Shakti Tripathi Dev 43 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shakti Tripathi Dev 18 Jul 2023 · 1 min read डर के आगे जीत मर गया पहले ही वो जो बिन लड़े भयभीत है मन में रख जज्बा क्योंकि डर के आगे जीत है 144 Share Shakti Tripathi Dev 18 Jul 2023 · 1 min read कहानी में नया मोड़ कहानी में अभी अपनी नया इक मोड़ आएगा मुझे तन्हा तड़फता ही अगर तू छोड़ जायेगा मगर कुछ भी करो दिलवर मुझे तुमसे मोहब्बत है तू अपना दिल कभी औरों... Hindi 73 Share Shakti Tripathi Dev 18 Dec 2022 · 1 min read आपकी पूजा करुँगा ये तुम्हारी छवि हमारे उर पटल पर बन गई है जिंदगी जब तक रहेगी आपकी पूजा करूँगा चाँद की चाहत नहीं बेशक़ अँधेरे हों घनेरे आपका ही नाम लेकर रात... Hindi 163 Share Shakti Tripathi Dev 17 Sep 2022 · 1 min read इतिहास लिखना है मुझे अपने जिगर का कुछ सुखद एहसास लिखना है इसे बेकार ना समझो मुझे कुछ खास लिखना है कभी आंसू खुशी के तो कभी दुख का मिला पर्वत प्रकट कर... Hindi 1 217 Share Shakti Tripathi Dev 23 Jun 2021 · 1 min read ये दिल बेदाग है ये दिल बेदाग है इसको कभी जूठा नहीं कहना तुम्हारा ही अभी तक हूं कभी लूटा नहीं कहना मेरी आंखों से बहते अश्क पर विश्वास कर लो तुम मेरे इस... Hindi · मुक्तक 1 262 Share Shakti Tripathi Dev 22 Jun 2021 · 1 min read तारे गिन कर रात बिताऊं तारे गिन कर रात बिताऊं किस किस को ये बात बताऊं दिल की पीड़ा सही न जाए किस को दिल का जख्म दिखाऊं तारे गिन कर......... वीणा के तारों की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 337 Share Shakti Tripathi Dev 22 Jun 2021 · 1 min read मुक्तक जिसे आंखें सदा देखें तुम ऐसे चित्र हो जाओ महक जाए ये जग सारा तुम ऐसे इत्र हो जाओ खुदा भी ना थके करते खुशामद आपकी साकी दगा दे ना... Hindi · मुक्तक 243 Share Shakti Tripathi Dev 21 Jun 2021 · 1 min read दोहे 1-नित नैनों से हो रही यादों की बरसात दिन प्रतीत होता सदा ज्यों अंधियारी रात 2-काले बादल बिरह के, गए हृदय पर छाय ग़म का कीड़ा आज कल काट- काट... Hindi · दोहा 430 Share Shakti Tripathi Dev 20 Jun 2021 · 1 min read मुक्तक मनाता हूं मगर अब ज़िन्दगी ही रूठ जाती है? कि हर इक चीज हाथों से हमेशा छूट जाती है? न जाने क्या लिखा है भाग्य में तू ही बता मौला?... Hindi · मुक्तक 1 426 Share Shakti Tripathi Dev 20 Jun 2021 · 1 min read गीत हम कल भी तुमको गाते थे हम आज भी तुमको गाते हैं बस फर्क यही है आज सनम नैनों से जल बरसाते हैं। हम कल भी...