श्रीकृष्ण शुक्ल 137 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid श्रीकृष्ण शुक्ल 1 Jun 2020 · 1 min read आशियाँ ही आशियाँ गज़ल जिन दरख्तों को गिराना चाहती हैं आँधियाँ।। कुछ परिन्दों ने बना रक्खे हैं उनमें आशियाँ। कल यहाँ पर खेत थे बस और कुछ पगडंडियाँ। अब यहाँ पर दूर तक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 362 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 4 Mar 2021 · 1 min read औकात औकात : लघुकथा 'भाइयों और बहनों, हमें ऐसी पार्टी को चुनाव में हराना होगा जो लोगों को जाति और मजहब में बाँटकर सांप्रदायिकता का जहर घोल रही है। हमारे दल... Hindi · कविता 4 6 468 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 12 May 2020 · 1 min read कोरोना तू अब तो जा कोरोना तू अब तो जा -------------------------- कोरोना तू जा जा जा। खा के जहर कहीं मर जा।। बहुत हो चुका तेरा राज। बंद घरों में हैं हम आज।। लॉबी, कमरा,... Hindi · कविता · बाल कविता 3 1 287 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 30 Jun 2020 · 1 min read चलो अब लौटें अपने गाँव चलो अब लौटें अपने गाँव -------------------------------- उखड़ने लगे यहाँ से पाँव। चलो अब लौटें अपने गाँव। बुला रहा है बूढ़ा पीपल, अरु बरगद की छाँव। चलो अब लौटें अपने गाँव।... Hindi · काव्य संग्रह 1 · गीत 3 1 211 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 20 Jan 2021 · 3 min read और रायता फैल गया और रायता फैल गया। ---------------------------- बात वर्ष 2010 की है। मैं उन दिनों बिधुना जिला औरेया में नियुक्त था। बैंक के कार्य में अत्यधिक व्यस्तता के कारण साहित्यिक क्षेत्र में... Hindi · लेख 3 8 244 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 2 Mar 2021 · 1 min read मुस्कुराने के लिए मुस्कुराने के लिए रूठना भी है जरूरी, मान जाने के लिये। कुछ बहाना ढूंढ लीजे मुस्कुराने के लिए । जिन्दगी की जंग में उलझे हुए हैं इस कदर। वक्त ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 324 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 6 Sep 2021 · 1 min read गुरु घंटाल शिक्षक दिवस पर एक नजरिया यह भी: हास्य : छंद कुंडलिया : गुरुघंटाल गुरुजन के सम्मान में, नत हैं सारे भाल, उनका भी सम्मान हो, जो हैं गुरुघंटाल! जो हैं... Hindi · कुण्डलिया 3 2 389 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 1 Jul 2022 · 1 min read घर की मालिक घरवाली आज विश्व हास्य दिवस है, सभी हास्य कवियों, चुटकुलों के रचयिताओं, मिमिक्री आर्टिस्टों तथा पत्नी के सताये पतियों 😄 को हार्दिक बधाई I इस अवसर पर प्रस्तुत है एक हास्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 3 5 375 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 24 Aug 2023 · 1 min read दुनिया वालो आँखें खोलो, ये अभिनव भारत है। दुनिया वालो आँखें खोलो, ये अभिनव भारत है। अब तुम भी नत मस्तक हो लो, ये अभिनव भारत है। कल तक हमको साँप सँपेरों,वाला कहते आये। हमें मदारी और फकीरों,... Hindi · काव्य संग्रह 1 · गीत 3 2 471 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 8 Jun 2019 · 1 min read जीवन की परिभाषा जीवन भर सँग सँग चलती है, आशा और निराशा । सुख.