सुनील कुमार Tag: दोहा 86 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read कोयल बोले बाग में----- कोयल बोले बाग में, अमिया गई बौराय। नन्हीं कलियां खिल रहीं, भौरें रहै अकुलाय।। Hindi · दोहा 1 2 512 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read कामी लोभी ना करै---- कामी लोभी ना करै, सुमिरन करै फकीर। कोयल शिशु जनमिया, पालै काग अमीर।। Hindi · दोहा 1 470 Share सुनील कुमार 2 Nov 2021 · 1 min read सीप में मोती चमक रहा---- सीप में मोती चमक रहा, जग देखत है नाहि। हृदय मध्य में है हरि बैठा, जो खोजे सो पाहि।। Hindi · दोहा 1 472 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read सेवक करम है करि रहा------ सेवक करम है करि रहा, करम से नाता जोड़ि। मानुष जैसी करनी करै, सो वैसा ही फल पाहि।। Hindi · दोहा 1 439 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read राम नाम तू जपि रहा---- राम नाम तू जपि रहा, राम मिलत है नाहि। अंधन आगे रोइ रहा, राम हृदय में ताहि।। Hindi · दोहा 1 426 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read सब गुन ताहि बसि रहै------ सब गुन ताहि बसि रहै, हिय में तुम्हारे समाहि। कस्तूरी को खोजत फिरै, मूरख मृग वन जाहि।। Hindi · दोहा 1 401 Share सुनील कुमार 2 Jul 2021 · 1 min read वक्त वक्त की बात--- वक्त है तो सुखद है, वक्त नही तो दुःखद है। वक्त वक्त की बात है कि वक्त ही बेवक्त है।। Hindi · दोहा 2 396 Share सुनील कुमार 6 Sep 2021 · 1 min read समय गवाएँ क्या मिला----- समय गवाएँ क्या मिला, किया न कुछ भी काम। एक दिन तू पछतायेगा, होगा जब नाकाम।। Hindi · दोहा 1 2 466 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read पतझड़ के दिन बीत गए----- पतझड़ के दिन बीत गए, माह बसन्त है आई। डाली-डाली खिल गयी, कोमल पात सजाई।। Hindi · दोहा 1 2 386 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read झूठन को झूठा लगै------ झूठन को झूठा लगै, सत्य समझ नहिं आई। नदी किनारे वृक्ष जैसे, उल्टी प्रतिबिम्ब बनाई।। Hindi · दोहा 3 2 392 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read डाली-डाली कली खिली--- डाली-डाली कली खिली, ज्यौं प्रसून बन जाय। भ्रमर पराग आस्वादन कर, देवै शहद बनाय।। Hindi · दोहा 2 423 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read गुरु ज्ञान है बाँटि रहा---- गुरु ज्ञान है बाँटि रहा, मूरख समझै नाहि। समक्ष भैस के बीन बजावै, सो खड़ी रहै पगुराई।। Hindi · दोहा 1 412 Share सुनील कुमार 9 Oct 2021 · 1 min read चिड़िया बैठी डाल पर---- चिड़िया बैठी डाल पर, खोता लिया बनाई। आंधी चला जब जोर की, बसेरा दिया उजारि।। Hindi · दोहा 1 464 Share सुनील कुमार 2 Oct 2021 · 1 min read ज्ञान गुरु से पूँछि ल्यौ सदा ज्ञान गुरु से पूँछि ल्यौ, जाति न पूँछै कोय। तोड़ मधुर फल खाइ ल्यौ, वृक्ष न कबहुँ गिनाए।। Hindi · दोहा 1 372 Share सुनील कुमार 2 Oct 2021 · 1 min read भाई-भाई देखो लड़ि रहा भाई-भाई देखो लड़ि रहा, द्वेषभाव अपनाय। एक चला जग छोड़ि कै, दूजा मोती टपकाय।। Hindi · दोहा 1 387 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read पिय मोहे भवन पधारिया---- पिय मोहे भवन पधारिया, हिय-पट रही लिपाई। साथ चली मैं जाऊंगी सखि, मायका सुधि बिसराई।। #आत्मा/परमात्मा Hindi · दोहा 2 388 Share सुनील कुमार 9 Oct 2021 · 1 min read खाली हाथ सब आये हैं------ खाली हाथ सब आये हैं, किया न मानुष सत्कार। सब यही छूट जाएगा, जाना है