सुखविंद्र सिंह मनसीरत Tag: कविता 1349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Sep 2024 · 1 min read *वो खफ़ा हम से इस कदर* *वो खफ़ा हम से इस कदर* *********************** वो खफ़ा हम से हैँ इस कदर, कभी आये नहीं वो इस ड़गर। लो सुनो आ कर तुम इधर, राह देखूँ , कब... Hindi · कविता 27 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Sep 2023 · 1 min read *हिंदी दिवस मनावन का मिला नेक ईनाम* *हिंदी दिवस मनावन का मिला नेक ईनाम* ********************************** हिंदी दिवस मनावन का मिला नेक ईनाम। नंबर पलेट लिखवाने पर कट गया चालान। शौक - शौक से था लिया नया नवेला... Hindi · कविता 147 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Sep 2023 · 1 min read *हिंदी दिवस मनावन का मिला नेक ईनाम* *हिंदी दिवस मनावन का मिला नेक ईनाम* ********************************** हिंदी दिवस मनावन का मिला नेक ईनाम। नंबर पलेट लिखवाने पर कट गया चालान। शौक - शौक से था लिया नया नवेला... Hindi · कविता 71 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Aug 2023 · 1 min read ***चाँद पर चंद्रयान उड़ाया है*** ***चाँद पर चंद्रयान उड़ाया है*** *************************** भारत ने ये कर कमाल दिखाया है, चाँद पर जा कर चंद्रयान उड़ाया है। वैज्ञानिक खेती का नूतन सा पौधा, मयंक की सूनी छाती... Hindi · कविता 160 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Aug 2023 · 2 min read ********व्हिस्की******** ********व्हिस्की******** ********************** व्हिस्की के जाम तू पिए जा, जिंदगी पी कर तू जिए जा। कितनी भी हो चिंता भारी, चाहे गई हो सारी मत मारी, व्हिस्की के घूंट तू लिए... Hindi · कविता 90 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Aug 2023 · 1 min read ****** तीज-त्यौहार ****** ****** तीज-त्यौहार ****** *********************** झूला झूल रहीं हैँ सखियाँ, तीज आई प्यासी है अखियाँ। तीज त्यौहार मनोरम आया, यूं भूलो पिछली रुसवाइयाँ। रंग बिरंगे पहने कपड़े प्यारे, झूम रही हैँ... Hindi · कविता 193 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Aug 2023 · 1 min read ******" दो घड़ी बैठ मेरे पास ****** ******" दो घड़ी बैठ मेरे पास ****** ****************************** दो घड़ी बैठ जरा पास कुछ बात करें। रुक ना जाए कहीं सांस कुछ बात करें। कुछ भरोसा ना रहा दम आये... Hindi · कविता 193 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Aug 2023 · 1 min read *मै भारत देश आजाद हां* *मै भारत देश आजाद हां* ******************** मै भारत देश आजाद हां, मेरी वखरी है पहचान। मेरे अंदर खून शहीद दा, सिर मत्थे जो है परवान। मैनु मुगलाँ ने वी लुट्या,... Hindi · कविता 207 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jul 2023 · 1 min read *औरतों को करते निवस्त्र है* *औरतों को करते निवस्त्र है* *********************** मूर्ति को पहना रहे वस्त्र है, औरतों को करते निवस्त्र हैँ। बात करें भारत वर्ष महागुरु, स्त्री खिलाफ उठाते शस्त्र हैँ। औरतें हर कोने... Hindi · कविता 156 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jul 2023 · 1 min read **कुछ बंद कुछ खुले बाजार थे** **कुछ बंद कुछ खुले बाजार थे** *************************** मन में उभरते हुए कुछ भाव थे, कुछ बंद तो कुछ खुले बाजार थे। पर्दे की चादर में लिपटी पर्दानशीं, कभी न कभी... Hindi · कविता 176 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jul 2023 · 1 min read *मायूस बेटियाँ नाशाद है* *मायूस बेटियाँ नाशाद है* ******************* यह् कैसा देश आजाद है, मायूस बेटियाँ नाशाद हैँ। लूट रही है रोज अस्मतें, कलियाँ हो रही बर्बाद हैं। कैसे बचाएँ लाज लज्जा, छिंटाकशी भरे... Hindi · कविता 86 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Jul 2023 · 1 min read **मेघों को बरसने दो धरती बहुत प्यासी है** **मेघों को बरसने दो धरती बहुत प्यासी है** ************************************ मेघों को बरसने दो धरती माता बहुत प्यासी है, मानव के कृत्यों से प्रकृति में छायी उदासी है। विकास की सीधी... Hindi · कविता 157 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jul 2023 · 1 min read सोने का ताज (माहिया) सोने का ताज (माहिया) ***************** 1 सोने का ताज सजा, देख कर दिल भरे, पहन कर आये मज़ा। 