महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1060 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 19 Next महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 18 Feb 2020 · 6 min read संघर्ष "शुक्र है तुम्हें होश आ गया!" ज्वर से बेसुध पड़े युवा कृष्णा को थोड़ा होश में आता देख, बूढ़े मनोहर काका ने जैसे रब का शुक्रिया करते हुए कहा। "आज... Hindi · कहानी 1 2 646 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 18 Feb 2020 · 6 min read विधायक रामभरोसे “देश को आज़ाद हुए आज 75 बरस हो चुके हैं लेकिन जनता की दशा और दिशा नहीं बदली। नेता आमिर होते चले गए और जनता ग़रीब और ग़रीब होती चली... Hindi · कहानी 1 2 374 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 30 Nov 2019 · 1 min read शख़्स इक शख़्स था, कहता रहा इस शहर में, तन्हा रहा वो ज़हर पीकर उम्रभर हालात से लड़ता रहा भीतर ही भीतर टूटकर वो किसलिए जीता रहा कन्धों पे लादे बोझ-सा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 239 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1 Oct 2019 · 1 min read भगवान अग्रसेन पर दोहे जन्मे अश्विन शुक्ल को, अग्रसेन भगवान। पौराणिक नायक रहे, नीति-कुशल विद्वान // 1. // द्वापर में श्रीकृष्ण थे, उनके समकालीन। समर्थक राम राज्य के, जनहित में तल्लीन // 2. //... Hindi · दोहा 2 325 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 30 Sep 2019 · 5 min read रोमांटिक ग़ज़लें (भाग: एक) (1.) मकड़ी-सा जाला मकड़ी-सा जाला बुनता है ये इश्क़ तुम्हारा कैसा है ऐसे तो न थे हालात कभी क्यों ग़म से कलेजा फटता है मैं शुक्रगुज़ार तुम्हारा हूँ ये दर्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 319 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 30 Sep 2019 · 4 min read अन्ना आंदोलन से उपजी रचनाएँ (भाग: एक) (1.) जो व्यवस्था भ्रष्ट हो जो व्यवस्था भ्रष्ट हो, फ़ौरन बदलनी चाहिए लोकशाही की नई, सूरत निकलनी चाहिए मुफ़लिसों के हाल पर, आंसू बहाना व्यर्थ है क्रोध की ज्वाला से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 461 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 20 May 2019 · 3 min read दुनिया गोल है बस खचाखच भरी हुई थी। कई डबल सीटों पर तीन-तीन सवारियाँ मुश्किल से बैठी हुई थीं। एक सज्जन बड़े आराम से पैर फैलाये बैठे थे। "भाई साहब आपकी बड़ी मेहरबानी... Hindi · लघु कथा 1 298 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 25 Mar 2019 · 1 min read प्रवचन में मुनि ज्ञान ने (1.) प्रवचन में मुनि ज्ञान ने प्रवचन में मुनि ज्ञान ने, कही बात गंभीर औरों से दुनिया लड़े, लड़े स्वयं से वीर लड़े स्वयं से वीर, कहे तरुण सन्यासी सारी... Hindi · कुण्डलिया 3 1 330 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 16 Mar 2019 · 1 min read वो महामुनि ज्ञान सागर है दया करुणा की गागर वो महामुनि ज्ञान सागर संत है सबसे निराला वो ही मंदिर और शिवाला मुस्कुराता ज्ञान सागर...... है दया करुणा की गागर ...... वो महामुनि ज्ञान... Hindi · गीत 479 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 15 Mar 2019 · 1 min read दोहे भगवान महावीर वचन भगवान महावीर की, बात धरी संदूक। मानवता को त्यागकर, उठा रहे बंदूक // १. // अपने घट में झाँककर, खुद से कर पहचान। इस विधि हर इक जीव को, मिला... Hindi · दोहा 3 2 2k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 Feb 2019 · 2 min read 22 दोहा पहेली मुझे न कोई पा सके, चीज़ बड़ी मैं ख़ास। मुझे न कोई खो सके, रहती सबके पास //१. // छोटी-सी है देह पर, मेरे वस्त्र पचास। खाने की इक चीज़... Hindi · दोहा 5 1 1k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 23 Feb 2019 · 1 min read तिले धारू बोला, प्यारी फ्योंळी (रोमान्टिक गढ़वाली गीत) तिले धारू बोला, प्यारी फ्योंळी तेरी मुखड़ी यन चमकी, जन या रात जुन्याळी ओsss...