संजय सिंह 131 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next संजय सिंह 27 Feb 2017 · 1 min read II...हदों को पार करना भी....II जरुरी है मोहब्बत में हदों को पार करना भीl अकीदत में झुका हो सिर जरूरत वार करना भी ll कई टूटे कई बिखरे कई आबाद भी लेकिन l सभी को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 752 Share संजय सिंह 26 Feb 2017 · 1 min read II....जो गाते रहे हैं....II गमों को छुपा के जो गाते रहे हैंl अकेले में आंसू बहाते रहे हैं ll ए लैला ए मजनू किताबी जो बातें l अनाडी जगत में निभाते रहे हैं ll... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 491 Share संजय सिंह 26 Feb 2017 · 1 min read II कुछ आरजू ज्यादा न थी...II कुछ आरजू ज्यादा न थी ए जिंदगी तुझसे मेरी l फिर भी शिकायत कुछ नहीं ए जिंदगी तुझसे मेरी ll कुछ भी मिला ना कुछ बचा ना भीड़ में चलते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 552 Share संजय सिंह 25 Feb 2017 · 1 min read II राह में था काफिला....II राह में था काफिला भी खो गया l मंजिलों का आसरा भी खो गया ll वह न आए याद क्यों जाती नहीं l अक्स खोया आईना भी खो गया ll... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 688 Share संजय सिंह 25 Feb 2017 · 1 min read II..आशिकी के सामने...II कब चला है बस किसी का आशिकी के सामने l दो जहां की क्या खुशी तेरी हंसी के सामने ll आजकल मदहोश है हम बे सबब ही रात भरl नींद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 758 Share संजय सिंह 24 Feb 2017 · 1 min read II कुछ भी हुआ ना पूरा....II कुछ भी हुआ ना पूरा ,हर काम है अधूराl जाना पड़ेगा फिर भी,अनुबंध है करारे ll ना तुम ने कुछ दिया है ,ना मैंने कुछ लिया है l गम और... Hindi · कविता 1 470 Share संजय सिंह 24 Feb 2017 · 1 min read II आईने को सामने रखना जरूरी है II क्या लिखूं कैसे लिखूं लिखना जरूरी हैl आईने को सामने रखना जरूरी है ll राह खुद ब खुद मंजिल बन जाएगी l एक बार तेरा प्यार में पडना जरुरी है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 638 Share संजय सिंह 24 Feb 2017 · 1 min read II.....मुश्किल है पर अच्छा है II टूटा दिल और टूटे सपने ,पहले ही सब दफन किएl कफन ओढ़ कर जिंदा रहना ,मुश्किल है पर अच्छा हैll आऊंगा कह कर जाना ,लिपट तिरंगे में फिर आना l... Hindi · कविता 586 Share संजय सिंह 23 Feb 2017 · 1 min read II सूखी रोटी और तरकारी में II सूखी रोटी और तरकारी में, बच्चों की किलकारी में, मिल जाएगी सारी खुशी, ना काम करो मक्कारी में ll पड़ोसी का भी हाल पूछ लो, मेला मंडी हॉट घूम लो,... Hindi · गीत 480 Share संजय सिंह 23 Feb 2017 · 1 min read II दर्द मुफलिसी का II ना कोई दोस्त अपना, न पहचान कोई l जिस पर बीते वह ही जाने ,दर्द मुफलिसी का ll मतलबी यह दुनिया, मतलब के सारे रिश्तेl कैसे कोई बांटे ,यहां दर्द... Hindi · शेर 551 Share संजय सिंह 23 Feb 2017 · 1 min read II तुम ही सुबह शाम हमारे II तुम ही सुबह शाम हमारे, सूरज चंदा तारे हो l सारी दुनिया से क्या मतलब, बस तुम ना मुझको रोकना ll एक दूजे का साथ है तो, यह जीवन रण... Hindi · कविता 810 Share संजय सिंह 22 Feb 2017 · 1 min read * बस कमाओ ना * मुस्कुराना ठीक है, पर दिल जलाओ ना l दिल में उतर कर कभी, दिल दुखाओ ना I चार दिन की जिंदगी, है मुझे मालूम "सलिल"l काम आओ देश के, बस... Hindi · मुक्तक 920 Share संजय सिंह 22 Feb 2017 · 1 min read भीड़ में तनहा भीड़ में तनहा कब ,पल्लवित और पुष्पित हो गयाl एक जर्रा इस कदर, फैला की दुनिया हो गया ll मन मेरा था मैला आंचल, जब आया तेरे हाथl गौर से... Hindi · कविता 531 Share संजय सिंह 22 Feb 2017 · 1 min read II सजा दिल लगाने की II साथ मेरे मिली उसको, सजा दिल लगाने की l मुझको पता उसने मुझसे, यह छुपाया होगा ll बात कर लेता हूं अपनी, मैं मेरी ग़ज़ल से l हाल क्या उसका... Hindi · शेर 515 Share संजय सिंह 22 Feb 2017 · 1 min read II राजनीति स्वच्छ कैसे होगी II राजनीति स्वच्छ कैसे होगी? हम चुनते हैं अपना प्रतिनिधि , बहुमत का शासन बहुता भ्रष्टों की, उन्हीं में