शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 1130 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 16 Next शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 5 Nov 2022 · 1 min read 💐💐एक मुलाकात की बात ही तो है💐💐 एक मुलाकात की बात ही तो है, एक मुलाकात की बात ही तो है, उजियारी रातें लगीं अँधेरी, सिमट गया जीवन संसार, 'सिमट न पाई दूरी' कारण तुम, बाक़ी बचा... Hindi · गीत 152 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Nov 2022 · 1 min read 🌺इक मुलाक़ात पर इतना एहतिमाल🌺⚜️ इक मुलाक़ात पर इतना एहतिमाल, इक मुलाक़ात पर इतना एहतिमाल।। काँटे न मिलेंगे किसी भी राह पर, हाँ पहुँच जो चुका है,अपने मुक़ाम पर, जबाब भी न आ सका, मेरे... Hindi · गीत 133 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Nov 2022 · 1 min read ✴️✳️⚜️वो पगड़ी सजाए हुए हैं⚜️✳️✴️ 🤗🌺आँख न फोड़ो ज़्यादा लो डाल दिया रूपा🌺🤗 वो पगड़ी सजाए हुए हैं, वो पगड़ी सजाए हुए हैं, उन राहों का क्या?जो बची थीं मगर, कदम रुक गए हैं दो... Hindi · गीत 1 158 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 Nov 2022 · 1 min read 🗿🗿आपको याद किया याद किया।🗿🗿 आपको याद किया याद किया।। हर लम्हा तेरा जिक्र किया जिक्र किया।। कैसे कहाँ जाएँ,और देखें तुम्हें, रोशनी के लिए,कोई चराग नहीं, निसाँ ढूढंने वाले,पता अपने निसाँ नहीं, आप दूर... Hindi · गीत 175 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Oct 2022 · 1 min read 🥀💢मेरा इश्क़ बहुत ही सादिक़ है💢🥀 मेरा इश्क़ बहुत ही सादिक़^ है, उसकी सफ़* में तुम पहले हो।। मेरा इश्क़ बहुत ही सादिक़ है, उसकी सफ़ में तुम पहले हो।। अनजान बने रहना कैसा, याद तुम्हें... Hindi · गीत 2 1 176 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Oct 2022 · 1 min read 🔉🎶क्या आप भी हमें गुनगुनाते हो?🎶🔉 क्या आप भी हमें गुनगुनाते हो? क्या आप भी हमें गुनगुनाते हो? हिज़्र के गीत मैंने लिखें हैं, आपको को ही तरासा गया है ऐसे, आप ही पहली पंक्ति आप... Hindi · गीत 1 172 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Oct 2022 · 1 min read ⭐⭐सादगी बहुत अच्छी लगी तुम्हारी⭐⭐ सादगी बहुत अच्छी लगी तुम्हारी, सादगी बहुत अच्छी लगी तुम्हारी, ऑंखे भी मुस्कुराती हैं, वो बातें करें जाती हैं, होठों का मिलना सच में, ख़्याल मिले मेरे और तेरे, सभी... Hindi · Geet 207 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 28 Oct 2022 · 1 min read 🌴❄️हवाओं से ज़िक्र किया तेरा❄️🌴 हवाओं से ज़िक्र किया तेरा, तुम तक पहुँचा होगा, हवाओं से ज़िक्र किया तेरा, तुम तक पहुँचा होगा, दिल की दहलीज़ पर रखना मुझको, साँझ तले दीपक जलाना, वो ख़ुश्बू... Hindi · गीत 1 158 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 27 Oct 2022 · 1 min read 🌴🌺तुम्हारे चेहरे पर कमल खिला देखा मैंने🌺🌴 तुम्हारे चेहरे पर कमल खिला देखा मैंने, अपने दिल को धड़कने से रोका मैंने, तुम खड़े थे पत्तों की ओट लिए, हवा के