shreyash Sariwan Language: Hindi 65 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid shreyash Sariwan 23 Jul 2020 · 1 min read नारी शक्ति हैदराबाद की प्रियंका भी मैं ही // दिल्ली की दामिनी भी मैं ही // एसिड से जलने वाली लक्ष्मी भी मैं ही // वो 100 साल की दादी भी मैं... Hindi · कविता 5 3 434 Share shreyash Sariwan 25 Jul 2020 · 1 min read गुरु गुरु बिन ज्ञान ना उपजै मन मे // गुरु बिन है सब सून // गुरु बिन पाथर बनै ना हीरा // गुरु बिन जीवन क्षीण // गुरु की लीला गुरु... Hindi · कविता 5 10 465 Share shreyash Sariwan 27 Jul 2020 · 1 min read ~ इंसान बनो ~ हिन्दू बनना तो विवेकानंद, मुस्लिम बनना तो कलाम बनो // और येभी जो ना बन सको तो, केवल एक इंसान बनो // ना बांटो मेरे भारत को, इस जात-पात की... Hindi · कविता 4 8 657 Share shreyash Sariwan 2 Oct 2020 · 1 min read वो हार गई... वो हार गई... ज़ब सत्ता मद मे, चूर हुई // इंसाफ डगर अब डोल रही // वो गूंगी बच्ची बोल रही // शासन-प्रशासन क्यों मौन रही? बच्ची की रूह झंकृत हुई // दोषी... Hindi · कविता 4 5 286 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read पगली सहेली थी एक मेरी पगली सी सहेली, College के अंतिम दिनों मे मिली थी, हमेसा मुझे पागल पागल बुलाया करती थी // जो रूठ जाऊ तो हमेसा मनाया करती थी, कुछ... Hindi · कविता 3 314 Share shreyash Sariwan 31 Oct 2020 · 1 min read तलाश था कभी एक समूह का हिस्सा // अब अकेला सा हो गया हु // था कभी पैदल, मंद बुद्धि सा मुसाफिर // अब खुद की खोज मे निकल गया हु... Hindi · कविता 3 1 539 Share shreyash Sariwan 26 Jul 2020 · 1 min read भारत माता मैं तलवार हु उस मयार की, जो महाराजाओं के महलो मे रहती है // मैं लफ्ज हु उन कवियों की, जो उनकी कविताओं मे बहती है // मैं बखान हु... Hindi · कविता 3 10 549 Share shreyash Sariwan 19 Oct 2020 · 1 min read जिंदगी जिन्दगी एक सूखी हुई, बांस हो गई हैँ // जुए मे हारने के बाद, फेकी हुई तास हो गई हैँ // समस्या से भरे समुन्दर मे, गोते लगा रही हैँ... Hindi · कविता 3 445 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read माँ ममता के आँचल मे शुरू से पला-बढ़ा मै, माँ तेरे नाम जीवन न्योछावर कर जाऊंगा // संघर्ष मे बीती तेरी जिंदगी माता मेरी, तेरी हर ख्याईसो को पूरा कर जाऊंगा... Hindi · कविता 2 534 Share shreyash Sariwan 15 Feb 2021 · 1 min read ... शायद किसी दूर जहाँ मे, मेरी हसि खो गई है // शायद पत्थरो के बीच दबी, मेरी चीख खो गई है // अब सुनता हु खुद की आवाज, शायद कही... Hindi · कविता 2 9 258 Share shreyash Sariwan 16 Feb 2021 · 1 min read वक़्त मैं वक़्त हूँ....... तेरे अच्छे-बुरे का हिसाब जानता हूँ // तू कब हँसा, कब रोया, तेरे पाई-पाई का हिसाब जानता हूँ // मैं वक़्त हूँ....... तेरे किए का अंजाम जानता... Hindi · कविता 2 2 265 Share shreyash Sariwan 24 Feb 2021 · 1 min read तनाव एक राज था जो मुझमे दफ्न था // जिसे समझा अपना, वो मेरा कफ्न था // सोचा करता था, फिजूल की बाते, उच्च रक्तचाप इसी का परिणाम था // एक... Hindi · कविता 2 414 Share shreyash Sariwan 4 May 2021 · 1 min read मेरा Isolation