होsss... तिले धारू बोला... लाखूं-हज़ारूं मा इक तू ही प्यारी जिन मेरी आँख्यूंका सुपन्या संवारी // १.... Hindi · गीत 352 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 19 Feb 2019 · 1 min read योग करते रहे जो योग जीवन बने निरोग परिश्रम करो सदैव कोई लगे न रोग सादा हो खान-पान भागे तमाम रोग भौतिक सुखों को त्याग जोगी लिए हैं जोग तन-मन खिला-खिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 251 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 18 Feb 2019 · 1 min read विचित्र अनुभूतियाँ रात मेरे कवि हृदय में उपजीं कई विचित्र अनुभूतियाँ— देख रहा हूँ कुंठित भाव संकुचित हृदय आँखों में अश्रुधार लिए बैसाखियाँ थामे खड़े हैं विश्व के समस्त असहाय पत्रकार! अनुभूतियाँ... Hindi · कविता 1 355 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 14 Feb 2019 · 1 min read आदि सृष्टि से एक कण से दूसरे कण तक.... एक प्राण से दूसरे प्राण तक.... पुरातन चेतन से नवचेतन तक.... न टूटने वाली निरन्तर सतत प्रक्रिया है आदि सृष्टि से .... भविष्य के... Hindi · कविता 1 255 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 6 Feb 2019 · 1 min read वक़्त वक़्त तेज़ी से बदल रहा है लेकिन बदलते वक़्त में भी यह समझना आवश्यक है कि अपनी जड़ों को छोड़ देने से वृक्ष का अस्थित्व ख़त्म हो जाता है … Hindi · कविता 250 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 20 Jan 2019 · 1 min read झींगुरों की सदा गूंजती है रात कुछ और गहरी हुई है झींगुरों की सदा गूंजती है दूर होकर मिरे दिल ने जाना कौन मुझमें हमेशा रही है? चश्मा, मोज़ा नहीं ढूंढ़ पाऊं तेरी आदत मुझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 398 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 20 Jan 2019 · 1 min read जैसे चन्दन वन देखा है निर्मल शीतल मन देखा है जैसे चन्दन वन देखा है दीखे तुम ही साँझ-सवेरे मैंने जब दरपन देखा है बंधन में पंछी ने जैसे इक उन्मुक्त गगन देखा है दृष्टि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 477 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 20 Jan 2019 · 1 min read फूल अरबी आयतों जैसे खिले रात पूनम की बड़ी अच्छी लगे फूल अरबी आयतों जैसे खिले नक़्श दिल पे हो रही है शा'इरी रोज़ मौसम इक ग़ज़ल मुझसे कहे आपकी दरिया दिली बढ़ने लगी आप... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 280 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Dec 2018 · 1 min read भूली-बिसरी यादें हैं कुछ भूली-बिसरी यादें हैं कुछ और पुराने वादें हैं कुछ जीवन इक कड़वी सच्चाई लेकिन मीठी यादें हैं कुछ तन्हा-तन्हा-सी बरसों से हाँ लव पर फरियादें हैं कुछ चाहे दिल पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 284 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Dec 2018 · 1 min read जब तक दर्द का अहसास रहा जब तक दर्द का अहसास रहा रिश्ता तुमसे कुछ ख़ास रहा हालात कभी बदले ही नहीं पतझड़ या फिर मधुमास रहा साथ न मेरा छोड़ोगे तुम जाने क्यों ये विश्वास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 285 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Dec 2018 · 1 min read जी को नहीं है पलभर चैना जी को नहीं है पलभर चैना बैरन से क्यों लागे नैना मोहे तोरी याद सतावे अमवा पर कूके जब मैना मुख से अपने कुछ तो बोलो शहद से मीठे तोरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 230 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Dec 2018 · 1 min read ज़िन्दगी आजकल ज़िन्दगी आजकल आबशार-ए-ग़ज़ल क्यों बनाते रहे रेत के हम महल अम्न हो चार सू क्यों न करते पहल देखकर हादिसे दिल गया है दहल इक ख़ुशी पाने को जी रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 210 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Dec 2018 · 1 min read आपने क्यों की हिमाकत आपने क्यों की हिमाकत दिलजले से की महब्बत कह दिया मुझको फ़रिश्ता ख़ूब बख़्शी मुझको इज़्ज़त भर गया दामन ख़ुशी से आपने जो की इनायत फूल से नाज़ुक लवों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Dec 2018 · 1 min read राह गर दुश्वार है राह गर दुश्वार है हाथ में पतवार है सच की ख़ातिर दोस्तो मौत भी स्वीकार है शे'र है कमज़ोर तो शा'इरी बेकार है चुभ रहा है शूल-सा फूल है या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 222 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Dec 2018 · 1 min read ज़बानें हमारी हैं ज़बानें हमारी हैं, सदियों पुरानी ये हिंदी, ये उर्दू, ये हिन्दोस्तानी ज़बानें हमारी