झोकों से उड़ रहीं थी, जुल्फें काली... Hindi · गीत 1 170 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Oct 2022 · 1 min read 🌺🌤️जिन्दगी उगता हुआ सूरज है🌤️🌺 जिन्दगी उगता हुआ सूरज है, जिन्दगी उगता हुआ सूरज है, कहो तुम्हें याद न आती होगी, सजदा किया और दिल बिछाए रखा, जंजीर हो तुम मेरे लिए, बस अपनी नज़रों... Hindi · गीत 1 431 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Oct 2022 · 1 min read 🌀🌺🌺कुछ साख़ बाक़ी रखना🌺🌺🌀 कुछ साख बाक़ी रखना, कुछ साख बाक़ी रखना, जीना है अकेले शायद, कहाँ है कमी कोई क्या? आग तो नहीं थे तुम, क्यों इन्तजार ने जलाया? कुछ साथ बाक़ी रखना,... Hindi · गीत 171 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 24 Oct 2022 · 1 min read 🪔🪔जला लो दिया तुम मेरी कमी में🪔🪔 ऐ रूपा!😂😂फिर लिखा तुम्हारे फ़ोटो पर।दीवाली की शुभकामनाएं आपको भी।बुरा न मानो दीवाली है।फोटो डालकर चुनौती।चुनौती स्वीकार।उत्तर नीचे👇दैनिक वाला तो कल पड़ेगा। जला लो दिया तुम मेरी कमी में, यह... Hindi · गीत 169 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 24 Oct 2022 · 1 min read 👌🥀🌺आप में कोई जादू तो है🌺🥀👌 आप में कोई जादू तो है, आप में कोई जादू तो है, राह ताके नयन थककर सो गए हैं, तुम्हें देखा हम तुम्हीं में खो गए हैं, मालूम ऐसा पड़... Hindi · गीत 192 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 23 Oct 2022 · 1 min read 🕯️🕯️मैं चराग़ बनकर जल रहा हूँ🕯️🕯️ दीवाली की अग्रिम शुभकामनाएं आपको भी💣💣🕯️🕯️ "तुम्हारे हाथ पर रखे दीपक का जलना और उसकी डिमाण्ड पर यह प्रस्तुति" दैनिक रूप वाला अलग है और यह अलग"समय का अभाव है... Hindi · गीत 428 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 21 Oct 2022 · 1 min read 🥀🍂☘️तुम सावन से लगते हो☘️🍂🥀 तुम सावन से लगते हो, तुम सावन से लगते हो। नज़रें जब देखें मेरी तरफ़, फुहार गिरी मालूम पड़े, चुप रहना ऐसा लगता, बूँद गिरे खामोशी लिए, तुम कितने सादा... Hindi · गीत 194 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 21 Oct 2022 · 1 min read 🍀🌺मैंने हर जगह ज़िक्र किया है तुम्हारा🌺🍀 मैंने हर जगह ज़िक्र किया है तुम्हारा। मैंने हर जगह ज़िक्र किया है तुम्हारा। दिन ढले याद फिर तुम्हारी आई, शायद तुम में भी याद बसती होगी, सितारों में खोज... Hindi · गीत 144 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 20 Oct 2022 · 1 min read 🌺✍️मेरे क़रार की अहमियत समझो✍️🌺 मेरे क़रार की अहमियत समझो, मेरे क़रार की अहमियत समझो, इतना आसान नहीं है, इश्क़ का सफ़र, मुसाफ़िर वक्त से लड़ता हैं इसका, चुभती रहती शिक़ायत सीने में, दिल पर... Hindi · गीत 164 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 19 Oct 2022 · 1 min read 💎🌴अब न उम्मीद बची है न इन्तजार बचा है🌴💎 अब न उम्मीद बची है न इन्तजार बचा है, अब न उम्मीद बची है न इन्तजार बचा है, वक्त न ठहरेगा कभी, मेरे न तेरे लिए, जज़्ब की बात है,वह... Hindi · गीत 223 