RAMESH SHARMA 927 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 10 Next RAMESH SHARMA 17 Apr 2020 · 1 min read राधा की मुरली बजी राधा की मुरली बजी, झूमें सकल जहान । भावुक है घनश्याम भी ,सुनकर मीठी तान ! सुनकर मीठी तान, दृश्य ये अनुपम न्यारा । पशु पक्षी हर जंतु ,प्रफुल्लित उपवन... Hindi · कुण्डलिया 3 520 Share RAMESH SHARMA 17 Apr 2020 · 1 min read नारी के अधिकार निर्णय गर्भ स्वतंत्रता , कायाऔर विचार । पराधीन नर के सभी, नारी के अधिकार ।। प्रणय त्याग करुणा दया ,दिल मे नेक विचार। नारी के होते यही,............आभूषण शृंगार ।। रमेश... Hindi · दोहा 3 581 Share RAMESH SHARMA 16 Apr 2020 · 1 min read कैसे चले रमेश चलने से पहले बहुत, करना पडे विचार । सच्चाई के मार्ग पर ,मिलें हमे जब खार ।। कदम कदम पर झूट ने,बना दिए परिवेश । सच्चाई की राह पर,.......कैसे चले... Hindi · दोहा 3 1 524 Share RAMESH SHARMA 15 Apr 2020 · 1 min read मदिरा सवैया छंद राम रहे घन श्याम रहे दिल में सबके भगवान रहे । याद सदा यह बात रहे रब से न बना अनजान रहे । जो सबके दुख को हरता उसका हिय... Hindi · मुक्तक 4 2 304 Share RAMESH SHARMA 8 Apr 2020 · 1 min read मदिरा सवैया राम चले तब ज्ञात हुआ धनुआ पर डोर चढावत है । राघव की मन मोहक सूरत देख सिया शरमावत है । एक हुए दुइ नैन वहां तब चैन कहां तन... Hindi · मुक्तक 1 287 Share RAMESH SHARMA 5 Apr 2020 · 1 min read सज्जन का अपमान दुष्टों का होता रहे,........जहाँ सदा सम्मान । लाजिम है होना वहाँ ,सज्जन का अपमान ।। सज्जनता का आजकल,यही एक आधार ! ताला रहे जुबान पर,......मांगे नही उधार !! रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 441 Share RAMESH SHARMA 5 Apr 2020 · 1 min read चलो जलाएँ दीप रखें फासला बीच का,.जाएँ नही समीप । तमस दिलों का दूर हो,चलों जलाएँ दीप ।। अँधियारा भागे सदा , घटता दिखे विकार ! तब जा कर होगा कहीं,.ज्योतिर्मय संसार !!... Hindi · दोहा 1 532 Share RAMESH SHARMA 1 Apr 2020 · 1 min read छंद चौपाई याद मुझे बचपन की आई । कहती थी जो चाची ताई । चाहे जो भी कहे लुगाई । लड़ना मत आपस मे भाई । काम करो हरगिज मत ऐसा। आए... Hindi · मुक्तक 2 1 389 Share RAMESH SHARMA 31 Mar 2020 · 1 min read हलवाई सा हो गया,मेरा भी किरदार रखा नहीं कुछ पास में, जाऊं जो मैं हार ! पड़ा जीतने के लिए,किन्तु सकल संसार !! बना रहा हूँ आजकल,भिन्न-भिन्न आहार । हलवाई सा हो गया,... मेरा भी किरदार... Hindi · दोहा 2 1 255 Share RAMESH SHARMA 29 Mar 2020 · 1 min read पैदल ही मजदूर कोरोना ने कर दिया,ज्यादा ही मजबूर । चले शहर से गाँव को पैदल ही मजदूर ।। सड़कों पर दिखने लगा,जैसा हमें हुजूम । शंका है आए नही , ...