2 पतझड़ की तान छिड़ी, भंवर झूम रहे, पराग पर नज़र पड़ी।... Hindi · कविता 166 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jun 2023 · 1 min read *मुखौटों पीछे छिपे अलग चेहरे* *मुखौटों पीछे छिपे अलग चेहरे* ************************** बात बताऊँ पते की सुन लो जरा, मुखौटों से मुखड़ें अलग है जरा। उभरती लेखिका उमर बाइस की, कहानी,कविता लिखती थी जरा। रिश्तेदारी में... Hindi · कविता 245 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jun 2023 · 1 min read *सुर्ख होंठ तेरे मधुशाला है* *सुर्ख होंठ तेरे मधुशाला है* ********************* सुर्ख होंठ तेरे मधुशाला हैँ, हर हाल में पीनी हाला है। अधर जल रहें है दीपक से, दिल मे जल रही ज्वाला है। कुछ... Hindi · कविता 257 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jun 2023 · 1 min read ****** ट्रेन पल में जा भिड़ी ***** ****** ट्रेन पल में जा भिड़ी ***** *************************** ट्रेन पल में जा भिड़ी चलती ट्रेन में, मौत सीने आ लगी चलती ट्रेन में। सुंदर सुहाने सफऱ मे क्या हो गया,... Hindi · कविता 1 252 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 May 2023 · 1 min read तन बदन हो जाता कमजोर है तन बदन हो जाता कमजोर है *********************** तन बदन हो जाता कमजोर है, नहीं चलता किसी पर जोर हैँ। हर कदम सांसे फूल जाती हैँ, आयु ढलते ढलते ढल जाती... Hindi · कविता 218 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 May 2023 · 1 min read वो देखते ही खिलखियाए वो देखते ही खिलखियाए ********************* वो देखते ही खिलखिलाए, काम आ गई सारी वफाएं। मुस्करा कर नजरें मिलाई, थोड़ा थोड़ा सा वो शरमाई, बात दिल की कैसे बताएं। काम आ... Hindi · कविता 171 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 May 2023 · 1 min read *ये आखिरी खत तेरे नाम है* *ये आखिरी खत तेरे नाम है* *********************** ये आखिरी खत तेरे नाम है, यही बात कह दी सरेआम है। कभी दिया नहीं जवाब भी, इसलिए ले लिया विराम हैं। मेरे... Hindi · कविता 136 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 May 2023 · 1 min read "कुछ तेरे कुछ मेरे ख्वाब हैं* "कुछ तेरे कुछ मेरे ख्वाब हैं* *********************** कुछ तेरे कुछ मेरे ख्वाब है। हमारे खत उनके जवाब हैं। दिल के आंगन में हैं खिलते, गिनती में जो बेहिसाब हैं। हीरे... Hindi · कविता 235 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 May 2023 · 1 min read *******फ़ायदा उठाते हैं लोग********* *******फ़ायदा उठाते हैं लोग********* ********************************* अवसर का फ़ायदा उठाते हैं लोग, सच को झूठ झूठ को सच बनातें हैं लोग। मिल जाए मंजिल बिना हाथ पैर हिलाए, मुकद्दर का सिकंदर... Hindi · कविता 130 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *जब जीना ही हर हाल है* *जब जीना ही हर हाल है* ********************* जब जीना ही हर हाल है, फिर क्यों चिंता मलाल है। लोभ,मोह,क्रोध ले डूबता, माया ठगनी फैला जाल हैं। मौकापरस्त बन कर लूटते,... Poetry Writing Challenge · कविता 218 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *जब जीना ही हर हाल है* *जब जीना ही हर हाल है* ********************* जब जीना ही हर हाल है, फिर क्यों चिंता मलाल है। लोभ,मोह,क्रोध ले डूबता, माया ठगनी फैला जाल हैं। मौकापरस्त बन कर लूटते,... Hindi · कविता 154 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read किसी नजर को तेरी तलाश है किसी नजर को तेरी तलाश है ************************ किसी नजर को तेरी तलाश हैँ, न जो दिखे मन रहता उदास है। मिलो कभी आकर देख माजरा, हुआ असर दिल भी निराश... Poetry Writing Challenge · कविता 243 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *मै ही हूँ आपका कोई दूजा नहीं* *मै ही हूँ आपका कोई दूजा नहीं* ************************** तुम ही हूँ आसरा कोई दूजा नहीं, मै ही हूँ आपका कोई दूजा नहीं। ढूँढा सारा जहां मिल पाये ही नहीं, तुम... Poetry Writing Challenge · कविता 233 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *अब हाल क्या पूछना घाव तो मर गए है* *अब