलना कहाँ आसान होता है गले काँटों से मिल हँसना कहाँ आसान होता है मिटा देते हैं ये खुद को लुटाने के लिए खुश्बू ख़ुशी यूँ बाँट... Hindi · मुक्तक 786 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 15 Jul 2017 · 1 min read खेती का खेल खेती का भी खेल अजब है, जीत के भी हम हारे हैं अन्नदाता कहलाते फिर भी भूखे पेट हमारे हैं धूप, आँधियाँ, बारिश, पाला, हमको नहीं डिगा पाएं कीट, पतंगे,... Hindi · गीत 590 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 4 Jul 2017 · 1 min read सीमा पे तुम कब से गए हो.....सैनिक घर भी आ जाओ दिन, महीनें, बरस हैं बीते, कुछ तो आस बँधा जाओ सीमा पे तुम कब से गए हो, सैनिक घर भी आ जाओ बिटिया रस्ता देख रही है, पापा फिर कब... Hindi · गीत 1 538 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 23 Jun 2017 · 1 min read मुझको हरेक खेत ही जलता दिखाई दे- कुछ शेर ऐसी लगी है आग सियासत की आजकल मुझको हरेक खेत ही जलता दिखाई दे ************ बेसबब, बेचैन होकर, बह रही है जिंदगी आजकल खुद से यहाँ, हर आदमी है लापता... Hindi · शेर 506 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 21 Jun 2017 · 1 min read बचपन तेरा जीवन सार सिखाता है बचपन तेरा बच्चा बनकर, मुझको बहुत भगाता है जो तुतलाकर बोले माँ तू, दिल मेरा भर आता है। तेरा ठुनक ठुनक कर चलना, चार कदम पर गिर जाना देख नींव... Hindi · कविता 5 818 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 15 Jun 2017 · 1 min read तेरे आने की खबर यूँ लगा दी दस्तक किसी ने दरवाजे पर खोला दर तो दिखा आसमां पे बरसों बाद मुस्कुराता हुआ चाँद रातरानी की खुश्बू भरी हवा सहला गई दिल को अंदर तक... Hindi · कविता 3 471 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 10 Jun 2017 · 1 min read बाधायें भी हार मान ले, आगे बढ़ते जाना है मुश्किल कितनी भी आ जाये, तुमको ना घबराना है बाधायें भी हार मान ले, आगे बढ़ते जाना है मन हारा तो जग हारे तुम मन से हार नहीं जाना जब... Hindi · गीत 939 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 9 Jun 2017 · 4 min read मेरा पहला रक्तदान (संस्मरण) दिसंबर २००८ की बात है…… उत्तर भारत की ठण्ड को तो आप सभी जानते ही हैं और वो भी दिसंबर की ठण्ड…… १० दिन बाद ही हमारे एंड टर्म (सेमेस्टर... Hindi · लेख 1 2 619 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 6 Jun 2017 · 5 min read आइये पर्यावरण के लिए इस बार कुछ नया करें लीजिये हर साल की तरह एक और पर्यावरण दिवस चला गया…… हर साल की तरह इस साल भी हर जगह बस २४ घंटों के लिए पर्यावरण और उसकी सुरक्षा की... Hindi · लेख 1 648 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 5 Jun 2017 · 1 min read चाय की प्याली कहे कुछ भेज दो अब चिट्ठियाँ बून्द इक बारिश की देखो आज जो उतरी यहाँ ख्वाहिशें दिल में उठी पूछे सनम तुम हो कहाँ हो गए बेचैन दिन ये ख़्वाब भी तन्हा से हैं मुस्कुराहट पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 674 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 1 Jun 2017 · 3 min read नेताजी का पर्यावरण दिवस आज पर्यावरण दिवस है………… ये पर्यावरण दिवस क्या होता है भैया?