कोरोना फिर... Hindi · दोहा 2 442 Share RAMESH SHARMA 28 Mar 2020 · 1 min read दुनिया मे तकलीफ लिख करके जोे बेतुका, देते यहाँ परोस ! कैसे वो साहित्य में, ..चलें हजारों कोस !! करने वाले कर रहे , बस झूठी तारीफ़ ! देता आधा त्रान है, दुनिया... Hindi · दोहा 2 1 316 Share RAMESH SHARMA 26 Mar 2020 · 1 min read मुश्किल में हैं देश कोरोना हावी हुआ,मुश्किल में है देश । माँ अम्बे संकट हरो,करता अर्ज रमेश ।। संकट मे है जान पर,लिखता कविता छंद । कोरोना ने कर दिया,.. बेशक घर के बंद... Hindi · दोहा 3 1 310 Share RAMESH SHARMA 25 Mar 2020 · 1 min read मनोरम छंद यह भूल नही सकता मनुआ दुख । सच है किसको मिलता जग में सुख ।। अब सोच रहा इतना पगला तब । खुद कैद हुआ घर मे अपने जब ।।... Hindi · मुक्तक 2 309 Share RAMESH SHARMA 24 Mar 2020 · 1 min read कोरोना की गंध निजता गायब हो गई, हुए क्षीण सम्बन्ध ! फैली है जब से मुअी....कोरोना की गंध !! कोरोना से इस कदर,बदल गये जज्बात ! करे पड़ोसी भी नही,आज ढंग से बात... Hindi · दोहा 5 340 Share RAMESH SHARMA 23 Mar 2020 · 1 min read जागृत रहो निकेत रहता शत्रु अदृश्य जब, जागृत रहो निकेत । जैसे बच्चों के लिए, .......माता रहे सचेत ।। बलबूते पर स्वंय के, किया न जब कुछ खास । हाथ शत्रु का थाम... Hindi · दोहा 2 503 Share RAMESH SHARMA 22 Mar 2020 · 1 min read मिनिट आज के पाँच याद रहेंगे उम्र भर,मिनिट आज के पाँच ! इसमे कोई शक नही, कहता हूँ मैं साँच ।। दिखा दिया है देश ने, हम हैं सारे साथ । सरल नही हैं... Hindi · दोहा 1 425 Share RAMESH SHARMA 22 Mar 2020 · 1 min read पीड़ा धरती की भला,क्या समझेगा नीर पीड़ा धरती की भला ,क्या समझेगा नीर ! उसकी तो स्वछंद नित, बहना है तासीर ।। रखा बनाकर देश को,सदा जिन्होंने दीन ! आये नजर तलाशते, अपनी पुनः जमीन !!... Hindi · दोहा 3 1 312 Share RAMESH SHARMA 20 Mar 2020 · 1 min read नही मिलाते हाथ कोरोना का एक ही,दिखता हमें इलाज। सावधानियों से रहे, ..पूरा विश्व समाज।। लगातार खाँसी रहे, ...चढने लगे बुखार । तुरत दिखायें वैध को,करना नही विचार ।। नजरें टेढी हो गई,... Hindi · दोहा 1 257 Share RAMESH SHARMA 20 Mar 2020 · 1 min read पी अम का संदेश आओ पहुँचाए चलो,घर घर सभी रमेश । कोरोना पर देश के, ..पी अम का संदेश ।। आओ हम खायें कसम, मिलकर पूरा देश । जनता कर्फ्यू का करें, पालन सभी... Hindi · दोहा 2 1 289 Share RAMESH SHARMA 19 Mar 2020 · 1 min read सुन कोरोना नाम खड़े हो गये रोंगटे,.