दुख से ही रची गई है, जीवन की परिभाषा ।। सुख की इच्छा मन को प्रतिपल, स्वप्न दिखाती रहती, और... Hindi · गीत 2 2 552 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 18 Sep 2019 · 1 min read कुछ हमको भी जी लेने दो कुछ हमको भी जी लेने दो। कुछ हमको भी खुश रहने दो।। हम तो सुनते ही आए हैं , सुन सुन कर घुटते आए हैं, अपने सपने ध्वस्त हुए हैं,... Hindi · काव्य संग्रह 1 · गीत 2 4 260 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 28 Sep 2019 · 2 min read बाबूजी का श्राद्ध बाबूजी का श्राद्ध --------------------- बाबूजी के श्राद्ध पर पंडित जी बोले, सुनो जजमान, जो बाबूजी खाते थे, वही बनवाना पकवान। यदि कुछ कमी रही तो, बाबूजी की आत्मा अतृप्त रह... Hindi · कविता 2 2 342 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 2 Nov 2019 · 1 min read जैसी करनी वैसी भरनी दूर दूर तक धुआँ धुआँ है दिन में ही अँधकार हुआ है घोर कुहासे के बादल में बेबस सूरज कैद हुआ है. दृश्य सभी धूमिल दिखते हैं चक्षु हारते से... Hindi · कविता 2 2 451 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 22 Apr 2020 · 1 min read कब तक घर में बंद रहूँगा कब तक घर में बंद रहूँगा। -------------------------------- छोटू पापा से ये बोला, कब तक घर में बंद रहूँगा बैठे बैठे ऊब गया हूँ, कब बाहर जाकर खेलूंगा। पापा ने उसको... Hindi · कविता · बाल कविता 2 2 399 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 13 May 2020 · 2 min read घर वापसी घर वापसी -------------- पापा, अभी कितना और चलना है, घर कब पहुँचेंगे, नन्हीं मुनिया ने राकेश से पूछा। पहुँच जायेंगे बिटिया, जल्दी पहुँच जायेंगे, कहते कहते राकेश का स्वर भर्रा... Hindi · कहानी 2 2 428 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 8 Mar 2021 · 1 min read जिस जगह पूज्य होती नारी, उस जगह देवता बसते हैं। आज महिला दिवस पर ब्रह्मांड की समस्त नारी शक्ति को नमन। नारी के महत्व को दर्शाती मेरी रचना। जिस जगह पूज्य होती नारी, उस जगह देवता बसते हैं नारी तो... Hindi · कविता 2 2 325 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 8 Mar 2021 · 2 min read कमजोर नहीं है नारी : व्यंग कमजोर नहीं है नारी : व्यंग --------------------------------- कौन कहता है कमजोर है नारी कमजोर कभी नहीं थी वो बेचारी. मुझे तो याद आते हैं बचपन के वो दिन जब साथी... Hindi · लेख 2 2 266 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 7 May 2021 · 1 min read पशु पक्षी आजाद मगर इन्सान बंद है। कोरोना के चलते पूरा देश बंद है। घर, दफ्तर, बाजार पूर्ण परिवेश बंद है।। रैली, रेले, मेले, टेले, हाट, सिनेमा, आलू, टिक्की, चाट,बंद, संदेश बंद है। घर से बाहर आवाजाही... Hindi · कविता 2 2 224 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 12 Aug 2021 · 1 min read सखी ये है कैसा सावन। सखी ये है कैसा सावन। पहले तो तीजो पर भैया, लेने आ जाते थे। आँगन में अमुआ के नीचे, झूले पड़ जाते थे। ननद भावजें मिल जुलकर सब, झूले झुलवाती... Hindi · काव्य संग्रह 1 · गीत 2 2 582 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 12 Aug 2021 · 1 min read बेटी बनाम बहू बेटी बनाम बहू --------------- मम्मी कल तीजो है, शालिनी को मायके वालों ने बुलाया है। आप कहो तो इसे सुबह छोड़ आऊँगा, तीजो करके शाम को आ जायेगी; सतीश ने... Hindi · लघु कथा 2 7 376 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 