Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Oct 2019 · 1 min read

अवसरवादी आदमी

लोकतंत्र के खेल हैं, सचमुच बहुत विचित्र !
स्वार्थ सिद्ध हो तो बने, पल में दुश्मन मित्र !!

अवसरवादी आदमी,ज्यादा घिसा कमीज !
देंगे धोखा एक दिन,……चाहे रहें अजीज !!
रमेश शर्मा

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 1037 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यादों की शमा जलती है,
यादों की शमा जलती है,
Pushpraj Anant
पिता,वो बरगद है जिसकी हर डाली परबच्चों का झूला है
पिता,वो बरगद है जिसकी हर डाली परबच्चों का झूला है
शेखर सिंह
आप क्या ज़िंदगी को
आप क्या ज़िंदगी को
Dr fauzia Naseem shad
तन्हाईयां सुकून देंगी तुम मिज़ाज बिंदास रखना,
तन्हाईयां सुकून देंगी तुम मिज़ाज बिंदास रखना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रे कागा
रे कागा
Dr. Kishan tandon kranti
*ठहाका मारकर हँसने-हँसाने की जरूरत है【मुक्तक】*
*ठहाका मारकर हँसने-हँसाने की जरूरत है【मुक्तक】*
Ravi Prakash
कुसुमित जग की डार...
कुसुमित जग की डार...
डॉ.सीमा अग्रवाल
पर्यायवरण (दोहा छन्द)
पर्यायवरण (दोहा छन्द)
नाथ सोनांचली
भाषाओं पे लड़ना छोड़ो, भाषाओं से जुड़ना सीखो, अपनों से मुँह ना
भाषाओं पे लड़ना छोड़ो, भाषाओं से जुड़ना सीखो, अपनों से मुँह ना
DrLakshman Jha Parimal
14--- 🌸अस्तित्व का संकट 🌸
14--- 🌸अस्तित्व का संकट 🌸
Mahima shukla
क्या पता...... ?
क्या पता...... ?
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
चाय बस चाय हैं कोई शराब थोड़ी है।
चाय बस चाय हैं कोई शराब थोड़ी है।
Vishal babu (vishu)
23/30.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/30.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
है तो है
है तो है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
पल
पल
Sangeeta Beniwal
काश कही ऐसा होता
काश कही ऐसा होता
Swami Ganganiya
"देश भक्ति गीत"
Slok maurya "umang"
अपनी घड़ी उतार कर किसी को तोहफे ना देना...
अपनी घड़ी उतार कर किसी को तोहफे ना देना...
shabina. Naaz
*सौभाग्य*
*सौभाग्य*
Harminder Kaur
है कौन झांक रहा खिड़की की ओट से
है कौन झांक रहा खिड़की की ओट से
Amit Pathak
Cottage house
Cottage house
Otteri Selvakumar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Sushila joshi
😊नया नारा😊
😊नया नारा😊
*प्रणय प्रभात*
हृदय वीणा हो गया।
हृदय वीणा हो गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मन्नत के धागे
मन्नत के धागे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
हड़ताल
हड़ताल
नेताम आर सी
पन्नें
पन्नें
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
उपकार माईया का
उपकार माईया का
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी
हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी
Mukesh Kumar Sonkar
Loading...