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351 posts
कोई हल नहीं मिलता रोने और रुलाने से।
कोई हल नहीं मिलता रोने और रुलाने से।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
दोस्ती अपनी जगह है आशिकी अपनी जगह
दोस्ती अपनी जगह है आशिकी अपनी जगह
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सब्जियों पर लिखी कविता
सब्जियों पर लिखी कविता
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मेरे हमदम मेरे दिलबर मेरे हमराज हो तुम। मेरे दिल को जो भाता है वही आवाज हो तुम। दिलों के तार जुड़ते हैं नए झंकार करते हैं। तुम्ही मौसीकी मेरी हो ,गीतों की साज हो तुम।
मेरे हमदम मेरे दिलबर मेरे हमराज हो तुम। मेरे दिल को जो भाता है वही आवाज हो तुम। दिलों के तार जुड़ते हैं नए झंकार करते हैं। तुम्ही मौसीकी मेरी हो ,गीतों की साज हो तुम।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
फूलों का जब लगे बिछौना।?
फूलों का जब लगे बिछौना।?
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
वह मुझे याद आती रही रात भर।
वह मुझे याद आती रही रात भर।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
यह सूखे होंठ समंदर की मेहरबानी है
यह सूखे होंठ समंदर की मेहरबानी है
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
देखिए भी प्यार का अंजाम मेरे शहर में।
देखिए भी प्यार का अंजाम मेरे शहर में।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हिकायत से लिखी अब तख्तियां अच्छी नहीं लगती।
हिकायत से लिखी अब तख्तियां अच्छी नहीं लगती।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
माना कि तेरे प्यार के काबिल नही हूं मैं
माना कि तेरे प्यार के काबिल नही हूं मैं
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अब तो हालात है इस तरह की डर जाते हैं।
अब तो हालात है इस तरह की डर जाते हैं।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
दिलों को तोड़ जाए वह कभी आवाज मत होना। जिसे कोई ना समझे तुम कभी वो राज मत होना। तुम्हारे दिल में जो आए ज़ुबां से उसको कह देना। कभी तुम मन ही मन मुझसे सनम नाराज मत होना।
दिलों को तोड़ जाए वह कभी आवाज मत होना। जिसे कोई ना समझे तुम कभी वो राज मत होना। तुम्हारे दिल में जो आए ज़ुबां से उसको कह देना। कभी तुम मन ही मन मुझसे सनम नाराज मत होना।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
डूब जाऊंगा मस्ती में, जरा सी शाम होने दो। मैं खुद ही टूट जाऊंगा मुझे नाकाम होने दो।
डूब जाऊंगा मस्ती में, जरा सी शाम होने दो। मैं खुद ही टूट जाऊंगा मुझे नाकाम होने दो।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मोहब्बत जिससे हमने की है गद्दारी नहीं की।
मोहब्बत जिससे हमने की है गद्दारी नहीं की।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
جی بھر کے ابھی میں نے تجھے دیکھا نہیں ہے ۔
جی بھر کے ابھی میں نے تجھے دیکھا نہیں ہے ۔
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अब गैर भी लिखता है मुझे गैर नहीं है।
अब गैर भी लिखता है मुझे गैर नहीं है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तुझसे जो इश्क किया सबसे है रिश्ता टूटा
तुझसे जो इश्क किया सबसे है रिश्ता टूटा
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
दीपावली,प्यार का अमृत, प्यार से दिल में, प्यार के अंदर घोला जाए।
दीपावली,प्यार का अमृत, प्यार से दिल में, प्यार के अंदर घोला जाए।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तंग नज़री खत्म कर देता है हर इंसान को। ?
तंग नज़री खत्म कर देता है हर इंसान को। ?
