भूरचन्द जयपाल Language: Hindi 591 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 11 Next भूरचन्द जयपाल 29 Jan 2017 · 1 min read *** बावळी **** आ बावळी लुगाई इण ने कुण समझावे मिनख ने समझण सूं रहेगी आपने समझावण सूं आ लुगाई बावळी इण ने समझावण वाळो हारे मिनख समझा समझा हारयो पण आ कद... Hindi · कविता 533 Share भूरचन्द जयपाल 29 Jan 2017 · 1 min read * ग़ज़ल :- *** फ़जल **** फ़जल उनकी क्या असर कर गयी मेरी ग़ज़ल जो ग़ज़ल बन गयी सफ़ीना प्यार का उतारा किनारे फिर मांझी न जाने कहां खो गयी चाहा था बहुत चाहने वालों ने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 384 Share भूरचन्द जयपाल 29 Jan 2017 · 1 min read ,** कब कहा मैंने तुम्हें ** कब कहा मैंने तुम्हें जिंदगी रास्ता दे कब कहा मैंने तुम्हें अपना वास्ता दे रास्ते कुछ कहे अनकहे जाने अनजाने कब कहा मैंने आकर मिल अपना वास्ता दे ।। ?मधुप... Hindi · मुक्तक 1 300 Share भूरचन्द जयपाल 29 Jan 2017 · 1 min read ** कमबख्त जिंदगी ** कमबख्त जिंदगी कब तलक और तड़पायेगी मुझे ठहर ज़रा इक मोड़ पर तो सुस्ताने दे मुझे जहां पड़ा है लालचों का जीने के वास्ते अज़ल इंतजार कर रही अब तो... Hindi · मुक्तक 258 Share भूरचन्द जयपाल 29 Jan 2017 · 1 min read * रूह कब कहती है तूं किसी से बैर कर * रूह कब कहती है तूं किसी से बैर कर रूह कब कहती है तूं किसी से प्यार कर रूह रूखी जान न दिल का अरमान है रूह की रख ज़रा... Hindi · मुक्तक 221 Share भूरचन्द जयपाल 29 Jan 2017 · 2 min read ** मीठा लाडूडा ** अरे मीठा-मीठा लाडूडा रे,मीठा-मीठा लाडूडा तने भावे मीठा लाडूडा रे मीठा-मीठा लाडूडा मन रा खावे लाडूडा तू . तने हिवड़े हार बणावै कुण अरे मीठा-मीठा लाडूडा रे मीठा-मीठा लाडूडा ।।... Hindi · गीत 730 Share भूरचन्द जयपाल 29 Jan 2017 · 1 min read *** हम प्यार महज उन्ही से करते हैं *** हम तो इजहार-ए-मुहब्बत करते हैं हम वक्त का इंतजार नहीं करते हैं जो जमाने के खौफ़ से नहीं डरते हैं । हम प्यार महज उन्हीं से करते हैं । ?मधुप... Hindi · मुक्तक 403 Share भूरचन्द जयपाल 28 Jan 2017 · 1 min read ** दर्दे निहा ** दर्दे निहा उठता है दिल से परवाजे म्यूर तू उनको बता वजहे इताब बतादो शफ़ीक पैगामें -बका देने वाले ।। तरब-फ़जा शजर बादेनसीम... खिजां. का क्यों खटका है खदीन .... Hindi · कविता 345 Share भूरचन्द जयपाल 28 Jan 2017 · 1 min read ** दो जमात पढ़े नहीं ** जूनूं इश्क का इस क़दर सर चढ़ बोल रहा हवा में फिर ठहर - ठहर दिल डोल रहा ना जाने यह फितूर इश्क का उतरेगा कब दो जमात पढ़े नहीं... Hindi · मुक्तक 202 Share भूरचन्द जयपाल 28 Jan 2017 · 1 min read ** दिया जले ** रात के मद्धिम अंधेरे दूर करने को जले दिया जले होले - होले दिया जले लहलहाती हवा के संग दीपक जले दिवा जले होले - होले दिया जले जग अंधेरी... Hindi · गीत 551 Share