Sapna K S Language: Hindi 34 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sapna K S 18 Aug 2023 · 1 min read वो लोग.... मुझसे मेरी कहानी सुनने में ऐतराज हैं जिन्हें.. महफिलों में अक्सर मेरा ही जिक्र किया करते हैं वो लोग... मैं दर्द की नुमाइश नहीं किया करता ये मेरे रकीब.. वो... Hindi · 25 कविताएं · 6 कविता 271 Share Sapna K S 6 Aug 2023 · 1 min read कुछ नही हो... दर्दों से जुड़ा मेरे जजबातों का समंदर, दिल के तालाब में कहाँ सिमट कर रहेगा.. कुछ अपने ही रिश्ते थे इतने करीब, के अब नजर हर रिश्तों से नजर चुरायेगा..... Hindi · कविता 400 Share Sapna K S 15 Jun 2022 · 2 min read कबीरा... एक कबीरा... मिल गया था मुझे भी भटकी इन राहों पर एक कबीरा.. मस्त कलंदर .. मन .. मस्त कलंदर..... बड़ा ही शांत सा समुद्र था वो अपने अंदर कई... Hindi · कविता 4 2 400 Share Sapna K S 30 May 2022 · 2 min read एक असमंजस प्रेम... एक असमंजस प्रेम.. हम अक्सर कई लोगो से बात करते हैं जिनमें से कुछ लोंगो से हमें बाते करना अच्छा लगता हैं कभी - कभी हमारे विचार कुछ लोंगो से... Hindi · लेख 2 1 393 Share Sapna K S 16 May 2022 · 3 min read पापा की परी... अक्सर हम लड़कियों को पापा की परी कह कर चिढाया जाता हैं, हाँ, शायद सच भी होगा के हमेशा हम पापा की परीयाँ ही रहती हैं .. . बहुत ही... Hindi · लेख 1 1 684 Share Sapna K S 2 May 2022 · 2 min read मुझे तुम्हारी जरूरत नही... हाँ.. तुम्हें शायद होगा ना तुम जब काम में या कहीं और बीझी हुआ करते थे न तब मेरे बार -बार कॉल करने से परेशान हुआ करते थे इतना परेशान... Hindi · कविता 2 2 922 Share Sapna K S 2 May 2022 · 2 min read किस्मत एक ताना... किस्मत .. अजीब सा एक ताना हैं न.... तुम आये थे लगा सबकुछ मिल गया लगा मेरे साज सिंगार के लिए सिर्फ तुम ही ..तुम हो.. याद हैं न अक्सर... Hindi · कविता 1 525 Share Sapna K S 1 May 2022 · 2 min read कैसे समझाऊँ तुझे... कैसे समझाऊँ तुझे के, मेरी खामोशी क्या कहती हैं तुमसे... तुम हर बार जो लफ्जों के बाणों का प्रहार कर के निकल जाते हो न बहुत अंदर तक चूब जाते... Hindi · कविता 1 1 650 Share Sapna K S 25 Apr 2022 · 2 min read तुम मेरी हो... यकिन रख मैं तेरा ही हूँ, पर कैसे भरोसा करूँ कि, तू किसी और सी नहीं.. तुमसे मिलने से पहले अपनी हाथों की लकीरों में हर पल तेरा ही नाम... Hindi · कविता 442 Share Sapna K S 20 Apr 2022 · 1 min read प्रेमिका.. मेरी प्रेयसी.... सुनो कैसे कहूँ, तुम मेरी प्रेमिका मेरी प्रेयसी हो, तुम को भी अजीब लगा ना हाँ मुझको भी लगा था, कुछ समझ पाता ,खुदको सँभाल पाता , तब तक तुम... Hindi · कविता 1 3 501 Share Sapna K S 16 Apr 2022 · 2 min read प्यार, इश्क, मुहब्बत... सुनो, तुम से कुछ कहना हैं, इश्क, मुहब्बत, प्यार बस एक तरफा ही जान पाये हो ना .. हाँ जरूँर ही कहोगे तुम, बहुत खुबसुरत बलाओं से जो मिले थे... Hindi · कविता 2 1 283 Share Sapna K S 13 Apr 2022 · 1 min read