अरविंद भारद्वाज Tag: कविता 49 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अरविंद भारद्वाज 30 Aug 2024 · 1 min read नेता जी को याद आ रहा फिर से टिकट दोबारा- हास्य व्यंग्य रचनाकार अरविंद भारद्वाज नेता जी को याद आ रहा हास्य व्यंग्य रचना फिर से हलचल तेज हुई है, ढूँढो कोई सहारा । नेता जी को याद आ रहा, पिछला टिकट दोबारा।। पिछली बार... Hindi · कविता · हास्य कविता 47 Share अरविंद भारद्वाज 7 Jun 2024 · 6 min read मेरी हास्य कविताएं अरविंद भारद्वाज चिपकू आज मोबाइल बना है चिपकू, धरा रह गया फेविकोल चुंबक से भी तेज पकड़ है, घर में सबसे ये अनमोल। सिमट गया इसमें जग सारा, नहीं चाहिए अब भूगोल... Hindi · कविता 1 111 Share अरविंद भारद्वाज 7 Jun 2024 · 1 min read बोट डालणा फरज निभाणा -अरविंद भारद्वाज बोट डालणा- फरज निभाणा हे रै- सबने अपणी बोट डाल कै, अपणा फर्ज निभाणा सै अपणी मर्जी का फेर हमनै, देस मै नेता ल्याणा सै।। बोट मै ताकत बहोत घणी... Hindi · कविता 1 81 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read खुशी के पल खुशी के पल मंगल गीत है गाने आएं, खुशियाँ हम बरसाने आए । प्यार-प्रेम सदा बने तुम्हारा, दिल से दिल मिले सदा हमारा । आशीर्वाद है देने आए, मंगल गीत... Hindi · कविता 3 1 454 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 2 min read नशा- एक सामाजिक बुराई नशा- एक सामाजिक बुराई घूम रहा है युवा नशे में, पागलपन सा छाया है मदहोशी में उसके लिए, अपना ना कोई पराया है । दर्द दिया है बेदर्दी नें, अपनों... Hindi · कविता 2 2 979 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read मिलावटी लाल मिलावटी लाल लोभ लालच और माया से, बना भ्रम का जाल युग पुरुष कहलाते हैं जो, वह है मिलावटी लाल रूप धरा कंकड़-तिनके का हुए मिक्स सब माल काली,पीली एक... Hindi · कविता 1 1 488 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read हाय रे रिश्वत हाय रे रिश्वत लालच, तृष्णा, लोभ जगत में, रिश्वत के बहना और भाई ईमानदार को ठेंगा दिखाने, मुद्रा रूप में यह आई । इसकी तुलना में फीकी है, गुड़, चीनी,... Hindi · कविता 1 2 576 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read महिला दिवस महिला दिवस जगत जननी, प्रेम की देवी, मातृशक्ति कहलाई है मातृत्व का सुख देने को, नारी धरा पर आई है । पौराणिक गाथाओं में भी, जिसमें शक्ति समाई है बहन,... Hindi · कविता 1 1 486 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read होली आई-खुशियाँ लाई होली आई-खुशियाँ लाई पिचकारी खुशियों से भर कर, अपनों पे हमने चलाई है मन में रहे ना कोई भी दूरी, रंगो की होली आई है । चुटकी भर गुलाल ने... Hindi · कविता 2 428 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read सिनेमा का बदलता दौर सिनेमा का बदलता दौर पहले चरण में फिल्मों ने, हरिश्चंद्र दिखलाया था सत्य, धर्म और निष्ठा का, सबको पाठ पढ़ाया था । देख सिनेमा लोगों ने, आत्मविश्वास जगाया था जान... Hindi · कविता 1 331 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read गुमनाम बचपन गुमनाम बचपन छोटी सी उम्र में, लकड़ी बजाकर खेल दिखाना, शुरू किया । हाथ में डमरू, पैर में घुंघरू नाचना गाना, शुरू किया ।। करता हुँ करतब, भीख मांग कर... Hindi · कविता 2 1 520 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read बाल मजदूरी- सजा जरूरी बाल मजदूरी- सजा जरूरी बर्तन चौका साफ सफाई घर का कूड़ा उठाया है । नाबालिक छोटे बच्चे पर आज यह संकट आया है ।। मजदूरी करके बच्चे ने