हाल क्या पूछना घाव तो मर गए है* ******************************** अब क्या हाल पूछना घाव तो भर गए हैँ, तुम को देखने के अरमान भी मर गए हैँ। ऑंखें भी... Poetry Writing Challenge · कविता 295 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *जमीनें हैँ महंगी जमीर बहुत ही सस्ते* *जमीनें हैँ महंगी जमीर बहुत ही सस्ते* ****************************** जमीनें हैँ महंगी जमीर बहुत ही सस्ते, इंसानियत के उठ गये जमीं पर बस्ते। हर कोई बहरा सुनना चाहता न कोई, झूठी... Poetry Writing Challenge · कविता 185 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *प्रीत पराई की बुरी पीर घड़ी* *प्रीत पराई की बुरी पीर घड़ी* *********************** तुम नहीं तो तेरी याद सही, कुम्हलाई है हर कली खिली। भूले न भुलाये भूली बिसरी, याद है हर बात जो भी कही।... Poetry Writing Challenge · कविता 245 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read बस इतनी सी कहनी बात है बस इतनी सी कहनी बात है ********************** बस इतनी सी कहनी बात है, मै हूँ तू जो हर पल साथ हैं। नीले नयन नीला नभ निहारें चाँद-सितारों से भरी रात... Poetry Writing Challenge · कविता 243 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *चुपके-चुपके खोई प्रोफाइल देखती हो* *चुपके-चुपके खोई प्रोफाइल देखती हो* ******************************* चुपके-चुपके खोई प्रोफाइल देखती हो, बिना तुम्हारे कैसी स्माइल देखती हो। कुछ भी न रहा दिल मे हमारे आप बिन, छोड़ कर दिल तोड़... Poetry Writing Challenge · कविता 197 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *इश्क तो सदा यारों भरी रवानी में होता है* *इश्क तो सदा यारों भरी रवानी में होता है* ********************************* जरूरी नहीं कि इश्क जवानी में होता है, इश्क तो सदा यारों भरी रवानी मे होता है। कहीं पर जरा... Poetry Writing Challenge · कविता 199 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *हँसना चाहूँ तो रो पड़ता हूँ* *हँसना चाहूँ तो रो पड़ता हूँ* *********************** हँसना चाहूँ तो रो पड़ता हूँ, जीने की चाहत में मरता हूँ। फ़िजा के फूल मन नहीं भाए, वक्त का पहिया चलता जाए,... Poetry Writing Challenge · कविता 125 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read **तीर सी सीधी चुभती बातें खरी-खरी** **तीर सी सीधी चुभती बातें खरी-खरी** ******************************** तेरे अंदर देखी जमा कतई बात कसूती सैं, यारां का है यार बाकी बेशक बातें झूठीं सैं। तीर सी सीधी चुभती तेरी बातें... Poetry Writing Challenge · कविता 219 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read ***** नीले नशीले नैन कटोरे ***** ***** नीले नशीले नैन कटोरे ***** ***************************** छोरी के नीले नशीले नैन कटोरे सैं, छैल - छबीले जिन पर मरते छोरे सैं। पैर कटन नै होरे भीड़ लाग रही भारी,... Poetry Writing Challenge · कविता 160 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *नदिया किनारे मेरे गाँव में* *नदिया किनारे मेरे गाँव में* ********************* पीपल की सघनी छाँव मे, नदिया किनारे मेरे गाँव में। नहर किनारे हम चलते थे, कांटे चुभते थे नंगे पाँव मे। सीधे-साधे सादे पहरावे... Poetry Writing Challenge · कविता 141 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read **तुम क्या जानो दास्तां** **तुम क्या जानो दास्तां** ********************* तुझे नजरों मे छुपाया है, खुद के दिल मे बसाया है। तुम क्या जानो ये दास्तां, तुम्हे पलकों पै बैठाया है। एक पल भी कटता... Poetry Writing Challenge · कविता 133 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *अंग गौरी तेरे जैसे गहने हों भारी* *अंग गौरी तेरे जैसे गहने हों भारी* *************************** अंग गौरी तेरे जैसे गहने हों भारी, निहारूँ नैन नशीले मत जाए मारी। यौवन का जादू सिर चढ़ कर बोले, पाऊँ न... Poetry Writing Challenge · कविता 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *जरा आगोश मे तो आओ हम होश में नहीं" *जरा आगोश मे तो आओ हम होश में नहीं" *********************************** जरा आगोश में तो आओ हम होश में नहीं, यूँ अधर में न छोड़ जाओ हम होश में नहीं। देख... Poetry Writing