से कोई आएगा चुना जाएगा, राजनीति स्वच्छ कैसे होगी? भ्रष्ट क्यों चुनेंगे... Hindi · कविता 624 Share संजय सिंह 21 Feb 2017 · 1 min read II टूट गया कुनबा ...II टूट गया कुनबा, सब कुर्सी के दीवाने हैंl सत्ता का नशा इतना, अपने भी बेगाने हैं ll ना लाज शर्म कोई , बेशर्म कहे फिर भीl जज्बात तुम्हारे अब ,... Hindi · कविता 433 Share संजय सिंह 21 Feb 2017 · 1 min read II दिमागों में गुरूर देखा है..... II दिमागों में गुरूर देखा है l सलीके में शुरूर देखा है ll भरी दौलत से जेबे हैं जिनकी l उधारी में हुजूर देखा है ll देखी कारों में भी बुझी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 743 Share संजय सिंह 20 Feb 2017 · 1 min read II मेरा फैसला II यूं तो मिलती मुझे ,दुनिया की नियामतें सारी l साथ तंगहाली का निभाना ,मेरा फैसला ही हैll बड़ा आसान है ,हवा के साथ में बहना l रुख हवाओं का मोणे,... Hindi · शेर 472 Share संजय सिंह 20 Feb 2017 · 1 min read फूल /गुल दो मुक्तक.... फूल ने फूल हमको बनाया हि था l गुलसिता में जो गुल मुस्कुराया हि था ll हाथ से पांव तक फूलने से लगे l देख माली ने डंडा... Hindi · मुक्तक 628 Share संजय सिंह 20 Feb 2017 · 1 min read II सृष्टि का चक्र II मुक्तक -- सृष्टि का चक्र है ऐसा कुछ ऐसे ही चलता है l किसी की जान लेकर ही किसी का पेट भरता है ll वो चाहे फूल पौधे हो या... Hindi · मुक्तक 748 Share संजय सिंह 19 Feb 2017 · 1 min read II पेड़ों का साया II कुछ तो कदर करो ,दुनिया में लाने वालों की l बहुत पछताएगा जब ,सिर पर ना साया होगा ll आसान नहीं होता ,दुनिया का सफर यारों l भूखे रहकर भी,... Hindi · गीत 621 Share संजय सिंह 19 Feb 2017 · 1 min read II मां II मां को समर्पित---- डांटती है कभी मनाती है l तल्ख बातों में प्यार शामिल हैll आज सबकुछ मेरा दिया तुझको l कौन कहता करार शामिल है ll मां ने तुमको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 626 Share संजय सिंह 18 Feb 2017 · 1 min read II लपेटकर II जो नोट तुम रखे हो बिरादर लपेटकर l हम भी रखे हैं हाथ में नश्तर लपेटकरll ना भीख में मिलेगी ए दुनिया कभी तुझे l हाथों में तुम भी रख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 367 Share संजय सिंह 18 Feb 2017 · 1 min read II नजर II उठाना गिराना गिराकर उठाना , हुआ खेल कितना नजर ही नजर में l वहीं पर रहा हूं वहीं पर रहूंगा, गिरा ना कभी मैं जो मेरी नजर मेंll जो तुमने... Hindi · कविता 736 Share संजय सिंह 18 Feb 2017 · 1 min read II रास्ते में हूं...II रास्ते में हूं, पर उसे ढूंढता l नासमझ हूं यह, क्या ढूंढता ll ईंट बालू के जंगल, वही देवता l फरियादों का क्यों, असर ढूंढ़ता ll शाम आई पूरा ,सफर... Hindi · कविता 694 Share संजय सिंह 18 Feb 2017 · 1 min read II हक.. हमारा....II हक लुटते हमारा, क्या मालूम नहीं हमें l कुछ बोलते नहीं, मगर बेबसी से हम II वह ढूंढते थे दौलत, जग के बाजार मे l उनको समझ नहीं, न कमतर... Hindi · गीत 531 Share संजय सिंह 17 Feb 2017 · 1 min read II मोहब्बत का दिया.....I मोहब्बत का दिया, यार अब तो जलाओ l अब मेरे होसले को, मत और आजमाओll ******************************** बहुत कुछ है यहां खोया ,नफरतों में हमनेl हम वतन और हमसे वतन ,उनको... Hindi · कविता 658 Share संजय सिंह 17 Feb 2017 · 1 min read II दूर दुनिया की नजरों में .....II दूर दुनिया की नजरों में ,यकीनन फिर भी कहता हूं l मैं जितना पास ना मेरे ,तुम इतना पास हो मेरे ll मैं खुद को भूल जाता हूं ,तेरी फुरकत... Hindi · शेर 1 619 Share संजय सिंह 17 Feb 2017 · 1 min read II.....मेरी तनहाइयां अक्सर.....II गये वह छोड़ कर मुझको, अकेला जबसे राहों में l मेरी तनहाइयां अक्सर ही, मुझसे बात करती है ll मिलोगे जब कभी हमसे तभी यह तुमसे पूछेंगेl खता मेरी मोहब्बत... Hindi · शेर 434 Share संजय सिंह 17 Feb 2017 · 1 min read II...इलेक्शन सिर पर है....II इलेक्शन सिर पर है, और नोट सारे हो गए कूड़ा l कहां से वोट अब लोगे ,ख़तम है खेल नोटों का ll छोड़ काली कमाई आप भी, बन जाओ अब... Hindi · गीत 626 Share Previous Page 2 Next