डॉ.सीमा अग्रवाल 524 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ.सीमा अग्रवाल 20 Nov 2024 · 1 min read माँगती मन्नत सदा माँ.... घूँट पीकर भी जहर का, बाँटती अमृत हमें माँ। बाल बाँका हो न शिशु का, माँगती मन्नत सदा माँ। खुद पढ़ी या ना पढ़ी हो, है प्रथम शिक्षक हमारी। अंग... Hindi · गीत 1 14 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Nov 2024 · 1 min read तुम जलधर मैं मीन... तुम जलधर मैं मीन... तुम बिन कैसे धारूँ जीवन, तुम जलधर मैं मीन। प्राण जिएँ ये देख तुम्हें ही, रहें तुम्हीं में लीन। चाँद न आए नजर अगर तो, कैसे... Hindi · गीत 14 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Sep 2024 · 1 min read कहमुकरी कहमुकरी निज संस्कृति का मान धरे। शब्दों से उसके फूल झरे। सोहे मस्तक प्यारी बिंदी। क्या सखे सजनी ? ना सखे हिंदी। साथ सभी के घुलमिल जाए। पर जो उसको... Quote Writer 1 82 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Sep 2024 · 1 min read अनोखा देश है मेरा , अनोखी रीत है इसकी। अनोखा देश है मेरा , अनोखी रीत है इसकी। बनाया दास था जिसने, उसी से प्रीत है इसकी। हमें बंधक बनाकर जो, गिराती गाज थी हम पर, वही बोली वही... Quote Writer 1 61 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Sep 2024 · 1 min read हमारी शान है हिन्दी, हमारा मान है हिन्दी। हमारी शान है हिन्दी, हमारा मान है हिन्दी। चिरंतन मूल्य-संस्कृति का, सतत उत्थान है हिन्दी। प्रवासी भी विदेशों में, बजाते हिन्द का डंका, मनुज जो हिन्द के वासी, उन्हें वरदान... Quote Writer 1 65 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 31 Aug 2024 · 1 min read करना है कुछ खास तो, बनो बाज से आप। करना है कुछ खास तो, बनो बाज से आप। दृढ़शक्ति एकाग्र मना, लेता नभ को नाप।। नजर घनी शक्ति प्रचंड, कहते उसको बाज। करता उच्च उड़ान भर, आसमान पर राज।।... Hindi · Quote Writer · दोहे बाज 1 60 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Aug 2024 · 1 min read आज कृष्ण जन्माष्टमी, मोदभरे सब लोग। आज कृष्ण जन्माष्टमी, मोदभरे सब लोग। लगा रहे हैं चाव से, माखन-मिश्री-भोग।। अष्टम तिथि को प्रगटे, अष्टम हरि अवतार। सुत अष्टम देवकी के, मेटो अष्ट विकार।। धन्य-धन्य वह जेल है,... Hindi · Quote Writer · दोहे 1 74 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Aug 2024 · 1 min read भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान। भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान। भाई में बसती सदा, हम बहनों की जान।। रिश्ता भाई-बहन का, सबसे पावन जान। इसके जैसा जगत में, मिले नहीं परमान।। जब-जब... Quote Writer 3 2 53 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Aug 2024 · 1 min read शांत नगरिया राम की, रामनगर है नाम। शांत नगरिया राम की, रामनगर है नाम। अद्भुत इसकी भोर है, अद्भुत इसकी शाम।। चिंता सारी ताख रख, चल मन अपने गाँव। बुला रही है प्यार से, वट-पीपल की छाँव।।... Hindi · Quote Writer · दोहे 1 46 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 Aug 2024 · 1 min read बेटा-बेटी दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ... एक गगन विस्तार है, एक धरा की शान। बेटा मेरी जान तो, बेटी मेरा मान।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Quote Writer 2 68 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Aug 2024 · 1 min read रात नशीली कासनी, बहका-बहका चाँद। रात नशीली कासनी, बहका-बहका चाँद। लगा अंक से चाँदनी, बढ़ता अपनी माँद।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 1 69 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Aug 2024 · 1 min read मानव निर्मित रेखना, जैसे कंटक-बाड़। मानव निर्मित रेखना, जैसे कंटक-बाड़। गढ़तीं पग रिसता लहू, दुखते तन-मन-हाड़।