दुख का... Hindi · कविता 1 317 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read कलम की ताकत कलम की ताकत कलम बिना ना, कोई जाने बात ना कोई, अपनी माने । दिखने में, दुबली पतली सी खोले हैं इसनें, कई खजाने ।। जिसने पकड़ी, अपने हाथ में... Hindi · कविता 1 334 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 2 min read गणतंत्र भारत गणतंत्र भारत जनवरी छब्बीस को भारत में, गणतंत्र दिवस आया है जन-जन में खुशहाली का, फिर से मंजर छाया है। लोकतंत्र में ताकतवर, कोई एक नहीं बन पाया है गणतंत्र... Hindi · कविता 2 630 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read सैनिक सैनिक भूख-प्यास सर्दी- गर्मी की, परवाह नहीं वह करता है। सीमा पर पहरा देते हुए, तोपों से नहीं डरता है। कसम वतन की खाकर सैनिक,देश की सेवा करता है। जय... Hindi · कविता 1 460 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read खेल से नाता-अपना बनाओ खेल से नाता-अपना बनाओ शिक्षा संग है, खेल जरूरी जीवन में, इसको अपनाओं सुख से जीवन, जीना है तो खेल से नाता अपना बनाओं। खेल खेलना, बहुत जरूरी समझदार तुम... Hindi · कविता 1 334 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 2 min read अतुल्य भारत अतुल्य भारत गर्व मुझे अपनी माटी पर, मस्तक पर इसे लगाता हूँ भारत माँ को शीश झुका, इसकी महिमा गाता हूँ । अदम्य साहस जिसकी पहचान, ऐसा भारत आज दिखाता... Hindi · कविता 1 2 2k Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read बेरोजगारी बेरोजगारी एम ए, बी एड डिग्री लेकर, रुपया ना एक कमाया है भाग्यहीन और कर्म का मारा, मैरिट में ना आया है । धक्के खाकर बार-बार, जूता उसने घसवाया है... Hindi · कविता 1 1 227 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read नया साल नया साल नया साल, लाएँ नई खुशियाँ गीत खुशी के, गाते हैं। आओ हम सब, मिलकर फिर से नव वर्ष आज, मनाते हैं ।। आओ मिलकर, हर दिन को एक... Hindi · कविता 1 287 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 2 min read मज़दूर की लाचारी मज़दूर की लाचारी लाचारी में मज़दूर ने अपने, सिर पर बोझा ढ़ोया है असहाय छोड़कर बच्चे को, मज़दूर का मन भी रोया है।। दो वक्त का खाना मिल जाए, अरमान... Hindi · कविता 1 247 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read समय बदल गया समय बदल गया मन विचलित होता ये देखकर, समय ये कैसा आया। कलम होनी थी जिन हाथों में, आज मोबाइल पाया।। मिले सहारा आज नहीं, बस रह गई पास में... Hindi · कविता 1 619 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 2 min read इतिहास का झरोखा इतिहास का झरोखा इतिहास नहीं है मुश्किल देखो, इसको आसान बनाया हर एक युग को कलम से अपनी, लिखकर आज दिखाया। बच्चों की उलझन को उसने, इतना आसान बनाया आदिकाल... Hindi · कविता 1 575 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 2 min read ए मतदाता-भारत भाग्य विधाता ए मतदाता-भारत भाग्य विधाता पाँच साल में आज यह तुमको,निर्णय फिर से लेना है भारत मां को ताकत दे जो, वोट उसी को देना है ए मतदाता – भारत भाग्य... Hindi · कविता 1 491 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read शिक्षा माँगें सुरक्षा शिक्षा माँगें सुरक्षा ऐसी शिक्षा, ना दीजिए जो हर ले, तन से साँस शिष्य बचे ना, गुरु बचे रहे ना, कोई आस । रहे ना, कोई आस घड़ी यह, कैसी... Hindi · कविता 305 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 2 min read बापू गांधी बापू गांधी कोटि-कोटि, नमन