सुन कोरोना नाम । दिया चीन ने विश्व को,ये कैसा ईनाम ।। झूठ बड़ा ये आज का, हम हैं सारे साथ । कोरोनो ने सत्य का, छोड़... Hindi · दोहा 1 299 Share RAMESH SHARMA 19 Mar 2020 · 1 min read दिल मेें जिसके खोट है दिल मे जिसके खोट का, कीड़ा करे प्रवेश । लगती अच्छी बात भी, उसको बुरी रमेश ।। सब कुछ हो कर पास मे, कोसे अगर नसीब । दुनिया मे उससे... Hindi · दोहा 2 497 Share RAMESH SHARMA 17 Mar 2020 · 1 min read नेता बिकने लग गया नेता बिकने लग गये,.......कहें कई ये बात ! किसने की थी देश में, पर इसकी शुरुआत !! पर इसकी शुरुआत,रहा है उन्हे अखर अब ! नेता उनके आज, लगे हैं... Hindi · कुण्डलिया 2 512 Share RAMESH SHARMA 17 Mar 2020 · 1 min read खडी फसल पर मेह हुआ कृषक बेबस वहाँ, ...सुन्न हो गई देह। बेमौसम बरसे जहाँ , खड़ी फसल पर मेह।। करती धरती पुत्र पर, .. ..कुदरत भी आघात । पकी फसल पर जब कभी,हो... Hindi · दोहा 1 285 Share RAMESH SHARMA 16 Mar 2020 · 1 min read कोरोना बेजान दुनिया को सिखला रहा, कोरोना तरकीब। हाथ जोड़ कर सीखिए, भारत की तहजीब।। सावधानियों पर अगर,दिया सभी ने ध्यान। हो जायेगा शर्तिया, ... ....कोरोना बेजान ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 441 Share RAMESH SHARMA 15 Mar 2020 · 1 min read मिलती सीख जरूर बुरे समय से वाकई,मिलती सीख जरूर ! हो जाते हैं खास भी,....कैसे कोसों दूर!! माँ के आँचल से बड़ा,.. नही दूसरा धाम ! मिलता है जाकर वहीं,बच्चों को आराम !!... Hindi · दोहा 2 307 Share RAMESH SHARMA 13 Mar 2020 · 1 min read बात समझ नादान महाराज बोला सदा,.कहें आज गद्दार । राजनीति का देश में, ये कैसा आधार ।। दिया नही जब आपने,उचित मान सम्मान । होना थै ये लाजमी,... बात समझ नादान ।। वे... Hindi · दोहा 2 499 Share RAMESH SHARMA 13 Mar 2020 · 1 min read नही समझते दर्द उनके कष्टों से हुआ, मुख मेरा भी जर्द । पर मेरे दिल का कहाँ, वे समझे हैं दर्द ।। क्रोध लोभ मद मोह का, बने न मानव दास । इनसे... Hindi · दोहा 2 318 Share RAMESH SHARMA 12 Mar 2020 · 1 min read सखियों से इजहार क्या होगी इससे बड़ी, कोई और उमंग । गालों से उतरा नही,...महबूबा का रंग ।। करे खुशी का प्रियतमा,सखियों से इजहार । सरहद से आया पिया,..होली पर इस बार ।।... Hindi · दोहा 1 262 Share RAMESH SHARMA 11 Mar 2020 · 1 min read दर्पण जैसा हो गया आया जो भी सामने,हुआ उसी से प्यार ! दर्पण जैसा हो गया, उनका भी किरदार !! चाहे जितनी हो खफा,नौका से पतवार ! माॆंझी खेवनहार तो,.. होता दरिया पार !!... Hindi · दोहा 2 1 371 Share RAMESH SHARMA 9 Mar 2020 · 1 min read होली पर अरदास होली मे प्रभु दीजिए ,.कोरोना को डाल । टूट्गा दिल से तभी,लोगों का भ्रम जाल ।। लोगों का भ्रम जाल, जमेगा रंग अनोखा । खेलेंगें सब रंग, दिलों का खोल... Hindi · कुण्डलिया 2 294 Share RAMESH SHARMA 6 Mar 2020 · 1 min read करना नही निवेश करना नही निवेश तुम,लेकर कभी उधार । दादाजी के गूँजते,...........