26 May 2022 · 1 min read कुछ दोहे कुछ दोहे: कृष्ण, सभी से कीजिए, प्रेम पूर्ण व्यवहार I ढाई आखर जोड़ते, दिल से दिल के तार II कृष्ण सदा ही टालिए, आपस की तकरार I बात सुनो इस... Hindi · दोहा 2 4 130 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 4 Feb 2023 · 1 min read अकारण मुस्कुराना सीख लो अकारण मुस्कुराना सीख लो अश्रु आँखों में छिपाना सीख लो I तुम अकारण मुस्कुराना सीख लो II रूठने से बात बिगड़ी है सदा I आप रूठे को मनाना सीख लो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 184 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 20 May 2017 · 1 min read गतिमान रहो दो पल का ये नश्वर जीवन हर पल इसको भरपूर जियो तुम किस उलझन में ठहरे हो गतिमान रहो, गतिमान रहो रवि में गति है, शशि में गति है पृथ्वी... Hindi · कविता · काव्य संग्रह 1 · जीवन दर्शन 1 2 397 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 12 Jul 2017 · 1 min read नींव का पत्थर एक छंदमुक्त रचना नींव का पत्थर ========== क्यों कुरेदते हो मुझे, ये दर्द मुझे सहने दो मैं नींव का पत्थर हूँ, मुझे यूँ ही दबा रहने दो तुम्हारी ऊँचाइयाँ, ये... Hindi · कविता 1 2 5k Share श्रीकृष्ण शुक्ल 12 Oct 2017 · 1 min read मन की कोई थाह नहीं पल में जाता आसमान पे पल में सपनों की उड़ान पे सपनों में ही भरे कुलाचें मन को कुछ परवाह नहीं मन को कोई जान न पाया मन की कोई... Hindi · काव्य संग्रह 1 · गीत · जीवन दर्शन 1 715 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 12 Apr 2018 · 1 min read लाज रखनी है अपने वतन की हमें गज़ल है ज़रूरत सदा इस वतन की हमें इस चमन की हमें, अंजुमन की हमें मर मिटेंगे वतन के लिए दोस्तो लाज रखनी है अपने वतन की हमें जान जाती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 401 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 16 May 2018 · 1 min read माँ तेरा अहसास लगता है तुम यहीं कहीं हो छिपी हमारे पास यदा कदा होता रहता है माँ तेरा अहसास तुमने ही जन्म दिया मुझको जब आँख खुली तुमको पाया पहला स्पर्श तुम्हारा... Hindi · काव्य संग्रह 1 · गीत 1 2 567 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 3 Sep 2018 · 2 min read भगवान और भक्त : कलियुगी संवाद भक्त और भगवान, कलियुगी संवाद जन्माष्टमी पर भक्ति भाव कुछ ऐसा हो गया कि कान्हा से साक्षात्कार हो गया मैं नतमस्तक हो गया कान्हा के चरणों में लोट गया कान्हा... Hindi · कविता 1 701 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 8 Mar 2019 · 1 min read जिस जगह पूज्य होती नारी, उस जगह देवता बसते हैं नारी ही तो जननी सबकी, उससे ही जीवन पाया है उसने पयपान कराकर ही, हमको बलवान बनाया है वह जननी है, वह भगिनी है, सहचरिणी है, पुत्री भी है निज... Hindi · कविता 1 198 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 14 May 2019 · 2 min read मैं भारत माँ का प्रहरी हूँ मैं सीमाओं पर रहूँ सजग, अपना कर्तव्य निभाता हूँ मैं भारत माँ का प्रहरी हूँ, चरणों में शीश झुकाता हूँ। है शस्य श्यामला भारत माँ, मुझको प्राणों से प्यारी है... Hindi · काव्य संग्रह 1 · गीत 1 2 398 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 11 Jun 2019 · 1 min read बेटियाँ अब देश में कैसे जियें। बेटियाँ अब देश में कैसे जियें ----------------------------------- खून