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 16 Oct 2022 · 1 min read ✍️🌷तुम हक़ीक़त हो, अब फ़साना न बनो🌷✍️ तुम हक़ीक़त हो, अब फ़साना न बनो। तुम हक़ीक़त हो,अब फ़साना न बनो। बहुत दूर खड़े रहकर मुस्कुराते रहना, कुछ बचे इज़हार को फिर जताते रहना, दूर रहकर भी, पास... Hindi · गीत 1 193 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 14 Oct 2022 · 1 min read 🌈🌸तुम ख़्वाब बन गए हो🌸🌈 अब से कोई पोस्ट बेतुकी व बिना सिर पैर की न होगी।🙏 तुम ख़्वाब बन गए हो। तुम ख़्वाब बन गए हो। मंजिल तो रही अधूरी, अब किस बात के... Hindi · गीत 505 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 5 Oct 2022 · 3 min read 💥प्रेम की राह पर-69💥 ईश्वर साक्षी है।तुमसे कभी कोई फूहड़ संवाद किया हो।तो कहो।हमें तो लिखने भर से मतलब है।परन्तु इस नैराश्य का सहसा जन्म लेना बहुत जानलेवा है।अल्लमा इकबाल की शेर-माना कि तेरी... Hindi 278 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Oct 2022 · 3 min read 🌷💥प्रेम की राह पर-68💥🌷 मेरा लिखना सदाबहार है।यह ऐसे ही लिखा जाता रहेगा।चुने जायेंगे इसमें से मोती और पिरो दी जाएगी माला।सिविल सेवा के दो पेपर तैयार हो जाते हैं मेरे।इस प्रेमद्वार की चौखट... Hindi 166 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 Oct 2022 · 3 min read ✍️✍️प्रेम की राह पर-67✍️✍️ ज़िक्र जब छेड़ दें तो तुम्हारे ज़िक्र की हल्की सी फुहार न हो,उसमें,तो सम्भव ही नहीं है।इसमें कोई दिखावा नहीं है और न कोई छलावा है।किसी की क्या आहट होगी?यदि... Hindi 321 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Sep 2022 · 3 min read 🌈🌈प्रेम की राह पर-66🌈🌈 व्यापार की आवश्यक परिचर्चा का ज़िक्र बीते तन्हा पहरे में लिखा था।वह लाज़मी है और तुम्हारे लिए कम है।उसी सफ़ में अग्रिम सभी बातें मीठी,खट्टी और कटुता से युक्त होंगी।साधन... Hindi 190 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 22 Sep 2022 · 3 min read 🌺🌸प्रेम की राह पर-65🌸🌺 उस आशा की प्रबल नींव को महाप्रबल करने की अपेक्षा तुमने बार-बार और समय-समय पर शब्दों के स्वपरीक्षित कंपन्न से जो हिलाया था।उस आशा की नींव में अब दरार का... Hindi 146 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 16 Sep 2022 · 4 min read 💐💐प्रेम की राह पर-64💐💐 वे सभी श्रेणियाँ दिवस में भी स्याह प्रतीत होंगी।जिन्हें तुम अपने ख्यालों में पुनः पुनः अपना मानवीय रूपक देना चाहते हो।तुम ऐसे टूट जाओगे जैसे कीड़े लगा हुआ फल टूट... Hindi 1 169 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Sep 2022 · 4 min read 💐💐प्रेम की राह पर-63💐💐 महत्व का निर्धारण असीमित तब मालूम पड़े जब वस्तु की न्यूनता हो या फिर आप की किसी से सम्बन्धों में प्रगाढ़ता हो।महत्व की उर्मि न्यूनता में अवश्य ही उत्पन्न होगी।महत्व... Hindi 1 198 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Sep 2022 · 4 min read 💐💐प्रेम की राह पर-62💐💐 शोध जितना ज्ञान का वाहक है उतना ही प्रतिशोध क्रोधाग्नि का वाहक।