Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jun 2023 · 1 min read

गीत 26

गीत
— ——–//———
एक गीत गाँव का लिखे कोई ,
आकर के उजियारे सूरज के दीप ।।
🌹🌹
जगत ने जलाया था ,
जलद ने उजाड़ दिया ।
अपनों से वंचित मन ,
बार बार ज़हर पिया ।
एक गीत छाँव का लिखे कोई ,
मोती की आशा में रहती है सीप ।।
🌹🌹
गीले दिन दरिया में ,
बह जाते रोज मुए ।
टूट रहे दरपन से ,
सपनों को कौन छुए ।
एक गीत नाव का लिखे कोई ,
नजर नहीं आता है साहिल समीप ।।
🌹🌹
सदा दर्द नियति नहीं ,
मंगलाचरण भी हैं ।
तिमिर तने पर्वत के ,
पीछे किरन भी हैं ।
एक गीत भाव का लिखे कोई ,
आशाएँ मन का आँगन जातीं लीप ।।
🌹🌹
©श्याम सुंदर तिवारी

227 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ବାତ୍ୟା ସ୍ଥିତି
ବାତ୍ୟା ସ୍ଥିତି
Otteri Selvakumar
आजाद लब
आजाद लब
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
फितरती फलसफा
फितरती फलसफा
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
3332.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3332.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
शे’र/ MUSAFIR BAITHA
शे’र/ MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
💐प्रेम कौतुक-198💐
💐प्रेम कौतुक-198💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Pal bhar ki khahish ko jid bna kar , apne shan ki lash uthai
Pal bhar ki khahish ko jid bna kar , apne shan ki lash uthai
Sakshi Tripathi
*** चल अकेला.....!!! ***
*** चल अकेला.....!!! ***
VEDANTA PATEL
****मैं इक निर्झरिणी****
****मैं इक निर्झरिणी****
Kavita Chouhan
दिनांक:-२३.०२.२३.
दिनांक:-२३.०२.२३.
Pankaj sharma Tarun
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
क्या मेरा
क्या मेरा
Dr fauzia Naseem shad
पश्चाताप का खजाना
पश्चाताप का खजाना
अशोक कुमार ढोरिया
दर्शन की ललक
दर्शन की ललक
Neelam Sharma
गए थे दिल हल्का करने,
गए थे दिल हल्का करने,
ओसमणी साहू 'ओश'
"The Dance of Joy"
Manisha Manjari
" ज़ख़्मीं पंख‌ "
Chunnu Lal Gupta
तुम देखो या ना देखो, तराजू उसका हर लेन देन पर उठता है ।
तुम देखो या ना देखो, तराजू उसका हर लेन देन पर उठता है ।
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
युवा संवाद
युवा संवाद
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"शब्द"
Dr. Kishan tandon kranti
प्री वेडिंग की आँधी
प्री वेडिंग की आँधी
Anil chobisa
"I’m now where I only want to associate myself with grown p
पूर्वार्थ
*फाग का रंग : बारह दोहे*
*फाग का रंग : बारह दोहे*
Ravi Prakash
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
चन्द्रयान अभियान
चन्द्रयान अभियान
surenderpal vaidya
No battles
No battles
Dhriti Mishra
क्या यह महज संयोग था या कुछ और.... (1)
क्या यह महज संयोग था या कुछ और.... (1)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मैं शब्दों का जुगाड़ हूं
मैं शब्दों का जुगाड़ हूं
भरत कुमार सोलंकी
" लक्ष्य सिर्फ परमात्मा ही हैं। "
Aryan Raj
ब्रज के एक सशक्त हस्ताक्षर लोककवि रामचरन गुप्त +प्रोफेसर अशोक द्विवेदी
ब्रज के एक सशक्त हस्ताक्षर लोककवि रामचरन गुप्त +प्रोफेसर अशोक द्विवेदी
कवि रमेशराज
Loading...