हैं.... कभी रंग खुसरो, कभी मीर आए कभी शे'र देखो, असद गुनगुनाए चिराग़ाँ जलाओ, ठहाके लगाओ यहाँ... Hindi · गीत 265 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 12 Nov 2018 · 1 min read कविता की नदिया शब्द कहें तू न रुक भइया कदम बढ़ाकर चल-चल-चल-चल कविता की नदिया बहती है करती जाए कल-कल-कल-कल कविता की नदिया बहती है.......... काग़ज़ पर होती है खेती हर भाषा के... Hindi · कविता 439 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 12 Nov 2018 · 1 min read क्या कहूँ इंसान को क्या कहूँ इंसान को क्या हो रहा है हर घड़ी ईमान अपना खो रहा है गिर गया है ग्राफ़ मानवता का नीचे अपने नैतिक मूल्य मानव खो रहा है अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 375 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 6 Nov 2018 · 1 min read याद शहीदों की जब आई याद शहीदों की जब आई, आया आँखों में पानी। हम एक पल भी न भूले, वीर शहीदों की क़ुर्बानी।। याद शहीदों की जब आई……. सन सत्तावन के रण का, मंगल... Hindi · गीत 2 1 240 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 5 Nov 2018 · 1 min read स्वर्णिम अध्याय है माँ आदि श्रृष्टि का स्वर्णिम अध्याय है माँ करुणा-ओ-ममता का पर्याय है माँ धर्म-कर्म की सारगर्भित व्याख्या में जीवन गीता का स्वाध्याय है माँ वो द्रवित होती संतानों के दुःख में... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 33 1k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 19 Aug 2018 · 1 min read साईं, आन पड़े हम तेरे धाम साईं सलोना रूप है, साईं हरि का मान देह अलौकिक गंध है, प्रेम अमर पहचान // दोहा // साईं, साईं, आन पड़े हम तेरे धाम साईं, साईं, आन पड़े हम... Hindi · गीत 307 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 13 Aug 2018 · 1 min read बाबा हम शिरडी आये बाबा हम शिरडी आये, तेरे दर्शन करने साईं-साईं जपते-जपते, कष्ट लगे हैं मिटने बाबा हम शिरडी आये..... दूर-दूर से लोग हैं आते, अपनी व्यथा सुनाते बस्ती-बस्ती, पर्वत-पर्वत, तेरे ही गुण... Hindi · गीत 500 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 7 Aug 2018 · 1 min read तू मेरा साईं, तू मेरा राम है तू मेरा साईं, तू मेरा राम है। तेरी पूजा निसदिन मेरा काम है।। हो.....हो.....हो..... नहीं तुझसे बड़ा है संत कोई.... और गुरु कोई.... तेरी भक्ति, तेरी शक्ति, जीवन का आधार।... Hindi · गीत 541 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 13 Jul 2018 · 2 min read ख़ुश-हाली पर शा'इरों के मुख़्तलिफ़ ख़्यालात संकलनकर्ता: महावीर उत्तरांचली (1.) इक दिया नाम का ख़ुश-हाली के उस के जलते ही ये मालूम हुआ —कैफ़ी आज़मी (2.) जिसमें शामिल ही न मिले तुम वह ख़ुशहाली क्या ख़ुशहाली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 608 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 11 Jul 2018 · 3 min read बद-गुमानी पर शा'इरों के उम्दा अश'आर संकलनकर्ता: महावीर उत्तरांचली (1.) आपस में हुई जो बद-गुमानी मुश्किल है निबाह दोस्ती का —हफ़ीज़ जौनपुरी (2.) प्यार में ज़ालिम मुझे ऐसी निशानी दे गया मेरे हिस्से की महज इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 338 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 10 Jul 2018 · 2 min read रोटी पर शाइरों के लाजवाब शे'र संकलनकर्ता: महावीर उत्तरांचली (1.) डाल दीं भूके को जिस में रोटियाँ वह समझ पूजा की थाली हो गई —नीरज गोस्वामी (2.) देखीं जो एक ओर बिखरी-सी बोटियाॅं कौओं की चोंचों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 237 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 10 Jul 2018 · 4 min read तकलीफ़ पर शा'इरों का नज़रिया तकलीफ़ पर शा'इरों का नज़रिया संकलनकर्ता: महावीर उत्तरांचली (1.) शहर में है इक ऐसी हस्ती जिस को मिरी तकलीफ़ बड़ी है —राजेन्द्र नाथ रहबर (2.) टूटे ख़्वाब न जान सके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 631 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Jul 2018 · 7 min read किरदार पर शा'इरों की दमदार शा'इरी संकलनकर्ता: महावीर उत्तरांचली (1.) इस के सिवा अब और तो पहचान कुछ नहीं जाऊँ कहाँ मैं अपना ये किरदार छोड़ कर —भारत भूषण पन्त (2.) जानता है पेश होना