भूरचन्द जयपाल 27 Jan 2017 · 1 min read * ऐसा क्यूं होता है ? जाने ऐसा क्यूं होता है ? जब मैं अपने से जुदा होता हूं तन्हा-तन्हा मैं क्यूं होता हूं ? जाने ऐसा क्यूं होता है ? जब मैं अपनों से जुदा... Hindi · गीत 233 Share भूरचन्द जयपाल 26 Jan 2017 · 1 min read ** ओ कंजकली ** ओकंजकली मिश्री की डली, ढूँढू मै तुझको गली-गली । लहराती अलकें भौंरों सी तेरी,जैसे काली घटा सावन की झड़ी।। ओ कंजकली ओ कंजकली ये आँखें तेरी खंजन जैसी, शर्माए बिन... Hindi · गीत 1 1 697 Share भूरचन्द जयपाल 25 Jan 2017 · 1 min read ** तीर चल गया ** सन्नन सा आँखों से तीर चल गया ना जाने किसका सितारा ढल गया सौख नजरों से बच के निकल जाना अब ना जाने दिन किसका ढल गया ।। ?मधुप बैरागी Hindi · मुक्तक 254 Share भूरचन्द जयपाल 25 Jan 2017 · 1 min read ** अजब मुस्कुराहट ** इस अजब मुस्कुराहट पे तो ये दिल वारा है कौन जाने अब फिर भी ये दिल कुं -वारा है नाज़ - नख़रे भी तुम्हारे कितने अजब हैं शायद ये दिल... Hindi · मुक्तक 244 Share भूरचन्द जयपाल 25 Jan 2017 · 1 min read **** शेर ****** 23.1.17 रात्रि 10.5 बागे बुलबुल को अब मुस्कुराना ही होगा तुमसे मिलना अब रोज़ाना ही होगा।। अब बरखा हो कैसे बिन बादल आँखों से आंसुओ को बहाना ही होगा जोर... Hindi · शेर 369 Share भूरचन्द जयपाल 23 Jan 2017 · 1 min read ** मेरे महबूब की आँखों में ** ****???*** मेरी महोब्बत को ना परखो ऐ नाजनीनो-2 लग ना जाए इसको अब तुम्हारी ये नज़र ।। ***???******* मेरे महबूब की आँखों में उतर आया है प्यार मेरा अब ललचाई... Hindi · गीत 321 Share भूरचन्द जयपाल 23 Jan 2017 · 1 min read *** काश ये बात होती **** कल उनसे हमारी मुलाकात होती मन से मन की कोई बात होती काशआज की ये रात कल की सुहानी शुरुआत होती काश उनसे यूँ ही मुलाकात होती प्यार में प्यार... Hindi · कविता 394 Share भूरचन्द जयपाल 22 Jan 2017 · 1 min read **** सावण आयो झूम के**** सावण आयो झूम कै अंखियां बरषण लागी म्हारी नैणा सूं बरषण लाग्यो ज्यों दरया रो पाणी । प्रितमड़ा तूं दूर जाके भूल गयो क्यों प्रेम री वाणी ।। सावण आयो... Hindi · गीत 493 Share भूरचन्द जयपाल 22 Jan 2017 · 1 min read ** तुम्हारी आँखों में ** बहुत है तपिस सीने में बारिश है तुम्हारी आंखो में रंजोगम है हमारे सीने में प्यार है तुम्हारी आंखो में जलता है मेरा ये जिगर ठण्डक है तुम्हारी आंखो में... Hindi · गीत 292 Share भूरचन्द जयपाल 22 Jan 2017 · 1 min read *** कवि तेरी क्या कामना *** कवि तेरी क्या कामना,हुआ जो आमना-सामना । देखा उसने हमें इस तरहा,जैसे हो सामने बालमा। कवि .. ..