RAMESH SHARMA 926 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 11 Next RAMESH SHARMA 17 Feb 2020 · 1 min read ई वी अम पर आज आती है यह सोच कर, मुझे बहुत ही लाज ! ई वी अम पर आज क्यों, उठी नही आवाज ! उठी नही आवाज, डरे थे कल तक सारे ! करते... Hindi · कुण्डलिया 2 216 Share RAMESH SHARMA 16 Feb 2020 · 1 min read कलियुग खाटू श्याम बन जाते मेरे स्वयं,वहाँ समूचे काम ! सर्वेश्वर मेरा जहाँ , रहे हमेशा श्याम !! हारे का बनते रहे,.......... ..सदा सहारा श्याम ! कलियुग मे यदि आपका, लिया ह्रदय से... Hindi · दोहा 2 644 Share RAMESH SHARMA 16 Feb 2020 · 1 min read कहे कँलेंडर प्यार से कहे कलेण्डर प्यार से,अरे आदमी सीख । बदली है मैने सदा, ....... रोजाना तारीख । रोजाना तारीख, हक़ीक़त कहता तुझको । किंतु एक तारीख, बदल देती है मुझको । करना... Hindi · कुण्डलिया 1 324 Share RAMESH SHARMA 15 Feb 2020 · 1 min read बदला ऋतु ने तौर आया नया बसंत क्या,बदला ऋतु ने तौर ! सब पक्षी चाकर बने, कोयल है सिरमौर !! जाने कैसा हो गया, जंगल का परिवेश । चीता केहरि लड़ रहे,राजी श्वान "रमेश"II... Hindi · दोहा 2 524 Share RAMESH SHARMA 13 Feb 2020 · 1 min read मीठे मीठे आम छज्जों पर आने लगे, पत्थर नित्य तमाम । शायद फिर से पक गए,..मीठे-मीठे आम ।। बैठे थे जिस पर स्वयं, वही काट दी डाल । मंदबुद्धि की दूसरी, क्या दूँ... Hindi · दोहा 2 659 Share RAMESH SHARMA 11 Feb 2020 · 1 min read वादा दिवस वादा इसके साथ कर,थामा उसका हाथ ! कैसे होगा पार यूँ,...जीवन का यह पाथ !! वादों की दहलीज पर,रखना कदम सम्हाल ! यहाँ गिरा इक बार जो, .उठा नही तत्काल... Hindi · दोहा 1 487 Share RAMESH SHARMA 10 Feb 2020 · 1 min read बाँट रहा खैरात औरों का हक मारकर,बाँट रहा खैरात ! करे पीठ पर देश की,..ऐसे ही आघात !! बने निकम्मी शर्तिया, सचमुच वहाँ अवाम । बिना परिश्रम बन गये, जहाँ समूचे काम ।।... Hindi · दोहा 1 247 Share RAMESH SHARMA 10 Feb 2020 · 1 min read पन्ने कभी खराब रखें जिल्द में धैर्य की ,जीवनचरित किताब । होंगे नहीं विचार के, .......पन्ने कभी खराब ।। दिखने मे सुंदर लगे,.. .मिले अगर बिन दाम । हमे डाल पर स्वार्थ की,पका... Hindi · दोहा 3 520 Share RAMESH SHARMA 8 Feb 2020 · 1 min read नशा हुकूमत दबदबा नशा हुकूमत दबदबा ,मिले नही हर बार । जीवन मे समझो इन्हे, सदा किरायेदार ।। इज्जत शुहरत हैसियत, मिलती अपने आप । लोलुपता का रातदिन, ..करें नित्य बस जाप ।।... Hindi · दोहा 2 233 Share RAMESH SHARMA 7 Feb 2020 · 1 min read मुझको दिया गुलाब चाहे रहे गुलाब का ,....