Shyam Hardaha Tag: लेख 41 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shyam Hardaha 3 Sep 2019 · 5 min read गोपालन हवे, गोपूजन नव्हे (अर्थात गौपालन करें, गौपूजन नहीं) इन दिनों देश में क्षद्म राष्ट्रवाद का बुखार चरम है. लोग अपनी राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रवाद का परिचय तरह-तरह से दे रहे हैं. उनमें से एक तरीका गौरक्षा भी है. गौरक्षा... Hindi · लेख 4 1k Share Shyam Hardaha 3 Sep 2019 · 11 min read धर्मनिरपेक्षता : राष्ट्रीय एकता के लिए जरूरी हम भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्वसंपन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को : सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास,... Hindi · लेख 3 1k Share Shyam Hardaha 18 Sep 2019 · 15 min read ‘मेरी आत्मकथा-किशोर साहू’ हिंदी सिनेमा के शुरुआती दौर की झांकी पहली बार इस फिल्मी सितारे के नाम से मेरा परिचय 2011 में लोकमत समाचार, नागपुर के कार्यालय में संपादन कार्य के दौरान हुआ. सहकर्मियों के बीच नागपुर शहर से जुड़ी... Hindi · लेख 6 1k Share Shyam Hardaha 4 Sep 2019 · 5 min read धर्म, अंधश्रद्धा : आप और हम... (पुरुषोत्तम लक्ष्मण देशपांडे की पुस्तक ‘एक शून्य मैं’ से) *पुरुषोत्तम लक्षमण देशपांडे (जन्म-8 नवंबर1919, मृत्यु 12 जून 2000) लोकप्रिय मराठी लेखक, नाटककार, हास्यकार, अभिनेता, कथाकार व पटकथाकार, फिल्म निर्देशक और संगीतकार एवं गायक थे. उन्हें ‘महाराष्ट्राचे लाडके व्यक्तिमत्त्व’अर्थात महाराष्ट्र... Hindi · लेख 4 898 Share Shyam Hardaha 3 Sep 2019 · 5 min read बुलेट ट्रेन का सच बनाम मोदी का झूठ खास तौर पर इन दो-तीन वर्षों में जाना कि दुनिया में भक्तिभी कैसी कुत्ती चीज होती है. यह भी जाना कि किस कदर भक्ति में डूबे लोगों को अपनी बुद्धि... Hindi · लेख 4 1 744 Share Shyam Hardaha 17 Dec 2019 · 5 min read हां, हम भी किसी के भक्त हैं ........पर अंधभक्त नहीं ‘मैं मूरख, खल कामी, कृपा करो भर्ता’ भगवान जगदीशजी की आरती की यह पंक्तियां आप सबने सुनी होंगी. देखिए यहां एक अंधभक्त किस तरह अपने आपको ‘मूर्ख, दुष्ट और कामी’... Hindi · लेख 5 1 768 Share Shyam Hardaha 2 Oct 2019 · 5 min read मोदी और संत कबीर!! संतो देखत जग बौराना। सांच कहीं तो मारन धावै, झूठे जग पतियाना।। नेमी देखा धरमी देखा, प्रात करै असनाना। आतम मारि पखानहि पूजै, उनमें कछु नहिं ज्ञाना।। बहुतक देखा पीर... Hindi · लेख 5 2 647 Share Shyam Hardaha 18 Sep 2019 · 4 min read फिल्म ‘काला’ की समीक्षा यूं तो उस दिन फिल्म देखने का मूड बिल्कुल भी नहीं था. वैसे भी बचपन से मन:पटल में ही अंकित कर दी दी गई फिल्मों के प्रति नकारात्मकता के कारण... Hindi · लेख 6 1 639 Share Shyam Hardaha 6 May 2020 · 2 min read भक्तों की तथाकथा (भाग-3) आपको याद होगा कि वर्ष 2017 में तुअर दाल के दाम आसमान पर चढ़ गए थे. 60 रुपए की तुअर दाल 200 को पार कर गई थी. त्राहि-त्राहि मची हुई... Hindi · लेख 5 5 623 Share Shyam Hardaha 19 Oct 2019 · 10 min read बचपन को भी कराएं साहित्य से रूबरू महादेवी वर्मा ने कहीं लिखा है, ‘‘अतीत चाहे कितना भी दु:खद या सुखद क्यों न रहा हो, उसकी स्मृतियां हमेशा मधुर लगती हैं.’’ फिर अगर ये स्मृतियां बचपन से जुड़ी... Hindi · लेख 8 6 591 Share Shyam Hardaha 8 Sep 2019 · 6 min read सुपर-30 : शिक्षा का क्रांतिघोष बेशक मैं कहूंगा मुझे क्या, हम सभी भाइयों को घर से पर्याप्त समय, संसाधन और संरक्षण मिला. पिताजी जिन्हें मैं पापाजी कहता हूं, शिक्षक थे, अब सेवानिवृत्त हैं. इस नाते... Hindi · लेख 6 599 Share Shyam Hardaha 5 Oct 2019 · 3 min read ज्ञान युग में भी ज्ञानियों की ओछी सोच हमारी कथित ‘महान’ भारतीय संस्कृति में लड़कियों की ऑनर किलिंग कोई नई बात नहीं है. ऑनर किलिंग का मतलब होता है-सम्मान के लिए हत्या. हर रोज देश के हर कोनों... Hindi · लेख 7 2 551 Share Shyam Hardaha 31 May 2020 · 3 min read ‘गिद्ध और छोटी बच्ची’ किसी ने मुङो वाट्सएप्प पर एक पोस्ट फॉरवर्ड की है जिसका शीर्षक है ‘प्रवासी मजदूर और राजनीति.’ उन्होंने आगे लिखा कि मित्रों, एक तस्वीर और कहानी शेयर कर रहा हूं,... Hindi · लेख 8 4 539 Share Shyam Hardaha 29 May 2021 · 5 min read कोरोना के कहर पर मोदी से सवाल कोरोना अब भारत के तमाम शहरों में कहर ढा रहा है. दिन-रात एंबुलेंस के सायरन, श्मशान घाटों में जलती चिताएं और सरकारी-गैरसरकारी अस्पतालों में भीड़, ऑक्सीजन सिलेंडर और बेड की... Hindi · लेख 490 Share Shyam Hardaha 20 Apr 2020 · 3 min read मुस्लिमों को ‘कोरोना का पर्याय’बताना गलत लोकतंत्र के चार अहम स्तंभ होते हैं-विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और मीडिया. लेकिन कुछ समय से देखा जा रहा है कि केवल कार्यपालिका ही अपना काम कर रही है, मीडिया तो... Hindi · लेख 3 1 493 Share Shyam Hardaha 12 Jun 2021 · 3 min read तनाव नहीं, रिलेक्स देती हैं किताबें आज एक बंदे को मैंने किताब पढ़ने की सलाह क्या दी, वो तो भड़क ही गया मुझ पर और मुझे रहा सुनाने और यहां तक कि उसने मुझे अपनी औकात... Hindi · लेख 6 4 455 Share Shyam Hardaha 4 Sep 2019 · 3 min read सच बोल...ये काला कौआ काट खाएगा कोई व्यक्ति देश के प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए इस कदर कैसे झूठ बोल सकता है, क्या पद की गरिमा का उसे जरा-सा भी खयाल नहीं है. आपको भी यह... Hindi · लेख 6 1 445 Share Shyam Hardaha 4 Sep 2019 · 4 min read फिर भी मोदी-मोदी!! *19 मई 2019 को लोकसभा चुनाव खत्म हुआ और तमाम टीवी चैनलों के एक्सिट पोल में बस मोदी सरकार के फिर एक बार बहुमत में आने की संभावना जताई जा... Hindi · लेख 4 449 Share Shyam Hardaha 19 May 2020 · 4 min read ‘जमाती दोषी, प्रवासी श्रमिक परेशान!!’’ आपको याद होगा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जमातियों पर कोरोना फैलाने का आरोप लगाया था. अब जब प्रवासी मजदूरों पर कोरोना फैलाने का आरोप लग रहा... Hindi · लेख 7 3 486 Share Shyam Hardaha 23 Mar 2020 · 2 min read कोरोना : देवालय नहीं कर सकता रक्षा!! आप इन दिनों अखबारों और टीवी चैनलों में पढ़-सुन रहे होंगे कि कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए तमाम मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा आदि बंद कर दिए गए हैं. यह... Hindi · लेख 3 