सुखविंद्र सिंह मनसीरत Tag: ग़ज़ल 301 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Jul 2023 · 1 min read *खूबसूरत नक्श नहीं निगाहें हैँ* *खूबसूरत नक्श नहीं निगाहें हैँ* ************************* खूबसूरत नक्श नहीं निगाहें हैँ, दीवानें हर दम भरते आहें है। प्रेम की आंधी मे बहती भावना, मन को भाती प्यार की राहें हैं।... Hindi · ग़ज़ल 277 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jul 2023 · 1 min read *दो दिन की जिंदगानी* *दो दिन की जिंदगानी* ******************* दो दिन की जिंदगानी है, कुदरत की मेहरबानी है। जी लो जीभर के जिंदगी, पानी जैसी रवानी हैँ। झूलो झूमों बाँह फैलाये, कुछ दिन की... Hindi · ग़ज़ल 183 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jul 2023 · 1 min read *प्रेम बूँद से जियरा ना भरता* *प्रेम बूँद से जियरा ना भरता* ************************ बूँद - बूँद से सागर है भरता, लहर - लहर लहराता है मनवा। प्यास प्रीत की बढ़ती ही जाए, प्रेम बूँद से जियरा... Hindi · ग़ज़ल 121 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jul 2023 · 1 min read *आखिर वो आई है घड़ी* *आखिर वो आई है घड़ी* ******************** आखिर वो आई है घड़ी, नजरें जा उनसे ही लड़ी। यौवन मदहोशी सा भरा, हीरे नीरज से वो जड़ी। क्या सिफ़तें सारी यूँ करूँ,... Hindi · ग़ज़ल 198 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jul 2023 · 1 min read *बस मे भीड़ बड़ी रह गई मै खड़ी बैठने को मिली ना जगह* *बस मे भीड़ बड़ी रह गई मै खड़ी बैठने को मिली ना जगह* *********************************************** बस में भीड़ बड़ी रह गई मै खड़ी बैठने को मिली ना जगह, बस पर क्यों... Hindi · ग़ज़ल 101 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jul 2023 · 1 min read *भला ये कैसी नौबत आई* *भला ये कैसी नौबत आई* ******************** भला ये कैसी नौबत आई, इधर कुंआ तो उधर खाई। घर भी छूटा घाट भी छूटा, भार्या प्यारी साथ भी छूटा, जब से पड़ोसन... Hindi · ग़ज़ल 140 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jul 2023 · 1 min read उसके दर पर आज आना हुआ उसके दर पर आज आना हुआ ************************ उसके दर पर आज आना हुआ, याद फिर से बीता जमाना हुआ। देखा मुखड़ा खूबसूरत बलां, दिल तो पागल सा दिवाना हुआ। नजरें... Hindi · ग़ज़ल 49 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jul 2023 · 1 min read *सामने वो आन खड़ी* *सामने वो आन खड़ी* ******************* सामने वो आन खड़ी, नजरों से जा नजर लड़ी। छा गया इक अजब नशा, सूली पर थी जान पड़ी। मन चंचल सा मचल उठा, प्यारी... Hindi · ग़ज़ल 217 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jul 2023 · 1 min read ********* कुछ पता नहीं ******** ********* कुछ पता नहीं ******** ***************************** क्या होगी उनसे बात कुछ पता नही, मिल पाएगी दो आँख कुछ पता नहीं। सांसों की हल चल मार मारती बड़ी, बच जाएगी यूँ... Hindi · ग़ज़ल 235 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jul 2023 · 1 min read *कोरा दायरा तन मन छू लूँ* *कोरा दायरा तन मन छू लूँ* ********************** यूँ कब से खड़े हम राहों में, बहने दो जरा कुछ सांसों में। पल प्यारा कहीं ना चल जाए, झट ले लो हमें... Hindi · ग़ज़ल 98 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jul 2023 · 1 min read *समुद्र का वो हर पल निराला* *समुद्र का वो हर पल निराला* ************************ समुद्र का वो हर पल निराला है, लहरों को निज संग भगाता है। कौन निकाले गहराई से मोती, तल भी गहरा मौत का... Hindi · ग़ज़ल 288 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jul 2023 · 1 min read ******प्यारी मुलाक़ात***** ******प्यारी मुलाक़ात***** *********************** दिल की दिल से कुछ बात है, उनसे प्यारी सी मुलाक़ात है। जागी मिलने की आस है, सातों जन्मों का साथ है। सो जाऊँ पल भर गोद... Hindi · ग़ज़ल 231 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jul 2023 · 1 min read **भीगी भीगी सी शाम** **भीगी भीगी सी