………… अरे कुछ नहीं, बस साल में एक दिन लोग ये दिखावा करते हैं कि हम भी पर्यावरण की सुरक्षा... Hindi · कविता 1 736 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 29 May 2017 · 1 min read हर ख़ुशी सबको मिले ऐसी जमीं रब चाहिए ख्वाहिशें ऐसी कहाँ थी आसमां अब चाहिए लोग हो बेचैन ऐसी जन्नतें कब चाहिए एक दूजे पे भरोसा हो अमन चारों तरफ हर ख़ुशी सबको मिले ऐसी जमीं रब चाहिए... Hindi · मुक्तक 459 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 23 May 2017 · 3 min read क्या फल और सब्जियाँ भी इंसान के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं? आज अख़बार के पन्ने पलटते-पलटते एक खबर पर ज्यों ही नजर पड़ी, तो नजर हट नहीं पाई…. अरे अरे ज्यादा खुश मत होइए, हमारी नजर जीरो फिगर वाली लोलो की... Hindi · लेख 2 891 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 20 May 2017 · 1 min read तेरे बिन तेरे बिन ___________ मै यहाँ हूँ दिल वहाँ है बिखरा बिखरा सा अपना जहां है सपनों की इस दौड़ में खोये अपने गुम जाने कहाँ हैं तेरी याद ____________ तेरी... Hindi · कविता 1 568 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 17 May 2017 · 1 min read सपना नहीं टूटा है मेरा सपना नहीं टूटा है मेरा और ना ही टूटी हूँ मैं बस एक धुंध में खोई थी तूफानों के बीच/ नहीं देख पा रही थी मैं साफ़ साफ़ कौन सही... Hindi · कविता 1 698 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 13 May 2017 · 3 min read लो फिर आ गया आत्महत्याओं का मौसम अभी दसवीं तथा बारहवीं का परीक्षा परिणाम आये एक दिन भी नहीं हुए हैं. हमें अपने आस पास और साथ ही दूर दूर सभी जगह से एक साथ, एक ही... Hindi · लेख 2 589 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 12 May 2017 · 3 min read हाय ये फेसबुकिया ज्योतिषी आजकल फेसबुक पर कई लोगों को बड़ा अजीब सा शौक चर्राया है जिसे देख कर कभी-कभी इतनी जोर की हँसी आती है कि शायद अगर वो व्यक्ति हमें ऐसे पागलों... Hindi · लेख 1 613 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 27 Apr 2017 · 1 min read हाँ तुम! बस तुम! झरनों के संगीत में हो तुम नदियों के हर गीत में हो तुम सूरज की चाहत में पागल सूरजमुखी की प्रीत में हो तुम हाँ तुम! बस तुम! मेरी सुबहो-... Hindi · कविता 2 647 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 11 Apr 2017 · 2 min read रोज़ शाम होते ही रोज शाम होते ही समेटने लगती हूँ मैं दिन भर के अपने आप को अपने अंदर चाय के एक अदद प्याले में उड़ेल लेती हूँ माँ की वो खट्टी-मीठी झिड़कियाँ... Hindi · कविता 1 633 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 5 Apr 2017 · 1 min read पापा! जीवन जी कर दिखाते हैं पापा नहीं सिखाते कैसे जीना है जिंदगी वो तो जीवन जी कर दिखाते हैं पापा नही दिखाते कौन सी है राह सच्ची वो तो मंज़िल पर पहुँचना सिखाते हैं पापा... Hindi · कविता 834 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 4 Apr 2017 · 1 min read पापा! मेरे लिए महान तुम्हीं हो! पुण्यतिथि पर पापा की याद में *********************** थाम के मेरी नन्ही ऊँगली पहला सफ़र आसान बनाया हर एक मुश्किल कदम में पापा तुमको अपने संग ही पाया कितना प्यारा था... Hindi · कविता 839 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 1 Apr 2017 · 1 min read करें क्यूँ कोख ख़ाली है जहाँ की रीत भी देखो, भला कैसी निराली है हैं नौ दिन पूजते देवी, मगर