सत्य कुमार प्रेमी Language: Hindi 836 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 12 Next सत्य कुमार प्रेमी 26 Jan 2022 · 1 min read तिरंगा है हमारी शान इसको हम बढ़ायेंगे। गज़ल- गणतंत्र दिवस पर देश को समर्पित काफ़िया- एंगे की बंदिश रदीफ़- गैर मुरद्दफ़ मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन 1222......1222.......1222......1222 तिरंगा है हमारी शान इसको हम बढ़ायेंगे। जहाँ सारा इसे देखे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 167 Share सत्य कुमार प्रेमी 26 Jan 2022 · 1 min read वो थी बच्चों की माँ सबसे लड़़ती रही। गज़ल 212......212......212.....212 वो थी बच्चों की माँ सबसे लड़़ती रही। आँख में आँसू भर मुस्कुराती रही। कोई आये मुसीबत तो उससे लड़ें, सारी बेटी पे खुशियां लुटाती रही। नीति है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 466 Share सत्य कुमार प्रेमी 26 Jan 2022 · 1 min read हमारा ऐसा हो गणतंत्र गणतंत्र दिवस पर विशेष ******************* हमारा ऐसा हो गणतंत्र। पहुंचे देश शिखर पर अपना। राम राज्य का सच हो सपना। सभी सुखी, सब रहें निरोगी, फूंक दो प्रभु जी कोई... Hindi · कविता 184 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Jan 2022 · 1 min read वो सच को हमेशा छुपाते रहे हैं। गज़ल 122......122.....122.....122 वो सच को हमेशा छुपाते रहे हैं। फ़कत उनके झूठे दिखावे रहे हैं। ये वादे चुनावी हैं इनमें न आना, हकीकत नहीं बस वे दावे रहे हैं। ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 150 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Jan 2022 · 1 min read उनका विकास अब तक आया न आ रहा है। गज़ल 221......2122.....221......2122 उनका विकास अब तक आया न आ रहा है। नेता गरीब को बस उल्लू बना रहा है। हम हैं सभी बराबर सबको बता रहा है। पीछे वही सभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 155 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Jan 2022 · 1 min read मत कभी नीचा दिखाओ मुफलिसों को बात से। गज़ल 2122.....2122......2122.....212 मत कभी नीचा दिखाओ मुफलिसों को बात से। खेलिए मत भूलकर उनके कभी जज़्बात से। ये न समझो मुफलिसी में कुछ भी कर सकते नहीं, बच नहीं पाओगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 151 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Jan 2022 · 1 min read मुफलिस को मिले रोटी रुजगार नहीं होते। गज़ल 221.......1222......221......1222 मुफलिस को मिले रोटी रुजगार नहीं होते। भाषण से गरीबों के बस पेट नहीं भरते। खेती में किसानों का हर काम मशीनी है, अब खेती किसानी में हल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 176 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Jan 2022 · 1 min read तमाम झूठ भी बोलेंगे औ'र मनायेंगे। गज़ल 1212 1122 1212 22 तमाम झूठ भी बोलेंगे औ'र मनायेंगे। तुम्हें सतायेंगे जब जब चुनाव आयेंगे। ये जीत जायें तो इक बार देख लेना तुम, ये पांच साल में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 376 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 Jan 2022 · 1 min read आप जब भी करीब होते हैं। गज़ल 2122....1212....22 आप जब भी करीब होते हैं। हमको सब खुश नसीब कहते हैं। ख्वाब में आप आ भी जाएं तो, ऐसा लगता है आप मिलते हैं। ज़ख़्म अपने छुपा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 348 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 Jan 2022 · 1 min read मैं बेबस टूटता सा जा रहा था। गज़ल मैं बेबस टूटता सा जा रहा था। वो सबको ही रुलाता जा रहा था। नहीं रुक पाउँगा वापस है जाना, यही संदेश देता जा रहा था। नहीं लाया न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 159 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 Jan 2022 · 1 min read अपनों का अब मान नहीं है। गज़ल 22......22......22......22 अपनों का अब मान नहीं है। रिश्तों में सम्मान नहीं है। सास ससुर साली हैं आगे, मां बापू का ध्यान नहीं है। खाना पीना सबकुछ यारो, पाप पुण्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 193 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 Jan 2022 · 1 min read चुनावी भाषणों की तरह उसका प्यार लगता है। गज़ल 1222.........1222.........1222........1222 चुनावी भाषणों की तरह उसका प्यार लगता है। मेरा महबूब अब मुझको तो बस सरकार लगता है। सभी कुछ हार कर भी जीत जाना लक्ष्य है उसका, हुआ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 153 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 Jan 2022 · 1 min read जिनके