DR.MDHU TRIVEDI Language: Hindi 796 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 12 Next DR.MDHU TRIVEDI 3 Feb 2017 · 2 min read परिवार के बिखराव में क्या दोषी नहीं है नारी ? परिवार एक ऐसी संस्था है जो पुरूष और नारी दोनों के योग से बनती है जहाँ पुरूष परिवार को आकार प्रदान करता है वहीं नारी परिवार को संवारने , सजाने... Hindi · लेख 72 729 Share DR.MDHU TRIVEDI 18 Jan 2017 · 1 min read साम्यवाद दामन में मुँह छुपाये बैठे है अजब निराले कौतूक करके बैठे है पाक साफ बनते है सरेआम शोषण करते है जनता के बीच सिर उठा चलते है अपने को बड़ा... Hindi · कविता 73 767 Share DR.MDHU TRIVEDI 18 Jan 2017 · 1 min read दुनियाँ उजले लोगों की उजली दुनियाँ सपनों से सजती दुनियाँ अपने ही लोगों से बसी दुनियाँ गर खो जाए ये दुनियाँ ये दुनियाँ ये दुनियाँ कश्ती मुहब्बत की तैराती दुनियाँ जीना... Hindi · कविता 74 450 Share DR.MDHU TRIVEDI 17 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ जमा कर पैर रखना राह कंकडों से सभलना है अकेले जिन्दगी की इस डगर पर आज बढ़ना है बड़े ही लाड़ से जो बेटियाँ पलती पिता की जब सिखा देना... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 74 1k Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read चाह गजल ✍✍✍ चाह पाने की ख्याली जाएगी अब पली आशा निकाली जाएगी हो न पूरे स्वप्न सबके यहाँ बिन मनी सारी दिवाली जाएगी नोट अपने ही न मिलते बैंक से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 341 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read नर- नारी (आज और कल) नर और नारी (आज और कल) ✍✍✍✍✍ क्या वजूद है नर के बिन नारी का एक गाड़ी के दो पहिए जैसे गर नर नहीं होता तो न चलता संसार की... Hindi · कविता 75 2 973 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read चल रहा है 1222 1222 122 हसीनों का जमाना चल रहा है अभी उन पर मिटाना चल रहा है बड़ी सुंदर नई नादान बाला तभी उसको रिझाना चल रहा है मिला हूँ मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 508 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read बगावत है 212 1222 212 122 दूर दो दिलों का रहना ही तो बगावत है साथ - साथ चलते रहने में ही तो बरकत है साथ - साथ ही अब मिल कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 1 400 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read प्यार 2122 1212 22 प्यार के गीत गा रहा फिर से चाह की डोर में बँधा फिर से जाति के भेद को मिटाता मैं अब मुहब्बत रहा उगा फिर से जिन्दगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 1 334 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read मिली मिली जो तेरी जुल्फों की छाया मैं बहक गया उठाया जब घूँघट फैली जो माया मैं बहक गया करा प्रणय निवेदन उन्होंने हँस के जब हमसे पता नही कोन सा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 72 1 547 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read शेर ली साँस आज तक कितनी आँकते रहे हर शाम जिन्दगी तुझको जानते रहे अरमान का गला तुमने आज घोंट जब दिया हम तार टूटते दिल के जोड़ते रहे अब होठ... Hindi · शेर 73 1 440 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read नये साल में सब सभी को हंसाएँ नये साल में सब मुहब्बत लुटाएँ नये साल में सब भुलाकर गमों और रंज की सजाएँ गले से लगाएँ नये साल में सब सभी सीख लें बीत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 72 1 290 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 