Ruchika Rai 72 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ruchika Rai 17 May 2024 · 1 min read तू जो कह दे तू जो कहे लिख दूँ अपने सारे जज्बात, कह दूँ अपने मन में दबी हुई सारी बात, अपने एहसासों को शब्दों का जामा पहनाऊँ, तू जो कहे लिख दूँ तुझसे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 7 Share Ruchika Rai 12 May 2024 · 1 min read दिल टूटा दर्द,तकलीफ,बेचैनी,उलझन और कश्मकश, टूटता रहा दिल नही कोई आहट, शिकवा,शिकायत, गिला किससे करें हम, ऐसा लगा मेरी नही कही भी जरूरत। प्यार,वफ़ा,दोस्ती,अपनापन ये जीने के बहाने, जिसके रहे हम सदा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 12 Share Ruchika Rai 12 May 2024 · 1 min read टूटता दिल चंद ख़्वाब, चंद हक़ीकत मुट्ठी भर धूप की थी जरूरत, चंद बोल प्यार के संग, और नही थी मन में कोई हसरत। तिनका-तिनका था सहेजा, टूट न जाए प्यार का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 12 Share Ruchika Rai 10 May 2024 · 1 min read जीवन कड़ी धूप में भी खिली खिली सी रहना, मुस्कुराते हुए जिंदगी के हर ताप सहना, आसान नही जीवन का ये रंग यारों, मगर खूबसूरत है ये हँसी का सुंदर गहना।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share Ruchika Rai 9 May 2024 · 1 min read कारण नित नई परीक्षाओं से गुजरी ये जिंदगी, फिर भी नही कभी यूँ ठहरी ये जिंदगी, हर परीक्षाओं में हल करने को प्रश्न, बड़े संयम और धैर्य से प्रयत्न करें जिंदगी।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share Ruchika Rai 9 May 2024 · 1 min read शिकायत ज़िंदगी के धूप छाँव के संग में बढ़े, मुश्किल हालातों में नही पीछे हटे, दुख सुख दोनों को स्वीकारें सदा, फिर बेवज़ह मन में ईर्ष्या क्यों पले। अपनेपन की देख... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 19 Share Ruchika Rai 5 May 2024 · 1 min read जिंदगी जी लो वक़्त के थपेड़ों को सह-सहकर आजिज हुए इस मन को जब उम्मीद का कोई प्रसुन नजर नही आता है। गाहे बगाहे आए हुए झंझावतों से जीवन पतझड़ सा बन जाता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 13 Share Ruchika Rai 4 May 2024 · 1 min read किरदार समय के साथ-साथ बदलते हैं किरदार, किसी ने दिया धोखा कोई बना वफादार। विपदा भी आती रही हमारे हिस्से में, किसी ने साथ निभाया कोई छोड़े मंझधार। हम भटकते रहे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 13 Share Ruchika Rai 4 May 2024 · 1 min read किरदार मेरे क़िरदार पर सवाल हो ये मंजूर नही, सवाल के डर से चुप रहूँ मैं मजबूर नहीं। जीवन की कहानी में निभाते हैं किरदार, वाहवाही हो सबकी इतने मशहूर नहीं।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share Ruchika Rai 15 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत मुश्किलों में भी जो मुस्कुराने की मेरी फ़ितरत है, वही तो मेरी हर मुश्किलों से पार पाने की हिम्मत है, जो तुम मेरी मुस्कुराहट को समझ सको दिल को फिर... Hindi 278 Share Ruchika Rai 15 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत वक़्त के साथ बदलती फितरत, बदलती फितरत संग बदलती नीयत, बदलती नीयत बदले मिजाज और बदले मिजाज को नही फर्क कभी सही और गलत से और नही रहे इसकी उसे... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 5 273 Share Ruchika Rai 18 Jun 2023 · 1 min read पिता आसमान माँ मेरी जमीन तो पिता आसमान है, उनका होना लगे ईश्वर मेहरबान है, मुश्किलों में ढाल बनकर खड़े रहते, उनसे ही मेरी बनी एक पहचान है। जिम्मेदारियों के प्रति सजग... Hindi · कविता 1 1 191 Share Ruchika Rai 4 Jun 2023 · 1 min read साइकिल घर के पिछवाड़े स्टोर रूम में रखी हुई है एक पुरानी साइकिल धूल से पटी हुई, उपेक्षित और तिरस्कृत सी बता रही है समय के हिसाब से ही रहती है... Poetry Writing Challenge · कविता 174 Share Ruchika Rai 4 Jun 2023 · 1 min read सुकून की चाहत दुनिया की रंगीनियां उदास मन को कहाँ लुभाती है। यंत्रवत मुस्कान,यंत्रवत बातें ,यंत्रवत खिलखिलाहटें दिल की वीरानगी हर शै पर भारी पड़ जाती है। अमावस सी कालिमा मन के भीतर,... Poetry Writing Challenge · कविता 233 Share Ruchika Rai 2 Jun 2023 · 1 min read प्रेम प्रेम में न लाँघी गयी दहलीज, ना तोड़े गए कानून, ना पार की गयीं कोई सीमा, ना होठों ने कुछ कहा, ना ही स्पर्श की अनुभूति कोई रही, उस प्रेम... Poetry Writing Challenge · कविता 2 166 Share Ruchika Rai 2 Jun 2023 · 1 min read शब्द मेरे लिए वह ही शब्द मायने रखते मैंने उन्हीं शब्दो को ताउम्र याद रखा जो मेरे टूटते वक्त में संबल बने थे। मैंने दुआओं को ताउम्र याद रखा, शुभकामनाओं को... Poetry Writing Challenge · कविता 1 271 Share Ruchika Rai 2 Jun 2023 · 1 min read सुनो न सुनो न,, जब कभी तुम मुझसे मिलना, शायद मैं मौन ही मिलूँ, मेरे मौन को पढ़ मेरी बेकरारी को समझना। सुनो न... मेरी आँखों की चमक जो दिल की खुशी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 449 Share Ruchika Rai 1 Jun 2023 · 1 min read पितृसत्तात्मक समाज महीने का आखिरी सप्ताह, पॉकेट में चंद दस के नोट, और बच्चे को है बुखार। डॉक्टर की महंगी फीस और दवाइयों के आसमान छूते दाम, जोड़ घटाव के जद्दोजहद में... Poetry Writing Challenge · कविता 1 325 Share Ruchika Rai 31 May 2023 · 1 min read नदी के किनारे नदी के दो किनारे की तरह थे हम दोनों साथ साथ चलते हुए भी मिलन की कोई आस नही थी, न स्पर्श का कोई आभास, न पाने की कोई जिद,... Poetry Writing Challenge · कविता 293 Share Ruchika Rai 31 May 2023 · 1 min read इश्क हँसते हुए चेहरे के पीछे का दर्द, कौतूहल भरी आँखों की पीड़ा, मुस्कान की सच्चाई और सब ठीक है कहने की सार्थकता जो पढ़ सकें समझ लेना उसे इश्क है।... Poetry Writing Challenge · कविता 267 Share Ruchika Rai 30 May 2023 · 1 min read अखबार ये जिंदगी मेरी क्यों अखबार हो गयी है, छोटी छोटी बातों का प्रचार हो गयी है, सब नजर रखते हैं हर पल मुझ पर, लगता है जैसे कोई इश्तिहार हो... Poetry Writing Challenge · कविता 113 Share Ruchika Rai 30 May 2023 · 1 min read परदेश रोजी रोटी ख़ातिर बेटा जो परदेश गया, वहाँ जाकर भूल वह स्वदेश को गया, अब तो स्वदेश में उसे कमियाँ बड़ी दिखती, परदेश में जाकर वह वही का हो गया।... Poetry Writing Challenge · कविता 1 169 Share Ruchika Rai 30 May 2023 · 1 min read खत कुछ खत तुम्हारे नाम की मैंने कोरे पन्नों पर सजाई थी। जिसे अपने जज्बातों से शृंगार कर भावनाओं का जेवर पहनाई थी। भेजना चाहती थी तुम्हारे पते पर पर कुछ... Poetry Writing Challenge · अकविता। 1 309 Share Ruchika Rai 30 May 2023 · 1 min read विश्वास मुझे यक़ीन है, ईश्वर की बनाई इस सृष्टि में उनके द्वारा तय की गई परीक्षाओं की सार्थकता पर जब भी परीक्षाएं आती हैं कुछ न कुछ सिखाकर मुझे जाती हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 1 110 Share Ruchika Rai 30 May 2023 · 1 min read उलझन बड़ी उलझन जिंदगी में जिंदगी के साथ जो सदा भरमाते हैं। कौन अपना कौन पराया इसी उलझन में उलझे ज़िंदगी बिताते हैं। अपनी भावनाओं को स्वयं से छुपाकर जिंदगी का... Poetry Writing Challenge · कविता 1 253 Share Ruchika Rai 30 May 2023 · 1 min read एहसास रात का मौन गहरा चारों तरफ सन्नाटा, अंतर्मन में शोर कैसा ये उठ रहा था, भीड़ में भी तन्हाई का आलम बसा था, और तन्हाई को किसने अपनी यादों से... Poetry Writing Challenge 1 320 Share Ruchika Rai 28 May 2023 · 1 min read मन के तार मन के तार को चलो एक बार छेड़ा जाये, दिल से दिल को एक बार फिर जोड़ा जाए। गलतफहमियों की हर दीवार ध्वस्त कर, चलो विश्वास की तरफ मन को... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 57 Share Ruchika Rai 28 May 2023 · 1 min read रफ्फू करना मुस्कान से होठों की रोज रफ्फू करती हूँ, जिंदगी के गम को मैं थोड़ा थोड़ा, विश्वास करती हूँ कि जिंदगी मजबूत होगी, इस मुस्कान के संग रोज थोड़ा थोड़ा। गम... Poetry Writing Challenge 54 Share Ruchika Rai 28 May 2023 · 1 min read इश्क उसने कहा बहुत हुई दुनिया समाज की बातें। आज सिर्फ और सिर्फ तुम इश्क पर लिखो। प्रेम के रंग से हर सफ़हे को रंगो। मैं भी सोचती रही कितना कठिन... Poetry Writing Challenge · कविता 2 64 Share Ruchika Rai 26 May 2023 · 1 min read मन का खालीपन कौन समझे मन के ख़ालीपन को किसको हम समझाये। उलझनें बढ़ती ही जाती है मन नहीं कभी सुकून को पाये। ख़्वाहिशों का अंतहीन सिलसिला, बेकली को बढ़ाती जाती है। हर... Poetry Writing Challenge · कविता 80 Share Ruchika Rai 26 May 2023 · 1 min read रिश्ते कभी कभी मैं सोचती हूँ और सोचती रह जाती हूँ। क्यों रिश्तों की दीवारें इतनी कमजोर होती की कोई आकर उनमें सेंधमारी कर जाता। क्यों छोटी छोटी बातों का मसला... Poetry Writing Challenge · कविता 1 123 Share Ruchika Rai 25 May 2023 · 1 min read भावनाएं कहाँ कभी सम्भव हो पाया है भावनाओं पर बाँध लगाना। अहसासों के वेग को रोकना और स्वयं को गलत सही के उलझन से बचा कर सुकून को पाना। यह तो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 128 Share Ruchika Rai 23 May 2023 · 1 min read चेहरे की झुर्रियां क्या तुम पढ़ सकोगे चेहरे की झुर्रियों के पीछे की कहानी को। उनके समय की भट्ठी में तपे अनुभव को, और उनके संघर्षों को या फिर समय के साथ तालमेल... Poetry Writing Challenge · कविता 286 Share Ruchika Rai 23 May 2023 · 1 min read ईश्वर कहाँ मिलें हर मंदिर के चौखट पर है शीश झुकाया, हर सांध्य गीत में ढोलक पर थाप लगाई, वेदों ऋचाओं को पढ़ पढ़कर है तलाशा, हर अजान में मन में है एक... Poetry Writing Challenge · कविता 111 Share Ruchika Rai 21 May 2023 · 1 min read मन की खूंटी मन की खूँटी पर टाँग दी है कुछ उम्मीदें, कुछ चाहतें, अपनी मौन मोहब्बतें, ना जाने कब दरकार पड़ जाए उसकी, न जाने कब बदल जाये जिंदगी, और क़ब इंद्रधनुषी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 51 Share Ruchika Rai 21 May 2023 · 1 min read दिल की बातें जीवन की अपनी सीमाएं, दिल की अपनी मजबूरी, भाने लगा सदा ही वह, जिससे बनानी थी दूरी। मन की अपनी ख़्वाहिशें, जीवन की अपनी आजमाइशें, चाहतों को बयां नही कर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 169 Share Ruchika Rai 21 May 2023 · 1 min read किस्मत कर्म से किस्मत के लिखे को बदलते देखा है, बिगड़ी किस्मत को हमने संवरते हुए देखा है। माना कि कुछ बातें हमारे पहुँच से दूर होती, पर उनको भी कोशिशों... Poetry Writing Challenge · कविता 168 Share Ruchika Rai 10 Nov 2022 · 3 min read वायरल होने की ललक दीपिका बहुत ही सुंदर थी,मृदुभाषी ,पढ़ने लिखने में अव्वल ,कॉलेज में भाषण ,वाद विवाद