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 433 Share Shakti Tripathi Dev 19 Jun 2021 · 1 min read मुक्तक दुख दर्द का ये मंजर ना आस पास होता गर आपके जिगर में कोई लिहाज होता लव आज भी हमारा बेदाग बना रहता ना तू उदास होती ना मैं उदास... Hindi · मुक्तक 1 2 345 Share Shakti Tripathi Dev 17 Jun 2021 · 1 min read मुक्तक जाने किस बात पर वो खफा हो गई मुझसे ना जाने कैसी खता हो गई ब्लॉक कर दी मझे वॉट्सएप से मुझे मुझको लगता है वो बेवफा हो गई। ✍️शक्ति... Hindi · मुक्तक 1 535 Share Shakti Tripathi Dev 17 Jun 2021 · 1 min read दोहा दुख की बदली छा गई अंतस मन पर आज यूं प्रतीत होता सदा गिरा हो मुझ पर गाज। Hindi · दोहा 258 Share Shakti Tripathi Dev 17 Jun 2021 · 1 min read मुक्तक हटाकर शर्म का पर्दा समर में कूद जाना है ऐ मेरे दोस्त तुझको भी सफल होकर दिखाना है चलें गर आंधियां या फिर चले तूफान जोरों से उम्मीदों का कोई... Hindi · मुक्तक 282 Share Shakti Tripathi Dev 17 Jun 2021 · 1 min read मुक्तक नदी की तेज धारा है समंदर की सुनामी है हमारे इश्क़ की यारों बड़ी लम्बी कहानी है बता देता सभी को दास्तां पर इक समस्या है ....... Hindi · मुक्तक 1 469 Share Shakti Tripathi Dev 17 Jun 2021 · 1 min read प्रातः वन्दना प्रभु आपकी शरण में आया तेरा दास, दया दृष्टि करिए प्रभू यही करे अरदास हम अज्ञानी मनुज हैं आप जगत के ईश आया तेरे द्वार पर दीजै शुभ आशीष। शक्ति... Hindi · कविता 457 Share Shakti Tripathi Dev 16 Jun 2021 · 1 min read मुक्तक तुम्हें अब दास्तां अपनी सुनाने मैं न आऊंगा चले जाओ कहीं दिलवर बुलाने मैं न आऊंगा सिमट जाऊंगा अपने आप में ये ली शपथ मैंने दुबारा प्रेम का दीपक जलाने... Hindi · मुक्तक 2 532 Share Shakti Tripathi Dev 16 Jun 2021 · 1 min read जिगर वो कुतरते रहे दिल की गलियों से अक्सर गुजरते रहे और हमारे जिगर में उतरते रहे हमने सोचा नई ज़िन्दगी दे रहे किन्तु मेरा जिगर वो कुतरते रहे। शक्ति त्रिपाठी देव Hindi · शेर 3 2 427 Share Shakti Tripathi Dev 16 Jun 2021 · 1 min read मुक्तक बिन प्रयास के कठिन प्रश्न आसान नहीं बन पाता है जर्जर बुनियादों पर कोई मकान नहीं बन पाता है मेहनत व संघर्ष ही असली सार बना है जीवन का बिना... Hindi · मुक्तक 1 269 Share Shakti Tripathi Dev 16 Jun 2021 · 1 min read मुक्तक उन्हें बारिश से बचाता रहा छाता बनकर उन्हें दौलत भी लुटाता रहा खाता बनकर वफा कहूं या इसे बेवफाई समझूं मैं आज मेरे दिल को दुखाते हैं वो कांटा बनकर।... Hindi · मुक्तक 2 3 260 Share Shakti Tripathi Dev 16 Jun 2021 · 1 min read मुक्तक तुमने किया यूं वार कि दिल में खरोंच है आखिर बता भी दो जरा मेरा क्या दोष है कोई दवा दुआ नहीं अब काम आ रही घूट रहा है दम... Hindi · मुक्तक 266 Share Shakti Tripathi Dev 15 Jun 2021 · 1 min read मिलो गर तो बता दूंगा हृदय में गम का सागर है मिलो गर तो बता दूंगा नयन में दुःख कि नदिया है मिलो गर तो बता दूंगा मुसीबत में पड़ा हूं मैं न अब कोई... Hindi · मुक्तक 1 495 Share Shakti