या गोभी का फूल । जो भी दे दिल से उसे, करिये मित्र कबूल ।। कष्टों को मत मानिए, हरगिज़ मित्र खराब ! कांटो वाली शाख... Hindi · दोहा 2 353 Share RAMESH SHARMA 6 Feb 2020 · 1 min read उठे तीव्र तूफान सीने में आक्रोश के,... उठे तीव्र तूफान । किन्तु रखी है बंद कर, मैंने सदा जुबान।। आजाएगा जलजला, खोली अगर जुबान । चुप हूँ तो महफूज हैं..राजनीति का मान ।।... Hindi · दोहा 1 261 Share RAMESH SHARMA 5 Feb 2020 · 1 min read जयचंदों का कर दिया,हमने अगर इलाज होगा पूरे राष्ट्र का, ....सही तभी हर काज । जयचंदों का कर दिया,हमने अगर इलाज ।। दिये निरन्तर राष्ट्र को,सदा अनगिनत दाग । नेताओं के पास जो, ...गिरवी पड़े दिमाग... Hindi · दोहा 2 280 Share RAMESH SHARMA 4 Feb 2020 · 1 min read डरे आदमी से स्वंय... करें प्रगति परआपकी , कोई कैसे नाज़ । डरे आदमी से स्वयं,अगर आदमी आज ।। किसको अपना हम कहें,कहें किसे अब गैर । अपनो के अपने अगर,......लगे खींचने पैर ।।... Hindi · दोहा 1 264 Share RAMESH SHARMA 2 Feb 2020 · 1 min read गैरों से तो आदमी,लड़ जाए हर बार गैरों से तो आदमी ,लड़ जाए हर बार ! अपनों से कैसे लड़े, इस पर करे विचार !! गैरों ने तो गैर सा, ...... किया सदा व्यवहार ! अपनो का... Hindi · दोहा 3 1 260 Share RAMESH SHARMA 30 Jan 2020 · 1 min read बिटिया का संसार शादी की खुशियाँ सभी,मधुर-मधुर संवाद । ब्याह विदा की रस्म हर,आज आ रहे याद ।। वर्षगाँठ है यह प्रथम, हुई पूर्ण थी चाह । विदा हुई आशीष ले,.बेटी करके ब्याह... Hindi · दोहा 2 243 Share RAMESH SHARMA 27 Jan 2020 · 1 min read कहाँ गई मनमोहनी कहाँ गई मन मोहनी, ढूँढ रहे ब्रजराज । कान्हा से जब हो गई, ब्रजरानी नाराज ।। परेशान तरवर सभी,दुखिया जीव तमाम । गहवर वन मे ढूँढते , राधा को घनश्याम... Hindi · दोहा 2 536 Share RAMESH SHARMA 27 Jan 2020 · 1 min read नही मिलेंगें यार खाई थी कसमें कभी, ..नही मिलेगें यार । आते हो फिर ख्वाब में, क्यों मेरे हर बार।। दिल की मेरी वे भला, क्या समझेंगें पीर । शब्दों से अपनेे सदा,... Hindi · दोहा 2 1 491 Share RAMESH SHARMA 23 Jan 2020 · 1 min read ऐसे भी इंसान रहते हैं जिस भूमि पर .हरें उसी का मान ! होते हैं संसार में,...........ऐसे भी इंसान !! खर-दूषण प्यारा लगे,....लगे विभीषण नाग ! दिल मे जिसके स्वार्थ की,लगी हुई हो... Hindi · दोहा 2 316 Share RAMESH SHARMA 23 Jan 2020 · 1 min read लेना नही दहेज बड़ा घिनौना रोग है, कहते जिसे दहेज़ ! सबको होना चाहिए, अब इससे परहेज !! गिनकर दिया दहेज़ में, ...एक-एक सामान ! वालिद का कुर्की हुआ, गिरवी पडा मकान !!... Hindi · दोहा 2 1 229 Share RAMESH SHARMA 22 Jan 2020 · 1 min read कागा श्रुतिपट ले गया कागा श्रुतिपट ले गया, सुन दौड़े इंसान । नहीं समझता है अपढ़, पहले देखे कान।। हर पल जाता छोड़कर, होता समय व्यतीत । हो जायेंगे एक दिन, ..