शोध में किसी व्यक्ति का चिन्तन सार्थक ही होगा।परन्तु प्रतिशोध में शत्रुता के अलावा कोई विशेष ज्ञान न होकर... Hindi 1 184 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 Sep 2022 · 4 min read 💐💐प्रेम की राह पर-61💐💐 चलो माना केदारनाथ सिंह ने कहा कि जाना हिन्दी की सबसे खौफ़नाक क्रिया है।दर्दनाक भी तो है।परन्तु लौटना कितना सुखद होगा यदि लक्ष्यप्राप्ति के बाद लौटें।कितना सुखद होगा यह सब।जाने... Hindi 1 196 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Aug 2022 · 3 min read 💐प्रेम की राह पर-60💐💐 पृथ्वी पर मानवीय मंगल न कर सकने वाला मानव,मंगल पर मानव को बसाकर मंगल करना चाह रहा है।कितना जाहिल है।यह कोई खोज नहीं।मानवता को शर्मसार करने का विषय है।भूखे लोगों... Hindi 233 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 28 Aug 2022 · 4 min read प्रेम की राह पर-59 शरीर क्लान्त होने की आहटें देना शुरू कर देता है जब अनवरत कार्य करते हुए इसे सुखभरा विश्राम न दिया जाए।विश्राम से व्यक्ति स्वस्थ हो जाता है।उसके विचारों की बगिया... Hindi 389 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 20 Aug 2022 · 1 min read ★भोगेषु प्रियतायां सति एतस्य कारणं रस:★ भोगेषु प्रियतायां सति एतस्य कारणं रस:।परमात्मनः सत्यं अनुभूत्या: सम्मुखं एषः मिथ्या रसः निवृत्त: भवति।साधनेषु अपि एका रसबुद्धि: भवति।येन समाध्यां विघ्नं भवति।रसास्वादेन साधक: भ्रमति।भवतः स्वयंमेव स्थिर: भवति।तु मन-बुद्धि: इंद्रियाणि च अपि... Sanskrit 201 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 18 Aug 2022 · 1 min read ■■★परमात्मनः शक्ति:★■■ आयु: निरन्तर: 'नहीं'इत्यां गच्छन् अस्ति।मृत्यु: निरन्तरं समया आगच्छन् अस्ति।एषः सत्यं वार्ता।यः सत्यं वार्तायाः आदरः न करोति तु तं निश्चितं दुःखं प्राप्नोति।भवतः श्रेष्ठा: कुर्वन्तु अश्रेष्ठा: वा।आयु: तु प्रतिक्षणं स्वगत्यां गच्छन् अस्ति।वास्तविकतायां... Sanskrit 1 201 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Aug 2022 · 1 min read ◆संसारस्य संयोगः अनित्यं च वियोगः नित्य च ◆ संसारस्य सत्तां च महत्तां च मत्वा एव त्रुटि:।संसार: न मया सह निवसति च न वयं संसारेण सह निवसाम:।यः वस्तु निरन्तर नश्वरः।तेन् सत्त्ता महत्ता च दानं केन प्रकारेण उचितं?यं भवतः स्व... Sanskrit 461 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 16 Aug 2022 · 1 min read ★प्रकृति: तथा तत्वबोधः★ परमात्मनि अनन्ता: शक्तयः सन्ति।सगुणं च निर्गुणं च एतस्य विशेषणे स्तः स्वरूपं न।संसारं ज्ञानस्य कृते संसारेण विलग: भवति।परमात्मानं ज्ञातुं परमात्मना अभिन्नं भवेयु:।संसारस्य किञ्चितमात्रापि आकर्षण भवति तु तं न ज्ञातुं शक्नोति।प्रकृत्या सह... Sanskrit 250 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 13 Aug 2022 · 1 min read $$सत्संगेन विवेक: जाग्रत: भवति$$ परमात्मनः प्राप्ति: दुष्कर: न।प्रत्युत् एतस्य प्राप्ति: लालसा दुष्कर:।