2 min read क्या पाया , क्या खोया ☀☀☀☀☀☀☀☀ क्या पाया , क्या खोया ☀☀☀☀☀☀☀☀ नयी साल आ गई , पुरानी बाय करने लगी सोचा जरा अतीत के झरोखों से झाँक आऊँ जब झाँका तो अतीत मेरा सामने खडा... Hindi · कविता 72 1 399 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read मौन मौन ✍✍ पाषाण सी यह देह तुम्हारी खण्डों में बँटी लगती है हालंकि तुम कुछ न कहती पर देह भाषा बोलती है बिछा हुआ जो मौन गहनतम सुदूर सागर की... Hindi · कविता 74 357 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read थम जाता थम जाता ✍✍✍✍✍ पल वो एक थम जाता तो हिसाब तेरे चूकता मैं सब कर देती पल एक वो थम जाता तो वर्ष नए को तब मैं सुधार लेती पल... Hindi · कविता 73 811 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read कमी न लेती है पास मेरे जो न होती तो कमी लगती है चाह की राह हमें अब न सजी लगती है हाल मेरे दिल का देख जरा तू आकर याद आये तब आँसू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 324 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read नव साल में नव साल में ✍✍✍✍ एक पल को थम जाते , पल वो अमर हो जाता याद रखती उस पल को सदा - सदा के लिए तब साल के सब दिनों... Hindi · कविता 74 327 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 5 min read अछूत अछूत ---------------- जिस समाज में वो जन्मी थी , वो बहुत समय से मनुष्य की विष्टा उठाने का काम करता रहा था पर जैसा उसके घर के बुजुर्ग बताते थे... Hindi · लघु कथा 75 1 662 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 2 min read भारतमाता भारतमाता ✍✍✍✍✍ "चन्दन है इस देश की माटी, तपोभूमि हर ग्राम है। हर बाला देवी की प्रतिमा, बच्चा-बच्चा राम है ॥" चन्द्रकान्त धुव्र की उक्त पंक्तियों से भारत देश और... Hindi · लेख 73 429 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read नर- नारी नर -नारी ✍✍✍ सतत निर्झरिणी सी बहती हूँ सबके ही दिल में रहती हूँ नर की मर्यादा बन सजती हूँ मैं नारी हूँ पिता के आँगन की शोभा भी मैं... Hindi · कविता 74 858 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read मन मेरा रो उठा मन मेरा रो उठा ✍✍✍✍✍✍ कोन आया मनमंदिर में जबरन दिल का आयना तोड़ चला गया पीर उठी है कसक -कसक कर दिल मेरा रो उठा बहुत समझाया मन को... Hindi · कविता 73 355 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 1 min read इंसान इंसान ✍✍✍ तैर - तैर बुलबुलों सा उठता हर बार ही वजूद खो देता आशा तृष्णा के मेघों सा उठता जमीं पर बादल बन बरसता स्फुरित स्फुटंन भावों का वेगों... Hindi · कविता 74 291 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Dec 2016 · 1 min read तू हवा है तेरी मैं हिफाजत नहीं कर पाऊँगा तू हवा है तेरी मैं हिफाजत नहीं कर पाऊँगा तू चली छोड़ मैं रूखसत नही कर पाऊँगा जिन्दगी में है ओर भी चाह रखने वाले मुझसे आपसे मुहब्बत की हिमाकत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 483 Share DR.MDHU TRIVEDI 7 Dec 2016 · 1 min read चाहत के मकान में तुम रहती हो चाहत के मकान में तुम रहती हो दिल के दरपन में तुम फबती हो जब पहने हीरे का हार गले में अप्सरा हसीँ सी मुझको लगती हो नजरें झुकी झुकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 292 Share DR.MDHU TRIVEDI 3 Dec 2016 · 1 min read आ गये पास मेरे आ गये जब पास मेरे वो हिचकिचाये भी नहीं दर्द दास्तां को सुना तब वो लजाए भी नहीं प्यार में पागल हुए है हम न शरमाए कभी भूल फिर हमसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 