कानों मे उद्गार ।। कानों में उद्गार , बात ये सच्ची लागे । शब्द बुजुर्गों ने , व्यर्थ मे यूँ ना... Hindi · कुण्डलिया 2 1 315 Share RAMESH SHARMA 5 Mar 2020 · 1 min read महबूबा के गाल कोरोना ने कर दिया,... .ऐसा बंटाधार । इक दूजे से हाथ भी,नही मिलाते यार ।। होली पर आया मुआ,कोरोना इस साल। रंगो से कैसे मलूँ , .....महबूबा के गाल ।।... Hindi · दोहा 1 1 287 Share RAMESH SHARMA 5 Mar 2020 · 1 min read कोरोना के सामने,सब बेबस लाचार पाया कैसा चीन से, दुनिया ने उपहार। कोरोना के सामने, सब बेबस लाचार।। सब बेबस लाचार, प्राण तिल तिल हर त्यागे। करके भक्षण मांस, .......नहीं वे बचे अभागे।। कह रमेश... Hindi · कुण्डलिया 1 300 Share RAMESH SHARMA 4 Mar 2020 · 1 min read छंद त्राता .जमाना कैसा आया बैरी अपने हैं, जमाना कैसा आया । देखो अपनों से,सही में धोखा खाया। देखूँ जिसको भी, रखा पैसे से नाता। गैरों पर सोचो, भरोसा कैसे आता ।। कैसी मनमानी,.....सुना तो... Hindi · मुक्तक 2 497 Share RAMESH SHARMA 4 Mar 2020 · 1 min read होली भी नजदीक है होली भी नजदीक है,बीत रहा है फाग ! सरहद से आया नही, मेरा अभी सुहाग ! जाने दूंगी फिर उसे,.हरगिज नही विदेश! होली पर आया नही ,सैंय्या अगर"रमेश"!! रमेश शर्मा Hindi · दोहा 2 1 371 Share RAMESH SHARMA 3 Mar 2020 · 1 min read होली का त्योहार दीवाना मौषम हुआ, ....रंगीला बाजार । शायद है नजदीक ही,होली का त्योहार ।। होली का कैसे मनें,उस घर मे त्योहार । जिनका पूरा जल गया,दंगे में घरबार ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 2 1 320 Share RAMESH SHARMA 3 Mar 2020 · 1 min read चलो राह पर धर्म की चले राह पर धर्म की,.. कोई नही रमेश । किन्तु धर्म के नाम पर,लड़ता सारा देश ।। गद्दारों की सोच का, दिखे एक ही तोड ! गुब्बारे अफवाह के,तुरत दीजिए... Hindi · दोहा 2 1 263 Share RAMESH SHARMA 2 Mar 2020 · 1 min read सच्चाई की मूठ जबसे सबने छोड़ दी,.सच्चाई की मूठ । बाजारों में बिक गया,झटपट सारा झूठ ।। जल्दी से भरते नही,...वहाँ दिलों के घाव । धू धू कर के जल गया ,जहाँ प्रेम... Hindi · दोहा 2 347 Share RAMESH SHARMA 1 Mar 2020 · 1 min read किए जब्त ज्जबात करते थे मुझसे कभी, वही न करते बात ! जाहिर जो मैंने किये, जब्त सभी जज्बात !! मिले जहां से प्रेरणा, ..मिले जहाँ सद्ज्ञान ! करें सदा उस ठौर का,... Hindi · दोहा 2 267 Share RAMESH SHARMA 29 Feb 2020 · 1 min read रहो बाँटते भीख राजनीति से आज की,मिली एक ये सीख ! चाहो यदि तुम जीतना,..