सामना। पहले-पहल नजरें मिलाई,फिर उसने पलकें गिराई। धीरे-धीरे यूँ मुस्काई,जैसे कोई नव कली... Hindi · कविता 253 Share भूरचन्द जयपाल 19 Jan 2017 · 1 min read **** ओ मेरे यार **** तूं सुन पुकार ओ मेरे यार ये छोटी सी जिंदगी है बस कर ले तूं इससे से प्यार ओ मेरे यार ओ मेरे यार सुन पुकार मरना नहीं है तुझको... Hindi · गीत 286 Share भूरचन्द जयपाल 19 Jan 2017 · 1 min read **** तेरे इश्क को फिर नया नाम दूं **** 19.1.17 सन्ध्या 7.00 तेरे नाम को यदि दूसरा नाम दूं तेरे अंजाम को यदि अंजाम दू मोहलत दे गर् मुहब्बत करने की तेरे इश्क को फिर नया नाम दूं ।।... Hindi · मुक्तक 1 293 Share भूरचन्द जयपाल 18 Jan 2017 · 1 min read ***** कव्वाली ****** ? जीना हुआ दुस्वार यारां मौत भी ना आयी । जीना बडा है मुश्किल-2 मरना भी है ना आसां । बर्बाद-ए-जिंदगी करके तुमने किया किनारा । जीना हुआ है मुश्किल-2... Hindi · कव्वाली 1 494 Share भूरचन्द जयपाल 15 Jan 2017 · 1 min read *** तेरी खुशबू आती है *** 15.1.17 सन्ध्या 6.00 हर हर्फ़ से तेरी खुशबू आती है हर हर्फ़ से तूं सितम ढाती है ये कमज़ोर दिल इंसान क्या करें ना तेरी सुबह ना शाम आती है।।... Hindi · मुक्तक 683 Share भूरचन्द जयपाल 12 Jan 2017 · 1 min read *** चंद शेर *** नूर तेरी नजरों का ना देख पायेंगे अब जिस्म की चकाचौंध से अंधे हो जायेंगे 1 सौदा प्यार का ज़मीर वाले कब कर पायेगे दौलत वाले जिस्म को खरीद दिल... Hindi · शेर 283 Share भूरचन्द जयपाल 12 Jan 2017 · 1 min read ***** कविता कोई लिखूं क्या मैं ***** एवज में इस खालीपन के भूल चुका मैं अपना निजपन समय के खाली हाथों में रहने दो यह विरह वेदना हृदय के बंद कपाटों में रहने दो आग्रह प्रेमपूर्ण शब्द... Hindi · मुक्तक 417 Share भूरचन्द जयपाल 11 Jan 2017 · 1 min read **** ख़ुशी का खजाना ***** मुस्कुराता था मैं आज फिर मुस्कुराना आ गया अनजाने में मुझको वो पल फिर याद आ गया आज याद आ गया मुझको मेरा बीता जमाना सब कहते देखो वो ख़ुशी... Hindi · मुक्तक 1 247 Share भूरचन्द जयपाल 11 Jan 2017 · 2 min read ***** जज़्बा ***** ************************* जज़्बा-ए-देशभक्ति का हम दिल में ले चले नेता है देश के ये जो नेता है देश के ********************** कहते हैं देश का हम उद्धार करने निकल पड़े शिक्षा का... Hindi · गीत 475 Share भूरचन्द जयपाल 11 Jan 2017 · 1 min read **** मैं पत्थर नहीं हूँ ***** मैं पत्थर नहीं हूं जो फैंक दे तूं दिल से निकाल और मुझे दर्द ना हो ज़रा सोच के तो देख किसी को घर से बेदखल करने पर क्या हाल... Hindi · कविता 258 Share भूरचन्द जयपाल 11 Jan 2017 · 1 min read *** शायद इंसानियत कहीं खो गयी है ** ******************* बस्तियां दिल की वीरां हो गयी है प्यार की दुनियां कहीँ खो गयी है आ जाओ बसेरा कर लो इसमें अपना शायद इंसानियत फिर से कहीं सो गयी है... Hindi · मुक्तक 260 Share भूरचन्द जयपाल 11 Jan 2017 · 1 min read **** तिलिस्म जिंदगी का। **** ************************ तिलिस्म जिंदगी का भी कितना अजीब है कैच जिंदगी को करने मौत बाउंड्री पर खड़ी है जिंदगी और मौत के दरमियां