शाम** ******************** हाथों में पकड़ा जाम है, मुख से वो कहते राम है। हर मजहब में होते अलग, कुदरत के ही सब नाम है। भक्तों के सारे... Hindi · ग़ज़ल 227 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jul 2023 · 1 min read *मनभावन सा प्यारा मीत दे* *मनभावन सा प्यारा मीत दे* ********************** मनभावन सा प्यारा मीत दे, दिल को छू जाए संगीत दे। सूनेपन से जीवन भागता, मन मंदिर में बसता गीत दे। तन मन की... Hindi · ग़ज़ल 201 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jul 2023 · 1 min read *वो दिल के बहुत अमीर है* *वो दिल के बहुत अमीर है* ********************** वो दिल का बहुत अमीर है, सीने में शीतल बहे समीर है। जो सब के जरा करीब हो, बंदा वो बड़ा नसीर है।... Hindi · ग़ज़ल 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jul 2023 · 1 min read *यूँ ना जाओ हमें तन्हाँ छोड़ कर* *यूँ ना जाओ हमें तन्हाँ छोड़ कर* *************************** यूँ ना जाओ हमें तन्हाँ छोड़ कर, मर जाएंगे अकेले दम तोड़ कर। क्यों हो यूँ तुम खफा मै ना जानता, दूरी... Hindi · ग़ज़ल 250 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jul 2023 · 1 min read *** साथ निभाया नहीं *** *** साथ निभाया नहीं *** ********************* हाथ से हाथ मिलाया नही, साथ से साथ निभाया नहीं। फासला आज बहुत ज्यादा, प्रेम का साज बजाया नहीं। दूरियां रोज रही बढ़ती, मन... Hindi · ग़ज़ल 165 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jul 2023 · 1 min read *प्यार भी मिलने लगा है लीज पर* *प्यार भी मिलने लगा है लीज पर* *************************** प्यार भी मिलने लगा है लीज पर, कुछ भी नही रखा है दहलीज पर। रंग बिरंगे रंग वाले बच निकलते हैँ, दाग... Hindi · ग़ज़ल 312 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jul 2023 · 1 min read ******* सब्जी मंडी का हाल ******* ******* सब्जी मंडी का हाल ******* ******************************* आओ सुनाए हाल सब्जी मंडी का, क्या क्या कैसा हाल सब्जी मंडी का। ऊँची कुर्सी पर धौस बनाए बैठे सेब थे, टमाटर की... Hindi · ग़ज़ल 243 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jul 2023 · 1 min read दौलत जो भी कमाई है दौलत जो भी कमाई है ******************* दौलत जो भी कमाई है, कीमत काफ़ी चुकाई है। जख्म भरता नहीं कोई, बेशक़ मरहम दवाई है। बातें तन मन बहुत भायी, जो भी... Hindi · ग़ज़ल 235 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Jul 2023 · 1 min read *तुम से करनी दो बात बाकी है* *तुम से करनी दो बात बाकी है* ************************* तुम से करनी दो बात बाकी है, दिन तो बीता बस रात बाकी है। चलते चलते कटते गये रास्ते, डर को देनी... Hindi · ग़ज़ल 170 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jul 2023 · 1 min read *जीवन जीने का आधार हो गया* *जीवन जीने का आधार हो गया* *************************** जब से यूँ उनका दीदार हो गया, जीवन जीने का आधार हो गया। बेचैनी बढ़ती रहती फिरूं ख़फ़ा, दिल जैसे तब से बीमार... Hindi · ग़ज़ल 432 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jul 2023 · 1 min read *जीवन की सुंदर लय है* *जीवन की सुंदर लय है* ******************** मन में ना कोई भय है। जीवन की सुंदर लय है। मदहोशी छायी रग रग, हाथों मे पकड़ी मय है। छल का जो हो... Hindi · ग़ज़ल 90 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jul 2023 · 1 min read ****मै से आगे हम**** ****मै से आगे हम**** ******************* मै से आगे बस हम हैँ, बाकी सारा तो भ्रम है। सीढ़ी दर सीढ़ी चढ़ते, बन जाता सीधा क्रम है। मंजिल मिल ही जाती है,... Hindi · ग़ज़ल 263 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Jul 2023 · 1 min read * मन में आया एक ख्याल है * * मन में आया एक ख्याल है * ************************ मन में आया एक ख्याल है, किस्मत मुझ पर क्यों दयाल है। हर पल हर दम तू रहे ख़फ़ा, किन बातों... Hindi · ग़ज़ल 291 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Jul 2023 · 1 min read जो