हाथ पसार।। Hindi · दोहा 1 386 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read काया कै कोई मोल ना----- काया कै कोई मोल ना, जस मदार कै फूल। संग पवन कै उड़ि रहा, बनकर माटी धूल।। Hindi · दोहा 2 355 Share सुनील कुमार 2 Oct 2021 · 1 min read काया खूब सँवारि रहा काया खूब सँवारि रहा, करकै हिय दुत्कार। सब यही छूट जाएगा, होगा जग अँधियार।। Hindi · दोहा 1 327 Share सुनील कुमार 19 Feb 2022 · 1 min read हरि से गुरु तुम्हीं होऊ--- हरि से गुरु तुम्हीं होऊ , तुमसे न कोई महान। शीश धरि गुरु चरनन में, करत शिष्य प्रणाम।। #गुरु महिमा Hindi · दोहा 1 326 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read मृदु वचन है बोलि रहा------ मृदु वचन है बोलि रहा, समन्वय भाव फैलाय। हरि को जो समझ लिया,साँच पंडित कहलाय।। Hindi · दोहा 2 2 336 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read प्रभु सुमिरन जो जन न करै------ प्रभु सुमिरन जो जन न करै, करै ना भक्ति विवेक। मूरख दर-दर फिरि रहा, अधम बगुला भक्त अनेक।। Hindi · दोहा 1 293 Share सुनील कुमार 2 Nov 2021 · 1 min read भाग्य खाने को न दे सकै----- भाग्य खाने को न दे सकै, इसकी न कोई जाति। करम की अंजलि खोलिए, भाग्य तुम्हारे हाथ।। Hindi · दोहा 1 295 Share सुनील कुमार 11 Oct 2021 · 1 min read पिया-पिया मैं रट रही---- पिया-पिया मैं रट रही, प्रिय आवत हैं नाहि। दूर हुए हैं बहुत दिनों से,दिन बिसरत हैं नाहि।। Hindi · दोहा 1 518 Share सुनील कुमार 23 Nov 2021 · 1 min read पत्ते पर जब पानी पड़ा---- पत्ते पर जब पानी पड़ा, पानी मोती होय। आत्मा बीच हरि बैठा, मानुष देख ना पाय।। Hindi · दोहा 1 274 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read साधु करम है करि रहा----- साधु करम है करि रहा, भाग्य भरोसा नाहि। मारग सफल हो जावै, भाग्य खड़ा मुस्काय।। Hindi · दोहा 2 269 Share सुनील कुमार 9 Oct 2021 · 1 min read सब में एकहि लहू बहै---- सब में एकहि लहू बहै, जस नदियन कै नीर। राम-रहीम को न बांटिऐ, बांध कोई जंजीर।। Hindi · दोहा 1 271 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read बोया पेड़ खजूर का---- बोया पेड़ खजूर का, छाया कहाँ से होय। पाप की गठरी भरि रहा, पुण्य प्राप्त कहाँ से होय।। Hindi · दोहा 1 260 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read माया काया कुछ नही---- माया काया कुछ नही, जपि लै प्रभु का नाम। साथ तेरे कुछ न जावेगा, छूटेगा ज्यौं तेरे प्रान।। Hindi · दोहा 1 262 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read पिय सा सुन्दर कोई ना------ पिय सा सुन्दर कोई ना, देखौं हिय में ताक। सदा पास जाकै रहूँ, मोहि ना कोई आस। #आत्मा/परमात्मा Hindi · दोहा 2 243 Share सुनील कुमार 9 Oct 2021 · 1 min read साधु सुमिरन है करि रहा------ साधु सुमिरन है करि रहा, मनवा करै विचार। नाव घाट से छूटि रहा, ताहि लगावौ पार।। Hindi · दोहा 1 234 Share सुनील कुमार 11 Oct 2021 · 1 min read दिन उबरत ना प्रभु बिना---- दिन उबरत ना प्रभु बिना, प्रिया कर रही विलाप। साथ तुम्हारे जाना है, छूटै सब जंजाल।। Hindi · दोहा 2 250 Share सुनील कुमार 9 Oct 2021 · 1 min read पाप की मटकी भर गई------ पाप की मटकी भर गई, काल सम्मुख बुलाई। दीपक पास नाचि रहा, पतंग जरि-मरि जाई।। Hindi · दोहा 1 237 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read नारी का सम्मान कर---- नारी का सम्मान कर, मत करो अपमान। ज्यौं नारी अपमान होई, होवै