Comments (8)
20 Jan 2021 10:05 PM
भूखे भजन न होय गोपाला ……
सटीक वर्णन । नमस्कार
श्रीकृष्ण शुक्ल
Author
4 Mar 2021 08:11 AM
हार्दिक आभार आपका, सादर प्रणाम।
20 Jan 2021 08:29 PM
सुंदर संदेशपूर्ण प्रस्तुति !
धन्यवाद !
श्रीकृष्ण शुक्ल
Author
4 Mar 2021 08:12 AM
हार्दिक आभार आपका।
20 Jan 2021 04:35 PM
नमस्कार श्री मान शुक्ल जी, राजनेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों का साहित्य से क्या लेना-देना है। जहां इनको तरजीह दी गई, वहां कार्यक्रम का सत्यानाश सुनिश्चित है। बहुत ही बुरा लगता है जब ये दोनों ही समयाभाव का बहाना कर भाग जाते हैं।
श्रीकृष्ण शुक्ल
Author
4 Mar 2021 08:10 AM
जी आदरणीय, सादर प्रणाम।
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति। जहां नेता आते है वहा रायता तो फैलता ही है जिसको समेटना एक टेढ़ी खीर है।
जी भाईसाहब, सादर प्रणाम