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24 Nov 2016 · 1 min read

कानपुर के पास ट्रेन दुर्घटना पर शेर

देखा चिल्लाते लोगों को आँखे मेरी भर आई
कोई जाने बुरी घड़ी कैसे किसकी चल कर आई

घर से निकला सोच कि पहुँच जाऊँ सही ठिकाने पर
पर ऊपर वाला जाने मौत प्राण कब ले हर आई

दृश्य भयानक ऐसा देख पसीना छूट गया सबका
मंजूर यही विधाता को फिर आगे किसकी चल आई

घर में बैठे सोचा करते अपने वापस आयेंगे
टेढ़ी नजरें असमय ही क्यों लोगों को अब छल आई

Language: Hindi
Tag: शेर
74 Likes · 333 Views
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