सपने ही सबको सुहाने लगे। गज़ल 212.......212.......212......212 जिनके सपने ही सबको सुहाने लगे। देख कर सब उन्हें प्यार करने लगे। जिनको पाने की दिल में रही आरजू, पा के उनको खुशी से उछलने लगे। मेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 158 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 Jan 2022 · 1 min read ग़रीबी या अमीरी हो किसी से। गज़ल काफिया- ई रदीफ़- से 1222........1222........122 ग़रीबी या अमीरी हो किसी से। नहीं डरना कभी तुम मुफलिसी से। नहीं जो हो सका पैसे से हासिल, वो हासिल हो सका है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 228 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 Jan 2022 · 1 min read आपसे कुछ हो गया है प्यार सा। गज़ल- फिर से हासिल 2122.........2122..........212 आपसे कुछ हो गया है प्यार सा। आपसे से ही कर दिया इजहार सा। आपने मुझको बहुत कुछ है दिया, शब्द भी निकला नहीं इनकार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 256 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 Jan 2022 · 1 min read जिंदगी में एक दूजे को सहारा कीजिए। गज़ल 2122.....2122.......2122......212 जिंदगी में एक दूजे को सहारा कीजिए। इस तरह से मुस्कुरा कर के गुजारा कीजिए। जब तलक है जिंदगी इक शख़्स सबको चाहिए, मित्र साथी दोस्त बनकर साथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 488 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 Jan 2022 · 1 min read जिसके करीब रहता हूँ, वो है मेरी गज़ल। गज़ल काफिया- आ रदीफ़- हूं वो है मेरी गज़ल 2212.......1212.......2212.......12 जिसके करीब रहता हूँ, वो है मेरी गज़ल। लब से जो गुनगुनाता हूँ वो है मेरी गज़ल। रातों को जाग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 168 Share सत्य कुमार प्रेमी 11 Jan 2022 · 1 min read बिक चुके जमीर और मुँह सिले हुए। गज़ल 212......1212......1212......12 बिक चुके जमीर और मुँह सिले हुए। आदमी न काम के ये हैं मरे हुए। कर रहें हैं काम जो गलत निगाह में, दिल ही दिल मे लोग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 371 Share सत्य कुमार प्रेमी 11 Jan 2022 · 1 min read उसने तो प्यार में भी जलालत की है। गज़ल- उसने तो प्यार में भी जलालत की है। मैंने तो प्यार कर के इबादत की है। रोज कुछ देर को तुम भी बच्चा बनो, मैंने हर रोज की ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 133 Share सत्य कुमार प्रेमी 11 Jan 2022 · 1 min read दुनियां में भी इॅंसान ने,क्या क्या बना दिया। गज़ल काफ़िया- आ स्वर की बंदिश रद़ीफ- दिया मफ़ऊलु फ़ाइलातु मुफ़ाईलु फ़ाइलुन 221......2121.......1221......212 दुनियां में भी इॅंसान ने,क्या क्या बना दिया। पत्थर को देवता भी, बनाकर दिखा दिया। इंसान ने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 285 Share सत्य कुमार प्रेमी 11 Jan 2022 · 1 min read तन बदन रूप यौवन भी ढल जाएगा। गज़ल 212........212.......212.........212 तन बदन रूप यौवन भी ढल जाएगा। एक दिन देखना सब बदल जाएगा। दिल है बच्चा समझता तुम्हें चाँद है, तुमको पाने को इक दिन मचल जाएगा। पास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 247 Share सत्य कुमार प्रेमी 11 Jan 2022 · 1 min read वो रोक सकें रस्ता, हिम्मत न अँधेरों में। गज़ल 221.......1222.......221.......1222 वो रोक सकें रस्ता, हिम्मत न अँधेरों में। तम चीर के रख देंगे, दम है जो उजालों में। मत वक्त करो जाया, गर वक्त पे करना कुछ, हल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 294 Share सत्य कुमार प्रेमी 11 Jan 2022 · 1 min read प्यार में वो दिलजले भी खूब थे। हज़ल- 2122........2122.......212 प्यार में वो दिलजले भी खूब थे। उम्र थी तब मनचले भी खूब थे। बोलने मिलने में घबराते थे पर, चुपके चुपके देखते ही खूब थे। मार खाकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 217 Share सत्य कुमार प्रेमी 11 Jan 2022 · 1 min read ज़ख़्म पत्थर दिलों से मिलते हैं। गज़ल 2122.......1212........22 ज़ख़्म पत्थर दिलों से मिलते हैं। मोम दिल हैं वहीं पिघलते हैं। प्यार में चोट से है क्या डरना, चोट खाकर न आह भरते हैं। इक खिलौना है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 373 Share सत्य कुमार प्रेमी 4 Jan 2022 · 1 min read तुम्हें हुस्न अपना दिखाया कहाँ है। गज़ल काफिया- आया रदीफ़- कहाँ है 122......122......122......122 तुम्हें हुस्न अपना दिखाया कहाँ है। गज़ल गीत नगमा सुनाया कहाँ है। जिसे देख लूं उसको अपना बना लूं, अभी तो वो जादू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 275 