तुम मेरे वो तुम हो... तुम मेरी कोई, उम्मीद या तमन्ना नहीं हो, हाँ .. तुम मेरी वो प्रेरणा हो.. जैसे जिंदा रहने के लिए साँस लेते हैं ना उसी तरह.. तुम मेरी कोई, बचकानी... Hindi · कविता 666 Share Sapna K S 13 Apr 2022 · 1 min read लत... लत ... लग चुकी हैं तुम्हारी मुझे, और मेरी तुम्हें नहीं समझे ना, हाँ .. शायद ये समझने में मुझे भी जरा वक्त लगा, अजीब सा नशा हैं, जो दूर... Hindi · कविता 439 Share Sapna K S 13 Apr 2022 · 1 min read तुम... सुनो न, कैसे कहूँ, सब कुछ अजीब सा लग रहा हैं, तुम .. हाँ तुम न जाने कैसे इतने अपने से बन गए, सुबह जगने पर तुम ही आते हो... Hindi · कविता 420 Share Sapna K S 12 Apr 2022 · 1 min read प्रेम... प्रेम, कितना उलझा सा शब्द हैं ना, और तुम, कितना अनसमझा सा एक सवाल हो.. तुम पास थे, तब तुमसे दूर रहने के बहानों में अटकी थी, और जब तुम... Hindi · कविता 1 1 251 Share Sapna K S 15 Mar 2022 · 1 min read रंग बेवफाई का... देखो ना, रंग का मौसम आ गया हैं, फिर भी बेरंग सी जिंदगी हैं तुम्हारे बिना, सफेद रंग सा अतित था मेरा, तुम ने आकर कुछ रंग भर तो दिए,... Hindi · कविता 140 Share Sapna K S 9 Mar 2022 · 1 min read तुम.... सुनो, कुछ माँगू तुमसे तो दे सकोगे तुम... हाँ ... तुम अपना वक्त मुझे दो, उस वक्त में तुम कहीं भी रहों, बस मेरे होने का एहसास तुम्हारें अंदर बसा... Hindi · कविता 396 Share Sapna K S 6 Mar 2022 · 1 min read साथ..... सुनो, तुम्हारी ये जो खामोशियाँ हैं ना, बहुत तरसाती हैं मुझे, जानती हो तुम, तुम्हारें होंठो से हरपल की ये जो तकरारें हैं ना , पसंद हैं मुझे, लेकिन तुम्हारा... Hindi · कविता 1 200 Share Sapna K S 31 Dec 2021 · 4 min read श्रध्दांजली.... अक्सर औरतों को अपने पतियों से कहते देखा और सुना हैं कि, " हाँ ... मैं ही हूँ जो निभा रहीं हूँ, कोई और होती तो कब के तुम्हें छोड़... Hindi · लेख 1 2 240 Share Sapna K S 23 Dec 2021 · 1 min read जरा सी जिंदगी... जरा सी जिंदगी के लिए, उम्रभर यूँ भटकते रह गए, मिली जो मंजिल भी मुसाफिर को, कदमों के निशान ढूँढते रह गए... अपनी सी जो हैं ये दुनिया कहीं, बस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 528 Share Sapna K S 19 Dec 2021 · 3 min read एक पुरूष का प्रेम... एक पुरूष का प्रेम ... ❤ . कहते हैं कि, एक पुरूष सिर्फ एक ही बार सच्चा प्यार करता हैं, उसके बाद वो कभी किसी को वो प्यार नहीं दे... Hindi · लेख 1 285 Share Sapna K S 4 Mar 2021 · 1 min read आज फिर तेरे शहर से.... आज फिर तेरे शहर से मेरे नाम का पैगाम आया, भूले बिसरे पल फिर वो नाम कर गया.... . मन बहका....