इतना फासला है जैसे कब्बडी में लाईन छूते... Hindi · मुक्तक 328 Share भूरचन्द जयपाल 11 Jan 2017 · 1 min read कौन से ख़्वाब की तक़दीर हो तुम किसी शायर की तराशी हुई नज़्म हो तुम विधाता की तराशी हुई सुंदर तस्वीर हो तुम तुम्हे देखकर ख्वाब भी हकीकत लगता है ना जाने कौन से ख्वाब की तक़दीर... Hindi · मुक्तक 318 Share भूरचन्द जयपाल 11 Jan 2017 · 1 min read ** गर् ख़्वाब पुरे होते सभी अपने *** ******************** गर् ख्वाब पूरे होते सभी अपने फिर कौन लेता भला सपने जीवन स्वप्न बिन अधूरा रहता पास होते नहीं अगर अपने ? मधुप बैरागी Hindi · मुक्तक 227 Share भूरचन्द जयपाल 11 Jan 2017 · 1 min read ** गोरड़ी सावण्यों आयो *** ************* प्रीत रे सुगणा ने लेन इब तो आजा गोरड़ी आवण लाग्यो मेह ।। क्यूं तरसावे हिवड़े ने तूं जळ-जळ होसी राख़ कोयलड़ी आ बोले मीठी पण थां बिन लागे... Hindi · कविता 315 Share भूरचन्द जयपाल 11 Jan 2017 · 1 min read **** हाँ बड़े जज़्बाती हैं हम **** *************** हां बडे जज़्बाती हैं हम क्योंकि भारतवासी है हम ईद मनाया होली मनाई और गये सब भूल हां बडे जज्बाती हैं हम क्योंकि भारतवासी है हम हिन्द देश का... Hindi · गीत 441 Share भूरचन्द जयपाल 11 Jan 2017 · 1 min read *** शक **** क्यों शक हो रहा है मुझे ऐ खुदा तेरी मौजूदगी का चिराग-ए-दिल बुझता जाये शक-ए-तूफान. से बुझ जायेगा चिराग-ए-दिल रोका नही शक-ए-तूफान तो निकालो दिल के अरमां बाहर वरना यूं... Hindi · कविता 258 Share भूरचन्द जयपाल 11 Jan 2017 · 1 min read *** ये मेरा दिल **** **^^^^^^^^^^^**** ये मेरा दिल भी कभी लाल हुआ करता था गुल-ए-गुलशन में गुलफ़ाम हुआ करता था न जाने कब लगा इसको कायनात का धुआं धुंधला सा गया इसका प्यारा सा... Hindi · कविता 218 Share भूरचन्द जयपाल 10 Jan 2017 · 1 min read ||. एवान-ए-इश्क ।। ????????? एवान-ए-इश्क कायम करेंगे हम एतिमाद-ए-शज़र कुर्बत में होंगे ।। रुनुमा होंगी बादे नसीम गाह-गाह तसव्वुर गुल गुलजार में रकम करते रहेंगे ।। साअत-ए-फ़ुर्क़त खुशखत लिखेंगे तब्ए शायर जुज तेरे... Hindi · कविता 435 Share भूरचन्द जयपाल 10 Jan 2017 · 1 min read * मुफलिसी में मौत भी मिलती नही * **************** मुफलिसी में मौत भी मिलती नहीं ************** कायनात-ए-मुहब्बत मिलती नहीं ************* शुकुं से जी लूं चारदिन जहां में ************ मुहब्बत है, तिजारत में बिकती नहीं ।। ************ ******* ?मधुप... Hindi · मुक्तक 202 Share भूरचन्द जयपाल 10 Jan 2017 · 1 min read **** कहानी माँ की **** ***^^^^^^^*** माँ तो केवल माँ होती है कभी धूप तो कभी छाँव कभी कठोर तो कभी नम खुद तपती धूप को सहकर हमें आँचल में छुपाती है आप गीले में... Hindi · कविता 1k Share भूरचन्द जयपाल 10 Jan 2017 · 1 min read **** बेटियाँ ***** बेटियाँ बाबुल के बगीचे की शान होती हैं बेटियाँ …बाबुल की बुलबुल .. .