Sudhir srivastava 1715 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sudhir srivastava 29 Sep 2020 · 2 min read जीवन का अनुभव जीवन का अनुभव *************** मेरे लिए जीवन का अनुभव बहुत अच्छा नहीं कहा जाएगा क्योंकि अब तक का जो अनुभव रहा उसने यही सिखाया है की आंख बंद कर कर... Hindi · लेख 3 2k Share Sudhir srivastava 13 Apr 2021 · 2 min read कम खाओ गम खाओ कम खाओ, गम खाओ %%%%%%%%%%% इन सीधे और सरल शब्दों की गहराई में झाँकने पर बहुत ही सुंदर, सार्थक और जीवनशैली को बदलकर जीवनदर्शन को प्रकाशित करने की दिशा में... Hindi · लेख 1 1 1k Share Sudhir srivastava 28 Jan 2022 · 2 min read अधिकार और जिम्मेदारी लघुलेख अधिकार और जिम्मेदारी ********************* चार और साढ़े चार शब्दों वाले ये शब्द कहने सुनने में भले ही सामान्य लगते हों परंतु इनके फलक अत्यंत विस्तृत हैं।साथ ही दोनों में... Hindi · लेख 1 1k Share Sudhir srivastava 3 Jun 2022 · 1 min read पोती पोती ------- दादा- दादी की प्राण है खुशियों का संसार है बेटियों की प्रतिनिधि सरीखी पोतियों का स्थान है। पोतियों का अलग ही जलवा है, दादा- दादी संग अद्भुत अनुबंध... Hindi · कविता 1k Share Sudhir srivastava 13 Mar 2021 · 2 min read लेखक के कर्तव्य लेखक के कर्तव्य ***************** लेखक /साहित्यकार का अपना कुछ नहीं होता, वो सारे संसार का होता है। ऐसे में उसकी भूमिका बड़ी नहीं विस्तृत होती है। उसके कर्तव्य बढ़ जाते... Hindi · लेख 2 2 1k Share Sudhir srivastava 28 Aug 2021 · 1 min read संगठन में शक्ति संगठन में शक्ति ************** एक कहावत सबको पता है संघे शक्ति सर्वदा। फिर भी हम कहाँ समझते हैं आपस में ही असंगठित होकर अपना ही दिमाग चला रहे हैं, परिवार,... Hindi · कविता 1 1k Share Sudhir srivastava 8 Dec 2020 · 1 min read जीवन:एक यात्रा जीवन:एक यात्रा ************** मानव जीवन जिंदगी के विभिन्न पड़ावों को पार करते हुए अपनी अंतिम यात्रा तक पहुंच कर खत्म होती है।परंतु यह विडंबना ही है कि इस यात्रा के... Hindi · लेख 2 1k Share Sudhir srivastava 25 Sep 2020 · 2 min read माता पिता के दायित्व माता पिता के दायित्व --------------------------- आज के इस व्यस्त वातावरण और तकनीकी युग में माता पिता के लिए भी अपने दायित्वों का निर्वहन कठिन होता जा रहा है। बढ़ती महँगाई... Hindi · लेख 1 1 1k Share Sudhir srivastava 27 Aug 2021 · 1 min read संगठन में शक्ति संगठन में शक्ति ************** एक कहावत सबको पता है संघे शक्ति सर्वदा। फिर भी हम कहाँ समझते हैं आपस में ही असंगठित होकर अपना ही दिमाग चला रहे हैं, परिवार,... Hindi · कविता 2 1k Share Sudhir srivastava 26 Jul 2021 · 1 min read महल और झोपड़ी महल और झोपड़ी ***************** बड़ा फर्क है दोनों में मगर दोनों आते हैं निवास के ही काम। उसमें भी अंतर है महल राजे महराजों का झोपड़ी गरीबों लाचारों का होता... Hindi · कविता 1 1k Share Sudhir srivastava 14 Sep 2020 · 1 min read सत्ता का नशा सत्ता का नशा ----------------- सत्ता का नशा जब सिर चढ़कर बोलता है, तब इंसान शैतान सा हो जाता है खुद को भगवान समझने लगता है। बिना नीति अनीति के भेद... Hindi · कविता 3 2 1k Share Sudhir srivastava 6 Jun 2021 · 3 min read जुबान तेज या तलवार लेख जुबान तेज या तलवार .÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷ पुरानी कहावत है कि जुबान कैंची की तरह चलती है और कतर कतर बात को काटती रहती है। ये कहावत उन पर लागू होती... Hindi · लेख 1 1k Share Sudhir srivastava 27 Feb 2022 · 4 min read अन्न की बर्बादी और हम आलेख अन्न की बर्बादी और हम ***** ये कैसा प्रश्न है जिसके लिए हमें सिफारिश करना पड़ रहा, अपील,आवाहन करना पड़ रहा है। जिस अन्न का महत्व तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल... Hindi · लेख 1 1k Share Sudhir srivastava 24 Jul 2021 · 1 min read द्वंद द्वंद्व ******* जीवन है तो द्वंद मानसिक संघर्ष अपरिहार्य है, जीवन जीने के लिए अनेकानेक संंघर्षों के साथ मानसिक संषर्घ से जूझना अतिशयोक्ति नहीं है। जीवन जीने के रास्तों में... Hindi · कविता 2 871 Share Sudhir srivastava 18 Aug 2021 · 2 min read रिश्तों की डोर सत्य पर आधारित कहानी रिश्तों की डोर ************ जीवन में कुछ रिश्ते अनायास ही जुड़ जाते हैं ।ऐसा ही कुछ मेरे साथ भी हुआ। समान कार्य क्षेत्र के अनेक आभासी... Hindi · कहानी 1 988 Share Sudhir srivastava 21 Jul 2021 · 4 min read जीना जरूरी या जिंदा रहना लेख जीना जरूरी या जिंदा रहना ************************ शीर्षक देखकर चौंक गये न आप भी, थोड़ा स्वाभाविक भी है और अजीब भी, पर निर्रथक अथवा अव्यवहारिक नहीं है, बल्कि चिंतन योग्य... Hindi · लेख 1 904 Share Sudhir srivastava 9 Sep 2021 · 1 min read मानवता श्रेष्ठ धर्म मानवता श्रेष्ठ धर्म *************** मानव हैं तो मानवीय संवेदना भी अपने में जागृति रखिए, मानवता के धर्म का सदा ही खुद अनुपालन कीजिए । इस जहाँ में मानवता से श्रेष्ठ... Hindi · कविता 1 855 Share Sudhir srivastava 10 Jan 2021 · 1 min read कवि की कल्पना कवि की कल्पना ************** असीमित उड़ान ही तो कवि की कल्पनाओं में परवान चढ़ता है, अकल्पनीय, अकथनीय कल्पनाओं का संसार ही तो कवि की कल्पना है। खुद कवि भी नहीं... Hindi · कविता 4 2 829 Share Sudhir srivastava 10 Sep 2021 · 1 min read मान अभिमान मान अभिमान ************* यह विडंबना ही तो है कि हम मान सम्मान की चिंता में दुबले हुए जा रहे हैं, मगर औरों के मान की नहीं कद्र करना चाह रहे... Hindi · कविता 2 700 Share Sudhir srivastava 23 Aug 2021 · 1 min read एक दौड़ जिंदगी की ओर एक दौड़ जिंदगी की ओर ********************* जिंदगी की ओर कदम बढ़ाइये जिंदगी के लिए जिंदगी की ओर बस!