हम भी कभी... Hindi · दोहा 1 356 Share RAMESH SHARMA 18 Jan 2020 · 1 min read राजनीति मे आम पके नही ईमान का, राजनीति मे आम ! चाहे जैसा डालिए, उसमे खाद तमाम !! डरते हो तुम व्यर्थ ही ....,मरने से इंसान ! मर तो उस दिन ही गये,बेचा... Hindi · दोहा 1 249 Share RAMESH SHARMA 18 Jan 2020 · 1 min read मिलते नहीं विचार किया स्वंय को और के,..आगे जैसे पेश I मिला आत्म सम्मान को, वैसा मान रमेश II साथी से अपने जहाँ, मिलते नही विचार I वहाँ भावना की कभी ,बहती नही... Hindi · दोहा 1 279 Share RAMESH SHARMA 16 Jan 2020 · 1 min read ठीक नही आसार भीतर घाती कर रहे,छिप-छिपकर नित वार । हाल बुरा है देश का, ......ठीक नहीं आसार ।। भारत माँ को हो रहा,इसका बड़ा मलाल ! छुरा घोंपते पीठ पर उसके ही... Hindi · दोहा 2 271 Share RAMESH SHARMA 15 Jan 2020 · 1 min read मदनारी छंद मदनारी छंद ----------------- ढोलक मुरली अनहद बाजे, औरत मटकी पनघट साजे । सुंदर लगते रसफल ताजे, आज ह्रदय में, सजन विराजे ।। रमेश शर्मा. Hindi · मुक्तक 2 488 Share RAMESH SHARMA 13 Jan 2020 · 1 min read निष्क्रियता विद्वान की. निष्क्रियता विद्वान की,करे सदा नुकसान ! मिलता है इतिहास से,यही कदाचित ज्ञान !! आईना क्या कर दिया,सम्मुख मैने पेश ! दुश्मन पैदा कर लिया,, मैने और रमेश !! रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 1 513 Share RAMESH SHARMA 12 Jan 2020 · 1 min read खुद पर जो इल्जाम होता कैसे सोच वह,.....लोगों में बदनाम ! मैने उसका ले लिया, खुद पर जो इल्जाम !! आगे उनके तुच्छता,गई हमेशा हार ! संस्कार के संग हो,संयम जैसा यार !! रमेश... Hindi · दोहा 1 1 217 Share RAMESH SHARMA 8 Jan 2020 · 1 min read मोतियदाम छंद जता कर प्रेम सखा हर बार , करें घनश्याम मनोहर प्यार !! कहे वृषभान सुता हर बार , करें ब्रजराज सदा इनकार !! रमेश शर्मा. Hindi · मुक्तक 2 270 Share RAMESH SHARMA 8 Jan 2020 · 1 min read ठोकर से बढकर नही ठोकर से बढकर नही,.....कोई गुरू रमेश ! खाकर जिसको ज्ञान का,होता शुरू प्रवेश !! अज्ञानी बोलें उन्हें, ....या समझें नादान ! पन्नों से इतिहास के, लिया नही जो ज्ञान !!... Hindi · दोहा 1 2 611 Share RAMESH SHARMA 6 Jan 2020 · 1 min read दिखे काग भी मोर दौलत से बढकर नही, .......कोई ऱिश्तेदार ! कितना भी कर लीजिए,जी भर कर इन्कार !! छज्जे पर धनवान के,दिखे काग ज्यों मोर ! त्यों बच्चा धनहीन का, लगे धनी को... Hindi · दोहा 3 2 567 Share RAMESH SHARMA 5 Jan 2020 · 1 min read शरमाये ईमान सच्चाई दम तोड़ती,.....शरमाये ईमान । देकर शब्द जुबान से,फिर जाए इंसान।। चले दूर तक साथ तो, ..चढ़ता उसका रंग । बनता रिश्ता स्नेह का, रहे अधिक जो संग ।। रमेश... Hindi · दोहा 3 254 Share RAMESH SHARMA 4 Jan 2020 · 1 min read किस पर करें यकीन अब किस पर करें यकीन अब,किसे कहें हम यार ! साया ही अपना अगर ,.. .