और माँ ..के दिल का अरमान होती है उसकी …चहचहाट घर-आंगन खेत- खलियान में …लाती है रौनक... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1 742 Share भूरचन्द जयपाल 10 Jan 2017 · 1 min read *** ईद की पूर्व संध्या पर ***** मैंने ईद की पूर्व सन्ध्या पर चाँद को देखा होले होले मेरे घर की छत पर अपनी मद्धिम रोशनी के माध्यम से उतरते हुए चुपके से ना जाने मेरे स्वप्न... Hindi · कविता 712 Share भूरचन्द जयपाल 10 Jan 2017 · 1 min read * ये मेरे स्वप्न बलुआ मिट्टी से नाजुक * ***************** ये मेरे स्वप्न बलुआ मिट्टी से नाजुक *******†***** बनाता हूँ देकर थपकियां नाजुक ******** संग पानी सा कुछ पल बाद सूखे ************* भुरभुरा के टूटे रूखे स्वप्न नाजुक।। ***************... Hindi · मुक्तक 201 Share भूरचन्द जयपाल 9 Jan 2017 · 1 min read ** मुहब्बत का सिम्बल ताज ** एक ताज है खड़ा आज मुहब्बत का सिम्बल बन न जाने कितनी जाने गयी इसे बनाने की शहादत में आज हमको आदत हो गयी इसे प्यार का घर बताने की... Hindi · कविता 240 Share भूरचन्द जयपाल 9 Jan 2017 · 1 min read ** आशिक और हसीना ** जा रही थी एक हसीना सड़क के चौराहे से पहने मॉडर्न ड्रेस अद्खुले अंग की आभा झलकाते हुए जब देखा आशिक ने तो रह गया दंग पड़ी नज़र उसकी पहले... Hindi · कविता 216 Share भूरचन्द जयपाल 9 Jan 2017 · 1 min read *** कभी कभी *** कभी कभी मौत भी हम से इतनी खुश होती है और कहती है जा मैंने तुझे छोड़ दिया कुछ समय और जिंदगी के भरपूर मजे ले ।। ?मधुप बैरागी जिंदगी... Hindi · हाइकु 270 Share भूरचन्द जयपाल 9 Jan 2017 · 1 min read *** तृष्णा *** धरा पर ना जल है मन-मीन विकल है आतुर अतृप्त - सा मानव तन है ************ तृष्णाओं - सी बढ़ती जाती तन-तरुवर की छायां लम्बी ************ धोरों की धरती पर... Hindi · कविता 887 Share भूरचन्द जयपाल 9 Jan 2017 · 1 min read ***** कोई बात नहीं ***** ******************* दिल चाहता गर् तुझको तो कोई बात नहीं ************************** होती बिन मौसम बरसात तो कोई बात नहीं ************************** साथ होता हमारा- तुम्हारा दिवा-रात और ************************** कैसे होते बयां जज़्बात... Hindi · मुक्तक 282 Share भूरचन्द जयपाल 9 Jan 2017 · 1 min read *** कश्तियाँ **** कश्तियाँ किनारे आती आती डूब जाती है उनकी जिन्हें मंजिल तक पहुंचने का होंसला नहीं वो सोचते है कि मैं किनारे तक पहुंचूंगा कि नही इसी उधेड़बुन में वे अपनी... Hindi · कविता 325 Share भूरचन्द जयपाल 9 Jan 2017 · 1 min read ** हम जाने कब यहाँ से चले जायें ** *************** ????? ?????? हम जाने कब यहां से चले जाये ????? ??????? आपस में फिर बैर से छले जाये ?????? ?????? दुश्मनी दोस्ती से कब अच्छी होती ?????? ?????? अगर... Hindi · मुक्तक 331 Share Previous Page 11 Next