75 2 405 Share DR.MDHU TRIVEDI 3 Dec 2016 · 1 min read जुवाँ पर बात दिल की न आने देता जुवाँ पर बात दिल की मैं , कभी आने नहीं देता किसी भी बेवफा पर दिल , कभी जाने नहीं देता किया बर्बाद अपने को , मुहब्बत में सदा उसने... Hindi · कविता 74 684 Share DR.MDHU TRIVEDI 3 Dec 2016 · 1 min read क्यों इश्क करना महंगा पड़ा क्यों इश्क करना उसे महंगा पड़ा फिर निगाहों का कड़ा पहरा पड़ा यार मेरा हो गया जो बाबला जब शरारत की तभी डण्डा पड़ा वो समझता क्यों नहीं समझाने से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 72 453 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Dec 2016 · 1 min read शाम हर गुजर जाती है शाम हर गुजर जाती है तुझे सुलाने में रोज देर हो जाती है तुझे उठाने में प्यार अब तलक कितना आपने किया मुझको पर बहुत समय बीता आपको जताने में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 578 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Dec 2016 · 1 min read मुहब्बत मुहब्बत मुहब्बत ही जीत में जंग है मुहब्बत ही सबके संग है मुहब्बत से हो न सकूँ फना मुहब्बत बसी हर अंग है मुहब्बत में बेहाल हो गया मुहब्बत में... Hindi · कविता 73 427 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Dec 2016 · 1 min read लीक से हटकर लीक से हट कर @@@@@@ कुछ अलग लिखा जाये लीक से हट कुछ किया जाये विषमता में समानता लाकर हर व्यक्ति को खुशहाल किया जाये कर रहे है जो देश... Hindi · कविता 73 497 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Dec 2016 · 1 min read नोट की मार से जन सिसकता हुआ 212 *4 नोट की मार से जन सिसकता हुआ जब न रोटी मिले तो बिलखता हुआ भीड़ में वो सुबह से खड़ा शाम तक पर न पैसे मिले तो उखड़ता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 271 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Dec 2016 · 1 min read आवारा आवारा @@@@ मैं बन जाऊँ पंछी आवारा आवारा ही रहना चाहूँ मद मस्त चाह है मेरी नील गगन में ही रहना चाहूँ जब याद आये धरती इस पर रहने वालों... Hindi · कविता 74 328 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Dec 2016 · 1 min read आपको देखा फसाना हो गया 2122 2122 212 आपको देखा फसाना हो गया आज दिल मेरा सताना हो गया जब मिला तुमसे जता पाया न मैं आग दिल की यह बताना हो गया चाँद सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 323 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Dec 2016 · 1 min read प्रणय का प्रथम प्रयास प्रणय का प्रथम प्रयास @@@@@@@@ प्रणय का प्रथम प्रयास अजब बेबकूफी का होता है लेकिन खूबसूरत और हलचल मचाने वाला होता है कुछ मीठी खट्टी अनुभूतियाँ बुलबुलों सी उठती है... Hindi · कविता 75 682 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Dec 2016 · 1 min read आँख के रास्ते बनाना रह गया 2122 2122 212 आँख के रास्ते बनाना रह गया रूठता है तो मनाना रह गया शाम ढलने जो लगी है पास आ बस गले तुझको लगाना रह गया मान भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 72 335 Share DR.MDHU TRIVEDI 24 Nov 2016 · 1 min read अंगराईयाँ आतुर है आतुर है ✍✍✍✍✍ अंगराईयाँ चितवन में नाचने लगी यों केश घटायें मेघ बीच घिरने लगी ज्यों देख ललाट की छवि छजने लगी यों ऊषा भरने सूर्य रश्मि उतर आई ज्यों... Hindi · कविता 74 339 Share DR.MDHU TRIVEDI 24 Nov 2016 · 1 min read नहीं चाहिए नहीं चाहिए स्कूटर बाइक नही चाहिए घोड़ा -गाड़ी नहीं मोटर साइकिल बस दे दो ऊँट ये राजस्थान है रेगिस्तान का जहाज है मीलों दूर ले