इस होम आइसोलेशन ने गजब सबक सिखा दिया // अपनों और गैरों के बीच भेद करा दिया // खुद से खुद की मुलाक़ात हुई.... बहुत कम थे जिनसे मदद की... Hindi · कविता 2 248 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read हौसला पता नहीं कैसे......... आज मेरे ये हालात हो गए // गलतियाँ लिखने बैठे जो एक रात... ना जाने कितने दिन बर्बाद हो गए // ऐसी कभी न थी मेरी जिंदगी..... Hindi · कविता 2 286 Share shreyash Sariwan 16 Jul 2020 · 1 min read एक अकेला कवि.. एक अकेला कवि हु, साहब ख्यालो मे कुछ डूबा हुआ// परिस्थितियों से हारा हुआ गमो से टूटा हुआ // था कभी अभिमान मे भी अकड़ा हुआ अब हु, खुद की... Hindi · कविता 2 438 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read कॉलेज का अंतिम दिन काश ये कोरोना ना होता, तो आज हमारा last exam होता || अंतिम दिन होता, आज college का, अंतिम मिलन होता, आज बहुत से यारो का || चले जाते आज,... Hindi · कविता 2 2 1k Share shreyash Sariwan 27 Sep 2023 · 1 min read इश्क बेसख..... तुम मिले थे ,कॉलेज के अंतिम दिनों में , पर मैंने पहली किताब का ,पहला पेज तुम्हे दिया है / Hindi · कविता 2 240 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read चाय चाय की एक घूट से ही जीने की चाह मिल जाती हैँ, दूसरी घूट लेने से ही, चिंताये विमुक्त हो जाती हैँ // अक्सर चाय का ही साथ होता हैँ,तन्हाइयो... Hindi · कविता 2 3 288 Share shreyash Sariwan 24 Jan 2024 · 1 min read राम नारद की वीणा मे राम हैँ, भक्तन की पीड़ा मे राम हैँ // बच्चे की किलकारी मे राम हैँ, बूढ़े की लाठिन मे राम हैँ // तरुवर की छाया मे... Hindi · जय श्री राम 2 80 Share shreyash Sariwan 27 Sep 2023 · 1 min read वक़्त मुझे कुछ और वक्त दे ...ऐ वक़्त बेसख ...मैं पुराने दिनों को जीना चाहता हूँ Hindi · कविता 2 234 Share shreyash Sariwan 29 Jun 2021 · 1 min read चलो आज एक कहानी लिखते हैँ. चलो आज एक करानी लिखते हैँ. कलम के नाम अपनी जिंदगानी लिखते हैँ // जैसा बीता हैँ समा अपना.. उसके नाम एक कहानी लिखते हैँ // :~श्रेयस सारीवान Hindi · कविता 2 547 Share shreyash Sariwan 4 Aug 2021 · 1 min read ब्याज का धंधा ब्याज का धंधा करने वालों... हाथ को गंदा करने वालों... किसी की मजबूरियों का फायदा उठाने वालों... ब्याज का पैसा खाने वालों... खून से हाथ को रंगने वालों... काला पैसा... Hindi · कविता 2 392 Share shreyash Sariwan 17 Feb 2022 · 1 min read आज बदल गया इंसान आज बदल गया इंसान,आज बदल गया इंसान तेरे पल-पल की परीक्षा, ले रहा भगवान मदहोश, नशे मे चूर तू, खुदको है पहचान तेरे कर्मो का हिसाब, जल्द करेगा भगवान आज... Hindi · कविता 2 2 245 Share shreyash Sariwan 10 Nov 2020 · 1 min read चुनाव आज देखा मैंने, चुनावी माहौल // थीं जिसमे भयंकर, मारा मारी हैँ // कभी लगा आएगा, लालू का लालटेन // बाद मे पता चला, यहां तो सबपे कमल भारी हैँ... Hindi · कविता 2 453 Share shreyash Sariwan 23 Jul 2020 · 1 min read प्रकृति आज मेरा मन पुनः, शांत हुआ // ज़ब तन-मन का, प्रकृति से मेल हुआ // कभी कोयल की कु-कु करती, मधुर ध्वनि सुनाई देती थी // और मंद गति से... Hindi · कविता 2 4 330 Share