Shyam Tiwari 28 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shyam Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read गीत 28 गीत ***** इस नदी की व्यथाओं को, कौन समझेगा ।। शिराओं में नहीं सूरज, गली में रह गई गोरज, पत्थरों के जंगलों में, कौन पनपेगा ।। 🔥🔥 अनमना मन तनी... Poetry Writing Challenge 1 83 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 27 गीत हमने तीरथ किए , आपने की है तीरन्दाजी ।। 🌹🌹 सह कर दीवारों की सख्ती , दांसे पर रहते हम । खाकर बासी रोटी , आधा पेट मारते हैं... Poetry Writing Challenge 185 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 26 गीत -- --------//--------- एक गीत गाँव का लिखे कोई , आकर के उजियारे सूरज के दीप ।। 🌹🌹 जगत ने जलाया था , जलद ने उजाड़ दिया । अपनों से... Poetry Writing Challenge 236 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 25 गीत ------------------------ टूटे अपनेपन के दरपन , मन के सपने रेत हुए ।। आशाओं के सजग सिपाही , एक एक कर खेत हुए ।। 🌹🌹 सम्बन्धों के गाँव उजड़ते ,... Poetry Writing Challenge 214 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 24 गीत ------------------------ मौन हैं दिन भीड़ ने ओढ़ा अकेलापन ।। देखता हूँ अब अधिक वाचाल है दरपन ।। 🌹🌹 जल भरे बादल भिगोते , लौट करके रात को । स्वेद... Poetry Writing Challenge 184 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 23 गीत ----------------------- धीरज का कर थाम चलाचल , चिरप्रकाश भर दीप जलेंगे ।। 🌹🌹 मेघों का जमघट द्वारे पर , गिरि के पार किरन सोई है । तोड़ हताशा के... Poetry Writing Challenge 242 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 22 आज यह गीत सादर ------------------------ नर्म धरा पर बीज उगे थे अंकुर टूटे हैं।। 🌹🌹 पता नहीं यह समय निगोड़ा कैसा आया । जो भी मिलता उसके, सिर पर काला... Poetry Writing Challenge 170 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 21 गीत ----------------------- दिन गिरे फुटपाथ पर चलते हुए , सघन बरगद पर अँधेरा हो गया ।। 🌹🌹 स्वेद दौड़ा भाल पर भयभीत सा , मालती के पैर की चप्पल गिरी... Poetry Writing Challenge 205 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 20 गीत ------------------------ मैं फ़क़त हूँ दूर दो ग़ज़ टूटती सम्वेदना से । और तुम पत्थर लिए हो हाथ में ।। 🌹🌹 बुद्धिजीवी शहर का यह , सभ्यता ओढ़े समाज ।... Poetry Writing Challenge 74 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 19 गीत --------------------------- एक हफ्ते में मिली बस चार दिन ।। 🌹🌹 पले कैसे पेट इस , आधी मजूरी में । तीन दिन जाया हुए हैं जी हजूरी में । क्रोध... Poetry Writing Challenge 94 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 18 गीत ----------------------- उम्र भर खटती रही वह पुरानी साइकल । 🌹🌹 आज भी डटती नहीं वह पुरानी सायकल । पिता सँग जाती रही गाँव के स्कूल में । क ख... Poetry Writing Challenge 67 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 17 गीत ----------------------- श्वेत श्याम तस्वीरों में स्पंदन है , वही पुराना गाँव आज भी नन्दन है ।। 🌹🌹 बरगद कटे मिटी चौपलें , चली गईं शतरंजी चालें । सब कुछ... Poetry Writing Challenge 63 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 16 गीत ------------------------- भौतिकता के गहन वनों में, खोए खोए लोग ।। 🌹🌹 चाँदी की चमकीली आँखें , सोने के सब दाँत । लकदक कपड़े हैं रेशम के , सुरा नहाई... Poetry Writing Challenge 102 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 15 गीत ----------------------- नयी सुबह से स्वप्न तुम्हारे, मेरा अनुभव बरसों का । मैं जमीन सिंचित फसलों की , तुम पराग हो सरसों का ।। 