कुछ भी है दिल में बताया कर जो कुछ भी है दिल में बताया कर *************************** जो कुछ भी है दिल में बताया कर, वास्ता है तुम को ना रुलाया कर। यूँ ये खुशियाँ मिलती नहीं जग... Hindi · ग़ज़ल 229 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Jul 2023 · 1 min read ***आंचल में सिर छुपाने की*** ***आंचल में सिर छुपाने की*** ************************** कोशिश तू कर नजरें मिलाने की, चिंता ना कर कुछ भी जमाने की। भूलो शिकवे जो भी जहन में हो, बारी तेरी वादा निभाने... Hindi · ग़ज़ल 78 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Jul 2023 · 1 min read **** टुकड़ों के निशान **** **** टुकड़ों के निशान **** ********************** ये दिल तुझ पर ही कुर्बान है, तुम से ही सारा जहान है। मिलती जीवन में नहीं वफ़ा, अरमानों की भी दुकान है। सीना... Hindi · ग़ज़ल 194 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jul 2023 · 1 min read बंद हुई हंसी की दुकान है बंद हुई हंसी की दुकान है ******************** बंद हुई हंसी की दुकान है, मुख पर गम के निशान है। जिंदगी में बढ़ती मुश्किलें, मिलता न कोई निदान है। सूना सूना... Hindi · ग़ज़ल 335 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jul 2023 · 1 min read *हर कोना दिल का खाली* *हर कोना दिल का खाली* ********************* हर कोना दिल का खाली है, सूखी जीवन की डाली है। बाहर से जो अपने दिखते, अंदर से नियत काली है। भूखे दिल से... Hindi · ग़ज़ल 110 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jun 2023 · 1 min read * जीवन एक दरिया है * * जीवन एक दरिया है * ******************* जीवन एक दरिया है, फूलो भरी बगिया है। अपनों से बसे बस्ती, बेगानों का कजिया है। सांसों से बहे धारा सी, बहती हुई... Hindi · ग़ज़ल 83 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jun 2023 · 1 min read *खुद ही खुद में खो गये लोग है* *खुद ही खुद में खो गये लोग है* ************************** कितने झूठे हो गये लोग हैं, खुद ही खुद में खो गये लोग हैं। आपस में सारे सभी खोखले, रिश्ते नाते... Hindi · ग़ज़ल 94 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jun 2023 · 1 min read कमसिन हसीना सर्प नगीना कमसिन हसीना सर्प नगीना ********************** सुन्दर सूरत मन में छाई। तुम ही जीवन की परछाई। कमसिन हसीना सर्प नगीना, बलखाती कटि जब मटकाई। लाल गुलाबी होंठ रसीले, नशीली नजर झट... Hindi · ग़ज़ल 104 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jun 2023 · 1 min read सहर सुहानी चांदिनी दर पर आई सहर सुहानी चांदिनी दर पर आई ************************** सहर सुहानी चांदनी दर पर आई, गजल पुरानी रागिनी दर पर आई। कहर हुस्न की साधना है मन डोळे, महक सुगंधी मोहिनी दर... Hindi · ग़ज़ल 188 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jun 2023 · 1 min read **कैसे सहूँ दरमियाँ दूरी मै* **कैसे सहूँ दरमियाँ दूरी मै* ********************** सैंया बिना हो गई अधूरी मै, कैसे सहूँ दरमियाँ दूरी मै। जिंदाजिली मे मै रहना चाहूँ, बन जाऊँ कहीं मजबूरी मै। दरियादिली में डूबता... Hindi · ग़ज़ल 108 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jun 2023 · 1 min read मौत ती सस्ती हुई पर मंहगी रोटी है मौत ती सस्ती हुई पर मंहगी रोटी है **************************** मौत तो सस्ती हुई पर मंहगी रोटी है, जिंदगी पटरी पर अभी कहाँ लौटी है। दर बदर खा ठोकर नसीब रोटी... Hindi · ग़ज़ल 186 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jun 2023 · 1 min read **हक़ हम पर क्यों जताते नहीं** **हक़ हम पर क्यों जताते नहीं** ************************** मन मे क्या है कुछ बताते नहीं, हक़ हम पर तुम क्यों जताते नहीं। जो कुछ भी दिल में बता दो हमें, बातें... Hindi · ग़ज़ल 1 1 171 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jun 2023 · 1 min read दर्द ए दिल से दर्द निकलता है दर्द ए दिल से दर्द निकलता है ************************ दर्द ए दिल से दर्द निकलता है, जब मोम सा ह्रदय पिंघलता है। पीड़ा का हल नजर