Tripathi Dev 15 Jun 2021 · 1 min read विश्वासघात मेरी अर्थी सजाने को कोई तैयार बैठा है बताऊं क्या जमाने को कि मेरा यार बैठा है प्रतीक्षा है उसे केवल हमारे दम निकलने की हमारे जिस्म में खंजर वो... Hindi · मुक्तक 4 4 403 Share Shakti Tripathi Dev 18 Sep 2020 · 1 min read हृदय में हौंसला रखिए हृदय में हौसला रखिए ,समय अनुकूल आयेगा अभी राहों में काटें हैं बहुत ,पर फूल आयेगा न घुटने टेकिए कुछ मुश्किलों के सामने यूं ही मिलेगी जब तुझे मंजिल तो... Hindi · मुक्तक 2 1 227 Share Shakti Tripathi Dev 18 Sep 2020 · 1 min read हुनर पा गया हूं मैं बेघर था पर , एक घर पा गया हूं समंदर में उठती लहर पा गया हूं मुझे कुछ भी कह लो हो आजाद लेकिन जुदा तुमसे होकर हुनर पा... Hindi · शेर 1 433 Share Shakti Tripathi Dev 25 Aug 2020 · 1 min read तेरी हर इक अदा तेरी हर इक अदा शायराना लगे तेरा घर अब मेरा ही घराना लगे मुझको अब तक नया तेरा सब कुछ लगे तुझको बेशक भले सब पुराना लगे शक्ति त्रिपाठी देव Hindi · मुक्तक 3 1 313 Share Shakti Tripathi Dev 20 Aug 2020 · 1 min read प्यार भरा था सीने में पर प्यार भरा था सीने में, पर नफरत तुमने बोया है मैंने अपने घावों को निज अश्कों से ही धोया है कोई नहीं यहां सच्चा ये दुनिया मतलब वाली है प्रेम... Hindi · गीत 2 244 Share Shakti Tripathi Dev 19 Aug 2020 · 1 min read ज़हर मुझे वो सौंप गई प्रेम जलधि का इक पल में ही लहर मुझे वो सौंप गई तन्हाई के महलों का भी शहर मुझे वो सौंप गई जिसको जीवन समझ रहा था उसने कितना जुल्म... Hindi · मुक्तक 3 2 513 Share Shakti Tripathi Dev 12 Aug 2020 · 1 min read प्रेम एक धोखा है प्रेम नहीं कुछ और रहा अब, प्रेम महज इक धोखा है तूफा है कोई, या कोई तेज हवा का झोंका है कौन किसे अब लव करता है कौन किसे दिल... Hindi · मुक्तक 3 351 Share Shakti Tripathi Dev 2 Aug 2020 · 1 min read जय श्री राम छुपे सूरज क्षितिज में तो यकीनन शाम कहते हैं जहां जन्मे प्रभू उसको अयोध्या धाम कहते हैं हमारी आस्था देवों में दिल से है सदा लेकिन जो मर्यादा के स्वामी... Hindi · मुक्तक 4 2 268 Share Shakti Tripathi Dev 1 Aug 2020 · 1 min read अगर हो इश्क़ सच्चा फरेबी चाल से बेशक शराफत हार जाती है जिस्म को जीतकर झूठी मोहब्बत हार जाती है मिटाने को भले तैयार लाखों लोग हों लेकिन अगर हो इश्क़ सच्चा तो क़यामत... Hindi · मुक्तक 4 4 256 Share Shakti Tripathi Dev 31 Jul 2020 · 1 min read शायरी किसी का रूठ जाना भी , क़यामत के बराबर है महज भूकंप आना ही जरूरी तो नहीं होता। जुदाई ही कहीं काफी है मेरी मौत के खातिर निवाला ज़हर का... Hindi · कविता 6 6 339 Share Shakti Tripathi Dev 31 Jul 2020 · 1 min read किसी की याद में किसी की याद में जगता है रातों में नहीं सोता सदा दिल में