5 432 Share Shyam Hardaha 19 Dec 2020 · 6 min read कोरोना ने दिखाई जीवन-राह अक्सर बातचीत में हम परस्पर चर्चा करते हैं या हमारे बड़े-बूढ़े भी हमें नसीहत देते रहते हैं साहस रखने की, सहनशीलता रखने की, अनुकूल-प्रतिकूल परिस्थितियों में भी सामान्य रहने की... Hindi · लेख 4 3 426 Share Shyam Hardaha 24 Apr 2020 · 2 min read खलनायक कौन : गोदी मीडिया, विपक्ष या तबलीगी? बुधवार और गुरुवार दो दिन घर पर ही था. गुरुवार वैसे भी मेरा वीकली अवकाश का दिन था. इन दोनों दिनों मैंने न तो कोई किताब पढ़ी, न ही ट्यूब... Hindi · लेख 6 2 465 Share Shyam Hardaha 12 Jan 2020 · 5 min read सीएए-एनसीआर-एनपीआर : देशहित नहीं, केवल राजनीतिक हित किसी भी देश और समाज में तीन तरह का वर्ग रहता है- एक वह जिसे देश में कुछ भी हो, उसे फर्क नहीं पड़ता है. वह ‘मस्त रहो मस्ती में,... Hindi · लेख 8 2 417 Share Shyam Hardaha 30 Mar 2020 · 4 min read कुप्रबंधन का कोरोना मिस्टर परफेक्ट अर्थात हमारे प्रथमसेवक शनिवार 21 मार्च की रात्रि 8 बजे टीवी पर अवतरित हुए. पहले उन्होंने चिंतातुर शब्दों में कोरोना की वैश्विक विभीषका का जिक्र किया. साथ ही... Hindi · लेख 4 3 369 Share Shyam Hardaha 2 Sep 2019 · 5 min read ये राष्ट्रवाद-राष्ट्रवाद क्या है? हमारे देशवासियों का ‘राष्ट्रवाद’ विशेष तौर पर भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के दौरान देखने को मिलता है. अगर हम मैच हार जाते हैं तो हमारा मुंह लटक जाता है और यदि... Hindi · लेख 5 3 308 Share Shyam Hardaha 19 Dec 2019 · 5 min read प्लीज! मोदी जी, झूठ बोलना बंद कीजिए ना!! संदर्भ : भारतीय नागरिकता संशोधन कानून आप और आपके भ्रातासम अमित शाह जी इस कानून को लेकर देश में ऐसा भ्रम फैलाने में जुटे हैं कि जैसे इस कानून को लाकर आपने देश के लिए कोई... Hindi · लेख 7 2 310 Share Shyam Hardaha 9 Oct 2019 · 4 min read कहीं व्यर्थ की तो नहीं है यह कड़वी दवा? (यह लेख मैंने नोटबंदी की घोषणा के तीसरे दिन 10/11/2016 को ही लिखा था, जब सारे लोग, तमाम अखबारों के विद्वान स्तंभकार और संपादकीय लेखक मोदीजी की वाहवाही करने में... Hindi · लेख 6 1 315 Share Shyam Hardaha 16 Sep 2019 · 6 min read आरक्षण : सच जानना जरूरी हमारे देश में दलित, आदिवासियों एवं अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों को नौकरी व स्थानीय स्वराज संस्थाओं में उन्हें समुचित प्रतिनिधित्व देने की दृष्टि सेभारतीय संविधान में आरक्षण का प्रावधान... Hindi · लेख 7 2 298 Share Shyam Hardaha 6 May 2020 · 1 min read अंधभक्तों की तथाकथा (भाग-2) 8 नवंबर को 2016 को मिस्टर बाहुबली ने नोटबंदी की. करीब 50 दिन लोगों ने बैंकों की लाइन में लगकर बिताए. सैकड़ों लोग लाइन में लगकर मर गए. देश की... Hindi · लेख 4 3 302 Share Shyam Hardaha 24 Aug 2020 · 4 min read श्री गणेश जी की अनेक जन्मकथाएं कौन सही-कौन गलत? इन दिनों देश में गणेशोत्सव का पर्व चल रहा है. बेशकर हमें उत्सव मनाना चाहिए लेकिन हम पर्व क्यों मना रहे हैं, उसका मुख्य ध्येय क्या है, यह भी तो... Hindi · लेख 4 4 294 Share Shyam Hardaha 31 Jul 2020 · 2 min read आज मुझे एक ऐसा भी