Satish Srijan Tag: कविता 234 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Satish Srijan 2 Jul 2023 · 1 min read फितरत से बहुत दूर रिश्ते रिसते जा रहे हैं, जाने कैसे पिसते जा रहे हैं। अनपढ़ लोग संभाल कर रखते थे, आज अक्लमंदों से घिसते जा रहें हैं। सोचता हूँ कभी... अपनों से मुलाकात... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 116 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read दस्तक बसा ली है दुनिया कहीं दूर जाकर, नहीं पास कोई भी बच्चे हमारे। कहाँ अब रही गीत गज़लों की रातें, बुढ़ापे की दस्तक हुई तन के द्वारे। दवाई बिना नागा... Hindi · कविता 3 164 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read मैं बुद्ध के विरुद्ध न ही.... मैं बुद्ध के विरुद्ध न ही युद्ध के विरुद्ध हूँ। दधीचि सा परमार्थ है, संतोष भरा स्वार्थ है। मैं कर्ण मैं ही पार्थ हूँ, निःस्वार्थ सा पुरुषार्थ हूँ। मैं मर्म... Hindi · कविता 3 255 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read कलाम को सलाम सच्चे मुसलमान, पक्का ईमान। एक जैसी श्रद्धा थी, गीता या कुरान । जेहन में सराफत, किसी से न नफरत। सीधा साधा बाना, सूफियों सी फितरत। कोमल मिजाज थे, इरादे एजाज... Hindi · कविता 3 150 Share Satish Srijan 7 Jan 2023 · 1 min read बाइस्कोप मदारी आज की पीढ़ी को क्या मालूम क्या होती है राब। बहुत सी चीजें लुप्त हो गयी बन गयी एक दम ख्वाब। सनई पटुआ जोंधरी बर्रे, मोटरी हो गयी गायब। कोदौ... Hindi · कविता 2 76 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read सेब का आठवां भाग घर में कभी कभार ही खरीदकर आता था। सेब का आठवां भाग, हिस्से में पाता था। खाता था, ललचाता था, पछताता था। काश! थोड़ा और मिलता। अब किसी चीज न... Hindi · कविता 2 73 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read मेरा हैप्पी बर्थडे माघ पूस सावन भादों या कातिक चैत कुवारा। अम्मा जरा बता दो मुझको, कब का जनम हमारा। रामउ, ननकू बबलू फत्ते, सब हैं जनम मनाते। मेरा हैप्पी बड डे कब... Hindi · कविता · हास्य 2 231 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read ...तो हम दोनों थे ब्याह के आयी थी, तो हम दोंनो थे। रात शरमाई थी, तो हम दोनों थे। फलक से उतर कर, बिस्तर पर सहमा सा बैठा । घूंघट में चांद देखा था,... Hindi · कविता 2 107 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read सम्राट अशोक कर्तव्य का भी भान था, शिवा शिवम का ध्यान था। जब हाथ में कृपान था, अशोक तब महान था। त्रिपुंड लगा भाल में, रुद्राक्ष गले माल में। गृह रुद्र का... Hindi · कविता 2 92 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 4 min read चार साहबजादे चार साहिबज़ादे गोविंद गुरु थे शहंशाह, जन पालक बन कर आये थे। उनके जाये सुत वीर चार, साहिबज़ादे कहलाये थे। बाबा अजीत, ज़ूझार सिंह, संग वीर जोरावर और फतह। उन... Hindi · कविता · प्रबन्ध काव्य · वीर बालदिवस विशेष 2 669 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read उल्लू आज रात में उल्लू देखा, जेहन में उभरी विस्मय रेखा। किश्मत से बिल्कुल बेचारा, यहां वहां फिरता आवारा। सब खग रात में करें बसेरा, इसको भाग्यहीनता घेरा। डाली डाली भाग... Hindi · कविता 2 126 Share Satish Srijan 16 Jan 2023 · 1 min read कृष्णा को कृष्णा ही जाने सुर मुनि शारद ब्रह्मा ध्यावें, शिव गनपत थाह न पावत हैं। वहीं गोपियां प्रेम से छछियांभर, माखन दे नाच नचावत हैं। कृष्णा को कृष्णा ही जाने, दूजे के बस की... Hindi · कविता 2 335 Share