shreyash Sariwan 24 Jul 2020 · 1 min read संघर्ष बिक चुका है मेरे आशियाने का सामान // परन्तु बिकाऊ मेरा सम्मान नहीं // बिक चुके है मेरे घर के गहने // परन्तु बिकाऊ मेरा मन नहीं // बिक चुके... Hindi · कविता 2 2 242 Share shreyash Sariwan 24 Jul 2020 · 1 min read राजनीति सिन्धीअ ह चल दीस, कमाल चाल रे // बीजेपी के होगे सरकारकाल रे //? कांग्रेस देखे ओला अब मुँह फार फार रे //? कमलनाथ के होगे, बंटाधार रे // अमित... Hindi · कविता 2 305 Share shreyash Sariwan 24 Jul 2020 · 1 min read बलात्कार की सजा जो लूट रहे है अस्मत मेरे देश की, माताओ और बहनो की // इन जैसे गद्दारो को, अभी सजा सुनाना बाकी है // फांसी मे चढ़ाने से पहले, एक शर्त... Hindi · कविता 2 1 342 Share shreyash Sariwan 28 Jul 2020 · 1 min read काला दिल ना जाने क्यू, खुदा ने, इंसान कैसा बनाया //? जिसका चेहरा गोरा, उसका दिल ?काला बनाया // ? ~: श्रेयस सारीवान Hindi · शेर 2 487 Share shreyash Sariwan 28 Jul 2020 · 1 min read कविता किसी खास ने पूछा कि, कैसे रचना होती है कविता की // हमने कहा कि, कविता मन का भाव ही तो होती है // उसने कहा कि क्या, कविता कि... Hindi · कविता 2 578 Share shreyash Sariwan 14 Sep 2020 · 1 min read हिंदी हमारी आन हैँ हिंदी, हमारी शान हैँ हिंदी / हमारी नसों मे हैँ बहती, हमारी रक्त हैँ हिंदी // हमारी जान हैँ हिंदी, हमारी मान हैँ हिंदी // हमारी कण-कण... Hindi · कविता 2 2 269 Share shreyash Sariwan 12 Oct 2020 · 1 min read चिंता अब किताबों से दोस्ती, मुझे अच्छी नहीं लगती // सोशल मीडिया मे मस्ती, मुझे अच्छी नहीं लगती // एक अजीब-सा भय, मुझे सताने लगा हैँ // मानो, चिंताओं का समा,... Hindi · कविता 2 2 391 Share shreyash Sariwan 20 Nov 2020 · 1 min read उम्मीद की कस्ती हर संघर्ष मे, तपना पड़ता हैँ // लोहे की तरह, गलना पड़ता हैँ // एक बार नहीं, कई बार टूटना पड़ता हैँ // क्रोध की धधकती, लौ मे भी जलना... Hindi · कविता 2 249 Share shreyash Sariwan 25 Oct 2020 · 1 min read धैर्य, संयम, धीरज राह मे जो काँटे हैँ, वो भी कलको फूल बनेंगे // वाणी मे जो संयम हैँ, वो भी कभी सूल बनेंगे // चुभ रही हैँ जो जिन्दगी, आज काँटों की... Hindi · कविता 2 359 Share shreyash Sariwan 8 Nov 2020 · 1 min read संघर्ष कुछ वक़्त से जमाने से, कट-सा गया हु // धागो की तरह, जिन्दगी मे उलझ-सा गया हु // खुद की तलाश मे, कही खो-सा गया हु // कुछ पाने की... Hindi · कविता 2 388 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read बचपन mobile के बीच मे ना जाने कहा खो गया मेरा बचपन.. वो लुकाछिपी का खेल मुझे याद आता है.. वो चौक मे खाया भेल भी बहुत याद आता है... जिंदगी... Hindi · कविता 1 364 Share shreyash Sariwan 24 Jul 2020 · 1 min read पुलिस की दस्तक उस रात पुलिस की जो दस्तक पड़ी थी // हिर्दय मे डर की नदिया बह पड़ी थी // धडकन थी जोरो की, चेहरे की तोत्ते उड़े पड़ी थी // हर... Hindi · कविता 1 567 Share shreyash Sariwan 24 Jul 2020 · 1 min read जीवन की समस्या पता नहीं, खुदा क्यों, कीमती चीजे मुझसे छीनता जा रहा है // हर कदम मे मेरी मुश्किले और बढ़ाता जा रहा है // हर राह मे रोड़े, पत्थर के