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Jan 2022 · 1 min read देती अगर है दर्द सियासत कभी कभी। गज़ल 221.......2121.......1221.......212 देती अगर है दर्द सियासत कभी कभी। डटकर करेंगे हम भी बगावत कभी कभी। मज़दूर औ किसान के खातिर कभी कभी। करनी पड़े करेंगे खिलाफत कभी कभी। थोड़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 258 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Jan 2022 · 1 min read जरा चाँद को तुम निकलने तो दो गज़ल 122......122......122.....12 जरा चाँद को तुम निकलने तो दो। मेरे चांद को भी सँवरने तो दो। जो देखेगा सोलह सिँगारों में वो, कलाओं में सोलह भटकने तो दो। वो सोने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 157 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Jan 2022 · 1 min read गमों का साल गुजरा है, खुशी का साल आया है। गज़ल 1222......1222......1222......1222 गमों का साल गुजरा है, खुशी का साल आया है। सभी को मुस्कुराने की, नई उम्मीद लाया है। कि बीते साल में हम सब, रहे हैं गम में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 178 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Jan 2022 · 1 min read मेरे प्रिय लौट आना नये साल में! गज़ल काफ़िया- आना रद़ीफ- नये साल में फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन 212........212.........212.......212 मेरे प्रिय लौट आना नये साल में! भूल कर फ़िर न जाना नये साल में! आपको मुझको पाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 308 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Jan 2022 · 1 min read आँख से ढलके न दुख में, है वो पानी किसलिए। गज़ल 2122....2122.....2122.....212 आँख से ढलके न दुख में, है वो पानी किसलिए। देश के खातिर नहीं तो, फिर जवानी किसलिए। खुद के खातिर जीना मरना, जिंदगी क्या जिंदगी, गैर के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 178 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Jan 2022 · 1 min read हस्ती है उसी दम से, उसकी ही मुहब्बत है। गज़ल 221......1222.......221......1222 हस्ती है उसी दम से, उसकी ही मुहब्बत है। जो भी है उसी रब की, हम सबपे इनायत है। ये राम, खुदा, जीस़स, भी बांट दिये किसने, टुकड़े... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 136 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Jan 2022 · 1 min read गगन के चांद तारों ने, मुझे रोशन किया इक दिन। गज़ल 1222......1222.....1222.....1222 गगन के चांद तारों ने, मुझे रोशन किया इक दिन। खुदाया मेरी किस्मत है, तुम्हें मैं पा सका इक दिन। खताएं मैंने कीं जीवन में, पर सबसे हंसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 301 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Jan 2022 · 1 min read कोई आप जैसा हमारा नहीं है। गज़ल 122......122......122.....122 कोई आप जैसा हमारा नहीं है। बिना आपके अब गुजारा नहीं है। बहू बन गई है जो बेटी हमारी, तो बेटा भी अब वो हमारा नहीं है। नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 192 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Jan 2022 · 1 min read नया साल इतनी खुशी ले के आए। गजल 122......122......122.....122 जमीं चाँद सूरज गगन जगमगाए। नया साल इतनी खुशी ले के आए। विविध खुशबुएं भी हों फैली फ़िजा मे, खिलें फूल- गुलशन भ्रमर गुनगुनाए। हँसी आम जनता की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 347 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Dec 2021 · 1 min read फूल में जो भी मुस्कुराता है। गज़ल 2122........1212.......22 फूल में जो भी मुस्कराता है। प्यार करना वहीं सिखाता है। तोड़ कर फूल फेंकने वाले, प्यार तुझको समझ न आता है। अक्स होता है उसमें रब का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 206 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Dec 2021 · 1 min read ये जल जमीं हवा गगन सँवारता वो कौन है। गजल 1212......1212......1212.....1212 ये जल जमीं हवा गगन सँवारता वो कौन है। विराजमान हर जगह न दीखता वो कौन है। तमाम योगी भोगी सब जुटे ये राज जानने, बता न पाये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 372 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Dec 2021 · 1 min read नहीं प्यार करना जमाना है मुश्किल। गज़ल 122......122.......122.....122 नहीं प्यार करना जमाना है मुश्किल। तुम्हारे लिए ये निभाना है मुश्किल। करो खर्च उतना ही जितनी कमाई, कि खर्चों से ज्यादा कमाना है मुश्किल। करो लक्ष्य संधान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 