sushil sarna 1174 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 16 Next sushil sarna 29 Mar 2024 · 1 min read पानी- पानी .... पानी-पानी ... क्या वक्त आ गया है कि ख़ून ख़ून से ही कतराता है मगर पानी से मिल जाता है इसीलिये ख़ून ख़ून के सामने पानी-पानी हो जाता है सुशील... 41 Share sushil sarna 29 Mar 2024 · 1 min read कब जुड़ता है टूट कर, कब जुड़ता है टूट कर, टूटे दिल का काँच । जीवन भर बुझती नहीं, ऐसे दिल की आँच ।। सुशील सरना / 29-3-24 Quote Writer 129 Share sushil sarna 28 Mar 2024 · 1 min read बुझ गयी बुझ गयी कुछ क्षण जल कर माचिस की तीली सी जंग लड़ती साँसों से असहाय ये काया सुशील सरना Quote Writer 154 Share sushil sarna 28 Mar 2024 · 1 min read कविता .... कविता .... कविता ! तुम न होती तो प्रेम कभी प्रस्फुटित ही न होता शब्द गूंगे हो गए होते भाव शून्य हो व्योम में खो गए होते तुम ही बताओ... 106 Share sushil sarna 28 Mar 2024 · 1 min read याद अमानत बन गयी, लफ्ज़ हुए लाचार । याद अमानत बन गयी, लफ्ज़ हुए लाचार । ख्वाबों की महफिल हुई, अश्कों से गुलज़ार । उनके आने की नहीं, इस दिल को उम्मीद - हर दस्तक पर क्यों लगे,... Quote Writer 98 Share sushil sarna 27 Mar 2024 · 1 min read कुंडलिया - होली कुंडलिया - होली होली बीती हो गई, सब के मन की बात । गालों पर जीवित रही, रंगों की सौगात ।। रंगों की सौगात , भला दिल कैसे भूले ।... Quote Writer 97 Share sushil sarna 27 Mar 2024 · 1 min read जीवन से ओझल हुए, जीवन से ओझल हुए, खुशियों के त्योहार । टुकड़े - टुकड़े हो गए, अब सांझे परिवार ।। सुशील सरना / 27-3-24 Quote Writer 1 149 Share sushil sarna 26 Mar 2024 · 1 min read किसका हम शुक्रिया करें, किसका हम शुक्रिया करें, किसको दें इल्जाम । किस के अंतर क्या छुपा, रावण या फिर राम ।। सुशील सरना / 26-3-24 Quote Writer 132 Share sushil sarna 26 Mar 2024 · 1 min read पलकों से रुसवा हुए, उल्फत के सब ख्वाब । पलकों से रुसवा हुए, उल्फत के सब ख्वाब । रुखसारों पर रह गए, वादों के सैलाब । घूंट'- घूँट पीते रहे, तन्हाई में जाम - तारीकी ज्यों- ज्यों बढ़ी ,... Quote Writer 175 Share sushil sarna 25 Mar 2024 · 1 min read रंग भरी पिचकारियाँ, रंग भरी पिचकारियाँ, उड़ता रंग गुलाल । नटखट नजरें कर गईं, गौरी का मुख लाल ।। सुशील सरना / 25-3-24 Quote Writer 91 Share sushil sarna 25 Mar 2024 · 1 min read मस्ती का त्योहार है, मस्ती का त्योहार है, धो लो दिल के दाग। बार - बार आता नहीं, रंग रंगीला फाग ।। सुशील सरना / 25-3-24 Quote Writer 129 Share sushil sarna 25 Mar 2024 · 1 min read होली के नटखट दोहे : होली के नटखट दोहे : नटखट नैनों ने किया, कुछ ऐसा हुड़दंग। नशा रूप का यूँ चढ़ा, पीछे छूटी भंग ।1। साजन लेकर हाथ में, आये आज गुलाल। बाहुबंध में... 48 Share sushil sarna 25 Mar 2024 · 1 min read मस्ती का माहौल है, मस्ती का माहौल है, आज न करना लाज । रंगों की बौछार में, छुप जाएंगे राज ।। सुशील सरना / 25-3-24 Quote Writer 149 Share sushil sarna 24 Mar 2024 · 1 min read होली के हुड़दंग में , होली के हुड़दंग में , सर चढ़ बोले भाँग। करें ठिठोली मुर्गियां, मुर्गे देते बाँग।। सुशील सरना Quote Writer 143 Share sushil sarna 24 Mar 2024 · 1 min read कहते हैं संसार में , कहते हैं संसार में , सुख हैं कई हजार । दुख का रेला पर करे, हर सुख का संहार ।। सुशील सरना / 24-3-24 Quote Writer 106 Share sushil sarna 23 Mar 2024 · 1 min read हर कस्बे हर मोड़ पर, हर कस्बे हर मोड़ पर, उड़ता रंग गुलाल । मेला मस्ती का लगा, ब बहकी सब की चाल ।। सुशील सरना / 23-3-24 Quote Writer 95 Share sushil sarna 23 Mar 2024 · 1 min read केवल पंखों से कभी, केवल पंखों से कभी, मुमकिन नहीं उड़ान । जब तक मन में हो नहीं, उड़ने का अरमान ।। सुशील सरना / 23-3-24 Quote