Satish Srijan 17 Jan 2023 · 1 min read पेड़ों से बतियाता हूँ पक्षी तितली जुगनू भँवरे, पुष्पों के संग मैं गाता हूँ। वन पर्वत खेत नदी सागर, मैं पेड़ों से बतियाता हूँ। न ऊंच नीच न जाति धरम, मिल करके गले लगाते... Hindi · कविता 2 2 145 Share Satish Srijan 29 Jan 2023 · 2 min read महाराणा प्रताप भारत देश महान हमारा, क्योंकि भूमि है वीरों की। बलिदान धैर्य व त्याग भरा, है स्वर्ण कथा शमशीरों की। महाराणा था अतुलित योद्धा, अद्भुत सी शौर्य कहानी थी। शक्ति अदम्य... Hindi · कविता 2 164 Share Satish Srijan 23 Jan 2023 · 1 min read ड़ माने कुछ नहीं चलो लिखें एक कविता टेढ़ी, भले हो जाये पंगा। क ख ग घ बढ़िया हैं पर, व्यर्थ है अक्षर 'ड़'। व्यंजन के सारे अक्षर का होगा तो प्रयोग कहीं, तो... Hindi · कविता 2 254 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read बालिका दिवस जो मांगे समान दो, बेटा जैसा मान दो। कोई कोताही न करो कभी, खुला खुला आसमान दो। टक्कर का जमाना है, जीतकर मंजिल पाना है। माता पिता की परी है... Hindi · कविता 2 176 Share Satish Srijan 25 Jan 2023 · 1 min read हे! ज्ञानदायनी स्तुति करते तेरे चरणों में, मन में फैला अंधकार हरो। हे!ज्ञानदायनी शारद मां, शत बार नमन स्वीकार करो। प्रतिवर्ष पंचमी शुक्ल माघ, माँ तेरा जन्म मनाते हैं। अपनी श्रद्धा सामर्थ्य... Hindi · कविता · सरस्वती वंदना 2 232 Share Satish Srijan 29 Jan 2023 · 1 min read आँसू आँसू आस हैं, आँसू प्यास हैं, आँसू एहसास हैं, आँसू विश्वास हैं। नैनों के झरोखे में किसी की तलाश हैं। निर्मल तुषार जैसे, आँसू बहुत खास हैं। बिछुड़न की याद... Hindi · कविता 2 176 Share Satish Srijan 10 Feb 2023 · 2 min read तुम क्या जानो" वो मेरा जमाना कैसा था, तुम क्या जानो। क्या क्या कठिनाई होती थी, तुम क्या जानों। बैलों को भरना था सानी, व गइया को चारा पानी, दरवाजे का झाड़ू करना,... Hindi · कविता 2 295 Share Satish Srijan 11 Feb 2023 · 1 min read मोदी क्या कर लेगा जब तक हम एकत्र न होंगे, केवल मोदी क्या कर लेगा। उसकी भी अपनी एक सीमा, कुछ हद तक कुछ गम हर लेगा। भारत का इतिहास साक्षी, बिखरे थे अब... Hindi · कविता 2 251 Share Satish Srijan 18 Feb 2023 · 1 min read शिवरात्रि उमा महेश का शुभ विवाह है, दूल्हा बने शिव भोला। बेल धतूर मदार को खाते, और खाते भंग गोला। मन की आंख खोल कर देखो, शिव हैं पास न दूर।... Hindi · कविता 2 238 Share Satish Srijan 18 Mar 2023 · 1 min read वही पर्याप्त है उलझन में दिन, अनिद्रा में रात है। क्योंकि मानव मन में, लोभ का सन्ताप है। झूठी शान में, परेशानी इंशान में। खुशी राज छिपा, रोटी कपड़ा मकान में। अधिक की... Hindi · कविता 2 2 156 Share Satish Srijan 23 Mar 2023 · 1 min read अमर शहीद भगत सुखदेव राजगुरू सुखदेव राजगुरु भगत सिंह त्रिदेव थे ये आजादी के। जिनके कारण दिन शुरू हुए, अंग्रेजों की बर्वादी के। था जिगर बड़ा दीवानों का, ओढ़ा था बसन्ती चोला। थे निकले आजादी... Hindi · कविता · बलिदान दिवस 2 2 133 Share Satish Srijan 17 Apr 2023 · 1 min read कैसे कह दूं पंडित हूँ कैसे कह दूं पंडित हूँ ------------------------ मद काम क्रोध में पड़ा हुआ, मैं मृगतृष्णा से भरा हुआ। छल प्रपंचों की नहीं कमीं, कोई न कोई रही गमीं। मैं स्वयं ही... Hindi · कविता 2 221 Share Satish Srijan 20 Apr 2023 · 1 min read खिचड़ी खिचड़ी जितनी सरल बनाने में है, उतनी सरल है खाने में। लघु लागत में ये बन जाती, है आसान पचाने में। पत्नी के मायके जाने पर, खिचड़ी की नहीं सानी।... Hindi · कविता 2 223 