के आँसू भला कैसे पियें। बेटियाँ अब देश में कैसे जियें।। हर घड़ी कितनी निगाहें घूरतीं भेड़ियों के बीच हर पल घूमतीं... Hindi · काव्य संग्रह 1 · गीत 1 370 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 18 Sep 2019 · 1 min read बाल कविता:दूध के दाँत कविता: दूध के दाँत ------------------------- नटखट छोटू लगा बिलखने उसका दाँत लगा था हिलने दाँत कहाँ से मैं लाऊँगा बाबा जैसा हो जाऊँगा मम्मी पापा ने समझाया दाँत दूध के... Hindi · कविता · बाल कविता 1 2 243 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 4 Nov 2019 · 1 min read धार के विपरीत ही मैं तो सदा चलता रहा एक दर्पण रूप मेरे नित्य नव गढ़ता रहा। मैं स्वयं की झुर्रियों के बिंब ही पढ़ता रहा।। दौड़ता हरदम रहा लेकिन कहीं पहुँचा नहीं। धार के विपरीत ही मैं.तो सदा... Hindi · कविता 1 250 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 12 Jan 2020 · 1 min read नववर्ष मात्र इतना करना। नववर्ष मात्र इतना करना पूरा करना सबका सपना चहुँ ओर शांति सुख चैन रहे माँ बहनों का सम्मान रहे वहशी हैवान दरिंदों से नारी की अस्मत बची रहे फिर हो... Hindi · कविता · काव्य संग्रह 1 1 4 216 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 26 Apr 2020 · 1 min read कोरोना का संकट मित्रों, कब तक हमें डरायेगा। कोरोना का संकट मित्रों, कब तक हमें डरायेगा। ---------------------------------------------------------- कोरोना का संकट मित्रों, कब तक हमें डरायेगा। अनुशासन में अगर रहेंगे, तो संकट टल जायेगा।। लॉकडाउन में कब तक खुद... Hindi · काव्य संग्रह 1 · गीत 1 339 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 28 May 2020 · 1 min read कवि पत्नी की नोंकझोंक 07.02.2020 कवि पत्नी की नोंकझोंक कवि जी और घराणी में नित नोंकझोंक चलती थी। अपना घर तुम स्बयं सम्हालो, वो अक्सर कहतीं थी।। आप गोष्ठियों में सखियों सँग मौज मजा... Hindi · कविता 1 2 458 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 28 May 2020 · 1 min read क्या होता है कोरोना क्या होता है कोरोना छोटू ने मम्मी से पूछा एक बात बतलाओ। क्या होता है यह कोरोना, आप मुझे समझाओ। बंद हुए स्कूल, खेलने पर भी पाबंदी है। शापिंग माल,... Hindi · कविता · बाल कविता 1 234 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 18 Jan 2021 · 1 min read बहुत हो गया कोविद जी अब तो जाओ बहुत हो गया कोविद जी अब तो जाओ। जाओ भी अब हठधर्मी मत दिखलाओ।। कुछ दिन के मेहमान सरीखे आ जाते। खाते पीते कुछ दिन और चले जाते। लेकिन तुम... Hindi · कविता · काव्य संग्रह 1 1 4 225 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 4 Mar 2021 · 3 min read वर्ष 2020 में मेरी साहित्यिक उपलब्धियां वर्ष 2020 में मेरी साहित्यिक उपलब्धियां वैसे तो वर्ष 2020 श्रीमान कोविद नाइंटीन द्वारा अग्रिम रूप से आरक्षित कर लिया गया था, जिस कारण उन्हीं के चर्चे साल भर चले,... Hindi · लेख 1 276 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 12 Mar 2021 · 1 min read शिव विवाह पर घनाक्षरी शिव बारात : छंद घनाक्षरी मस्तक पे अर्द्ध चंद्र, शीष जटा बीच गंग, गले में पड़े भुजंग, बाघंबर धारे हैं। कर में त्रिशूल लिये, डमरू का नाद किये, देवों के... Hindi · घनाक्षरी 1 768 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 