Writer 128 Share sushil sarna 23 Mar 2024 · 1 min read ठहर गया ठहर गया एक कतरा बहते- बहते कपोल पर शायद बाकी था इंतज़ार किसी बेवफ़ा का घ सुशील सरना-/23-3-24 Quote Writer 131 Share sushil sarna 23 Mar 2024 · 1 min read दोहा पंचक. . . . प्रेम दोहा पंचक. . . . प्रेम अधरों पर विचरित करे, प्रथम प्रणय आनन्द । चिर जीवित अभिसार का, रहे मिलन मकरंद ।। खूब हुआ अभिसार में, देह- देह का द्वन्द्व... 95 Share sushil sarna 22 Mar 2024 · 1 min read पूछी मैंने साँझ से, पूछी मैंने साँझ से, कल की बीती बात। कहाँ गई थी तू बता , जब आयी थी रात। सुशील सरना Quote Writer 128 Share sushil sarna 22 Mar 2024 · 1 min read बेशर्मी से रात भर, बेशर्मी से रात भर, जलते रहे चिराग । अंधकार ज्यों-ज्यों बढ़ा, बढ़ी वस्ल की आग ।। सुशील सरना / 23-3-24 Quote Writer 106 Share sushil sarna 22 Mar 2024 · 1 min read कुंडलिया - रंग कुंडलिया - रंग कैसे ढूँढूँ साजना , अपने मन का रंग । रंग - रंग में मन उड़े, नव आशा के संग । नव आशा के संग , रंग सब... Quote Writer 108 Share sushil sarna 22 Mar 2024 · 1 min read कविता कविता कविता निकली पहन कर, नव रस के परिधान । शब्द - शब्द हर प्रश्न का, लेकर चली निदान ।। लेकर चली निदान , समय कब इसका रीता । जीती... Quote Writer 123 Share sushil sarna 22 Mar 2024 · 1 min read लाड बिगाड़े लाडला , लाड बिगाड़े लाडला , उसकी बिगड़े चाल । थोड़ा अंकुश लाल पर, सदा सँवारे भाल ।। सुशील सरना / 22-3-24 Quote Writer 89 Share sushil sarna 21 Mar 2024 · 1 min read कुंडलिया - गौरैया कुंडलिया - गौरैया गौरैया को देखने, हम आ बैठे द्वार । गौरैया के झुंड का, खूब लगे संसार । सुंदर लगे संसार , धरा पर दाना खाती । लेकर तिनके... Quote Writer 94 Share sushil sarna 21 Mar 2024 · 1 min read अनसोई कविता............ अनसोई कविता............ कभी देखे हैं अनसोई कविताओं के चेहरे अँधेरे में टटोटलना मेरे साँझ से कपोलों पर रुकी कविताओं के सैलाब नज़र आएँगे छू कर देखना उसमें आहत अनसोई कविताओं... Quote Writer 96 Share sushil sarna 21 Mar 2024 · 1 min read धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास । धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास । मुझ को मिलने आ रहे, अपने मेरे पास ।। सुशील सरना / 22-3-24 Quote Writer 114 Share sushil sarna 21 Mar 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया काका करे गुलाल से, नाच-नाच हुड़दंग । काकी के बौछार में, भीगे सारे अंग । भीगे सारे अंग , साथ में भीगी चोली । छोड़ -छाड़ के लाज ,... Quote Writer 103 Share sushil sarna 20 Mar 2024 · 1 min read फटा ब्लाउज ....लघु कथा फटा ब्लाउज ..... "माँ देखो, ये साड़ी कैसी है ।" राहुल ने अपनी पत्नी अंजलि की नई साड़ी दिखाते हुए कहा । "अच्छी है बेटा । जा दे दे उसको... 117 Share sushil sarna 20 Mar 2024 · 1 min read महफिल में तनहा जले, खूब हुए बदनाम । महफिल में तनहा जले, खूब हुए बदनाम । गैरों को देती रही, साकी भर -भर जाम । यह कैसी सरगोशियाँ, कैसी हैं यह दर्द - लम्हा लम्हा दिन कटे, तनहा-... Quote Writer 179 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read गीतिका ..... गीतिका आधार छंद - चौपई (जयकरी छंद )-15 मात्रिक -पदात-गाल साँसें जीवन का शृंगार । बिना साँस सजती दीवार । कब जीवित का होता मान , चित्रों को पूजे संसार... 87 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read हमें हमें फ्रेम से बचाने में वो कैद हो गए फ्रेम में शहीद होकर सीमा पर जय हिन्द के नारे के साथ सुशील सरना / Quote Writer 126 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read वक्त हो बुरा तो … वक्त हो बुरा तो … वक्त हो बुरा तो सिकंदर भी बदल जाते हैं। वक़्त की म्यान के खंजर भी बदल जाते हैं। गीली रेत से ख़्वाबों के महल ..