477 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Dec 2021 · 1 min read छोड़कर सब नेमतें जनता से मिलने आ गये। मुक्तक छोड़कर सब नेमतें जनता से मिलने आ गये। अब विकास और विरासत में हमें उलझा गये। नौकरी खेती किसानी बिजली पानी भूलकर, राम धुन ही गुनगुनाओ बस यही समझा... Hindi · मुक्तक 274 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Dec 2021 · 1 min read देश में फिर से चुनावी चोचले हैं छा गये। मुक्तक देश में फिर से चुनावी चोचले हैं छा गये। झूठे वादे भूलकर फिर से रिझाने आ गये। अब गरीबी भुखमरी बेरोजगारी छोड़कर, देश मे उन्नति बहुत है ये बताने... Hindi · मुक्तक 454 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Dec 2021 · 1 min read जब कभी आई खुशी गम भी रुलाने आ गये। गज़ल 2122......2122......2122......212 जब कभी आई खुशी गम भी रुलाने आ गये। चैन से बैठे नहीं फिर से सताने आ गये। जिंदगी में आप आयेंगे खुशी थे सोचकर, हो गए हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 175 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Dec 2021 · 1 min read दूर जितना भी मुझसे जायेंगे। गज़ल 2122.........1212.......22 दूर जितना भी मुझसे जायेंगे। आप नजदीक मुझको पायेंगे। दूर जाकर के देखेगें मुड़ के, दौड़ कर पास मेरे आयेंगे। जंग और दुश्मनी में माहिर जो, प्यार करना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 352 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Dec 2021 · 1 min read दूर से दिखता हमें फिर गम का साया है। सावधान ओमीक्रान गज़ल 2122......2122......2122......2 दूर से दिखता हमें फिर गम का साया है। मुश्किलें फिर से बढ़ाने वक्त आया है। हो न लापरवाह रहिए सावधानी से, वक्त ये सबके लिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 311 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Dec 2021 · 1 min read हर वो इंसान इंसान लगने लगे। गज़ल 212....212.....212....212 हर वो इंसान इंसान लगने लगे। दर्द गैरों का महसूस करने लगे। दर्द उनको हुआ आह निकली मुझे, पीर उनको थी हम भी तड़़पने लगे। है तुम्हारा हमारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 360 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Dec 2021 · 1 min read नहीं रहोगे दुखी गमों से। गज़ल 121 22 121 22 नहीं रहोगे दुखी गमों से। न फासला हो अगर दुखों से। दुखों को भी जान लोगे तुम भी, रखोगे नाता जो मुफलिसों से। तुम्हारे दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 153 Share सत्य कुमार प्रेमी 15 Dec 2021 · 1 min read मन अडिग पक्के इरादे हाथ में पतवार हो। मुक्तक मन अडिग पक्के इरादे हाथ में पतवार हो। फिर कोई तूफान आये हर समंदर पार हो। नाव किस्मत के सहारे छोड़ देते डर से जो, डूबना है तय भले... Hindi · मुक्तक 448 Share सत्य कुमार प्रेमी 15 Dec 2021 · 1 min read उसे जो चाहता मिलता नहीं है। गज़ल 1222.........1222........122 उसे जो चाहता मिलता नहीं है। जो इंसाँ वक्त सँग चलता नहीं है। वही रहता है दिल में दर्द बनकर, जो आँसू आँख से गिरता नहीं है। हुआ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 128 Share सत्य कुमार प्रेमी 15 Dec 2021 · 1 min read तुम्हारे घुँघटे का जादू तु्म्हारी आंखों का जादू। गज़ल तुम्हारे घुँघटे का जादू तु्म्हारी आंखों का जादू। हमें बेकल ये करता है तुम्हारी नज़रों का जादू। ये भीनी-भीनी सी खुशबू तुम्हारे तन से आती है, बहुत मदहोश करता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 496 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 Dec 2021 · 1 min read जो वीर देश पर मिटे हैं मौत तो हुई नहीं। गज़ल 1212.....1212......1212.....1212 जो वीर देश पर मिटे हैं मौत तो हुई नहीं। कि देह छोड़ कर गई है आत्मा गई नहीं। कि आत्मा अजर अमर है कौन मारता उसे, जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 148 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 Dec 2021 · 1 min read पहचान हुई मुश्किल। गज़ल काफ़िया- ई स्वर की बंदिश रदीफ़- मुश्किल 221......122.....2 पहचान हुई मुश्किल। आंखों की बढ़ी मुश्किल। जीवन में बढ़ी मुश्किल। पर काम नहीं मुश्किल। गर हार गया मन से, तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 302 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 Dec 2021 · 1 min read छोड़ी है देह, वतन की छोड़ी नहीं मिट्टी। मुक्तक छोड़ी है देह, वतन की छोड़ी नहीं मिट्टी। नापाक दुश्मनों से दी है, देश को मुक्ति। कैसा है मेरा देश, कोई दे खबर मुझे, आती नहीं जाती नहीं, कोई... Hindi · मुक्तक 229 Share Previous Page 12 Next