नारी को गाली है लगे प्यारी बहन, माता, मिले सुंदर बहू, पत्नी जो बेटी हो... Hindi · मुक्तक 638 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 28 Mar 2017 · 1 min read आ गया है साल देखो फिर नया..... कर दुआऐं, मुस्कुराओ तुम ज़रा ****************************** आप सभी को नववर्ष की अनन्त शुभकामनाएं ****************************** आहटें अपनी सुनाओ तुम ज़रा इक झलक अपनी दिखाओ तुम ज़रा मुद्दतों से दूर कितने हो गये यार मुझसे फिर मिलाओ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 568 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 21 Mar 2017 · 1 min read हर सफर में मुस्कुराना चाहिए फ़ासलें दिल के मिटाना चाहिए फूल होठों पर खिलाना चाहिए हर दुआ होगी तेरी पूरी मगर सर इबादत में झुकाना चाहिए ग़म मिले हमको या मिल जाये ख़ुशी हर सफर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 554 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 18 Mar 2017 · 1 min read ज़िन्दगी के बदलते रंग दिनों दिन मेरे जज्बात बर्फ की तरह होते जा रहे हैं झक सफेद बेरंग से ठंडे-ठंडे जब भी अकेला होता हूँ निपट तन्हाइयों में ढूंढता फिरता हूँ मैं कुछ गुलाबी... Hindi · कविता 555 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 15 Mar 2017 · 1 min read मनाओ मिलकर होली टेसू, सेमल खिल उठे, बजे बसन्ती राग मस्ती, रंग, गुलाल से, देखो सजता फाग देखो सजता फाग, मस्त मस्तों की टोली भूलो सारे बैर, मनाओ मिलकर होली अदिति हुए रंगीन,... Hindi · कुण्डलिया 1 601 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 14 Mar 2017 · 1 min read इस होली रंग लो मुझे, साजन अपने रंग खुशियाँ लेकर आ गया, होली का त्यौहार गाल रंगे गुलाल से, रंगों की बौछार टेसू, सेमल खिल उठे, बजे बसन्ती राग मस्ती, रंग, गुलाल से, देखो सजता फाग देख गुलाबों... Hindi · दोहा 1 566 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 14 Mar 2017 · 1 min read देख फिर आई होली पीली सरसों ने किया, स्वर्ण कनक मनुहार नीली अलसी मिल हुआ, अजब धरा श्रृंगार अजब धरा श्रृंगार, देख फिर आई होली रंग, अबीर, गुलाल, मस्त मस्तों की टोली सुनकर 'अदिति'... Hindi · कुण्डलिया 2 757 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 1 Mar 2017 · 1 min read तुम बिन कब तक रहूँ अधूरी जब से गये हो तुम मेरे सजना याद नहीं दिन रात महीना दिन सूना है, रात है सूनी दिल की हर एक बात है सूनी बिंदियाँ रूठी, रूठे कंगना भूल... Hindi · कविता 544 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 27 Feb 2017 · 1 min read क्योंकि आँखे अक्सर धोखा दे देती हैं आँखों देखी भी अक्सर झूठ हुआ करती हैं आधा-अधूरा सच या पूरा झूठ कई बार जैसा दिखता है या दिखाया जाता है सच में वैसा होता नही है तुम जब... Hindi · कविता 1 666 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 25 Feb 2017 · 1 min read क्या मुर्दे भी कभी कुछ सोचते हैं ना मैं कुछ देख सकता हूँ ना सुन सकता हूँ और ना ही मैं कुछ बोल सकता हूँ मैं नहीं जानना चाहता क्या हो रहा है मेरे आसपास कौन जिन्दा... Hindi · कविता 1 1 801 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 24 Feb 2017 · 1 min read शिवशक्ति फिर आ जाओ... हर युग की पुकार हो तीनों लोकों के कर्ता जीवन का आधार हो शिवशक्ति फिर आ जाओ हर युग की पुकार हो शिव से सम्भव जीव है शक्ति से प्राण वायु कण कण में तुम... Hindi · गीत 528 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 23 Feb 2017 · 1 min read मैं और मेरा चाँद मैं और मेरा चाँद अक्सर अँधेरी रातों में चाय की प्यालियों में डूबकर जागा करते हैं रात भर कभी तोड़ते हैं खुशियों का गुल्लक बाँट लेते हैं खुशियाँ आधी-आधी और... Hindi · कविता 3 2 615 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 21 Feb 2017 · 1 min read काँटों को अपनाकर देखें आओ फूल खिलाकर देखें काँटों को अपनाकर देखें खुली आँख से रातों में अब सपने नए सजाकर देखें बड़े दिनों से दर्द सहा है चलो आज मुस्काकर देखें रिश्ते नाते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 828 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 16 Feb 2017 · 1 min read ऐ खुदा, सुन ले दुआऐं, ग़म का अब रोज़ा रहे जिंदगी में हर तरफ बस प्यार ही बिखरा रहे ऐ खुदा, सुन ले दुआऐं, ग़म का अब रोज़ा रहे जिंदगी की दौड़ में तो थक गया ख़स्ता बदन अब बुढ़ापा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 566 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 15 Feb 2017 · 1 min read नया जीवन सजाया है तुम्हारा हाथ जो साजन मेरे हाथों में आया है बजे संगीत धड़कन में, दिलों ने गीत गाया है भले खुशियाँ हों चाहे गम, रहेंगे साथ हम दोनों नए सपने, नई... Hindi · मुक्तक 455 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 6 Feb 2017 · 1 min read अक्सर याद बहुत तुम आती हो.......मीठा सा दर्द जगाती हो यादों में जब तुम आती हो रुनझुन पायल छनकाती हो खुशियों का मन गूंजे नगमा हाथों कंगना खनकाती हो याद जो आये घड़ी मिलन की मेहंदी रंग सजाती हो आहिस्ता... Hindi · कविता 1 576 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 3 Feb 2017 · 3 min read डर के आगे जीत है (संस्मरण) आज सोशल मीडिया पर एक मित्र द्वारा प्रेषित ये फोटो देखकर मुझे अपना बचपन फिर से याद आ गया... कुछ दर्द भरा बचपन.... ना ना ना... गलत ना सोचे.....मेरा बचपन... Hindi · कविता 958 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 2 Feb 2017 · 1 min read जिंदगी की चार दिशाएँ मेरे दोनों हाथ, दोनों पैर बँट गए हैं चारों दिशाओं में और मेरा शरीर लटक रहा है त्रिशंकु की तरह बीच अधर में मुझे हर एक दिशा जान से प्यारी... Hindi · कविता 550 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 1 Feb 2017 · 1 min read शुभ बसन्त नए पल्लव, खिली सरसों, है बौराई सी अमराई बसन्ती रंग में मिल फाग फिर से टेसुआ होगा सजाये रंग कुदरत ने, सरसता से भरी दुनिया बदल कर देख ऋतुओं को,... Hindi · कविता 407 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 29 Jan 2017 · 1 min read हमारी देशभक्ति जनवरी के अंतिम हफ्ते में कुकुरमुत्ते की तरह उग आती है देशभक्ति हम सब के भीतर फिर लहू में आ जाता है उबाल खुद ब खुद देशभक्ति के गाने वन्दे... Hindi · कविता 293 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 28 Jan 2017 · 1 min read आधा सावन बीत गया है, बालम मोहे मन भाने दो कब से मुझसे कहते साजन सावन को तुम आने दो आधा सावन बीत गया है बालम मोहे मन भाने दो। रँगबिरँगी खिलती कलियाँ कहती कर लूँ सोलह श्रृंगार दिल में... Hindi · गीत 428 Share Page 1 Next