Share Satish Srijan 23 Aug 2023 · 1 min read "विक्रम" उतरा चाँद पर ''विक्रम' उतरा चाँद पर, मगन है भारत देश। चार चांद लगा वतन में, गौरवान्वित परिवेश। गौरवान्वित परिवेश, 'प्रज्ञान' आएगा बाहर। परचम फहरा चाँद पर, बात हूई जग जाहिर। दुनिया जो... Hindi · कविता · विक्रम के सफल लैंडिंग विशेष 2 2 214 Share Satish Srijan 28 Jan 2024 · 1 min read कितने पन्ने कितने पन्ने फाड़े मैंने, तुझ पर गीत बनाने को। समुचित उपमा ढूंढ न पाया, रूप तेरा दर्शाने को। दशन दाड़िम से प्यारे तेरे, अधर मुधर सी लाली है। बोली लिख... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 108 Share Satish Srijan 18 Mar 2024 · 2 min read सब अनहद है जिसने सूरज चाँद बनाया, धरा गगन ब्रह्मांड बनाया। जिसने सुमन सुंगन्ध भरा है, जिससे तरु तृण हरा हरा हैं। अनन्तक्षितिज तक जो भी हद है। और नहीं कुछ सब अनहद... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 63 Share Satish Srijan 18 Mar 2024 · 1 min read एक ही राम आब ए जम-जम पीकर देखा, गंगाजल भी पान किया। उसका रूप मिला जैसा भी, जी भर के गुणगान किया। वाहेगुरु,रब,राम,यहोवा, सबका एक सा काम मिला। अंदर झाँका एक नूर था,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 86 Share Satish Srijan 6 Jan 2023 · 1 min read गौ संरक्षण जरूरी कई लोग तो कूकुर पालें, कुछ जन पाले गैया। कुत्ता केवल भौ भौ करता, दूध देत गौमैया। सागर मंथन से हुआ उद्भव कामधेनु है नाम। जिनका ढूध पिया इन सबने,... Hindi · कविता 1 207 Share Satish Srijan 7 Jan 2023 · 1 min read सुभाषचन्द्र बोष एक लाल सपूत हुआ माँ का, जो चन्द्र सुभाष कहाया था। सन तैंतालीस में बोष वीर, आजादी बिगुल बजाया था। जय हिंद की नारा दिया हमें, अजाद हिन्द दल तैयार... Hindi · कविता 1 197 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read द पति हैंडसम कहो, हसबैंड कहो, पति शौहर, भरतार, आज के युग में भी पति , पत्नी का करतार। सारी बातें छोड़ कर एक बात धरो गांठ, पति है जिसके संग में... Hindi · कविता · हास्य 1 141 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read साजन आने वाले हैं कन्धे पर हथियार लिये डट दुश्मन को ललकारे है। प्रहरी बन तैनात बलमजी, सरहद के रखवाले है । मैं घर, पिया सीमा पे जागे, सुना कोना कोना है । जाने... Hindi · कविता 1 183 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read मसखरा कहीं सो गया जो आया है वह जाएगा, कोई कुछ भी न कर पायेगा। सुख के साधन चहे जितने हों, चाहने वाले भी कितने हों। रुतवा कितना हो भारी, पर मौत से किसी... Hindi · कविता 1 2 211 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 2 min read नाथू राम जरा बतलाओ नाथू राम जरा बतलाओ, गांधी को तुम क्यों मारा। वयोवृद्ध की हत्या करके, खुद बन गए एक हत्यारा। सत्य अहिंसा पथ चलते थे, नहीं करते कोई अगर मगर। तुम भी... Hindi · कविता · गांधी जी की पुण्यतिथि विशेष 1 202 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read मेरे पापा...