हिंदू मिला आज ही की बात है. मैं घर से ऑफिस के लिए निकला. इंदोरा चौक, नागपुर में अपने सहकर्मी के इंतजार में सिटी बस स्टॉप पर खड़ा था. वहां खड़े एक... Hindi · लेख 7 1 295 Share Shyam Hardaha 27 Dec 2019 · 5 min read सूर्यग्रहण : पढ़े-लिखे लोग भी दिशाहीन आज 26 दिसंबर, गुरुवार को इस साल का आखिरी सूर्यग्रहण था. हालांकि यह पूर्ण सूर्यग्रहण नहीं था. यह ग्रहण भारत में सुबह 8 बजे ग्रहण लगा और 1 बजकर 36... Hindi · लेख 6 2 280 Share Shyam Hardaha 8 Sep 2019 · 4 min read ट्रिपल तलाक कानून : सिर्फ घड़ियाली आंसू आखिर आज ट्रिपल तलाक विरोधी विधेयक विपक्ष के तमाम विरोध के बावजूद राज्यसभा से भी पास हो गया और अब यह कानून का रूप ले लेगा. इस पर जिस तरह... Hindi · लेख 5 279 Share Shyam Hardaha 6 Oct 2019 · 4 min read यही है विकास का गुजरात मॉडल!!! आपको कभी इन बातों पर आश्चर्य नहीं होता कि किसी वक्त हमारे देशवासियों को ‘काला कुली’ कहकर बुलाने वालों को विगत कुछ दशकों से हमारे देश में ‘विश्व सुंदरियां’ नजर... Hindi · लेख 7 2 284 Share Shyam Hardaha 2 Apr 2020 · 3 min read बुद्धिजीवियों में भी पोगापंथ की बीमारी देश को खतरा धार्मिक पोंगापंथियों से सबसे ज्यादा है जो स्वयं तो मानसिक रूप से बीमार हैं ही. साथ ही देश को भी ‘स्वस्थ नहीं रहने देंगे’ के अभियान पर... Hindi · लेख 4 2 260 Share Shyam Hardaha 6 May 2020 · 2 min read अंधभक्तों की तथाकथा भाग-1 बात 2014 की है. मौसम की गर्मी के साथ ही लोकसभा चुनाव की सरगर्मी अपने चरम पर थी. वक्त शाम का था. बड़ी संख्या में लोग शहर के एक वाचाल... Hindi · लेख 2 1 269 Share Shyam Hardaha 13 Sep 2019 · 7 min read अप्रैल फूल अपने बचपन से रू-ब-रू कराने के पहले मैं यहां सबसे पहले मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की युवा कवयित्री रेखा कापसे की पंक्तियां उद्धृत करना चाहता हूं- ‘बचपन की गलियों... Hindi · लेख 7 1 269 Share Shyam Hardaha 3 Sep 2019 · 4 min read मुसलमान : चार बीवियां-चालीस बच्चे!!! कितना सच-कितना झूठ? आपको यह याद होगा कि जब देश की 2011 की जनगणना की रिपोर्ट जारी हुई थी तो मीडिया ने (जिसका एक बड़ा वर्ग आजकल पूरी तरह दक्षिणपंथी ताकतों के इशारे... Hindi · लेख 4 1 255 Share Shyam Hardaha 10 Nov 2019 · 6 min read बदलाव का वाहक होता है यौवन विषय का विस्तार करें, इसके पहले हिंदी साहित्य के दो लब्धप्रतिष्ठित साहित्यकार-कवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की लिखित चंद पंक्तियां आपके सामने पेश करना जरूरी समझता हूं :- ‘‘वय की गंभीरता... Hindi · लेख 4 2 257 Share Shyam Hardaha 3 Sep 2019 · 4 min read हिंदू-मुसलिम बहस के पीछे का सच पिछले वर्ष घटित ये दो घटनाएं शायद आपको याद होंगी जब देश की राजधानी में 3 मई 2018 को तुगलक काल के एक मकबरे को कुछ लोगों ने रंग-पोत कर... Hindi · लेख 5 2 243 Share Shyam Hardaha 3 Sep 2019 · 4 min read तीन बार गले मिले मोदी-नेतन्याहू! भारतीय मीडिया सचमुच गोदी मीडिया बन चुका है. ठेठ शब्दों में कहें तो वह सत्ता का भाट-चारण बन चुका है. दिन-प्रतिदिन अपनी विश्वसनीयता खोते जा रहा है. वे ही लोग... Hindi · लेख 4 203 Share