जग श्मशान।। Hindi · दोहा 237 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read मलिन हुआ प्रभु जग तेरा---- मलिन हुआ प्रभु जग तेरा, कोई-केहू का नाहि। मात-पिता को खाट नही, सुत सोय रहा अटारि।। Hindi · दोहा 2 2 234 Share सुनील कुमार 19 Feb 2022 · 1 min read गुरु की महिमा अनन्त----- गुरु की महिमा अनन्त है, जग में जानै न कोई। ज्ञान देत विपुल अलौकिक,प्रकाश जगत में होय।। Hindi · दोहा 1 227 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read एक तरफ माँहि मैं रहै------ एक तरफ माँहि मैं रहै, दूजे हरि माँहि नाथ। मिलन कबहुँ न हो सकै, रजनी कै संग प्रभात।। Hindi · दोहा 1 225 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read धरम-धरम चिल्लाई रहा----- धरम-धरम चिल्लाई रहा, धरम न जानै कोय। जामें मानुष का प्रेम भरा, साँच धरम सो होय।। Hindi · दोहा 2 4 221 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read जब पिय थे मैं ना रही---- जब पिय थे मैं ना रही, अब पिय हैं मैं नाहि। सब अंधियारा मिट गयो, पिय देखूं जब ताहि।। Hindi · दोहा 1 2 220 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read ईर्ष्या-द्वेष बहुधा किया---- ईर्ष्या-द्वेष बहुधा किया, कर मानुष प्रेम-दुलार। दुख सारा मिट जाएगा, सम्मुख सारा संसार।। Hindi · दोहा 1 219 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read मधुप पराग चूस कर---- मधुप पराग चूस कर, अमृय लिया बनाय। मधुर फलों से वृक्ष लदे, मानुष तोड़ के खाय।। Hindi · दोहा 1 211 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read पिय वियोग बहु सह लिया----- पिय वियोग बहु सह लिया, दूरी अब ना सहाई। मोहि सन्देशा भेज दिया, साथ मोहि लै जाई।। Hindi · दोहा 1 229 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read नाव कबहुँ गाड़ी चढ़ै---- नाव कबहुँ गाड़ी चढ़ै, गाड़ी कबहुँ नाव। तू हरि को संवार दे, हरि संवारेगा तोय।। Hindi · दोहा 1 215 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read मैं को हिय से निकालिया------ मैं को हिय से निकालिया, अब है प्रभु का वास। रजनी के पल बीत गयो, आया मधुरिम प्रभात।। Hindi · दोहा 1 210 Share सुनील कुमार 6 Sep 2021 · 1 min read झूठा ठहरै एक पल------ झूठा ठहरै एक पल, साच तो अनन्त बार। साच हमेशा बोलिये, जीवन बने अमृतधार।। Hindi · दोहा 1 2 217 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read हिय में जब तक मैं रहा--- हिय में जब तक मैं रहा, दीपक नही दिखाई। मैं को हिय से निकालिया, हरि हिय-मध्य मुस्काई।। Hindi · दोहा 2 206 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read हरि ब्याहि मोहि संग सखी हरि ब्याहि मोहि संग सखी, लेवहिं पास बुलाई। संग प्रिय माहि रमण किये, मैं तो गई लजाई।। Hindi · दोहा 2 206 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read घर की मर्यादा नारि से----- घर की मर्यादा नारि से, मेरी मर्यादा नारि। वात्सल्य की प्रत्यक्ष रूप है, मान बढ़ावै अपार।। Hindi · दोहा 1 205 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read सतजन प्रभु को समझ लिए----- सतजन प्रभु को समझ लिए, मूरख काहि बिसात। आदित्य प्रकाश बिखेर रहा, अज्ञ उल्लू समझै रात।। Hindi · दोहा 2 206 Share सुनील कुमार 9 Oct 2021 · 1 min read हरि सदृश प्रिया ज्यौं मिले---- हरि सदृश प्रिया ज्यौं मिले, लेऊँ में ब्याह रचाई। अपना हिय में बैठा लूँ, जनम सफल होई जाई।। Hindi · दोहा 1 195 Share Page 1 Next