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डमरू घनाक्षरी
डमरू घनाक्षरी
Rambali Mishra
न रंग  था न  रूप  था  खरीददार  थे मिले।
न रंग था न रूप था खरीददार थे मिले।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
हो कहीं न कहीं ग़लत रहा है,
हो कहीं न कहीं ग़लत रहा है,
Ajit Kumar "Karn"
दण्डक
दण्डक
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
डमरू वर्ण पिरामिड
डमरू वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
चलने का नाम ज़िंदगी है
चलने का नाम ज़िंदगी है
Sonam Puneet Dubey
ये ईश्वर की दया-दृष्टि ही तो है
ये ईश्वर की दया-दृष्टि ही तो है
Ajit Kumar "Karn"
समय जो चाहेगा वही होकर रहेगा...
समय जो चाहेगा वही होकर रहेगा...
Ajit Kumar "Karn"
एक लम्बा वक्त गुजर गया जाने-अनजाने में,
एक लम्बा वक्त गुजर गया जाने-अनजाने में,
manjula chauhan
जब विस्मृति छा जाती है, शाश्वतता नजर कहाँ आती है।
जब विस्मृति छा जाती है, शाश्वतता नजर कहाँ आती है।
Manisha Manjari
मैं मजहबी नहीं
मैं मजहबी नहीं
VINOD CHAUHAN
4040.💐 *पूर्णिका* 💐
4040.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
4039.💐 *पूर्णिका* 💐
4039.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हमें मजबूर किया गया 'अहद-ए-वफ़ा निभाने के लिए,
हमें मजबूर किया गया 'अहद-ए-वफ़ा निभाने के लिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जटिलताओं के आगे झुकना
जटिलताओं के आगे झुकना
VINOD CHAUHAN
4038.💐 *पूर्णिका* 💐
4038.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
*प्रणय प्रभात*
मुहब्बत का इज़हार मांगती ज़िंदगी,
मुहब्बत का इज़हार मांगती ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4034.💐 *पूर्णिका* 💐
4034.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कोई तो है जो मुझे झरोखे से झांकता है,
कोई तो है जो मुझे झरोखे से झांकता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
किसी ने प्रेरित किया है मुझे
किसी ने प्रेरित किया है मुझे
Ajit Kumar "Karn"
कैद है तिरी सूरत आँखों की सियाह-पुतली में,
कैद है तिरी सूरत आँखों की सियाह-पुतली में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
!!!! सब तरफ हरियाली!!!
!!!! सब तरफ हरियाली!!!
जगदीश लववंशी
कोरोना कविता
कोरोना कविता
Mangu singh
जुगनूओं से कह दो, रात बड़ी बामशक्कत गुजरेगी,
जुगनूओं से कह दो, रात बड़ी बामशक्कत गुजरेगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आज  का  ज़माना  ही  ऐसा  है,
आज का ज़माना ही ऐसा है,
Ajit Kumar "Karn"
श्री कृष्ण
श्री कृष्ण
Vandana Namdev
उसके पास से उठकर किसी कोने में जा बैठा,
उसके पास से उठकर किसी कोने में जा बैठा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज़िम्मेदार ठहराया गया है मुझको,
ज़िम्मेदार ठहराया गया है मुझको,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वक्त बुरा तो छोड़ती,
वक्त बुरा तो छोड़ती,
sushil sarna
रहगुज़र में चल दिखाता आइनें
रहगुज़र में चल दिखाता आइनें
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
...
...
*प्रणय प्रभात*
4037.💐 *पूर्णिका* 💐
4037.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
रहता  है  जिसका  जैसा  व्यवहार,
रहता है जिसका जैसा व्यवहार,
Ajit Kumar "Karn"
बारिश की बूँदें
बारिश की बूँदें
Smita Kumari
नफ़रत
नफ़रत
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
4036.💐 *पूर्णिका* 💐
4036.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जीवन में जागरूकता कैसे लाएँ। - रविकेश झा
जीवन में जागरूकता कैसे लाएँ। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
डायरी में शायरी...1
डायरी में शायरी...1
आर.एस. 'प्रीतम'
जबकि हकीकत कुछ और है
जबकि हकीकत कुछ और है
gurudeenverma198
उसने कहा,
उसने कहा, "क्या हुआ हम दूर हैं तो,?
Kanchan Alok Malu
कलाकार
कलाकार
Shashi Mahajan
कभी किसी की सादगी का
कभी किसी की सादगी का
Ranjeet kumar patre
अच्छे मित्र,अच्छे रिश्तेदार और
अच्छे मित्र,अच्छे रिश्तेदार और
Ranjeet kumar patre
पवित्र भाव
पवित्र भाव
Rambali Mishra
रिसर्च
रिसर्च
Rambali Mishra
#एक_मुक्तक- *(अहसास के हवाले से)*
#एक_मुक्तक- *(अहसास के हवाले से)*
*प्रणय प्रभात*
चांद को छुते हुए जीवन को छुएंगे।
चांद को छुते हुए जीवन को छुएंगे।
जय लगन कुमार हैप्पी
इंसान को पहले इंसान बनाएं
इंसान को पहले इंसान बनाएं
Jyoti Roshni
..
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*प्रणय प्रभात*
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