भोगस्य तथा संग्रहस्य इच्छाया: त्यागः न भवितुं न शक्नोति तु अपि 'परमात्मनः प्राप्ति: केन् प्रकारेण स्यात्?एषः इच्छा प्रदर्शित: कुर्यात्।अस्माकं तीव्रलालसा न स्यात् तु... Sanskrit 1 244 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 12 Aug 2022 · 1 min read **साधुतायां निष्ठा** बहुवः जन्मनां पश्चात् एषः मनुष्यशरीर: प्राप्त: भवति।कल्याणमार्गे स्वस्य निष्ठा उपयोगिन:।स्वस्य निष्ठा च विचार: च न तु गुरु: किं करिष्यति?उपदेशः किं करिष्यति?ज्ञानस्य विचार: न तु शिक्षा किं करिष्यति?साधु: भवति तदापि निष्ठा... Sanskrit 1 314 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 11 Aug 2022 · 1 min read ^^मृत्यु: अवश्यम्भावी^^ शिलायां प्रति श्रमकर्तारं यः श्रममुद्रा प्राप्त: भवति।तादृश: एव स्वर्णं प्रति श्रमकर्तारं अपि प्राप्त: भवति।तात्पर्यं एषः अस्ति यत् सर्वं स्वप्रारब्धस्य अनुसार एव प्राप्त: भवति।के चित् कार्यं अवश्यम्भावी न।परं मृत्यु: अवश्यम्भावी ।यः... Sanskrit 1 1 243 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Aug 2022 · 1 min read @@कामना च आवश्यकता च विभेदः@@ एका कामना भवति।एका आवश्यकता भवति।क्षुधाया: समये अन्नम् आवश्यकता भवति।कामना शरीरस्य आवश्यकता भवति।प्राप्तवस्तु: तु अवश्यमेव मिलिष्यति।परं स्वकर्तव्यस्य पालनं न करणस्य दण्ड: भविष्यति।प्रारब्धेन् प्राप्तवस्तुषु सन्तोष: करोतु।परं नवीनं कार्येषु सन्तोष: न कुरु।भगवत् सम्बन्धी... Sanskrit 1 227 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Aug 2022 · 1 min read **कर्मसमर्पणम्** ईश्वरस्य प्राप्ति: दुर्लभः तु सुगमं किम्?एतस्य कृते तु मानवशरीर: प्राप्त: भवति।महत्वपूर्णं कार्यं परमात्मनः प्राप्ति:।अन्यानि कार्याणि कुर्वन्तु तु एषः नवीनं कार्यं प्रारम्भ: करोति।ये अपि कार्यं करोतु तु भगवतः एव कार्यं मत्वा... Sanskrit 1 245 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 8 Aug 2022 · 1 min read भक्तिरेव गरीयसी भक्ति: सर्वश्रेष्ठ:-'भक्तिरेव गरीयसी'।प्रेमस्य नाम भक्ति:-पन्नगारि सुनु प्रेम सम भजन न दूसर आन"।प्रेम:-ईश्वर: च तस्य गुणानि च लीला च चरित्रं च आदयः रोचिष्यन्ते।यथा पिपासा समये जलस्य स्मरणं भवति च जलं रोचते।एतादृशः... Sanskrit 1 480 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 6 Aug 2022 · 1 min read मनुष्यस्य शरीर: तथा परमात्माप्राप्ति: भगवतः श्वासेन वेदः प्रकट: भवति स्म-'यस्य निश्वसितं वेदा:'।यदा श्वासस्य इयत् प्रभावः तु वाण्या: कियत् प्रभाव: भविष्यति।मनुष्यशरीर: केवलं परमात्माप्राप्तयाः कृते प्राप्त: भवति।नैव सांसारिक: कार्यानां(ण) कृते।परमात्माप्राप्तया: अवसरः मनुष्यशरीरैव।मनुष्यशरीरापि सत्संगस्य अवसरः दुर्लभ:।यथा मनुष्यशरीर:... Sanskrit 302 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 5 Aug 2022 · 1 min read गीतायाः पठनं मननं वा प्रभाव: भगवान् सर्वेषां गुरु: च तस्य मन्त्र उपदेशः वा गीता।केचित् मनुष्यं विद्वतायाः शक्तया गीतायाः अर्थं ज्ञातुं न शक्नोति।