ही रोता है वो आंखों से नहीं रोता सिमट जाता है अपने आप में खामोश होकर यूं... Hindi · कविता 4 6 260 Share Shakti Tripathi Dev 31 Jul 2020 · 1 min read शायरी हुए खुद बेवफ़ा और दोष तुम मुझपे लगाते हो सनम कहना मेरा मानो जिगर की जांच करवा लो अगर ना हो सके ऐसा तो इक दूजा तरीक़ा है मेरे दिल... Hindi · शेर 3 505 Share Shakti Tripathi Dev 31 Jul 2020 · 1 min read भटकता ही रहा दर दर भटकता ही रहा दर- दर ,कहीं मैं भीख ना पाया मोहब्बत के सिवा मैं और कुछ भी सीख ना पाया मिली बदनामियां , आंसू व गम तेरे लिए लेकिन स्वयं... Hindi · मुक्तक 2 2 261 Share Shakti Tripathi Dev 30 Jul 2020 · 1 min read ना झूठे करो बवाल प्रिए ना झूठे करो बवाल प्रिए, अब नहीं करूंगा कॉल प्रिए तूने ही था मिसकॉल किया अब बात भले तू टाल प्रिए ना झूठे करो.................. बैलेंस तुम्हारे नंबर पर अक्सर मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 310 Share Shakti Tripathi Dev 29 Jul 2020 · 1 min read स्वाभिमान ये तलवे चाटने वाले हकीकत कह नहीं सकते मगर सच्चे मनुज नाली में गिरकर बह नहीं सकते भले दौलत मयस्सर हो न हो उनको कभी लेकिन किसी के बाप की... Hindi · मुक्तक 7 6 392 Share Shakti Tripathi Dev 28 Jul 2020 · 1 min read अधूरा प्रेम मोहब्बत की कली दिल से कभी गर टूट जाती है खुशी की चांदनी फिर खुद ब खुद ही रूठ जाती है हृदय में पीर होता है , नयन में नीर... Hindi · कविता 3 3 501 Share Shakti Tripathi Dev 28 Jul 2020 · 1 min read मेरे दिल की धरा पर मेरे दिल की धरा पर बीज विष का बो गई हो तुम कहां हो आजकल अब किस जहां में खो गई हो तुम बयां कर दो ज़िगर की बात मौला... Hindi · मुक्तक 3 2 212 Share Shakti Tripathi Dev 28 Jul 2020 · 1 min read शिव वंदना ?देवादि देव हे महादेव , वृषांक मृत्युंजय महाकाल ?गंगाधर हर हर शिव शंकर शशि से शोभामय रहे भाल ?डमरू के डम डम से अपने भव से हम सबको पार करो... Hindi · मुक्तक 5 6 465 Share Shakti Tripathi Dev 27 Jul 2020 · 1 min read जुदाई तेरे जाने की कीमत यों अदा करनी पड़ी मुझको तेरी यादें सताती हैं सनम जी हर घड़ी मुझको हृदय की वेदना को आप समझोगी नहीं शायद मौत हैरान है बस... Hindi · मुक्तक 2 4 411 Share Shakti Tripathi Dev 27 Jul 2020 · 2 min read मेरी मुक्तक माला किताबों के सभी पन्ने में तेरा नाम लिखता हूं मेरे महबूब तुझको अब सुबह से शाम लिखता हूं सभी प्रश्नों के उत्तर में तेरा ही नाम आता है मेरे जख्मों... Hindi · मुक्तक 2 2 445 Share Shakti Tripathi Dev 27 Jul 2020 · 1 min read हिन्दुस्तान बुलाता है वीरों का संकल्प, हमें उनका बलिदान बुलाता है झूल गए जो फंदे पर उनका अभिमान बुलाता है उठो साथियों शस्त्र उठा लो ,अब ज्यादा ना मौन रहो सरहद से अब... Hindi · मुक्तक 2 4 434 Share