जाता है ले चलो बस... Hindi · कविता 74 753 Share DR.MDHU TRIVEDI 24 Nov 2016 · 1 min read बहुत बेकद्र होती है बुरे व्यवहार से जिन्दगी यहाँ जहाँ… बहुत बेकद्र होती है बुरे व्यवहार से जिन्दगी यहाँ जहाँ उम्र अपनी पाठशाला की जमी छोड़ देती है बचपन की शरारतें चंचल नादान सुकुमार होती है खिलते चेहरों पर मधुर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 72 1 431 Share DR.MDHU TRIVEDI 24 Nov 2016 · 1 min read मन से मन का मेल , क्या यहीं प्रीति है मन से मन का मेल ,क्या यहीं प्रीती है। दिल से दिल का मेल ,क्या यही रीति है॥ राधा ने देखा ज्यों ही,मन के दीप जल उठे। लबों से भाव... Hindi · कविता 74 401 Share DR.MDHU TRIVEDI 24 Nov 2016 · 1 min read बंधन बँधन भँवरा देख मुसकराने लगा कलियन से बतराने लगा मृदु मुस्कान बिखेर कुछ कुछ सकुचाने लगा आ जाओ प्रिये दिवस का अवसान हो चला रात आँचल बिखेरती आओ सिमट कुछ... Hindi · कविता 74 360 Share DR.MDHU TRIVEDI 24 Nov 2016 · 1 min read कानपुर के पास ट्रेन दुर्घटना पर शेर देखा चिल्लाते लोगों को आँखे मेरी भर आई कोई जाने बुरी घड़ी कैसे किसकी चल कर आई घर से निकला सोच कि पहुँच जाऊँ सही ठिकाने पर पर ऊपर वाला... Hindi · शेर 74 375 Share DR.MDHU TRIVEDI 20 Nov 2016 · 1 min read कितनी आसान कितनी आसान कितनी आसान थी जिन्दगी की राहे. मुश्किले तो खुद ही खरीद लेते है. बहुत कुछ पा लेने पर भी हम. बहुत पा लेने की चाह रखते है. Hindi · कविता 73 616 Share DR.MDHU TRIVEDI 20 Nov 2016 · 1 min read जरूरी है चाहों के वृक्ष लगाना जैसे जरूरी है कचरे की साफ -सफाई वैसे जरूरी है सच्चाई गर काम न आ पाये वक्त पर जब लाठी से भी मार लगाना वैसे जरूरी... Hindi · कविता 73 314 Share DR.MDHU TRIVEDI 20 Nov 2016 · 1 min read सुबहो शाम फकीरों से घूमते है सुबहो शाम फकीरों से घूमते है बाजार में मिलेगे तो कितने में इमान है बिका पूछेगे दिल की गली जाती कहाँ से किस ओर है मिलेंगें कल जब हमसे उनसे... Hindi · शेर 73 348 Share DR.MDHU TRIVEDI 20 Nov 2016 · 1 min read उस रात उस रात तुमने लिखा था उस रात खींचकर मेरा हाथ बना उंगली कलम से प्यार नाम तुमने फ़ासला था हममें उस रात चारों ओर नीरवता बेसुधर सो रही थी। तारिकाऐं... Hindi · कविता 70 454 Share DR.MDHU TRIVEDI 20 Nov 2016 · 3 min read जज्बात जज्बात (लघुकथा) ✍✍✍✍✍✍✍✍ कपिल की माँ को वह दिन याद आ गया जब माँ ने बहू अंजनि को घर आने पर यह कहते हुए " कि यह घर तुम्हारा है... Hindi · लघु कथा 71 2 759 Share DR.MDHU TRIVEDI 20 Nov 2016 · 1 min read उदासीनता उदासीनता ✎✎✎✎✎ देह पटल पर मेरे कुछ चिंता की लकीरें आती है उभर शायद वही निमंत्रण देती है मेरी उदासीनता को शाम को तुम्हारा आना आते ही मुझ पे झल्लाना... Hindi · कविता 73 374 Share DR.MDHU TRIVEDI 13 Nov 2016 · 1 min read यमुना के तीर यमुना के तीरे @@@@@ यमुना के तीरे रास रचाबत कन्हैया छेड़त गोपियन करत अठखेलियाँ मुरली बजाबत गैयन बुलाबत मुरली की तान पर मैं बलिहारी जाऊँ उधौ को सुन संदेशो दोडी... Hindi · कविता 73 1 539 Share DR.MDHU TRIVEDI 13 Nov 2016 · 1 min read भाई - बहिन भाई-बहिन ********* बहना याद आती हो तुम जब आज नहीं पास मेरे जीजू के घर की शोभा तुम दौज पर तू आती याद याद आती है तेरी स्मृतियाँ मेरा रूठ... Hindi · कविता 71 340 Share DR.MDHU TRIVEDI 13 Nov 2016 · 1 min read कुछ हमसे कुछ हमसे कुछ बातें हमसे सुना करो, कुछ बातें हमसे किया करो, मुझे दिल की बात बता डालो, तुम होंठ ना अपने सिया करो, जो बात लबों तक ना आऐ,... Hindi · कविता 72 1 613 Share Previous Page 12 Next