Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jan 2017 · 1 min read

बेटियाँ

जमा कर पैर रखना राह कंकडों से सभलना है
अकेले जिन्दगी की इस डगर पर आज बढ़ना है

बड़े ही लाड़ से जो बेटियाँ पलती पिता की जब
सिखा देना जमाने से लड़ाई आज लड़ना है

मिले तालीम उनको हर विधा की रोज अपनों से
किसी भी बात महिलाओं न अब तुमको झिझकना है

सदा इतिहास यह उनको बताता ही रहा अब तक
कि मर्यादा कभी भंग हो तभी दुश्मन कुचलना है

हदें जब पार कर जाए कमीने साथ उनके तब
उठा कर हाथ में शमशीर तब उनको खड़कना है

सुकोमल और नाजुक सी दिखाई वो हमें देती
तभी उनको समझ से काम लेकर ही निवटना है

परेशां वो न होगी अब दरिन्दों से कभी भी वो
उसे तैयार रहने के लिए नव सोच रखना है

74 Likes · 1482 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
दोहा-विद्यालय
दोहा-विद्यालय
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गीतिका-
गीतिका-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कब टूटा है
कब टूटा है
sushil sarna
पक्की छत
पक्की छत
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
प्रीति
प्रीति
Mahesh Tiwari 'Ayan'
2327.पूर्णिका
2327.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
National Energy Conservation Day
National Energy Conservation Day
Tushar Jagawat
मित्र कौन है??
मित्र कौन है??
Ankita Patel
पुकार
पुकार
Dr.Pratibha Prakash
हमें दुख देकर खुश हुए थे आप
हमें दुख देकर खुश हुए थे आप
ruby kumari
यूं ही नहीं कहलाते, चिकित्सक/भगवान!
यूं ही नहीं कहलाते, चिकित्सक/भगवान!
Manu Vashistha
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जल उठी है फिर से आग नफ़रतों की ....
जल उठी है फिर से आग नफ़रतों की ....
shabina. Naaz
कवि को क्या लेना देना है !
कवि को क्या लेना देना है !
Ramswaroop Dinkar
नज़र चुरा कर
नज़र चुरा कर
Surinder blackpen
#मुक्तक
#मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
विनती
विनती
Kanchan Khanna
जिसकी तस्दीक चाँद करता है
जिसकी तस्दीक चाँद करता है
Shweta Soni
चला गया
चला गया
Mahendra Narayan
जीत जुनून से तय होती है।
जीत जुनून से तय होती है।
Rj Anand Prajapati
अखंड साँसें प्रतीक हैं, उद्देश्य अभी शेष है।
अखंड साँसें प्रतीक हैं, उद्देश्य अभी शेष है।
Manisha Manjari
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
Kshma Urmila
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet kumar Shukla
कभी हैं भगवा कभी तिरंगा देश का मान बढाया हैं
कभी हैं भगवा कभी तिरंगा देश का मान बढाया हैं
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
The Moon!
The Moon!
Buddha Prakash
आज बगिया में था सम्मेलन
आज बगिया में था सम्मेलन
VINOD CHAUHAN
या तो लाल होगा या उजले में लपेटे जाओगे
या तो लाल होगा या उजले में लपेटे जाओगे
Keshav kishor Kumar
"अविस्मरणीय"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रकृति का प्रकोप
प्रकृति का प्रकोप
Kanchan verma
न कहर ना जहर ना शहर ना ठहर
न कहर ना जहर ना शहर ना ठहर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
Loading...