प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता ,संगीत प्रतियोगिता इस तरह की सारी प्रतियोगिताओं में वह प्रथम स्थान प्राप्त... Hindi · कहानी · सामाजिक 93 Share Ruchika Rai 25 Apr 2022 · 1 min read बुजुर्ग पिता बुजुर्ग होते पिता ,मित्र बन जाते हैं अनुभव की भट्ठी में तपे हुए वो अपने अनुभव को सांझा करते हैं। नही थोपते निर्णय अपना, बस मार्ग अपने नजरिये से सुझाते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 297 Share Ruchika Rai 25 Apr 2022 · 1 min read पिता तपती जेठ की दुपहरी में शीतल मंद बयार से होते हैं पिता। हाड़ कंपकपाती ठंड में अलाव से होते हैं ये पिता। खुद सारे ताप सहते पर बच्चों के ढाल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 137 Share Ruchika Rai 19 Apr 2022 · 1 min read जीवन सफल नियमों बंधे हुए अनुशासन का पाठ पढ़ाते हैं, छोटी छोटी बातों पर भी गुस्सा हो जाते हैं। सादा जीवन की सिख हमे अक्सर दे जाते हैं, बात बात में ही... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 4 147 Share Ruchika Rai 19 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा #मेरे पापा मेरे खुशियों का किनारा, मेरे दुखों में बने सहारा, मेरी प्रार्थना में शामिल सदा, मैं बनूँ उनकी आँखों का तारा। जमाने की हर आँच से मुझे बचाया, सही... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 4 153 Share Ruchika Rai 1 Nov 2021 · 2 min read नारी और प्रेम 1.परेशान लोगों के नजरिये से बेवजह के सवालों से छीटाकशी से मगर देख उस स्त्री को झट से निकला देखो उसकी बेहयाई कैसे कपड़े,कैसा रहन सहन पीर क्यों नही समझ... Hindi · कविता 1 277 Share Ruchika Rai 23 Oct 2021 · 3 min read दिलों में दूरियाँ आज सुबह से ही सरिता बहुत व्यस्त थी,जल्दी जल्दी घर के कामों को निबटा रही थी।उसके हाथों में यूँ कहे कि मशीन लगा हुआ था।जितनी जल्दी जल्दी वह कामों को... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 1 373 Share Ruchika Rai 13 Sep 2021 · 2 min read प्रेम प्रेम ये शब्द तिलिस्म सा लगता था उसे,किताबों, कहानियों, कविताओं, शेरों शायरी इन सब में प्रेम के बारे में बहुत पढ़ा सुना था,पर उसे हकीकत की जमीन पर यह बकवास... Hindi · कहानी 1 625 Share Ruchika Rai 2 Aug 2021 · 1 min read मित्रता मित्रता का मोल भला,लगा सकेगा कौन। मित्रता अनमोल सदा,जान लीजिए मौन।। मित्रता संबंध सदा,सबसे ऊपर जान। सुख दुख सदा साथ रहे,मित्र उसे ही मान।। रहे भावना प्रेम की, सदा मित्र... Hindi · दोहा 302 Share Ruchika Rai 2 Aug 2021 · 1 min read रिमझिम फुहार रिमझिम रिमझिम पड़े फुहार,देखो छाई है बहार, काले काले मेघा गरजे,कर रही है हमें पुकार, बिजली चमक रही है चम चम ह्रदय में उठे उल्लास, देखो सजनी चली सावन में... Hindi · कविता 328 Share Ruchika Rai 2 Aug 2021 · 1 min read मित्रता मित्रता खास करते हैं विश्वास दूर या पास। है अनमोल नही करें बेमोल न कभी तौल। दुख सुख में रहते सदा साथ हो ये विश्वास। मित्र औषधि मित्र ही बने... Hindi · हाइकु 1 481 Share Ruchika Rai 2 Aug 2021 · 1 min read सावन का झूला सावन मास फिर से याद दिलाया, सावन के झूलों ने हमें है बुलाया। ऊँची ऊँची डाली तक पेंगे लगाती, मानो नभ को है छूकर वापस आती, मन आतुर बड़ा ही... Hindi · कविता 1 1k Share Ruchika Rai 12 Jul 2021 · 1 min read प्रकृति गहन तिमिर को चीरते, रश्मि किरणों का आना। आह्लादित कर देता मन को, मन में एक आस का जग जाना। प्रकृति का शाश्वत नियम यह, परिवर्तन जग का जाना जाना।... Hindi · कविता 1 398 Share Page 1 Next