Satish Srijan 440 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read पुराने सिक्के बचपन के खजाने है, ये सिक्के पुराने है। गुजरे हुए जमाने हैं, खुशियों के बहाने है। आज करोड़ों पाते है, गीजर से नहाते है। एसी कार में जाते है, तब... Hindi · कविता 1 2 359 Share Satish Srijan 26 Jan 2023 · 1 min read हमारा ऐसा हिंदुस्तान। हमारा ऐसा हिंदुस्तान। हमारा ऐसा हिंदुस्तान। विश्व धरा का देश न कोई, भारतवर्ष समान। सारे रूपक लगे अधूरे, कौन सा दूँ उपमान। अगिनत खूबी इस भूमि की, कैसे करूं बखान।... Hindi · कविता 340 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read ञ माने कुछ नहीं प्रतिदिन कुछ नया सिखता हूँ, कभी कभी अड़बड़ लिखता हूं। आज कविता लिखने में लाचार दिखूं, समझ में नहीं आता 'ञ' पर क्या लिखूं। न ञ से शब्द शुरु हो... Hindi · कविता 347 Share Satish Srijan 3 May 2023 · 1 min read तू कहीं दूर भी मुस्करा दे अगर, तू कहीं दूर भी मुस्करा दे अगर, हमारी रूह भी सुकून बहुत पाती है। खिले गुलाब सा हो जाता ये मलूल ज़ेहन, गर्द ए राह पर फुहार बरस जाती है।... Quote Writer 1 371 Share Satish Srijan 1 May 2023 · 1 min read तपते सूरज से यारी है, तपते सूरज से यारी है, वर्षा भी लगती प्यारी है। जाड़ा में बाहर जाता हूँ, हर मौसम को मैं भाता हूँ। घर आटा चावल लाना है तो सिर पर भार... Hindi · Quote Writer 430 Share Satish Srijan 8 Mar 2023 · 1 min read अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस भगनी बन कर भार्या बन कर प्रयेसी बनकर माता बन कर हो कर एक अनेक रुप धर करती नर उत्थान। तेरा बहुत बडा सम्मान। सबलों में सबसे... Quote Writer 1 411 Share Satish Srijan 8 Apr 2023 · 1 min read आवारगी मिली छुप छुप के मैंने देखा, गलियों में उनकी जाकर, मैं बन गया दीवाना निकले वो मुस्कराकर। लहराये काले गेसू जब भी हवा चली। मैंने किसी को चाहा तो, आवारगी मिली।... Hindi · Quote Writer 443 Share Satish Srijan 2 Feb 2023 · 1 min read बड़ा हथियार घाव कहीं से न दिखे, पर अति गहरा वार। जगत में प्रेम बड़ा हथियार। प्रेमशस्त्र से घायल होकर, राम चखे फल खाएं। श्रीकृष्ण भी माखन के बदले, ठुमक कर नाच... Hindi 336 Share Satish Srijan 22 Apr 2023 · 1 min read कविता क़िरदार है कभी हल्की कभी दमदार होती है, कभी नकद है तो,कभी उधार होती है। शब्दों का झुंड है शानदार होती है, ये कविता भी एक किरदार होती है। कभी सुगबुगाती है,... Hindi · कविता 394 Share Satish Srijan 18 Apr 2023 · 1 min read नानी की कहानी होती, नानी की कहानी होती, जिसमें राजा रानी होती। बचपन की शैतानी होती, चढ़ती मस्त जवानी होती। ई फ़ाइल न होता तो अच्छा था। मोबाइल न होता तो अच्छा होता। रिश्तों... Hindi 1 343 Share Satish Srijan 20 Apr 2023 · 1 min read ईद मुबारक शबूरी और अक़ीदत से, महीना गुजरा रोजे में। फ़ज़ल करके खुदा तूने तोहफे में ईद बक्शा है। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 292 Share Satish Srijan 4 May 2023 · 1 min read बगैर पैमाने के कौन से लफ्ज में तारीफ करूं मैं उनकी, शायरी खुद ही बन जाती है आ जाने से। उनकी मौजूदगी ही खुमार है मैकदा है सृजन, मैं तो मदहोश हो जाता... Hindi · Quote Writer 448 Share Satish Srijan 9 May 2023 · 1 min read वर्दी कसम वर्दी की है लड़ने जरूर जाऊंगा, मलूल होना न तुम जल्द लौट आऊंगा। तुम्हें साड़ी माँ को शाल बेटी को कुर्ती, अगली छुट्टी में तोहफा तमाम लाऊंगा। दुआ करो... Hindi · राजौरी में 9 पैरा के 5 जवान शह 405 Share Satish Srijan 8 Mar 2023 · 1 min read जरूरी नहीं राहें पहुँचेगी सारी, जरूरी नहीं राहें पहुँचेगी सारी, लेकिन कोशिशें रोज रखना है जारी। कभी ये मुकद्दर जब बदलेगा करवट, यही कोशिशें देगीं मंजिल तुम्हारी। सतीश सृजन Quote Writer 301 Share Satish Srijan 12 May 2023 · 1 min read चल सतगुर के द्वार चल सतगुर के द्वार बन्दया चल सतगुर के द्वार। जहां पर बरसे दया मेहर और, मिलता साँचा प्यार बन्दया, चल सतगुर के द्वार। खरा या खोटा वह नहीं देखे, फट... Hindi · भजन 309 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read पत्नीजी मायके गयी, पत्नी जी मायके गयी, संग सुत गया ननिहाल। सूना सूना लग रहा, घर आँगन चौपाल। घर आँगन चौपाल सकल घर में सन्नाटा। पता अब लगा भाव क्या, नोन तेल या... Hindi · हास्य 2 2 321 Share Satish Srijan 10 May 2023 · 1 min read घड़ी घड़ी ये घड़ी क्या कुछ बताती है घड़ी घड़ी ये घड़ी, साँसों का मोल समझ इसकी कीमत बड़ी। सुइयों की टिक टिक यही तो बताती है, तन से जो गई साँस लौट के... Hindi · कविता 1 372 Share Satish Srijan 24 Feb 2023 · 1 min read बेबाक कहता गलत गलत को सही को सही सही है, बेबाक बोलता हूं केवल खता यही है। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 474 Share Satish Srijan 2 Feb 2023 · 1 min read Bieng a father, (A poem for my duoghter) Listen doughter Moral charter, Even may eat leave or wood, But dont take Non veg food. Alcohal,beer,wine Very bad, not fine. Should be these absent,... English · Poem 1 382 Share Satish Srijan 20 Apr 2023 · 1 min read ईद मुबारक तेरी तौफ़ीक़ ही तो है, मुकम्मल कर सका रोजा मेरे रहमान सौ सौ बार, अदब से है तुझे शज़दा। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 302 Share Satish Srijan 15 Mar 2023 · 1 min read तू ही है साकी तू ही मैकदा पैमाना है, तू ही है साकी तू ही मैकदा पैमाना है, तेरी नज़रों का नशा खूब हमने जाना है। बन गया रिन्द ए अज़ीम हमनवां मेरे, तू है ठौर तू ही अदना... Quote Writer 320 Share Satish Srijan 27 Jan 2023 · 1 min read ईमान से बसर न इंस्पेक्टर एफ सी आई का, न कोतवाली का दारोगा। व्यापारी ठेकेदार नहीं, कैसे रुतबा ऊंचा होगा। जब सीमित आय का साधन है, घर बार खर्च को लिखेंगे ही। ईमान... Hindi · कविता 360 Share Satish Srijan 2 May 2023 · 1 min read बाधा को 'चल हट' कहता है, बाधा को 'चल हट' कहता है, बनता वही जो सब सहता है। जब तक गहना नहीं बन जाता, स्वर्ण अगन तपता रहता है। सतीश सृजन, लखनऊ. Quote Writer 327 Share Satish Srijan 5 May 2023 · 1 min read दस्तक बनकर आ जाओ बहुत दिनों से इंतजार कोई कुंडी खट खटायेगा। बहुत हुआ सनम अब दस्तक बनकर आ जाओ। Hindi 330 Share Satish Srijan 18 Feb 2023 · 1 min read भारत का फौजी जवान पिता का दुलारा होता, मां का प्यारा होता। उसकी एक लुगाई है, वह भी किसी का भाई है। घर में बुआ भौजी हैं, जो देश का फौजी है। सबसे दूर... Hindi · कविता 345 Share Satish Srijan 9 Feb 2023 · 1 min read सिकन्दर वक्त होता है कोई भी है नहीं अदना, न कोई है यहां आला। नहीं इंसा, सिकन्दर है, सिकन्दर वक्त होता है। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 315 Share Satish Srijan 11 Feb 2023 · 1 min read कारकुन शरीयत में एक पाक कलमा, जिसको पढ़ती है जुबां। एक कलमा कारकुन, जिससे बना दुनिया का सब। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 307 Share Satish Srijan 29 Mar 2023 · 1 min read उसकी दहलीज पर मेरे मुरशिद ने हाथ अपना थमाया जबसे, मुरीद बनकर सर अपना नवाया जबसे। अब तो बेखौफ होकर जीता हूँ, उसकी दहलीज पर आया जबसे। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 346 Share Satish Srijan 24 Feb 2023 · 1 min read जितना अता किया रब, जितना अता किया रब, तौफ़ीक़ सब है उसकी। फक्र करने लायक मुझमें, दूर तक कुछ भी नहीं। सतीश सृजन Quote Writer 275 Share Satish Srijan 4 Mar 2023 · 1 min read जानो आयी है होली जानो आयी है होली --------------------------- गुन गुन करता भाख रहा हो,पकवानों को पाक रहा हो, घूंघट से कोई झाँक रहा हो,खोल किवाड़े ताक रहा हो। इतने पर कोई आ जाएं,जिसे... Hindi 1 261 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 1 min read कारण मेरा भोलापन गिरगिट रंग को समझ न पाता कारण मेरा भोलापन। अक्सर लोगों में ठग जाता, कारण मेरा भोलापन। काग चेष्टा मैं न जानूँ, बको भक्ति न सुहाए। न लोमड़ी सी है... Hindi · कविता 310 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read हिंदी हिंदी -------- अभिव्यक्ति का माध्यम खासा, यह न केवल है एक भाषा। महारानी मस्तक की बिंदी, वैसे प्यारी अपनी हिंदी। देवनागरी लिपि में आई है, संस्कृत की कोख से जायी... Hindi · कविता 1 432 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 1 min read जीवन के दिन थोड़े अहम भले हो लाख करोड़ों, पर औकात शून्य से भी कम। यह गिनती नर समझ न पाया, इस कारण सहता है गम। सन्त कबीरा वचन सुनाया, ज्यादा मत तू चुलबुला।... Hindi · कविता 281 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read बन नेक बन्दे रब के बन नेक बन्दे रब के सिफत उसी के गा। इंसान बन इंसान के हरदम तू काम आ। मौला के घर में एक ही सिक्के का है चलन । इबादत की... Quote Writer 1 331 Share Satish Srijan 15 Feb 2023 · 1 min read धोखे से मारा गद्दारों, धोखे से मारा गद्दारों, आते समक्ष दिखला देते। तुम होते कितने फन्ने खां, वहीं धरती में दफना देते। होती गर जंग सामने से, पुलवामा कथा और होती। लाशों में लाश... Quote Writer 1 287 Share Satish Srijan 24 Feb 2023 · 1 min read तनख्वाह मिले जितनी, तनख्वाह मिले जितनी, उतने में खुब तसल्ली। ज्यादा नहीं कमाता हैं ख्वाहिशें मामूली। सतीश सृजन Quote Writer 376 Share Satish Srijan 27 May 2023 · 8 min read दोस्त न बन सकी कक्षा ७ का परीक्षा परिणाम आ गया था। सारे सहपाठी खुश थे। फतह बहादुर और उसके दोस्त भरत कुमार का मन बैठ गया, दोनों का परिणाम एक सा था,भरत तीन... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 1 377 Share Satish Srijan 7 Feb 2023 · 1 min read तूफां से लड़ता वही तूफां से लड़ता वही जिसे मुश्किलों का शौक़ है । डाल मत दरिया में किश्ती गर डूबने ख़ौफ है। -सतीश सृजन Quote Writer 1 334 Share Satish Srijan 16 Jan 2023 · 1 min read कृष्णा को कृष्णा ही जाने सुर मुनि शारद ब्रह्मा ध्यावें, शिव गनपत थाह न पावत हैं। वहीं गोपियां प्रेम से छछियांभर, माखन दे नाच नचावत हैं। कृष्णा को कृष्णा ही जाने, दूजे के बस की... Hindi · कविता 2 343 Share Satish Srijan 15 Feb 2023 · 1 min read झील के ठहरे पानी में, झील के ठहरे पानी में, मारा हो कंकड़ किसी ने जैसे। मौजों को चचंल कर दिया, दरीचे से झाँक कर उसने। Quote Writer 1 327 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read नाशुक्रा बक्शीशों लंबी फेहरिश्त है ऊपर वाले तेरी, कभी महसूस करने की कोशिश न हुई। आज आईने में गौर से देखा जब खुद को, समझ में आया तब कितना नाशुक्रा हूँ... Hindi 333 Share Satish Srijan 28 Jan 2023 · 2 min read लड्डू गोपाल की पीड़ा (छोटी बेटी घर मे रोज लड्डू गोपाल की पूजा करती है,अपने पापा को कुछ कहती है) ----------------------------------------- लड्डू गोपाल कुछ कहता पापा, बड़ी पीड़ा को सहता पापा। पता नहीं क्या... Hindi · कविता 328 Share Satish Srijan 11 May 2023 · 1 min read कागजी फूलों से इंसान से इंसान का तकरार सा है। मशीनों से सबका इकरार सा है। चमन गुल की खुशबू छोड़ कर, कागजी फूलों से प्यार सा है। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 1 375 Share Satish Srijan 26 Mar 2023 · 1 min read रमजान में.... रमजान में अल्लाह की रहमत अकूत है, रोजा तेरा कुबूल बस ईमान साफ रख। उसके करम का पार कोई है न पा सका, इंसान बन इंसान का हर दिन खयाल... Hindi 284 Share Satish Srijan 18 Feb 2023 · 1 min read आईना अब भी मुझसे आईना अब भी मुझसे मुस्काने को बहुत कहता है। चश्मे के नीचे झुकी आंखें मलूल हो जाती हैं। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 217 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 2 min read तेरा पापा मेरा बाप बाप ------ पहले समय में बाप होते थे, अब होते हैं पापा। बाप भांजता जूता सिर पे, गाल पर दो कण्टापा। बात बात पर डांट मारता, यही था उसका ज्ञान।... Hindi · कविता 259 Share Satish Srijan 31 Jan 2023 · 1 min read हे देश मेरे महबूब है तू, हे देश मेरे महबूब है तू, तुझसे ही इश्क़ लगाया है। तेरी खातिर कितनी बार लड़ा, सरहद पर लहू बहाया है। नदियों पर्वत से है प्यार मुझे, वन लगते जिगरी... Hindi · कविता 1 242 Share Satish Srijan 14 Mar 2023 · 1 min read अंदर का मधुमास मन मोखा से खुशी का झोंका आने देना। अंदर का मधुमास कभी न जाने देना। जीवन के गुलशन में रोज विचरता जा, पतझड़ की परवाह न कर बस बढ़ता जा।... Hindi 276 Share Satish Srijan 7 Feb 2023 · 1 min read पत्नी रुष्ट है इधर पत्नी रूठी, उधर साहब नाराज। दोनों ओर कुंआ व खाई गिरनी है गाज। संकट से निजात कैसे पाउं, इधर जाऊं या उधर जाऊं। साहब को झेलूं , या पत्नी... Hindi · कविता 250 Share Satish Srijan 19 Feb 2023 · 1 min read खुद को मसखरा बनाया जिसने, खुद को मसखरा बनाया जिसने, रातभर मंच को सजाया जिसने। थका था चुप था ग़मज़दा था वो, भरी महफ़िल को खूब हंसाया जिसने। -सतीश सृजन Quote Writer 1 252 Share Previous Page 2 Next