भगवतः शरणे सति एव गीतायाः अर्थ प्रकट: भवति।ईश्वरं गीता बहु रोचते।गीतापाठेन ते दर्शनं दातुं... Sanskrit 670 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Aug 2022 · 1 min read गीतायाः पाठ:। कोSपि मनुष्यं विद्वताया: बलेन गीताया: अर्थस्य ज्ञानं कर्तुं शक्नोति।ईश्वरस्य शरणं भवने सति गीतायाः अर्थं प्रकट: भवति।भगवान् गीतायाः पाठेन बहु प्रसन्नं भवति।गीतापाठेन सः बहु प्रसन्नं भवति।गीता-रामायणं ग्रन्थ: यत्र स्थापयतः।तत्र भूत-प्रेत-पिशाच न... Sanskrit 335 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Aug 2022 · 1 min read परमात्मनः प्राप्तया: स्थानं हृदयम् परमात्मनः प्राप्तया: स्थानं हृदयम्।ज्ञानं हृदये विराजमान्।गुरुणा यः ज्ञानं प्राप्त: भवति।एषः वास्तविकतायां स्वैव अन्तः।एतस्य ज्ञानस्य माध्यमेन वयं परमात्मानं जानामः।गुरु: ज्ञानं न ददाति प्रत्युत् सर्वस्य हृदये विराजमान् ज्ञानरूपं परमात्मानः जागृति: करोति। ©®अभिषेक:पाराशर Sanskrit 1k Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 Aug 2022 · 1 min read परमात्मतत्वस्य प्राप्तया: सर्वे अधिकारी सर्वप्रथम एषः कार्यं कर्तव्यं यस्य कृते मानवशरीर: प्राप्त: भवति।कदा पर्यन्तं जीवति एतस्य ज्ञानं न।संसारस्य सर्वेषु कार्येषु संन्देह:।परं मृत्यो संदेह: न।जन्मपश्चात् मृत्यु: निश्चित।एषा मृत्यु: प्रतिक्षणं समया आगच्छति।अतः चेत: कुरु तथा सावधान... Sanskrit 799 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Jul 2022 · 1 min read यथा प्रदीप्तं ज्वलनं.….. संसारस्य वियोगः नित्यं च संयोग: अनित्यं च।संयोगेन पूर्व अपि वियोगः।पश्चात् अपि वियोगः भविष्यति च वर्तमानकाले अपि प्रतिक्षणं वियोगः भवति।परमात्मनः योगः नित्यं।संसारस्य संयोगे समानता बहु: त्रुटि:।यतोहि एषः संयोगः शाश्वत न।बालकः जन्मस्य... Sanskrit 191 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 29 Jul 2022 · 1 min read 💐💐धर्मो रक्षति रक्षित:💐💐 जनाः इत्थं शंका कुर्वन्ति यत् यः पापं कुर्वन्ति ते तु सुखं प्राप्नुवन्ति परं ये धर्मे चलन्ति ते दुःख प्राप्नुवन्ति।इत्थं शंका द्रौपदीं अपि अभवत्।युधिष्ठिर: द्रौपदीं वदति स्म यत् धर्मस्य पालनं तु... Sanskrit 735 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 28 Jul 2022 · 1 min read 💐💐सत्संगस्य महत्वम्💐💐 एका महान् त्रुटि:भवति यदा वयं यत्र जनां स्व मन्यते।यत्र वस्तूनां स्व मन्यते।यथा लघुसमयस्य कृते सत्संग: मिलति।एतादृशः लक्ष चतुरशीति योनिषु पतन् जीवान् लघुसमयस्य कृते मनुष्यस्य शरीर: मिलति।एतस्मिन् लघुसमये अपि बहु दीर्घ:... Sanskrit 211 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 27 Jul 2022 · 1 min read 💐अस्माकं प्रापणीयं तत्व: .....….....💐 अस्माकं प्रापणीयं तत्व: किं?एषः विचार कुर्वन्तु।यः सर्वांन् प्राप्त: भवितुं शक्नोति।सत्यतायां सः एव अस्माकं प्रापणीय तत्व।परमात्मा सर्वान् मिलितुं शक्नोति च सर्वदा मिलितुं शक्नोति।यः सर्वान् मिलतु च सर्वदा मिलतु च एषः तत्व:... Sanskrit 1 478 Share Previous Page 16 Next