एक दौड़ लगाइए। चलते रहने का नाम है जिंदगी कभी इस पर न... Hindi · कविता 1 1 708 Share Sudhir srivastava 2 Nov 2020 · 1 min read बेटा बेटा **** सृष्टि के पथ पर बेटी जितनी जरूरी है बेटा भी उतना ही जरूरी है, क्योंकि सामाजिक संतुलन भी तो उतना ही जरूरी है। फिर बेटा न होगा तो... Hindi · कविता 1 710 Share Sudhir srivastava 13 Oct 2021 · 3 min read खुद को ही सर्वश्रेष्ठ न समझें आलेख *खुद को ही सर्वश्रेष्ठ न समझें* *********************** ✍ *सुधीर श्रीवास्तव* श्रेष्ठ या सर्वश्रेष्ठ होना हमारे आपके विचारों, सोच को जबरन खुद को घोषित करने की जिद कर लेने भर... Hindi · लेख 1 762 Share Sudhir srivastava 24 Jul 2021 · 1 min read नारी सौंदर्य नारी सौंदर्य ********** नारी के सौंदर्य को नजर और नजरिए से देखने भर से पता चलता है। किसी को रंग रुप तो किसी को रहन सहन अच्छा लगता है, तो... Hindi · कविता 2 655 Share Sudhir srivastava 22 Aug 2021 · 1 min read खूबसूरती की परिभाषा खूबसूरती की परिभाषा ******************* खूबसूरती मन के विचारों का भाव भर है, इसका कोई निर्धारित मापदंड नहीं है। खूबसूरती एक चिंतन है एक नजरिया है, हमारे मन का स्वभाव खूबसूरती... Hindi · कविता 681 Share Sudhir srivastava 29 Aug 2020 · 2 min read धार्मिक निष्ठा और कट्टरता धार्मिक निष्ठा और कट्टरता ~~~~~~~~~~~~~ यह हमारे लिए यह शर्म की बात है कि धर्म निरपेक्ष राष्ट्र का तमगा लिए हमारे देश भारत में अब धार्मिक निष्ठा और कट्टरता जैसे... Hindi · लेख 3 2 661 Share Sudhir srivastava 8 Mar 2022 · 1 min read टूटने का सुख हास्य व्यंग्य टूटने का सुख +++++++++ अहा! बड़ा सुख है टूटने में टूटकर बिखरने में, आपको टूटने के सुख का आनंद भला कैसे पता होगा, जब टूटने का आपको अवसर... Hindi · कविता 1 780 Share Sudhir srivastava 29 Nov 2021 · 1 min read आनंद आनंद ****** आनंद क्या है? महज अनुभूति है सिर्फ़ एहसास है, मगर इसके परीक्षण का कोई यंत्र नहीं है। आनंद जब महसूस होता है तो मुर्दों में प्राण फूँक देता... Hindi · कविता 3 1 678 Share Sudhir srivastava 17 Apr 2021 · 4 min read धरती की संतान धरती की संतान ************** हम सब धरती की संतान हैं चलो अच्छा है कि इतनी तो समझ अभी बाकी है हममें, पर मेरे प्यारे समझदार भाइयों बहनों क्या सिर्फ कहना?... Hindi · कविता 1 1 655 Share Sudhir srivastava 10 Aug 2021 · 2 min read जीवन रक्षा मंत्र जीवन रक्षा मंत्र ************* मानव जीवन में सड़कें जीवन का अनिवार्य हिस्सा है इसके बिना तो जैसे अधूरा जीवन का किस्सा है। हमारे जीवन का बड़ा हिस्सा सड़कों पर गुजरता... Hindi · कविता 3 1 642 Share Sudhir srivastava 27 Jan 2022 · 1 min read जीवन एक रंगमंच जीवन एक रंगमंच *************** जीवन महज एक रंगमंच है इसके सिवा और कुछ भी नहीं है, हर कोई आता है जिस पात्र की भूमिका मिली है उसे निभाता और चला... Hindi · कविता 1 657 Share Sudhir srivastava 25 Aug 2021 · 3 