तन महका... फिर कोई अधूरी ख्वाहीश जगा दिया.... आज फिर... Hindi · कविता 241 Share Sapna K S 1 Mar 2021 · 1 min read खाली बोटलों सी... खाली बोतलों से बन के रह गयी हैं अब जिंदगी, जिसके हाथ लगी बस उसीने गजब ढ़ाया.... . बड़े अरमानों से बनाया था बनाने वाले ने, क्या-क्या न किया था... Hindi · कविता 1 372 Share Sapna K S 18 Feb 2021 · 1 min read काश ! बनाने वालेे ने..... बनानेवाले ने गर मुझे दो बूँद, शराब की ही बना दिया होता.. तो लगकर उसके होंठो से, जिस्म में उसके समा जाती मैं... तनहाई मेरे नाम से ही बाँट लेता... Hindi · कविता 211 Share Sapna K S 16 Feb 2021 · 1 min read बस ये याद रख लेना.... वो किश्तों में आने लगे हैं मिलने आजकल शायद बहुत ही मँहगा हैं, जो फुरसत का बटवा उनको न मिल रहा कहीं... अब हम भी कैसे लापरवाह बन हैं बैठे,... Hindi · कविता 419 Share Sapna K S 14 Feb 2021 · 1 min read कश्त... यादों के कश्त में सुलग कर रह गये, आँखों का दर्द जुबान पी गये, जिंदगी की तलब में भटके जो दरबदर, खुदके पते से भी अंजान रह गये, अब की... Hindi · कविता 1 1 225 Share Sapna K S 13 Feb 2021 · 1 min read कौन हूँ मैं..... प्रणयम(मुहब्बत) अपनी जिंदगी लूटाकर शर्म ना महसूस हो ऐसे बेशर्म लोगों के गाँव में हैं मेरा प्रणयम..... . हृदयम(मन) ह्रदय होने का दिखावा करे, पर दया की जहाँ भावना भी... Hindi · कविता 2 3 315 Share Sapna K S 12 Feb 2021 · 1 min read मैं तनहाई का साथी हूँ.. मैं तनहाई का साथी हूँ... तेरी याद में अब बस जीता हूँ..... कहीं मिटता हूँ... कहीं मिटाता हूँ... कुछ ऐसे पल में जीता हूँ.... . एक क्षितिज तक मैं भी... Hindi · कविता 233 Share Sapna K S 8 Feb 2021 · 1 min read अनचाहा सवाल.... आज फिर एक अनचाहा सवाल हैं.. और उसका ना मिलने जवाब हैं,जो सामने आ खड़ा... . समझा चुका था मैं खुदको के वो छोड़ चुकी हैं मुझको, मेरे चाहकर भी... Hindi · कविता 1 1 256 Share Sapna K S 7 Feb 2021 · 1 min read पर मेरा कोई जवाब न आया.... खत तो मैंने भेजा था उनको,पर मेरा कोई जवाब ना आया, हर खत पर अपना नाम लिखा था, पर मेरा कोई जवाब ना आया...... खत तो मैंने भेजा था उनको......... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 35 365 Share Sapna K S 7 Feb 2021 · 1 min read पिया बावरा... मोरा मन काहे माने ना, पिया बावरा रे पिया बावरा रे... अखियन से काहे तुने प्रेम पिलाया, मीरा सी बनके जोगन ... बन - बन में नाचू, रीत यहीं सदा... Hindi · कविता 1 2 597 Share Sapna K S 7 Feb 2021 · 1 min read भाई हैं ...पर पुरूष कहाँ हैं ? कलयुग से ही ये गाथा हैं, बहन के सिर एक भ्राता हैं, वफा करो पुरूष से पर भी, वो तेरी इज्जत कहाँ सँभाल पाता हैं, भाई तो एक ही पुकार... Hindi · कविता 1 4 463 Share Sapna K S 7 Feb 2021 · 1 min read मेरा समझौता... मेरा समझौता... . हाँ, मेरा समझौता हैं तुम्हारीं आँखों से... जो उन में आँसू नहीं देखे जाते... हाँ, मेरा समझौता हैं तुम्हारे होंठों से... जो उन पर सिर्फ मुस्कान पसंद... Hindi · कविता 1 1 191 Share Sapna K S 7 Feb 2021 · 1 min read आइना मुझसे मेरी... आइना मुझसे मेरी पहले सी सूरत माँगे, मेरा मुझमें जिंदा होने का सबूत माँगे..... . वो बहार आयी थी कभी फूलों पर, चाँद तारों की बातें भी हुआ करती थी... Hindi · कविता 2 254 Share