वह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 603 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 6 Jul 2018 · 2 min read निशानी पर शा'इरों के अजीब-ओ-गरीब ख़्यालात संकलनकर्ता: महावीर उत्तरांचली (1.) दास्ताँ-गो की निशानी कोई रक्खी है कि वो दास्ताँ-गोई के दौरान कहाँ जाता है —शाहीन अब्बास (2.) इस दिल के दरिया में दर्दों की रवानी है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 536 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 6 Jul 2018 · 3 min read खेल पर शा'इरों के बेहतरीन अश'आर —संकलनकर्ता: महावीर उत्तरांचली (1.) इस का छुपाना खेल नहीं है राज़ और वो भी उन का राज़ —मोहम्मद मंशाउर्रहमान ख़ाँ मंशा (2.) आग के इस खेल को खेले बिना ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 281 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 3 Jul 2018 · 4 min read शा'इरों के लाजवाब "उग"–"उगाते" अश'आर —संकलनकर्ता: महावीर उत्तरांचली (1.) ये वही गाँव हैं फ़सलें जो उगाते थे कभी भूक ले आई है इन को तो नगर में रख लो —प्रेम भण्डारी (2.) ऑंखों में सपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 259 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 3 Jul 2018 · 5 min read "बज"–"बजाते"—संकलनकर्ता: महावीर उत्तरांचली (1.) याद इक हीर की सताती है बाँसुरी जब कभी बजाते हैं —मुमताज़ राशिद (2.) कभू करते हो झाँझ आ हम से कभी झाँझ और दफ़ बजाते हो —मिर्ज़ा अज़फ़री... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 412 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 3 Jul 2018 · 2 min read लपेटे—संकलनकर्ता: महावीर उत्तरांचली (1.) कफ़न से मुँह लपेटे मेरी हसरत दिल-ए-वीराँ के कोने में पड़ी है —बयान मेरठी (2.) उस पे कल रोटियाँ लपेटे सब कुछ भी अख़बार से नहीं होता —महावीर उत्तरांचली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 441 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 29 Jun 2018 · 5 min read ख़ुद्दारी पर शा'इरों की दिल छू लेने वाली शा'इरी —संकलनकर्ता: महावीर उत्तरांचली (1.) तबीअत इस तरफ़ ख़ुद्दार भी है उधर नाज़ुक मिज़ाज-ए-यार भी है —जिगर मुरादाबादी (2.) दरबार में गया था, तब तो झुका-झुका था बाहर खड़ा जो ख़ुद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 317 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 Jun 2018 · 4 min read उलझन सुलझे ना उम्दा अश'आर —संकलनकर्ता: महावीर उत्तरांचली (1.) इलाही ख़ैर हो उलझन पे उलझन बढ़ती जाती है न मेरा दम न उन के गेसुओं का ख़म निकलता है —सफ़ी लखनवी (2.) अगर तुम साथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 288 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Jun 2018 · 1 min read मेरे साईं की वाटिका में, प्यार के फूल खिले हैं मेरे साईं की वाटिका में, प्यार के फूल खिले हैं सुगंध में जिसकी खोकर, सब दीवाने झूम रहे हैं जय हो-जय हो-जय हो, साईं बाबा की ....... जय हो-जय हो-जय... Hindi · गीत 1 494 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Jun 2018 · 1 min read जबसे साईं से लौ लगाई है जबसे साईं से लौ लगाई है हर ख़ुशी मेरे दर पे आई है हर ख़ुशी मेरे दर पे....... मैंने बाबा से कुछ भी माँगा नहीं बिन कहे हर मुराद पाई... Hindi · गीत 258 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Jun 2018 · 1 min read घर ये शिरडी का जग से निराला है रे दर ये साईं का अपना शिवाला है रे घर ये शिरडी का जग से निराला है रे घर ये शिरडी का ....... थी अंधेरों में गुम ये मेरी ज़िंदगी दर... Hindi · गीत 1 1 557 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 26 Jun 2018 · 1 min read साईं तेरा हमसफ़र है साईं तेरा हमसफ़र है फिर तुझे काहे का डर है फिर तुझे काहे का....... भक्ति का है वह उपासक भक्त ही उसका शिखर है //१.// फिर तुझे काहे का....... जिसने... Hindi · गीत 488 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 26 Jun 2018 · 1 min read शिरडी में बसते हैं, भगवान दिवाने शिरडी में बसते हैं, भगवान दिवाने प्रश्न है आस्था का, तू माने या न माने बाबा में दिखते हैं, भगवान दिवाने साँच को है आँच क्या, तू माने या न... Hindi · गीत 255 Share Previous Page 19 Next