बनाने... Quote Writer 110 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read कौन किसी को बेवजह , कौन किसी को बेवजह , देता है सम्मान । बदले में सम्मान के , मिले मान की शान ।। सुशील सरना / 19-3-24 Quote Writer 87 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read तुन्द हवा ..... ये तुंद हवायें … ये तुंद हवायें रहम न खाएंगी वातायन के पटों पर अपना ज़ोर अजमाएंगी किसी के रोके से भला ये कहां रुकती हैं सब को झुकाती हैं... 69 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read लेशमात्र भी शर्म का, लेशमात्र भी शर्म का, नहीं नैन में अंश । नवयुग की है सभ्यता , संस्कारों पर दंश ।। सुशील सरना / 19-3-24 Quote Writer 122 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read पापी करता पाप से, पापी करता पाप से, नित्य नया संवाद । करे स्वयं के कर्म से, खुद को ही बर्बाद ।। सुशील सरना / 18-3-24 Quote Writer 134 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read संचित सब छूटा यहाँ, संचित सब छूटा यहाँ, कुछ भी गया न साथ । रहे अंत में जीव के, दोनो खाली हाथ ।। सुशील सरना / 19-3-24 Quote Writer 160 Share sushil sarna 18 Mar 2024 · 1 min read *** *** पलक झपकते हो गया, निष्ठुर मौन प्रभात । करनी थी उनसे अभी, पागल दिल की बात । खामोशी के दौर में, साँसों का था शोर - मधुर मदन आवेग... Quote Writer 89 Share sushil sarna 18 Mar 2024 · 1 min read परदेसी की याद में, प्रीति निहारे द्वार । परदेसी की याद में, प्रीति निहारे द्वार । हर पल बीते कल्प सा, हार गया शृंगार । हर करवट पर वेदना, देती तेरी याद - निष्ठुर तेरी प्रीत में, तड़पे... Quote Writer 158 Share sushil sarna 18 Mar 2024 · 1 min read जाने कैसे आँख की, जाने कैसे आँख की, गगरी छलकी आज । उस बैरी की याद ने, शायद दी आवाज।। सुशील सरना / 18-3-24 Quote Writer 99 Share sushil sarna 18 Mar 2024 · 1 min read हिरनी जैसी जब चले , हिरनी जैसी जब चले , युवा षोडशी चाल । आशिक भौंरे दिलजले, डालें अपना जाल ।। सुशील सरना / 18-3-24 Quote Writer 97 Share sushil sarna 18 Mar 2024 · 1 min read इन आँखों को हो गई, इन आँखों को हो गई, आदत उनकी यार । बिन देखे आता नहीं, दिल को कभी करार ।। सुशील सरना / 18-3-24 Quote Writer 144 Share sushil sarna 17 Mar 2024 · 1 min read साथी है अब वेदना, साथी है अब वेदना, विरही मन की यार । विस्मृत होता ही नहीं, वो अद्भुत संसार ।। सुशील सरना / 16-3-24 Quote Writer 80 Share sushil sarna 17 Mar 2024 · 1 min read उसे भुलाने के सभी, उसे भुलाने के सभी, निष्फल हुए प्रयास । मदन भाव उन्नत हुए, मन में मचली प्यास ।। सुशील सरना / 17-3-24 Quote Writer 99 Share sushil sarna 17 Mar 2024 · 1 min read सफल सारथी अश्व की, सफल सारथी अश्व की, वश में रखे लगाम । शान्त चित्त से लक्ष्य को, देता वो अंजाम ।। सुशील सरना / 17-3-24 Quote Writer 92 Share sushil sarna 17 Mar 2024 · 1 min read कोई पागल हो गया, कोई पागल हो गया, किसी ने खोये होश । आशिक को घायल करे, मदमाती आगोश ।। सुशील सरना / 17-3-24 Quote Writer 94 Share sushil sarna 16 Mar 2024 · 1 min read चांदनी की झील में प्यार का इज़हार हूँ । चांदनी की झील में प्यार का इज़हार हूँ । घूंघट में यौवन का .इक हसीं इकरार हूँ । नभ से बरसती .पाषाणों की आगोश में - सावन के घनों की... Quote Writer 126 Share sushil sarna 16 Mar 2024 · 1 min read महफिल में तनहा जले, महफिल में तनहा जले, खूब हुए बदनाम । गैरों को देती रही, साकी भर -भर जाम ।। सुशील सरना / 16-3-24 Quote Writer 166 Share sushil sarna 15 Mar 2024 · 1 min read हर लम्हा दास्ताँ नहीं होता । हर लम्हा दास्ताँ नहीं होता । हर अश्क बेज़ुबाँ नहीं होता । गुलो, बच के रहना ज़माने में - हर शख़्स, पासबाँ नहीं होता। सुशील सरना Quote Writer 124 Share Previous Page 16 Next