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 1 90 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Aug 2024 · 1 min read चला आया घुमड़ सावन, नहीं आए मगर साजन। चला आया घुमड़ सावन, नहीं आए मगर साजन। टपकती छत सतत मेरी, छवाऊँ तो कहाँ छाजन ? दुलारा है तुम्हारा ये, मगर मुझको सताता है। कहो भोले मुझे ही क्यों,... Hindi · Quote Writer · प्रणय के मुक्तक 1 61 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Aug 2024 · 1 min read भरे मन भाव अति पावन, करूँ मैं वंदना शिव की। भरे मन भाव अति पावन, करूँ मैं वंदना शिव की। जपूँ शिव नाम की माला, करूँ आराधना शिव की। शिवा अर्धांगिनी शिव की, करो माते दया मुझ पर। हरो हर... Hindi · Quote Writer · भक्ति मुक्तक 1 70 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Aug 2024 · 2 min read कहमुकरियाँ हिन्दी महीनों पर... १- वो आए तो आए बहार। मौसम पे छा जाए निखार। देख उसे हो शीत नपैत। क्या सखि साजन ? ना सखि *चैत*। २- नया उछाह, नवजीवन लाता। साथ सभी... Hindi · कहमुकरियाँ 1 89 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2024 · 1 min read तमस अमावस का घिरा, रूठा उजला पाख। तमस अमावस का घिरा, रूठा उजला पाख। चोर उचक्के घूमते, गिरी निशा की साख।। आज अमा की रात है, गुमसुम है आकाश। निकला चंदा सैर पर, ले मासिक अवकाश।। ©... Hindi · Quote Writer · दोहे 2 71 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2024 · 1 min read क्या करना उस मित्र का, मुँह पर करता वाह। क्या करना उस मित्र का, मुँह पर करता वाह। पीछे से चुगली करे, रखता मन में डाह।। मुश्किल आई देखकर, खींचें झट से हाथ। रहें बनी के मित्र बस, करो... Hindi · Quote Writer · दोहे 2 88 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Jul 2024 · 1 min read शिव सुखकर शिव शोकहर, शिव सुंदर शिव सत्य। शिव सुखकर शिव शोकहर, शिव सुंदर शिव सत्य। शिव से सोहें साज सब, शिव संसृति सातत्य।। शिव-सेवा संलग्न सी, शिवमय शिवा शिवाय। सुख-साधन सब शोक सम, शंकर सुभग सिवाय।। आदिगुरू... Quote Writer · शिव पर दोहे 1 61 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Jul 2024 · 1 min read तस्मै श्री गुरवे नमः 🙏🙏 तस्मै श्री गुरवे नमः 🙏🙏 सद्गुरु ब्रह्म स्वरूप है, चरनन में सुख वास। मृण्मय से चिन्मय करे, अंतर भरे उजास।। गुरु बढ़कर परमेश से, गुरु से बड़ा न और। ज्ञान-भक्ति... Hindi · Quote Writer · दोहे 1 101 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jul 2024 · 1 min read सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द। सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द। हम से जुड़कर दर्द भी, हो जाते हमदर्द।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 1 82 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jul 2024 · 1 min read पर को दुख दे सुख जिन्हें, सुखी रहें वे लोग। पर को दुख दे सुख जिन्हें, सुखी रहें वे लोग। उनको उन सा दे प्रभो, मुझको मेरे जोग।। जिसमें जिसको सुख मिले, करे वही वह काम। मुझको रुचिकर नींद तो,... Hindi · Quote Writer · दोहे 1 58 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jul 2024 · 1 min read लिप्सा-स्वारथ-द्वेष में, गिरे कहाँ तक लोग ! लिप्सा-स्वारथ-द्वेष में, गिरे कहाँ तक लोग ! मार लंगड़ी और को, गिरा रहे हैं लोग।। अर्थ बनाने में लगे, जिएँ अर्थ के अर्थ। जीवन-अर्थ न जानते, जीना उनका व्यर्थ।। ©... Hindi · Quote Writer · दोहे 1 70 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Jul 2024 · 1 min read सच्चाई सब जानते, बोलें फिर भी झूठ। सच्चाई सब जानते, बोलें फिर भी झूठ। असिक्रीड़ा का शौक है, पकड़ न पाते मूठ।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 71 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 Jul 2024 · 1 min read हर खुशी पाकर रहूँगी... हर खुशी पाकर रहूँगी... हर खुशी पाकर रहूँगी। विश्व में छाकर रहूँगी। आसमां को चूम लूँगी। भर खुशी में झूम लूँगी। हैं अगर छोटी लकीरें, कर जतन से जूम लूँगी।... Hindi · गीत 1 74 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jul 2024 · 1 min read पावस आने से प्रथम, कर लो सब उपचार। पावस आने से प्रथम, कर लो सब उपचार। नद-नाले उफनें नहीं, पड़े न कोई मार।। इक दूजे से होड़ में, भरने भू की क्रोड़। झूम-झूम कर मेघ सब, बरसे ताबड़तोड़।।... Quote Writer 89 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Jun 2024 · 1 min read अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर ... बलम सब फूँक घर आया, सखी फूटे करम मेरे। सुरा सौतन बना लाया, सखी फूटे करम मेरे। भला कैसा नशा छाया, खुशी गिरवी रखा आया। गँवा सुख-चैन गम लाया, सखी... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 2 143 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Jun 2024 · 1 min read पलकों पे सपने लिए, लाँघे जब दहलीज। पलकों पे सपने लिए, लाँघे जब दहलीज। बिटिया की माँ का हृदय, रहरह उठे पसीज।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Quote Writer 3 78 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Jun 2024 · 1 min read आँसू बरसे उस तरफ, इधर शुष्क थे नेत्र। आँसू बरसे उस तरफ, इधर शुष्क थे नेत्र। हुई समूची देह ज्यों, वृष्टि छाया क्षेत्र।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Quote Writer 1 98 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Jun 2024 · 1 min read जेठ सोचता जा रहा, लेकर तपते पाँव। जेठ सोचता जा रहा, लेकर तपते पाँव। मिले गली आषाढ़ की, पा लूँ शीतल छाँव।। गले लगा आषाढ़ को, कह दूँ अपनी पीर। तुम्हीं सँभालो अब धरा, डिगता मेरा धीर।।... Quote Writer 1 86 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jun 2024 · 1 min read खुद निर्जल उपवास रख, करते जो जलदान। खुद निर्जल उपवास रख, करते जो जलदान। परम मुक्ति का आ उसे, देते प्रभु वरदान।। ज्येष्ठ मास एकादशी, रख निर्जल उपवास। प्यासे को जलदान कर, पूरी हो अरदास।। © सीमा... Hindi · Quote Writer · दोहे 1 79 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Jun 2024 · 1 min read कहमुकरी कहमुकरी आगबबूला सदा वह रहता। पारा दिन भर चढ़ा ही रहता। गरम मिजाज हठीला ठेठ। क्या सखि साजन ? ना सखि जेठ। © सीमा अग्रवाल Quote Writer 6 98 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 May 2024 · 1 min read बीत गया सो बीत गया... अब क्या कोई आस लगानी, हर सुख अपना रीत गया। वक्त कड़ा था दोष बड़ा था, बीत गया सो बीत गया। अपने सुख में डूबे सारे, कौन किसी से बात... Hindi · छंद- लावणी 3 2 101 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 May 2024 · 1 min read आँखों में अँधियारा छाया... आँखों में अँधियारा छाया, मन पर घोर कुहासा है। दुख को क्या कहना अब सबसे, दुख तो बारह मासा है। कौन हितैषी यहाँ हमारा, किससे कुछ उम्मीद करें ? भाग्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 120 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 May 2024 · 2 min read पर्वत और गिलहरी... एक दिवस कुछ बहस छिड़ी, पर्वत और गिलहरी में। पर्वत विशाल था बोला, ए तुच्छ ! किस हेकड़ी में ? बोली गिलहरी सच कहा, निस्संदेह तुम्हीं बड़े हो। स्थिर होकर... Hindi · कविता · भावानुवाद 3 101 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 May 2024 · 1 min read नमन उस वीर को शत-शत... बिठाया है जिन्हें सिर पर, वही नीचा दिखाएंगे। दिया दिल काढ़कर जिनको, वही दिल को दुखाएंगे। भलाई का भलाई से, नहीं मिलता यहाँ बदला। जिन्हें अपना बनाओगे, वही चूना लगाएंगे।... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 3 98 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 May 2024 · 1 min read खड़ा रेत पर नदी मुहाने... खड़ा रेत पर नदी मुहाने। गाता कोई गीत सुहाने। आह न भरता हर गम सहता, सुनता है अग - जग के ताने। धता बताकर पगला सबको, गाए खुश-खुश नेह-तराने। क्या... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका 2 79 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 May 2024 · 1 min read हम सुख़न गाते रहेंगे... तुम बुलाओ मत बुलाओ, हम मगर आते रहेंगे। सुख यही तो है हमारा, हम सुख़न गाते रहेंगे। अब न हम भी चुप रहेंगे, बात हर खुलकर कहेंगे। हर कमी हम... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका 2 94 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 May 2024 · 1 min read पाँव पर जो पाँव रख... पाँव पर जो पाँव रख चलना सिखाते। हाथ में ले हाथ जो बढ़ना सिखाते। भूल वो उपकार उनके, सिर उठाते। आज हम अपने बड़ों का दिल दुखाते। माँग सब जब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 114 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 May 2024 · 1 min read जीव-जगत आधार... धरा-व्योम-जल-वायु-अग्नि हैं, जीव-जगत आधार। पंच तत्व के सुघड़ मेल से, निर्मित ये संसार। रक्खें इनको स्वच्छ सदा हम, इन पर जीवन भार। मर्म समझ ले इतना मानव, हो जाए उद्धार।... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 3 82 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 May 2024 · 1 min read माँ तेरे आँचल तले... सर पर माँ के हाथ बिन, मिले कहाँ आराम। माँ तेरे आँचल तले, मेरे चारों धाम।। जग में ऐसा कौन जो, माँ सा करे दुलार। आँसू जब-जब देखती, लेती झट... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा · मुक्तक 2 86 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 May 2024 · 1 min read हे मात भवानी... हे मात भवानी, जग कल्यानी, शुभ गुणखानी, अंबे माँ। नित भोग लगाऊँ, मन से ध्याऊँ, तुझे रिझाऊँ, अंबे माँ। मैं पाप-पिटारी, जग की मारी, भक्त तुम्हारी, कृपा करो। मुद मंगलकारी,... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 2 96 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 May 2024 · 1 min read कर सकता नहीं ईश्वर भी, माँ की ममता से समता। कर सकता नहीं ईश्वर भी, माँ की ममता से समता। नौ मास कोख में रखने की, नहीं उसमें भी क्षमता। अतुलनीय है त्याग, अकल्पनीय समर्पण उसका। थम जाए व्यापार जग... Quote Writer 163 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 May 2024 · 1 min read जीव-जगत आधार... धरा-व्योम-जल-वायु-अग्नि हैं, जीव-जगत आधार। पंच तत्व के सुघड़ मेल से, निर्मित ये संसार। रक्खें इनको स्वच्छ सदा हम, इन पर जीवन भार। मर्म समझ ले इतना मानव, हो जाए उद्धार।... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 89 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 May 2024 · 1 min read सज्ज अगर न आज होगा.... सज्ज अगर न आज होगा। किस तरह फिर काज होगा ? फिर घिरेगी रात काली, फिर तमस का राज होगा। सामना कर मुश्किलों का, सच ! सभी को नाज होगा।... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका 1 82 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 May 2024 · 1 min read घटा घनघोर छाई है... घुमड़ आया मचल सावन, घटा घनघोर छाई है। सिहरते झूमते तरु भी, खुशी हर ओर छाई है। करें आगाज खुशियों का, किलक कचनार की कलियाँ, लता ओढ़े चुनर साड़ी, लजीली... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 124 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 May 2024 · 1 min read भय लगता है... हुए अचानक बदलावों से, भय लगता है। परंपराएँ युगों-युगों की, त्याग भला दें कैसे ? चिकनी नयी सड़क पर बोलो, दौड़ें सरपट कैसे ? हो जाएँगे चोटिल सचमुच, फिसले और... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 130 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 May 2024 · 1 min read क्या यही संसार होगा... चरम पर व्यभिचार होगा? बढ़ रहा अँधियार होगा ? सात्विकता क्षीण होगी, तमस का विस्तार होगा ? गालियों से बात होगी, अस्मिता पर वार होगा ? ध्वस्त होंगीं सभ्यताएँ, मूल्य... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका 1 108 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 May 2024 · 1 min read हँस रहे थे कल तलक जो... हँस रहे थे कल तलक जो, आज रोते दिख रहे हैं। जोश में मय पी गए अब, होश खोते दिख रहे हैं। हर कहीं झगड़ा कराएँ, है यही बस काम... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 2 108 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 May 2024 · 1 min read बीजः एक असीम संभावना... उठ सके अध्यात्म के शिखर तक, छुपी हैं ऐसी अनंत संभावनाएँ मनुज में। होती हैं जैसे हर बीज में वृक्ष बनने की। जरुरत है बस सम्यक् तैयारी की, समुचित खुराक,... Poetry Writing Challenge-3 · छंदमुक्त 2 95 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 May 2024 · 1 min read बस करो, कितना गिरोगे... बस करो, कितना गिरोगे ? पाप कितने सिर धरोगे ? जुल्म ढाकर निर्बलों पर, कर रहे क्यों बात खोटी ? लट्ठ ले यम आ गया तो, खींच लेगा खाल मोटी।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 82 Share Page 1 Next