min read सेवा और संवेदना लेख सेवा और संवेदना ***************** संवेदनशील व्यक्ति के बहुत ही गंभीर होने के साथ ही सामान्य, असंवेदनशील और गैर जिम्मेदार व्यक्ति के लिए कुछ विशेष नहीं भी कह सकते हैं... Hindi · लेख 1 654 Share Sudhir srivastava 28 Nov 2020 · 1 min read शिल्प और शिल्पकार शिल्प और शिल्पकार ****************** कितना अच्छा लगता है जब हम किसी शिल्प की अद्भुत कला को निहारते हैं, शिल्पकार की कला को बखानते हैं। पर क्या कभी हम सोचते हैं?... Hindi · कविता 2 581 Share Sudhir srivastava 9 Jan 2021 · 2 min read खुद का निर्माण करें खुद का निर्माण करें *************** मानव जीवन अनमोल है,इस बात से इंकार कोई नहीं करता।परंतु यह भी विडंबना ही है कि ईश्वर अंश रुपी शरीर का हम उतना मान सम्मान... Hindi · लेख 1 2 720 Share Sudhir srivastava 20 Dec 2021 · 2 min read जाड़े की रात लघुकथा जाड़े की रात *********** हाँड़ कँपा देने वाली ठंड पड़ रही थी।हम दोनों लोग अभी भोजन कर ही रहे थे कि किसी ने दरवाजे पर दस्तक दी। मेरी श्रीमती... Hindi · लघु कथा 2 2 582 Share Sudhir srivastava 21 Oct 2020 · 1 min read घर की शोभा:गृहलक्ष्मी घर की शोभा:गृहलक्ष्मी ******************** गृहलक्ष्मी!कहने सुनने में कितना अच्छा लगता है,परंतु सच्चाई इससे कोसों दूर है।आप सहमत हैं तो भी,नहीं हैं तो भी सच्चाई को आप झुठला नहीं सकते।हाँ अपने... Hindi · लेख 1 598 Share Sudhir srivastava 8 Feb 2022 · 1 min read मैं भारतीय हूँ मैं भारतीय हूँ ************ हाँ मैं भारतीय हूँ भारत की मिट्टी में जन्मा पला बढ़ा जवान हुआ, भारत की मिट्टी हमें सुहाती है धर्म संस्कृति सभ्यता हमें लुभाती है। भिन्न... Hindi · कविता 1 563 Share Sudhir srivastava 24 Oct 2021 · 2 min read बधाई, बधाई, बधाई आलेख (व्यंग्य) बधाई, बधाई, बधाई ****************** आप सभी को बधाई ,बधाई और बधाई। अब ये मत पूछिएगा कि किस बात की बधाई। अरे भाई ! ये भविष्य के लिए अग्रिम... Hindi · लेख 1 584 Share Sudhir srivastava 19 Jun 2021 · 1 min read परिधान परिधान ******* हमारे व्यक्तित्व हमारी संस्कृति सभ्यता की पहचान है परिधान। आधुनिकता की आड़़ में उल जूलूल और बदन उघाड़ू परिधान उजागर कर रहे हमारी मानसिकता का निशान। कार्टून बनने... Hindi · कविता 1 575 Share Sudhir srivastava 19 Jan 2022 · 1 min read इच्छा लघुकथा इच्छा ***** असलम की बड़ी इच्छा थी कि वह भी नेत्रदान ,देहदान का संकल्प करे।परंतु परिवार और समाज ने उसकी भावनाओं को चकरघिन्नी बना रखा था।तमाम तर्क देकर उसकी... Hindi · लघु कथा 1 571 Share Sudhir srivastava 22 Oct 2020 · 1 min read माँ कात्यायनी माँ कात्यायनी ************ महर्षि कात्यायन की कन्या माँ कात्यायनी कहलाती, माँ के षष्टम स्वरूप में जग में पूजी जाती। स्वर्ण सदृश्य चमकती है माँ शोक,संताप है हरती, रोग, दोष भय... Hindi · कविता 1 1 650 Share Sudhir srivastava 30 Oct 2020 · 1 min read हाइकु मेरा भी मन घरौंदा हो अपना, अपनों संग। घरौंदा बने हरेक का सपना, काश!