लोरी सुना दो बालमन को मेरे बहुत बहलाती है, रोज रात गाना गा मुझको सुलाती है। राग में गाओ या कोरी गुनगुना दो, मेरे पापा आज तुम लोरी सुना दो। माँ तो दुलराती... Hindi · कविता 1 103 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read मैं दर्पण हूँ मैं दर्पण हूँ न रंगभेद, न जातिवाद, हो हर्ष तुम्हें या हो विसाद। अतिरिक्त न कुछ बतलाता, जो हो तुम वही दिखाता । तुझ पर सम्पूर्ण समर्पण हूँ। मैं दर्पण... Hindi · कविता 1 75 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read मुर्गासन, विद्यालय का मुर्गा आसन, जीवन भर का था अनुशासन। जिसने किया गुरु की माना। आगे चलकर बना सयाना। धन पद ख्याति संग देही चुस्त। मुर्गासन परिणाम दुरुस्त। सभी शिक्षक को... Hindi · कविता 1 392 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read हिंदी हिंदी -------- अभिव्यक्ति का माध्यम खासा, यह न केवल है एक भाषा। महारानी मस्तक की बिंदी, वैसे प्यारी अपनी हिंदी। देवनागरी लिपि में आई है, संस्कृत की कोख से जायी... Hindi · कविता 1 414 Share Satish Srijan 11 Jan 2023 · 1 min read कठपुतली की क्या औकात मिट्टी सुतली उसकी जात, कठपुतली की क्या औकात। पल दो पल भर रहती गात, कठपुतली की क्या औकात। मालिक डोर घुमाए जैसे, पुतली नाच दिखाए वैसे। पराधीन किसी और हाथ... Hindi · कविता 1 195 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read सकठ गणेश चतुर्थी माघ कृष्ण की चतुर्थी जिसके देव गणेश, सकठ चौथ कहते इसे, यह दिन बड़ा विशेष । पुत्रवती जननी सभी रखती हैं उपवास । सुतगण सब दीर्घायु हो, यही कामना आश।... Hindi · कविता 1 125 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read पुराने सिक्के बचपन के खजाने है, ये सिक्के पुराने है। गुजरे हुए जमाने हैं, खुशियों के बहाने है। आज करोड़ों पाते है, गीजर से नहाते है। एसी कार में जाते है, तब... Hindi · कविता 1 2 346 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read हरि घर होय बसेरा रहे सन्तुलन सुख और दुख में न बनें कभी निराश। एक भरोसा एक बल एक आश विश्वास। मैं कूकुर दरबार का पट्टा गले पड़ा। मेरा ठाकुर मेरा मालिक, निश दिन... Hindi · कविता 1 142 Share Satish Srijan 14 Jan 2023 · 1 min read कदर करो कदर करो तीन फरिश्ते इस दुनियां में, कदर करो। धरती के भगवान ये सारे, कदर करो। प्रथम फरिश्ता अपनी माता, जो जग में हमें लाती है। दूध पिलाती लोरी गाती,... Hindi · कविता 1 125 Share Satish Srijan 14 Jan 2023 · 1 min read मकर संक्रांति सूर्य शनि की राशि में जाता मिटा के सारे बैर । दान पुण्य तीर्थ करो जीवन में हो खैर । 14 जनवरी शुभ दिवस, पौष माह दे शांति। सबको मंगलकारी... Hindi · कविता 1 269 Share Satish Srijan 19 Jan 2023 · 1 min read मैं खुश हूँ बिन कार थोड़े पैसे हुए पास तब, सोचा ले लूं ब्रेज़ा। कार हो जाये अपने घर भी, ठंडा हो जाये भेजा। लेकिन पत्नी प्लाट ले लिया, चुक गया सारा पैसा। कार योजना... Hindi · कविता 1 219 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read हमार उत्तर प्रदेश यूएसए, इंग्लैंड,पैरिस जर्मनी फ्रांस या बंगलादेश । भारत देश है सबसे अच्छा, उसमें भी उत्तर प्रदेश। इस प्रदेश की शान निराली, सकल भूमि पर है हरियाली। राम,कृष्ण अवतार लिया है,... Hindi · कविता 1 179 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read आज नहीं तो निश्चय कल आज नहीं तो निश्चय कल जीवन में दिन चार मिलें है, बीत रहे बन सांझ सवेरे । चाहे जो भी कर ले उनका, आज का पल बस हाथ में तेरे... Hindi · कविता 1 165 Share Satish Srijan 20 Jan 2023 · 1 min read सी डी इस विपिन रावत अगुवा बन कर तुम चले सदा, हिम्मत हिकमत से साजा थे। सरदार थे तुम सामन्त थे तुम, तुम ही सेना के राजा थे। रावत तेरा अर्थ बड़ा सा था। हर... Hindi · कविता 1 179 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read कभी खुद से भी तो बात करो कुछ खोना है कुछ पाना है, आये हैं तो एक दिन जाना है। अति गर्व भरी न औकात करो, कभी खुद से भी तो बात करो। संसार को तो है... Hindi · कविता 1 285 Share Page 1 Next