Challenge · कविता 92 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *हमे अब भी गुजरा जमाना याद है* *हमे अब भी गुजरा जमाना याद है* **************************** हमें अब भी गुजरा जमाना याद है, हसीं पल से शोभित फ़साना याद है। मिलूँ कैसे तुम से कहाँ सूना जहां, बनाया... Poetry Writing Challenge · कविता 92 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *बसते हो तुम साँसों में* *बसते हो तुम साँसों में* ******************* बसते हो तुम साँसों में, चर्चे तेरे ही मेरी बातों में। नींद में भी देखूँ हर-दम, सपनों मे रहते रातों में। राही से हमराही... Poetry Writing Challenge · कविता 96 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read ***जाने कैसे ये हादसा हो गया*** ***जाने कैसे ये हादसा हो गया*** *************************** जाने कैसे ये हादसा हो गया, अपनों में ही झट लापता हो गया। मौका ये कैसा आ गया दरमियाँ, हम दोनों में ही... Poetry Writing Challenge · कविता 114 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read **तंग करने लगी खुद की परछाई है** **तंग करने लगी खुद की परछाई है** ******************************* तंग करने लगी खुद की ही परछाई है, देखो तो सही यह कैसी नौबत आई है। देख लिया कोना कोना देखी दुनियादारी,... Poetry Writing Challenge · कविता 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले* *बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले* ********************************** बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले, पर मिलते नहीं हैं गमों का भार तौलने वाले। नहीं रहा किसी में भी कुछ... Poetry Writing Challenge · कविता 237 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read ***मन में बहती रहे प्रेम की गंगा**** ***मन में बहती रहे प्रेम की गंगा**** ***************************** मन में बहती रहे सदा प्रेम की गंगा। तनबदन चुस्त तंदरुस्त और हो चंगा। चिंगारी भड़के ही शोला बनती जाती, जाति संप्रदायी... Poetry Writing Challenge · कविता 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है ***************************** जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है, प्यार करना भी तो एक बीमारी है। हौसलों से भरी हों सारी दिलदारियां,... Poetry Writing Challenge · कविता 200 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 May 2023 · 1 min read *बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले* *बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले* ********************************** बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले, पर मिलते नहीं हैं गमों का भार तौलने वाले। नहीं रहा किसी में भी कुछ... Hindi · कविता 227 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 May 2023 · 1 min read ************* रोटियां ************ ************* रोटियां ************ ******************************** हर रोज कहीं न कहीं सेंकते है रोटियां, खुले बाजार सरेआम बेचते है रोटियां। इंसानियत नीलामी की ओर है भागती, कोई बेचता तो कोई खरीदते है... Hindi · कविता 141 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 May 2023 · 1 min read ************* रोटियां ************ ************* रोटियां ************ ******************************** हर रोज कहीं न कहीं सेंकते है रोटियां, खुले बाजार सरेआम बेचते है रोटियां। इंसानियत नीलामी की ओर है भागती, कोई बेचता तो कोई खरीदते है... Hindi · कविता 86 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 May 2023 · 1 min read अपने सपने खुद चुन लो अपने सपने खुद चुन लो ******************* दिल की पुकार सुन लो, अपने सपने खुद बुन लो। रंग बदलते पल पल लोग, संगी साथी तुम चुन लो। बेसुरों से भरी है... Hindi · कविता 71 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 May 2023 · 1 min read *जिंदा हो तो जिंदापन का अहसास जरूरी है* *जिंदा हो तो जिंदापन का अहसास जरूरी है* ************************************* जिंदा हो तो जिंदापन का अहसास जरूरी है। कभी न कभी होना अपनों के पास जरूरी है। काटे नहीं कटते दिन... Hindi · कविता 163 Share Page 1 Next