पूरा हो। बच्चें भी चाहें छोटा ही सही पर, अपना तो हो। पेट न भरे घरौंदा बने... Hindi · हाइकु 1 2 595 Share Sudhir srivastava 6 Sep 2021 · 1 min read कार्य निष्ठा कार्य निष्ठा ********* मन वचन कर्म समर्पण से अपना काम करिए, अपनी संपूर्ण निष्ठा भरा अनुराग रखिए। काम छोटा या बड़ा होता ये विचार किए बिना उसकी महत्ता को समझिए,... Hindi · कविता 1 631 Share Sudhir srivastava 22 Oct 2020 · 1 min read रावण मारीच संवाद रावण मारीच संवाद ***************** सूर्पनखा की दशा देख रावण बहुत अकुलाया, आनन फानन में उसने मामा मारीच को बुलवाया। फिर मारीच को रावण ने अपना मंतव्य बताया, रावण का मंतव्य... Hindi · कविता 1 1 620 Share Sudhir srivastava 1 Aug 2020 · 2 min read मेरा हीरा मेरा हीरा ■■■■■ आज वर्षों बाद मेरी बेटी मुस्कराई थी।उसकी मुस्कराहट देख मैं अपना दर्द भूल गया। पिछले वर्ष से जबसे मैंनें बीमारी से चारपाई पकड़ी है,मेरी बेटी सीमा ने... Hindi · लघु कथा 2 2 532 Share Sudhir srivastava 30 Aug 2021 · 1 min read चमत्कार चमत्कार ******** चमत्कार की प्रतीक्षा मत कीजिये इसके लिए बेकार कोशिश भी न कीजिये, चमत्कार बताकर नहीं होते। चमत्कार भी तो वहीं होता है, जहाँ खुद पर विश्वास और कुछ... Hindi · कविता 1 572 Share Sudhir srivastava 30 Mar 2021 · 2 min read हमारी भी जिम्मेदारियां हमारी भी जिम्मेदारियां ÷÷÷÷÷÷÷}{÷÷÷÷÷÷÷ संसार के हर प्राणी की कुछ न कुछ व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक जिम्मेदारी है,साथ ही राष्ट्र,संसार,प्रकृति और ब्रह्मांड के प्रति भी किसी न किसी रूप में जिम्मेदारियां... Hindi · लेख 1 1 526 Share Sudhir srivastava 20 Oct 2020 · 1 min read माँ कुष्मांडा माँ कुष्मांडा ********* जगत जननी जगदम्बा का चतुर्थ रूप गर्भ स्वरूप माँ कुष्मांडा कहलाती हैं, सृष्टि उत्पत्तिकर्ता ब्रह्मांड रचयिता माँ कुष्मांडा आदिशक्ति भी कहलाती हैं। देवों ऋषियों के रक्षा हित... Hindi · कविता 1 2 557 Share Sudhir srivastava 29 May 2021 · 1 min read हाइकु-पिता हाइकु ***** पिता ++++ पिता का साया संबल मुश्किल में हर समय। +++++ वटवृक्ष है जब तक पिता है स्वच्छंद भाव। +++++ जब तक है पिता हमारे साथ हम बच्चे... Hindi · हाइकु 2 559 Share Sudhir srivastava 19 Oct 2020 · 1 min read सपना या हकीकत सपना या हकीकत ------------------------ सपने और हकीकत में फासला बहुत है और नहीं भी है। सपनों को हकीकत में साकार करना होता है, इसके लिए निश्चय भरा काम करना होता... Hindi · कविता 2 2 524 Share Sudhir srivastava 27 Mar 2021 · 1 min read काश काश ****** कैसा ये हुड़दंग मचा है गाँव शहर हर ओर, गाँव गली हर डगर डगर अंजाना सा शोर। मस्त हैं अपने में सब जब से हुआ है भोर, उछलकूद... Hindi · कविता 1 1 539 Share Page 1 Next