अणा... Hindi · कविता 1 369 Share shreyash Sariwan 9 Jun 2022 · 1 min read . हाँ इस तरफ, था बेखबर.. वो धुन था कोई, सुना गया // था मौन वो, इस कदर.. नजर मे था,वो छा गया // सपन मे था देखा जिसे.. वो समक्ष... Hindi · कविता 1 206 Share shreyash Sariwan 14 Apr 2022 · 1 min read पानीपत 1761 एक युद्ध भारत भूमि मे, पानीपत का, विशाल हुआ || एक योद्धा था, जो हार गया, एक युद्ध था, जिसमे वह जीत गया || जो आरम्भ यमुना के पार हुआ,... Hindi · कविता 1 160 Share shreyash Sariwan 11 Apr 2022 · 1 min read . जी.. जी भर के जमाने से खुशियाँ छीनकर, कुछ हसकर, कुछ गम भूलकर.... एक नए इरादे से जी, पुरानी बात भूलकर, छिपा ले,अपने गमो को नई जिंदगी जीकर... एक शोर... Hindi · कविता 1 251 Share shreyash Sariwan 24 Jul 2020 · 1 min read समय की परीक्षा रंग मे भी भंग मे था, भंग मे भी रंग मे था // जिंदगी की जंग मे अधूरा रह जाऊंगा // की युतो टूट चुका पूरी तरह, हार चुका बुरी... Hindi · कविता 1 4 304 Share shreyash Sariwan 18 Feb 2021 · 1 min read प्रभु आऊंगा आपके दर मे प्रभु, एक आधी मुस्कान लेके // चेहरे मे थोड़ी चिंता और मन मे एक विश्वास लेके // सुन लेना मेरी प्रभु, एक डूबती कस्ती लेके आया... Hindi · कविता 1 263 Share shreyash Sariwan 20 Jun 2021 · 5 min read जिंदगी की परीक्षा समय के साथ आइए आज बात करते है जीवन की यात्रा के विषय मे/ मै अपने विचार और अनुभवो को आपके साथ साझा करने जा रहा हूँ | जीवन सुख और दुख का... Hindi · लेख 1 3 527 Share shreyash Sariwan 18 Mar 2021 · 1 min read खुदा की चिट्ठी मुझे लगता है बहुत जल्द, एक सुहानी सुबह, आने वाली हैँ // जूनून हैँ रोम-रोम मे.. मानो हर दर्द की दवा, आने वाली हैँ // एक पैगाम खुदा ने, मेरे... Hindi · कविता 1 461 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read प्रकृतिस्वारुप निर्मल रूप, कोमल कंठ, नीर रूप, शीतल मनः // स्वच्छ तरिणी, नीला गगन, चह चहाते पक्षी, हरित धरा // रुचिर मुख, उत्कृष्ट दृश्य, मनोहर प्रकृति, विस्तृत छटा // रूपवती कानन,... Hindi · कविता 1 274 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read सपनो के दरवाज़े मे कुण्डी मै नदियों की तरह बहना चाहता हूँ, पहाड़ो की तरह निर्भीज्ञ होना चाहता हूँ // पक्षियों की तरह उड़ना चाहता हूँ, बच्चो की तरह निश्चिंत होना चाहता हूँ // झरनो... Hindi · कविता 1 227 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read मेरे माँ की दुआ ज़ब-ज़ब आफत आई मेरे सर पर, माता मेरी, उन सबको भाप जाती हैँ // डरा हुआ सिसका था, ज़ब भी पड़ा पीर मे, सांत्वना मेरी माँ की,उम्मीद दे जाती हैँ... Hindi · कविता 1 1 241 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read स्कूल के दिन गम को जाता था भूल, ज़ब मै स्कूल मे रहा करता था // आनंद मे रहता था मखबूल, ज़ब मै स्कूल जाया करता था // दोस्तों से मिलकर खुशियाँ बाँटा... Hindi · कविता 1 439 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read शराब बीमारी के डर से क्या कोई, जीना थोड़ी ना छोड़ देता हैँ // और मरने के डर से क्या कोई, पीना थोड़ी ना छोड़ देता हैँ // घर की हिटलर... Hindi · कविता 1 342 Share Page 1 Next