🌹🌹 महीने बरस कठिन युग बीते,... Poetry Writing Challenge 83 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 14 गीत ----------------------- कुछ पन्ने ही शेष बचे हैं , जो पढ़ना है इस किताब के ।। कुछ पन्नों में वर्तमान है , कुछ भरमाते मधुर ख्वाब के ।। 🌹🌹 अंधकार... Poetry Writing Challenge 75 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 13 गीत -------------------------- जितने पेड़ लगाए हमने , सबके सब मुरझाए हैं ।। जीवन के उज्ज्वल पक्षों पर , जमते काले साए हैं ।। 🌹🌹 समय हुआ कपटी सन्यासी , रखता... Poetry Writing Challenge 60 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 12 गीत ------------------------ छूटा जीवन का स्वर्णकलश , बस स्वप्न रह गए आँखों में ।। टूटे पंछी के पर लेकिन , बच गईं उड़ानें पाँखों में ।। 🌹🌹 यायावर थे जब... Poetry Writing Challenge 60 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत 11 गीत बीज है जीवन चले माटी से माटी तक । ** प्रस्फुटित हो कोंपलें बनकर बढ़े।। श्रम लगन से दौड़ता पर्वत चढ़े । जीत है जीवन जलेगा सुबह गाती तक।।... Poetry Writing Challenge 81 Share Shyam Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read गीत10 गीत ------------------------ पता नहीं क्या होगा , मेरे मर जाने के बाद ।। 🍁🍁 रातें होंगीं या दिन होगा , या फिर बरफ गिरेगी । तोड़ेगी सीमाएँ नदिया , या... Poetry Writing Challenge · गीत 80 Share Shyam Tiwari 27 May 2023 · 1 min read गीत09 गीत ------------------------ फूल हैं नकली जलेंगे पाँव तितली ।। छूटते उम्मीद के सारे ठिकाने मिलो जिससे भी बनाता है बहाने अब नहीं है बाग अपना गाँव तितली ।। ढूँढ़ 'पीपल'... Poetry Writing Challenge · गीत 41 Share Shyam Tiwari 27 May 2023 · 1 min read गीत08 गीत ------------------;------- आओ मीठा गीत लिखें ।। 🌹 जीवन में कितना तनाव है , डूब रहा हर एक भाव है। बदले तेवर रूखी भाषा , बदले संस्कार परिभाषा । तपता... Poetry Writing Challenge 156 Share Shyam Tiwari 27 May 2023 · 1 min read गीत07 गीत ------------------------ कारा तोड़ निकल रे कैदी , अम्बर में मधु भोर खिली है ।। टहनी पर आकर गौरैया, दिन से पहली बार मिली है ।। 🌹🌹 जीवन के झूठे... Poetry Writing Challenge 181 Share Shyam Tiwari 27 May 2023 · 1 min read गीत06 गीत ---- घर माटी का औऱ पूस की रात ।। 🌹 कैसे आग जलाएँ घर में , बरफ पड़ी निर्जन अम्बर में । सीना तान तिमिर हँसता है, आधी मजदूरी... Poetry Writing Challenge 73 Share Shyam Tiwari 26 May 2023 · 1 min read गीत ०५ नवगीत --------------------------- एक हफ्ते में मिली बस चार दिन ।। 🌹🌹 पले कैसे पेट इस , आधी मजूरी में । तीन दिन जाया हुए हैं जी हजूरी में । क्रोध... Hindi · गीत 204 Share Shyam Tiwari 14 May 2023 · 1 min read मुस्कानों की परिभाषाएँ ०३* बैठ कंगनियों पर कागा मत बोल ।। लगा रहा हूँ ध्यान, टूटता । मन चंचल चालाक रूठता । उड़ जा रे, जा औऱ कहीं तू डोल ।। अब की... Hindi · गीत 59 Share Shyam Tiwari 14 May 2023 · 1 min read गीत०२* ०२* रिश्तों से धूप खो गयी।। ** पेट के सवाल पर , गाँव शहर जा बसे । खेती मुरझा गयी हरदम मौसम कसे । छुट्टी का आवेदन बरखा भिगो गयी... Poetry Writing Challenge · गीत 94 Share Shyam Tiwari 14 May 2023 · 1 min read मुस्कानों की परिभाषाएँ १* जाने कब और कहाँ खो गए , अपनापन सम्बन्ध पुराने ।। जीवन पथ ही हुआ अजनबी , पीछे छूट गया है मेला । कुटिल आँधियाँ हँसतीं कहतीं , चलना... Hindi · गीत 148 Share Shyam Tiwari 7 Jun 2022 · 1 min read छाँव पिता की पीढ़ियों से जो पिताजी , छाँव बन चलते रहे ।। धूप सावन और आँगन , सब उन्हें छलते रहे * काल काला निर्दयी, क्रूर हुए ह्रदय जन के । कहाँ... Hindi · गीत 3 1 365 Share