Tag: ग़ज़ल/गीतिका
12
posts
कर्मों के फल वहाँ मिलते हैं।
Dr. Swati Gupta
नज्म- साँस भी चलती नहीं।
Dr. Swati Gupta
मेरे ख़ुदा तुम कभी भी न बदलना
Dr. Swati Gupta
खिलेगा बीच काँटों के फिर से गुलाब।
Dr. Swati Gupta
गजल- खुदा की अगर हमपे रहमत न होती।।
Dr. Swati Gupta
प्यार से महकाते होंगे।
Dr. Swati Gupta
गजल-रूहानी लिख रही हूँ।
Dr. Swati Gupta
नज्म- बने रखवाले थे।
Dr. Swati Gupta
गजल-फूल खिलाया सनम
Dr. Swati Gupta
दूरियां कुछ भी नही
Dr. Swati Gupta
ग़ज़ल
Dr. Swati Gupta
मुझपे हक है तेरा जताया करो।
Dr. Swati Gupta