Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1288 posts
Page 10
मेरे पिता
मेरे पिता
Ram Krishan Rastogi
शादीशुदा कुंवारा (हास्य व्यंग)
शादीशुदा कुंवारा (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
किसके लिए संवर रही हो तुम
किसके लिए संवर रही हो तुम
Ram Krishan Rastogi
कविता पर दोहे
कविता पर दोहे
Ram Krishan Rastogi
चंदा मामा बाल कविता
चंदा मामा बाल कविता
Ram Krishan Rastogi
एक हास्य व्यंग रचना
एक हास्य व्यंग रचना
Ram Krishan Rastogi
हम इतने भी बुरे नही,जितना लोगो ने बताया है
हम इतने भी बुरे नही,जितना लोगो ने बताया है
Ram Krishan Rastogi
पिता
पिता
Ram Krishan Rastogi
हनुमान जयंती पर कुछ मुक्तक
हनुमान जयंती पर कुछ मुक्तक
Ram Krishan Rastogi
नींबू के मन की वेदना
नींबू के मन की वेदना
Ram Krishan Rastogi
नींबू की चाह
नींबू की चाह
Ram Krishan Rastogi
मै हूं एक मिट्टी का घड़ा
मै हूं एक मिट्टी का घड़ा
Ram Krishan Rastogi
कौन किसके बिन अधूरा है
कौन किसके बिन अधूरा है
Ram Krishan Rastogi
झरने और कवि का वार्तालाप
झरने और कवि का वार्तालाप
Ram Krishan Rastogi
गरीब के हालात
गरीब के हालात
Ram Krishan Rastogi
चलो गांवो की ओर
चलो गांवो की ओर
Ram Krishan Rastogi
मै जलियांवाला बाग बोल रहा हूं
मै जलियांवाला बाग बोल रहा हूं
Ram Krishan Rastogi
मिला है जब से साथ तुम्हारा
मिला है जब से साथ तुम्हारा
Ram Krishan Rastogi
आ लौट के आजा घनश्याम
आ लौट के आजा घनश्याम
Ram Krishan Rastogi
कलयुग की पहचान
कलयुग की पहचान
Ram Krishan Rastogi
कविता क्या है ?
कविता क्या है ?
Ram Krishan Rastogi
दिल से निकले हुए कुछ मुक्तक
दिल से निकले हुए कुछ मुक्तक
Ram Krishan Rastogi
कह न पाई,सारी रात सोचती रही
कह न पाई,सारी रात सोचती रही
Ram Krishan Rastogi
जिंदगी क्या है?
जिंदगी क्या है?
Ram Krishan Rastogi
मेरे दिल के करीब,आओगे कब तुम ?
मेरे दिल के करीब,आओगे कब तुम ?
Ram Krishan Rastogi
राम नवमी
राम नवमी
Ram Krishan Rastogi
प्रेम की पींग बढ़ाओ जरा धीरे धीरे
प्रेम की पींग बढ़ाओ जरा धीरे धीरे
Ram Krishan Rastogi
चाय पीने पिलाने वालो पर कुछ हास्य व्यंग
चाय पीने पिलाने वालो पर कुछ हास्य व्यंग
Ram Krishan Rastogi
तेरे दिल में कोई और है
तेरे दिल में कोई और है
Ram Krishan Rastogi
तुम और मैं
तुम और मैं
Ram Krishan Rastogi
विरह वेदना जब लगी मुझे सताने
विरह वेदना जब लगी मुझे सताने
Ram Krishan Rastogi
तन्हा हूं, मुझे तन्हा रहने दो
तन्हा हूं, मुझे तन्हा रहने दो
Ram Krishan Rastogi
तीन शिक्षाप्रद मुक्तक
तीन शिक्षाप्रद मुक्तक
Ram Krishan Rastogi
मै भी हूं तन्हा,तुम भी हो तन्हा
मै भी हूं तन्हा,तुम भी हो तन्हा
Ram Krishan Rastogi
मत याद दिलाओ अतीत की यादें
मत याद दिलाओ अतीत की यादें
Ram Krishan Rastogi
किस्मत और जिंदगी पर मुक्तक
किस्मत और जिंदगी पर मुक्तक
Ram Krishan Rastogi
मै पैसा हूं दोस्तो मेरे रूप बने है अनेक
मै पैसा हूं दोस्तो मेरे रूप बने है अनेक
Ram Krishan Rastogi
सब कुछ दिखावटी हो रहा
सब कुछ दिखावटी हो रहा
Ram Krishan Rastogi
मकान का महूर्त
मकान का महूर्त
Ram Krishan Rastogi
ए टू जेड हमारी माताओं के नाम
ए टू जेड हमारी माताओं के नाम
Ram Krishan Rastogi
आज क्या क्या बदल चुका है
आज क्या क्या बदल चुका है
Ram Krishan Rastogi
हिंदी के बारह महीने
हिंदी के बारह महीने
Ram Krishan Rastogi
नववर्ष पर प्रभु से प्रार्थना
नववर्ष पर प्रभु से प्रार्थना
Ram Krishan Rastogi
अप्रैल फूल को बनाए कूल
अप्रैल फूल को बनाए कूल
Ram Krishan Rastogi
ध्यान धर खुद को तू टटोल
ध्यान धर खुद को तू टटोल
Ram Krishan Rastogi
तेरी यादों की खुशबू
तेरी यादों की खुशबू
Ram Krishan Rastogi
प्यार भरा मुक्तक
प्यार भरा मुक्तक
Ram Krishan Rastogi
उम्र के हर पड़ाव पर
उम्र के हर पड़ाव पर
Ram Krishan Rastogi
पता नही मानव किस दिशा में अब जा रहा
पता नही मानव किस दिशा में अब जा रहा
Ram Krishan Rastogi
गरीब के हालात
गरीब के हालात
Ram Krishan Rastogi
Page 10
Loading...