रहो बाँटते भीख !! घर को अपने ही जला, किया उजाला आज ! बरबादी का हो गया,.. फिर समझो... Hindi · दोहा 3 396 Share RAMESH SHARMA 28 Feb 2020 · 1 min read दंगे की आग लगें हमारे बोल तो ,मानों चली कटार ! कहें यही जो और तो,कहलाता है प्यार !! हो नफरत की आंधियाँ ,या दंगे की आग ! जाती पीछे छोड़ कर, सदा... Hindi · दोहा 3 1 554 Share RAMESH SHARMA 26 Feb 2020 · 1 min read छंद त्राता जाना सबको है ,रुकेगा कोई कैसे । चाहे जितना भी,करें वो खर्चे पैसे । आता वह जाता,सुनो है ये सच्चाई । सच्ची कहता हूँ , नही झूठी ये भाई ।।... Hindi · मुक्तक 2 248 Share RAMESH SHARMA 26 Feb 2020 · 1 min read कितनों ने ओढे कफन खोया जब-जब भीड़ ने, अपना होश-हवास । कितनों ने ओढ़े कफ़न,है किसको अहसास ।। मारें पत्थर खींच कर.,कर को बना गुलेल ! दिल मे है जो भी जहर, पूरा रहे... Hindi · दोहा 2 387 Share RAMESH SHARMA 25 Feb 2020 · 1 min read चौके मे माता खटे चौके में माता खटे, मजदूरी पर तात । औलादें उनकी पलें,रहे हमेशा ज्ञात ।। करे मशक्कत रोज ही,...बच्चों से रह दूर । फिर भी भूखा ही रहे,श्रम साधक मजदूर ।।... Hindi · दोहा 2 309 Share RAMESH SHARMA 23 Feb 2020 · 1 min read गधे बिचारे हो रहे बाइसिकिल से ढो रहे,धोबी वस्त्र तमाम ! गधे बिचारे हो रहे, . नाहक ही बदनाम !! गलती है ये बीज की, या मिट्टी की भूल ! गमले मे साहित्य के,खिला... Hindi · दोहा 3 727 Share RAMESH SHARMA 23 Feb 2020 · 1 min read बचपन वाला गाँव बढ़े शहर की ओर जब, गति से मेरे पाँव । यादों में ही रह गया, बचपन वाला गाँव ।। मजबूरी की बेड़ियाँ , रोक रही हैं पाँव । कैसे कह... Hindi · दोहा 2 500 Share RAMESH SHARMA 22 Feb 2020 · 1 min read घुसा सियासी खोट राजनीति की देश मे,... ऐसी चली बयार ! शब्दों में साहित्य के,दिखने लगा विकार !! नजरों में जिसके हुआ,,मुआ सियासी खोट ! आए नजर खजूर भी, .उन्हें मित्र अखरोट !!... Hindi · दोहा 2 256 Share RAMESH SHARMA 20 Feb 2020 · 1 min read आँखो स पचता नही आँखों से पचता नहीं, ये कैसा दीदार ! अंधों के इस शहर में,चश्में का बाज़ार !! सावन का अंधा कहे, हरा-हरा हर ओर ! देखे ऐसे चोर भी, .... हर... Hindi · दोहा 2 1 325 Share RAMESH SHARMA 19 Feb 2020 · 1 min read कूँए की मेंढकी..... होती है पीड़ा बहुत ,दिल में मुझे रमेश ! कूँए में रह मेंढकी,...देती जब उपदेश !! देती जब उपदेश, .....देख होती हैरानी ! दूजे की तकलीफ, बिना समझे दीवानी !!... Hindi · कुण्डलिया 2 399 Share RAMESH SHARMA 18 Feb 2020 · 1 min read किसका किसे लिहाज हुआ मुझे कुछ देर से ,हुआ मगर अहसास । यहाँ पराया कौन है, ...और कौन है खास ।। किसको किसकी है पड़ी,किसका किसे लिहाज । बदल गये हैं मायने, ...........संस्कारो... Hindi · दोहा 2 347 Share Previous Page 10 Next