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*राम-राम कहकर ही पूछा, सदा परस्पर हाल (मुक्तक)*
Ravi Prakash
*दाता माता ज्ञान की, तुमको कोटि प्रणाम ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
*आवारा या पालतू, कुत्ते सब खूॅंखार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*सर्दी-गर्मी अब कहॉं, जब तन का अवसान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*वर्तमान पल भर में ही, गुजरा अतीत बन जाता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*कुत्ते चढ़ते गोद में, मानो प्रिय का साथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*राम तुम्हारे शुभागमन से, चारों ओर वसंत है (गीत)*
Ravi Prakash
*प्रेम का सिखला रहा, मधु पाठ आज वसंत है(गीत)*
Ravi Prakash
*स्वजन जो आज भी रूठे हैं, उनसे मेल हो जाए (मुक्तक)*
Ravi Prakash
*अपना है यह रामपुर, गुणी-जनों की खान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
*राजकली देवी: बड़ी बहू बड़े भाग्य*
Ravi Prakash
*छपवाऍं पुस्तक स्वयं, खर्चा करिए आप (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
*मिलिए उनसे जो गए, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*गाओ हर्ष विभोर हो, आया फागुन माह (कुंडलिया)
Ravi Prakash
*डॉक्टर किशोरी लाल: एक मुलाकात*
Ravi Prakash
*श्री विजय कुमार अग्रवाल*
Ravi Prakash
*जग में होता मान उसी का, पैसा जिसके पास है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*देना सबको चाहिए, अपनी ऑंखें दान (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
*सदियों से सुख-दुख के मौसम, इस धरती पर आते हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*जीवन के संघर्षों में कुछ, पाया है कुछ खोया है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*आगे आनी चाहिऍं, सब भाषाऍं आज (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*जाता देखा शीत तो, फागुन हुआ निहाल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
*उसी को स्वर्ग कहते हैं, जहॉं पर प्यार होता है (मुक्तक )*
Ravi Prakash
*गुरुग्राम में चयनित-स्थल विवाह (डेस्टिनेशन वेडिंग) 2,3,4 फर
Ravi Prakash
*सुवासित हैं दिशाऍं सब, सुखद आभास आया है(मुक्तक)*
Ravi Prakash
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
Ravi Prakash
*खिले जब फूल दो भू पर, मधुर यह प्यार रचते हैं (मुक्तक)*
Ravi Prakash
नयनों में तुम बस गए, रामलला अभिराम (गीत)
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राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
रामलला सिखलाते सबको, राम-राम ही कहना (गीत)
Ravi Prakash
सुंदर दिखना अगर चाहते, भजो राम का नाम (गीत)
Ravi Prakash
राम-अयोध्या-सरयू का जल, भारत की पहचान हैं (गीत)
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रामलला त्रेता में जन्में, पूर्ण ब्रह्म अवतार हैं (हिंदी गजल)
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धन्य करें इस जीवन को हम, चलें अयोध्या धाम (गीत)
Ravi Prakash
प्राण-प्रतिष्ठा सच पूछो तो, हुई राष्ट्र अभिमान की (गीत)
Ravi Prakash
जन्मभूमि में प्राण-प्रतिष्ठित, प्रभु की जय-जयकार है (गीत)
Ravi Prakash
सबसे सुंदर जग में अपना, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)
Ravi Prakash
दशरथ के ऑंगन में देखो, नाम गूॅंजता राम है (गीत)
Ravi Prakash
सदियों बाद पधारे हैं प्रभु, जन्मभूमि हर्षाई है (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
धन्य अयोध्या जहॉं पधारे, पुरुषोत्तम भगवान हैं (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
राम-नाम को भज प्यारे यह, जग से पार लगाएगा (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
कण-कण में तुम बसे हुए हो, दशरथनंदन राम (गीत)
Ravi Prakash
अयोध्या धाम पावन प्रिय, जगत में श्रेष्ठ न्यारा है (हिंदी गजल
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राम अर्थ है भारत का अब, भारत मतलब राम है (गीत)
Ravi Prakash
फिर से राम अयोध्या आए, रामराज्य को लाने को (गीत)
Ravi Prakash
रामराज्य आदर्श हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)
Ravi Prakash
मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)
Ravi Prakash
खुशी मनाती आज अयोध्या, रामलला के आने की (हिंदी गजल)
Ravi Prakash