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
खत किस लिए रखे हो जला क्यों नहीं देते ।
खत किस लिए रखे हो जला क्यों नहीं देते ।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ख्वाब रंगीला कोई बुना ही नहीं ।
ख्वाब रंगीला कोई बुना ही नहीं ।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
تیری یادوں کی خوشبو فضا چاہتا ہوں۔
تیری یادوں کی خوشبو فضا چاہتا ہوں۔
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
Tumhare shahr
Tumhare shahr
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
23 March Shahid Divas
23 March Shahid Divas
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हुस्न में आफरीन लगती हो
हुस्न में आफरीन लगती हो
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बहुत हुशियार हो गए है लोग
बहुत हुशियार हो गए है लोग
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हम हैं गुलाम ए मुस्तफा दुनिया फिजूल है।
हम हैं गुलाम ए मुस्तफा दुनिया फिजूल है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
झुकी नज़रों से महफिल में सदा दीदार करता है।
झुकी नज़रों से महफिल में सदा दीदार करता है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अगर मुझसे मोहब्बत है बताने के लिए आ।
अगर मुझसे मोहब्बत है बताने के लिए आ।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
लगाया मैंने मोहर दिल पर गुलमोहर के लिए
लगाया मैंने मोहर दिल पर गुलमोहर के लिए
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
पूर्वज
पूर्वज
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
देखिए भी किस कदर हालात मेरे शहर में।
देखिए भी किस कदर हालात मेरे शहर में।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कलम ये हुस्न गजल में उतार देता है।
कलम ये हुस्न गजल में उतार देता है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हिकायत से लिखी अब तख्तियां अच्छी नहीं लगती
हिकायत से लिखी अब तख्तियां अच्छी नहीं लगती
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
निकलते हो अगर चुपचाप भी तो जान लेता हूं..
निकलते हो अगर चुपचाप भी तो जान लेता हूं..
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बहुत ही महंगा है ये शौक ज़िंदगी के लिए।
बहुत ही महंगा है ये शौक ज़िंदगी के लिए।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अब फकत तेरा सहारा न सहारा कोई।
अब फकत तेरा सहारा न सहारा कोई।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हम भी कहेंगे अपने तजुरबात पे ग़जल।
हम भी कहेंगे अपने तजुरबात पे ग़जल।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अगर तुम प्यार करते हो तो हिम्मत क्यों नहीं करते। अगर पाने की कोशिश है बगावत क्यों नही करते। फरिश्ते की सिफत में मान बैठे हो भला क्यों कर। अगर मुझसे शिकायत है शिकायत क्यों नहीं करते।
अगर तुम प्यार करते हो तो हिम्मत क्यों नहीं करते। अगर पाने की कोशिश है बगावत क्यों नही करते। फरिश्ते की सिफत में मान बैठे हो भला क्यों कर। अगर मुझसे शिकायत है शिकायत क्यों नहीं करते।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तेरी दहलीज पर झुकता हुआ सर लगता है
तेरी दहलीज पर झुकता हुआ सर लगता है
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
डूब कर इश्क में जीना सिखा दिया तुमने।
डूब कर इश्क में जीना सिखा दिया तुमने।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मेरे दिल की धड़कनों को बढ़ाते हो किस लिए।
मेरे दिल की धड़कनों को बढ़ाते हो किस लिए।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तुझ में जो खो गया है वह मंज़र तलाश कर। बाहर जो ना मिले उसे अंदर तलाश कर।
तुझ में जो खो गया है वह मंज़र तलाश कर। बाहर जो ना मिले उसे अंदर तलाश कर।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
इश्क में खुद को ही बीमार किया है तुमने।
इश्क में खुद को ही बीमार किया है तुमने।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
1 jan 2023
1 jan 2023
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कमर दर्द, पीठ दर्द
कमर दर्द, पीठ दर्द
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
चाहत है तो रुसवाई का इमकान बहुत है। हर शख्स दिल लगा के परेशान बहुत है।
चाहत है तो रुसवाई का इमकान बहुत है। हर शख्स दिल लगा के परेशान बहुत है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
G24
G24
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
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