Comments (4)
8 Feb 2021 06:50 AM
नारी की रक्षा ना कर सके ऐसे पुरुषत्व पर कटाक्षपूर्ण सुंदर प्रस्तुति !
धन्यवाद !
7 Feb 2021 09:54 PM
अदभुत
7 Feb 2021 07:55 PM
सुन्दर प्रस्तुति।
नारी की रक्षा ना कर सके ऐसे पुरुषत्व पर कटाक्षपूर्ण सुंदर प्रस्तुति !
धन्यवाद !
अदभुत
सुन्दर प्रस्तुति।
उत्तम रचना जी. आप मेरी रचना ‘मौसम ने ली अंगड़ाई’ पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य साझा करें जी.