7 May 2021 · 1 min read आओ आशा दीप जलाएं माना चहुँ दिशि अंधकार है। सांसों पर निष्ठुर प्रहार है।। आओ आशा दीप जलाएं, दूर भगाना अंधकार है। रात भले हो घोर अँधेरी, उसकी भी सीमा होती है। रवि के... Hindi · काव्य संग्रह 1 · गीत 1 2 272 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 4 Jun 2021 · 1 min read पशु पक्षी आजाद मगर इन्सान बंद हैं, सभी सम्मानित कविवृंद को नमन। आज की गोष्ठी में प्रस्तुत हैं चार चार पंक्तियों की चंद चतुष्पदियां। 1. कोरोना के चलते पूरा देश बंद है। घर, दफ्तर, बाजार पूर्ण परिवेश... Hindi · कविता 1 2 319 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 20 Jun 2021 · 1 min read पिता बनकर पिता का मोल अब अपनी समझ आया। पिता बनकर पिता का मोल अब अपनी समझ आया। नहीं चिंता रही कोई, न कोई डर सता पाया पिताजी आपके आशीष.की हम पर रहे छाया हमारी प्रेरणा है आपका सादा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 301 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 7 Jul 2021 · 1 min read मानसून की बिगड़ी चाल। आज की बाल कविता मानसून की बिगड़ी चाल। ------–------------------- मानसून की बिगड़ी चाल। सूखे हैं सब पोखर ताल। जून गया जौलाई आयी। गरमी से है विकट लड़ाई।। बदन चिपचिपा रहा... Hindi · कविता · बाल कविता 1 301 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 26 Aug 2021 · 1 min read संवाद :भक्त और भगवान भक्त उवाच: जब जब धरती पर मचे, अनाचार अरु पाप! तब तब प्रभु हों अवतरित, काटें सब संताप!! आज चहुँदिशि व्याप्त हैं, पाप ताप संताप! हे माधव अवतरित हो, और... Hindi · दोहा 1 530 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 27 Jan 2022 · 1 min read सोचो, परखो, तोलो, जांचो, फिर अपना मत देना भाईII विगत हुए उस कालखंड को वर्तमान से तोलो भाई -------------------------------------------- जागो मतदाता अब जागो, फिर चुनाव की बेला आयीI सोचो, परखो, तोलो, जांचो, फिर अपना मत देना भाईII हम इन... Hindi · कविता 1 165 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 17 May 2022 · 1 min read व्यावहारिक दोहे संबंधों में आजकल, नहीं रही वह प्रीत। लाभ हानि का आकलन, पहले करते मीत।। भौतिकता की बलि चढ़ा, संबंधों का प्यार। जिसकी जैसी हैसियत, वैसा ही व्यवहार।। संबोधन की रीत... Hindi · दोहा 1 2 925 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 5 Jun 2022 · 1 min read गज़ल एक गज़ल वो नज़रों को चुराये जा रहा है I न जाने क्या छुपाये जा रहा है II रहा है दर्द से रिश्ता पुराना I वो शिद्दत से निभाये जा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 167 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 12 Jul 2022 · 1 min read कुछ बरसाती दोहे: कुछ बरसाती दोहे: दिनभर बढ़ती उमस में, छोटू था बेचैनI बारिश में भीगे बिना, कैसे आवे चैन II उमड़ घुमड़ करते रहे, बादल सारी रातI हाथ निराशा ही लगी, हुई... Hindi · बाल कविता · हास्यरस के दोहे 1 2 343 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 26 Jul 2022 · 1 min read डोरीमान नहीं हनुमान बनो डोरीमान नहीं हनुमान बनो -------------------------------- छोटू राजा मोबाइल में, दिन भर उलझा रहता I माँ पापा की डाट डपट से, फर्क उसे नहिं पड़ता II माँ पापा ने दादा जी... Hindi · बाल कविता 1 142 Share Page 1 Next