नहीं आता, गम अंदर ही... Hindi · ग़ज़ल 298 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jun 2023 · 1 min read ****होठों से होंठ मिलाते हैँ लोग**** ****होठों से होंठ मिलाते हैँ लोग**** ***************************** जिन हाथों से पानी नहीं पीते है लोग, हवस मे होंठ से होंठ मिलाते है लोग। नीची जाति के नाम भेद जो करते... Hindi · ग़ज़ल 400 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jun 2023 · 1 min read प्यारी बांहों की गिरफत है प्यारी बांहों की गिरफत है ********************* प्यारी बांहों की गिरफत है, छोटी मोटी सी हरकत है। दरिया से गहरे ख्यालों में, लहरों सी उठती उल्फत है। भावों से भरता खाली... Hindi · ग़ज़ल 261 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jun 2023 · 1 min read कोई शिकावा कोई शिकायत नहीं कोई शिकावा कोई शिकायत नहीं ************************** कोई शिकवा कोई शिकायत नहीं, मिलने आओ कोई हिनायत नहीं। दे दी खुशियाँ सारी जमाने भरी, भर दी खाली झौली इनायत नहीं। जी भरकर... Hindi · ग़ज़ल 254 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jun 2023 · 1 min read *सिर का है मान पिताजी* *सिर का है मान पिताजी* ********************** सिर का है मान पिताजी, बेटे का अभिमान पिताजी। पथ प्रदर्शक भो बन जाता, सारे जग का ज्ञान पिताजी। गृह गृहस्थी का बोझ ढोता,... Hindi · ग़ज़ल 178 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jun 2023 · 1 min read * दिल मे लिखा तेरा नाम * * दिल मे लिखा तेरा नाम * ********************* दिल में लिखा तेरा नाम है, पहले तुम्हीं फिर ही राम है। हर रोज आये हम रहगुजर, तेरे लिए हम बदनाम है।... Hindi · ग़ज़ल 125 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jun 2023 · 1 min read **तेरे पैरों के निशान बाकी हैं** **तेरे पैरों के निशान बाकी हैं** ************************* तेरे पैरों के निशान बाकी है। बिन तेरे खाली मकान बाकी है। बिकता रहता प्रेम आम सरेआम, बाजारों मे सजी दुकान बाकी है।... Hindi · ग़ज़ल 218 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jun 2023 · 1 min read **********चाहो तो हमें माफ कर दो*********** **********चाहो तो हमें माफ कर दो*********** **************************************** छोटी सी है खता हमारी चाहो तो हमें माफ कर दो, तुम से ही है सुबह सुहानी चाहो तो हमें माफ कर दो।... Hindi · ग़ज़ल 295 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Jun 2023 · 1 min read ******** तुम जो कहो ******** ******** तुम जो कहो ******** *************************** नाज नखरे उठा लूँ तुम जो कहो, पलकों में बिठा लूँ तुम जो कहो। मखमल सा बदन बादलों से ढका, कुछ बूँदें समा लूँ... Hindi · ग़ज़ल 100 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jun 2023 · 1 min read *नशीले नैनों का निशाना है* *नशीले नैनों का निशाना है* *********************** नशीले नैनों का निशाना है। तेरा दिल मेरा आशियाना हैँ। नजरें हटती नहीं ताकता रहूँ, दीदार ए हुस्न बहुत सुहाना हैँ। तुम्हीं नैनों से... Hindi · ग़ज़ल 204 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jun 2023 · 1 min read *तरु की टूटी टहनी टहनी* *तरु की टूटी टहनी टहनी* ******************** तरु की टूटी टहनी टहनी, हो गये हम सब पत्ते पत्ते। एक हवा के झोंके से हम, बिखर गये हम पत्ते पत्ते। वर्षा की... Hindi · ग़ज़ल 168 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Jun 2023 · 1 min read *मेरे मन में तेरा फ़िक्र है* *मेरे मन में तेरा फ़िक्र है* ********************* हर बार तेरा ही जिक्र है, मेरे मन में तेरा फ़िक्र है। शिद्द्त से डूबे हम प्यार में, क्यों मिला प्रेम में हिज्र... Hindi · ग़ज़ल 280 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Jun 2023 · 1 min read किसी नजर को तेरी तलाश है किसी नजर को तेरी तलाश है ************************ किसी नजर को तेरी तलाश हैँ, न जो दिखे मन रहता उदास है। मिलो कभी आकर देख माजरा, हुआ असर दिल भी निराश... Hindi · ग़ज़ल 439 Share Previous Page 2 Next