निकल गया गद्दार !! मर्यादा घायल हुई, .लगे दिवस भी रात ! आदर्शों की कौन फिर,... Hindi · दोहा 1 438 Share RAMESH SHARMA 3 Jan 2020 · 1 min read दहशत में है गाँव हुए इकट्ठे काग फिर, लगे बोलने काँव ! मैना कोयल मोर का,दहशत में है गाँव !! सोच रहा सय्याद फिर, कहाँ बिछाऊँ जाल ! किसे फांस लूं आज मै, पिंजरे... Hindi · दोहा 3 1 273 Share RAMESH SHARMA 1 Jan 2020 · 1 min read अंग्रेजी मन वर्ष की,ये कैसी शुरुआत आई है नव वर्ष की, ...... ... नई नवेली भोर ! खिड़की से दिल की मुझे, झाँक रहा चितचोर !! पहुँची हो उन्नीस मे, लेखन से कुछ ठेस ! क्षमा... Hindi · दोहा 2 445 Share RAMESH SHARMA 30 Dec 2019 · 1 min read चाहे गिरा चरित्र गिरी जहाँ भी चाय है,...चाहे गिरा चरित्र ! लाजिम हैं लगना वहाँ,दाग बदनुमा मित्र !! चलो समय पर देश ने ,लिया कदाचित भाँप ! बिल से कैसे आप ही,....निकल रहे... Hindi · दोहा 1 248 Share RAMESH SHARMA 29 Dec 2019 · 1 min read सियासती यदि खाद दिया खेत मे ईख के,सियासती यदि खाद । हो जाता है ईख भी, .....मीठे से बे-स्वाद ।। फैलाएँ संदेह की, जहरीली जो आग ! राजनीति मे देश की, होते हैं... Hindi · दोहा 2 220 Share RAMESH SHARMA 26 Dec 2019 · 1 min read मेरा कभी मिजाज रहा हमेशा एक सा, ..दुख-सुख मे अंदाज ! कहाँ समझता वो बता,मेरा कभी मिजाज !! आए जो भी सामने,.......करें मित्र सम्मान ! पता नही किस रूप मे,मिल जाएँ भगवान !!... Hindi · दोहा 2 259 Share RAMESH SHARMA 26 Dec 2019 · 1 min read अपनों पर हो घात गलती पर अपनी कभी, करें नही जो खेद ! हो जाता है शर्तिया, ....उनका रक्त सफेद !! अवनति की उस रोज से, होती है शुरुआत । जब गैरों की राय... Hindi · दोहा 1 264 Share RAMESH SHARMA 24 Dec 2019 · 1 min read माँ को सके सँभाल नौ नौ बेटे साथ में........,लेती है माँ पाल ! बेटे मिलकर भी नही,माँ को सके सँभाल !! होगी माँ किसकी तरफ,उठी जहाँ यह बात ! सन्नाटा सा छा गया,........बँटवारे की... Hindi · दोहा 1 525 Share RAMESH SHARMA 23 Dec 2019 · 1 min read वही पुरानी भूल होगी बढकर दूसरी,.नही दूसरी चूक ! बने रहे जो आज भी,गूँगे बहरे मूक !! दुहराई जो आपने, .....वही पुरानी भूल ! कैसे कह दें शूल फिर होंगे नही त्रिशूल !!... Hindi · दोहा 1 372 Share RAMESH SHARMA 23 Dec 2019 · 1 min read चमकेगा सूरज पुन: होती खंडित अनगिनत, ख्वाबों की बारात ! तब जा कर आता कहीं,अगला नवल प्रभात !! भले ग्रहण है आज यह, कुछ पल ठहर रमेश । चमकेगा सूरज पुन:,............देखेगा ये देश... Hindi · दोहा 1 362 Share RAMESH SHARMA 19 Dec 2019 · 1 min read हो जाऊँ बच्चा पुन: करूँ यही मैं कामना, सुन लेना भगवान ! हो जाऊँ बच्चा पुन:,....