Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jul 2023 · 1 min read

*प्रेम बूँद से जियरा ना भरता*

प्रेम बूँद से जियरा ना भरता
************************

बूँद – बूँद से सागर है भरता,
लहर – लहर लहराता है मनवा।

प्यास प्रीत की बढ़ती ही जाए,
प्रेम बूँद से जियरा ना भरता।

सोच सोचकर ये दिल भी हारा,
झूठ मूठ का सौदा ना चलता।

चाल ढाल भी है बदली बदली,
रंग ढंग भी तन मन है चढ़ता।

हार मान ली हम तो हैँ उनके,
बात बात पर पहरा है उनका।

ध्यान ज्ञान में छाया मनसीरत,
भाव प्यार का सूरज है चढ़ता।
************************
सुखविन्द्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
107 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*भगवान के नाम पर*
*भगवान के नाम पर*
Dushyant Kumar
उपहार
उपहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
लड़कियां क्रीम पाउडर लगाकर खुद तो गोरी हो जाएंगी
लड़कियां क्रीम पाउडर लगाकर खुद तो गोरी हो जाएंगी
शेखर सिंह
अज़ीज़ टुकड़ों और किश्तों में नज़र आते हैं
अज़ीज़ टुकड़ों और किश्तों में नज़र आते हैं
Atul "Krishn"
*
*"बीजणा" v/s "बाजणा"* आभूषण
लोककवि पंडित राजेराम संगीताचार्य
गुज़रते वक्त ने
गुज़रते वक्त ने
Dr fauzia Naseem shad
मां
मां
Sûrëkhâ
■ आज मेरे ज़मीं पर नहीं हैं क़दम।।😊😊
■ आज मेरे ज़मीं पर नहीं हैं क़दम।।😊😊
*प्रणय प्रभात*
अकेलापन
अकेलापन
भरत कुमार सोलंकी
प्रेम.......................................................
प्रेम.......................................................
Swara Kumari arya
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ख्वाब आँखों में सजा कर,
ख्वाब आँखों में सजा कर,
लक्ष्मी सिंह
मुझको उनसे क्या मतलब है
मुझको उनसे क्या मतलब है
gurudeenverma198
हमारा देश भारत
हमारा देश भारत
surenderpal vaidya
कँवल कहिए
कँवल कहिए
Dr. Sunita Singh
पक्की छत
पक्की छत
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सबको   सम्मान दो ,प्यार  का पैगाम दो ,पारदर्शिता भूलना नहीं
सबको सम्मान दो ,प्यार का पैगाम दो ,पारदर्शिता भूलना नहीं
DrLakshman Jha Parimal
2481.पूर्णिका
2481.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
उनकी उल्फत देख ली।
उनकी उल्फत देख ली।
सत्य कुमार प्रेमी
जो भूलने बैठी तो, यादें और गहराने लगी।
जो भूलने बैठी तो, यादें और गहराने लगी।
Manisha Manjari
★संघर्ष जीवन का★
★संघर्ष जीवन का★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
श्रेष्ठ वही है...
श्रेष्ठ वही है...
Shubham Pandey (S P)
Ishq ke panne par naam tera likh dia,
Ishq ke panne par naam tera likh dia,
Chinkey Jain
*मन का मीत छले*
*मन का मीत छले*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वाह टमाटर !!
वाह टमाटर !!
Ahtesham Ahmad
इंसान एक दूसरे को परखने में इतने व्यस्त थे
इंसान एक दूसरे को परखने में इतने व्यस्त थे
ruby kumari
कुछ दर्द झलकते आँखों में,
कुछ दर्द झलकते आँखों में,
Neelam Sharma
*मायावी मारा गया, रावण प्रभु के हाथ (कुछ दोहे)*
*मायावी मारा गया, रावण प्रभु के हाथ (कुछ दोहे)*
Ravi Prakash
मैं उसको जब पीने लगता मेरे गम वो पी जाती है
मैं उसको जब पीने लगता मेरे गम वो पी जाती है
कवि दीपक बवेजा
बचपन और पचपन
बचपन और पचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Loading...