उन्हें जो सत्य की राह पर, अड़े रहे । बुलंद हौसले, लेकर बापू अडिग हमेशा, खड़े रहे ।। लंदन में, जिसने की पढ़ाई धन दौलत थी,... Hindi · कविता 319 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 2 min read कोरोना जड़ से खोना कोरोना जड़ से खोना एहतियात बरतना राय मानना, देश छोड़कर जाना नहीं अफवाहों से तुम दूर रहो, भ्रमित प्रचार फैलाना नहीं। हाथ जोड़कर करो नमस्ते, सब से हाथ मिलाना नहीं... Hindi · कविता 545 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 2 min read छोटी सी है मेरी इच्छा छोटी सी है मेरी इच्छा छोटी सी है मेरी इच्छा, नेता मैं बन जाऊँ भ्रष्ट लोगों को जेल में भरकर, सजा उन्हे मैं दिलाऊँ। कानून तोड़ने वालों को मैं, अच्छा... Hindi · कविता 632 Share अरविंद भारद्वाज 17 Mar 2020 · 1 min read ऋतुराज - बसंत पंचमी ऋतुराज - बसंत पंचमी कला की देवी, हंस वाहिनी, वीणा मधुर बजाए मौसम हुआ है, आज सुहाना, मन मेरा र्हषाए । खेत में सरसों, पीली-पीली, तितली पंख फैलाए गेहूं, जौ... Hindi · कविता 422 Share अरविंद भारद्वाज 28 Jul 2019 · 3 min read सत्संगति सत्संगति सत्संगति जीवन बनाए, और दिलाए नाम माता-पिता का मान बढ़ाएं, मिले उन्हें सम्मान । मानव की पहचान में, इसका बड़ा है नाम भला बुरा कहलाने में, आए बड़ी यह... Hindi · कविता 408 Share अरविंद भारद्वाज 28 Jul 2019 · 1 min read लौट आओ पापा लौट आओ पापा जब तक तू, मेरे साथ था बचपन का, आभास था । जिम्मेदारी, एक ना थी और खुशियों संग, उल्लास था ।। खता हुई, शायद कोई मुझसे पल... Hindi · कविता 380 Share अरविंद भारद्वाज 28 Jul 2019 · 1 min read दहेज- एक अभिशाप दहेज- एक अभिशाप धन दौलत की लालच में बहू को वेदी चढ़ा दिया अंधा होकर पापी ने कदम अपना यह बढ़ा दिया । बेटे की शादी को लोभी ने अपना... Hindi · कविता 261 Share अरविंद भारद्वाज 4 Nov 2018 · 1 min read कलम की ताकत कलम की ताकत कलम बिना ना, कोई जाने बात ना कोई ,अपनी माने । दिखने में, दुबली पतली सी खोले हैं इसनें, कई खजाने ।। जिसने पकड़ी, अपने हाथ में... Hindi · कविता 1 282 Share अरविंद भारद्वाज 1 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ त्याग और, ममता की मूरत ,भोली-भाली ,सी है सूरत । देवी का रूप ,है उसमें ,मेरी माता, खूबसूरत ।। लोरियां, हमको सुनाती ,प्यार के गीत, वह गाती । नन्ही... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 23 659 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 1 min read बेटी है अभिमान, देश की है शान बेटी है अभिमान, देश की है शान बेटा- बेटी में करें जो भेद । उसे रहेगा सदा यह खेद । बहन मिले ना बेटी मिले । सामाजिक संबंधों से रहें... Hindi · कविता 639 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 1 min read शहीदों को नमन शहीदों को नमन शहीद देश की शान है। भारत वर्ष का मान है । तिरगां लपेटे हुए शव पर । देश के लिए कुर्बान है ।। देश की खातिर मर... Hindi · कविता 221 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 1 min read वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई झांसी की, इस रानी ने साहस ,खूब दिखाया था । मार-मारकर, अंग्रेजो को भारत से ,बाहर भगाया था ।। मुट्ठी भर ,लोगों ने जब भारत को ,गुलाम... Hindi · कविता 472 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 1 min read उनकी याद में भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी को समर्पित कविता उनकी याद में भावमयी था, वह पल बीत गया, करुणामयी कल। लाखों की भीड़ थी लेकिन