देदो ये वरदान !! किसके सिर पर थोप दें, ये सारा इल्जाम ! मुजरिम है हालात का, पूरा जहाँ... Hindi · दोहा 1 375 Share RAMESH SHARMA 15 Dec 2019 · 1 min read गु़ड़ से है परहेज सही गलत के बीच का, नही समझते सार ! जिसको देखो कर रहा, नाहक ही तकरार !! खाएँ गुड़ के गुलगुले,पर गुड़ से परहेज ! राजनीति मे आपका,...यह कैसा बंधेज... Hindi · दोहा 1 390 Share RAMESH SHARMA 10 Dec 2019 · 1 min read रखें सुरक्षित लाज ऐसे कैसे बेटियाँ, .....रखें सुरक्षित लाज ! दिखें घूमते भेड़िये ,गली गली जब आज ! चलो उठा लो बेटियों,...हाथों मे तलवार ! दिखें जहाँ भी भेड़िये, वहीं उन्हें दो मार... Hindi · दोहा 4 1 243 Share RAMESH SHARMA 10 Dec 2019 · 1 min read दुनिया से प्रस्थान करना सबको एक दिन,दुनिया से प्रस्थान । डरता है इस सत्य से,...कहाँ मगर इन्सान ।। आगे पीछे ही सही,.........होगा मगर हिसाब । कर्मो की निॆश्चित खुले ,इक दिन यहाँ किताब... Hindi · दोहा 1 462 Share RAMESH SHARMA 10 Dec 2019 · 1 min read कब बदलेगा देश जिसको देखो कह रहा,कब बदलेगा देश । बदलेंगे वे भी अगर,....बदला स्वंय रमेश ।। बोलूँ उसको नासमझ,या समझूँ नादान । कमी निकाले और मे,हरदम जो इंसान ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 367 Share RAMESH SHARMA 8 Dec 2019 · 1 min read लगे घूमने तंत्र बोलें किसको मूर्ख अब, किसे कहें विद्वान ! इस जग में जब एक सा, लगता हर इंसान !! होने लगे विकास के वहाँ लुप्त तब यंत्र । जहाँ सियायी चाक... Hindi · दोहा 1 2 242 Share RAMESH SHARMA 4 Dec 2019 · 1 min read बोले बाल गणेश देख शीश शशि तात के,बोले बाल गणेश । यही खिलौना चाहिए, .हासत देख रमेश ।। खिसक गई पैरों तले ,......उनके तुरत जमीन ! उनसे ही धोखा मिला ,जिन पर किया... Hindi · दोहा 1 240 Share RAMESH SHARMA 28 Nov 2019 · 1 min read गम भी मुझे अजीज मुझको तोहफे मे मिली, यही उन्ही से चीज! गम भी उनका इसीलिए,लगता मुझे अजी़ज! होते नही समक्ष पर,रखें परस्पर ध्यान! ! अच्छे लगते है मुझे, मित्र वही श्रीमान! ! रमेश... Hindi · दोहा 1 1 225 Share RAMESH SHARMA 28 Nov 2019 · 1 min read सज्जन को प्रणाम सज्जन को करता नही,कोई प्रथम प्रणाम! रहे अगर यदि शाथ मे,.उसके दुष्ट तमाम!! लेते रहते हैं स्वयं, त्रुटियों पर संज्ञान ! मिलते हैं साहित्य में, बिरले ही इंसान !! रमेश... Hindi · दोहा 1 589 Share RAMESH SHARMA 28 Oct 2019 · 1 min read अवसरवादी आदमी लोकतंत्र के खेल हैं, सचमुच बहुत विचित्र ! स्वार्थ सिद्ध हो तो बने, पल में दुश्मन मित्र !! अवसरवादी आदमी,ज्यादा घिसा कमीज ! देंगे धोखा एक दिन,......चाहे रहें अजीज !!... Hindi · दोहा 3 2 1k Share Previous Page 11 Next