नहीं रहे उनमें अटल ।। नम... Hindi · कविता 273 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 1 min read लहू का रंग, सभी का लाल लहू का रंग, सभी का लाल माखन पर, नहीं लिखा धर्म जाति का, कोई नाम। भरोसा दिल में ,रखो तो मिलेंगे, हम सभी को श्याम।। जन्म लेते ही, कान्हा ने... Hindi · कविता 308 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 1 min read खोखला तंत्र, भ्रष्टाचार का मंत्र खोखला तंत्र, भ्रष्टाचार का मंत्र काला धन कहकर, इसको मुद्रा की, खिल्ली उड़ाई है । दर-दर रिश्वत देकर, मैंने मेहनत से ,पूंजी कमाई है ।। इन घोटालों नें ही, आज... Hindi · कविता 265 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 1 min read छोटी की अभिलाषा छोटी की अभिलाषा झुग्गी झोपड़ी का बच्चा करे गुहार शिक्षा है मेरा अधिकार , कहीं समाज ना दे मुझे नकार, मेरी है बस यही पुकार । स्कूल मेरा है बहुत... Hindi · कविता 476 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 1 min read पिता जब से पिता बना हूं, मुझको होश तभी से, आया है । कैसे हुआ मैं, इतने वर्ष का आज समझ में, आया है ।। पेड़ की तरह ,छाया देता है... Hindi · कविता 468 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 2 min read मोबाइल से मुझे बचाओ मोबाइल से मुझे बचाओ मोबाइल की लत में ,लग गया रात-रात भर , नींद से जग गया। हो गया चौपट , मेरा जीवन । हाय रे मैं तो, राह भटक... Hindi · कविता 241 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 2 min read गुरु बिन ज्ञान नहीं गुरु बिन ज्ञान नहीं खुद लौ की भांति, जलकर रोशनी, जग को दिखाता है । ज्ञान बांटता, बात-बात पर अध्यापक ,कहलाता है ।। कच्ची मिट्टी की, भाँति जब बच्चा स्कूल... Hindi · कविता 546 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 2 min read बेटी की वेदना - कौन सुनेगा बेटी की वेदना - कौन सुनेगा सुनकर वेदना बेटी की, जग यह सारा रोया है कलयुग के रावण ने सबका, चैन सुकून भी खोया है । कष्ट और वेदना को... Hindi · कविता 464 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 2 min read रेवाड़ी की गौरवमयी गाथा रेवाड़ी की गौरवमयी गाथा अपनी मातृभूमि कि मैं, गाथा आज सुनाता हूं , पीतल नगरी रेवाड़ी को, अपना शीश नवाता हुँ । कुर्बानी से डरे नहीं, वीर तुम्हें बताता हूं... Hindi · कविता 219 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 1 min read ऊंच-नीच की आग ऊंच-नीच की आग ऊंच-नीच की आग ये, किसने है पनपाई , किस ने रचाया ढोंग ये , जाति किसने बनाई । लड़ता ये इंसान क्यों ,लड़ते क्यों भाई- भाई ,... Hindi · कविता 467 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 1 min read हम लोगों को गंगा में प्रदूषण करने से कैसे रोके हम लोगों को गंगा में प्रदूषण करने से कैसे रोके गंगा की निर्मल धारा में, अशुद्धि नहीं मिलानी है पावन गंगा मैया हमको ,स्वच्छ बनानी है । इस धारा से... Hindi · कविता 185 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 2 min read छोटी सी है मेरी इच्छा छोटी सी है मेरी इच्छा छोटी सी है मेरी इच्छा, नेता मैं बन जाऊं , भ्रष्ट लोगों को जेल में भरकर, सजा उन्हे मैं दिलाऊं । कानून तोड़ने वालों को... Hindi · कविता 281 Share अरविंद भारद्वाज 14 Oct 2018 · 2 min read बचपन की यादें -कविता घर के, कच्चे आंगन में, मिट्टी की, खुशबू आना । बचपन में ,तख्ती लेकर, मुल्तानी का, लेप चढ़ाना ।। नीला- कुर्ता ,सफेद- पजामा, था, यह अपना आना-बाना । छोटा सा... Hindi · कविता 514 Share