शक्ति राव मणि Tag: कविता 34 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शक्ति राव मणि 11 Jan 2025 · 1 min read मैं राग पुराना बिस्मिल का l मैं राग पुराना बिस्मिल का l ये जग जवानी क्या जाने l l मैं फूल महकता गुडहल का l ये गुलाब बागानी क्या जाने l l मैं कोमल समीर बसंत... Hindi · Shakti Rao Mani · कविता · ग़ज़ल · शक्ति राव मणि 1 157 Share शक्ति राव मणि 13 Jul 2022 · 1 min read वो राधा से फिर न मिला । उम्र आठ तक माखन चोर सी देख लीला कृष्ण रूप तन से अंग संवर जाए मोर पंख नीला।। नटखट,चतुर,समझ,तेज,बुद्धि, जो गोपियों संग खेल जाए राधा को देख, कृष्ण समझ तेज... Hindi · Gajal · कविता · गीतिका गजल रूहानी 3 2 1k Share शक्ति राव मणि 8 Jun 2022 · 1 min read तन्हा ही खूबसूरत हूं मैं। तन्हा ही खूबसूरत हूं मैं। अपनी सिमटती जान का गुलशन ए मोहब्बत हूं मैं क्या कोई सहारे की चाह रखूं आसमां भी नहीं, खुद का छत हूं मैं जमाना जिसका... Hindi · कविता 1 768 Share शक्ति राव मणि 31 Mar 2022 · 2 min read इश्क कहां संभलता हैं । ये ख्याल मुझे भी आता है की अब तुझे देखूं और बस यहीं ठहर जाऊं, राते राते करु बाते बातें करूं मैं भी पागल होना चाहता हूं, पर मैं सोच... Hindi · कविता 2 412 Share शक्ति राव मणि 19 Jun 2021 · 1 min read ज्ञानी हर एक है रस्ता मिल जाता है पर मकाम आसान नहीं होते भटकना जरूर पर दुखी मन वीरान नहीं होते। हर एक कदम में टूटेगा हौसला मंजिल तक यही तो कामयाब जिंदगी है,... Hindi · कविता 2 681 Share शक्ति राव मणि 24 May 2021 · 1 min read नि:शब्द प्रेम दुनिया में जी रहा हूं मुताबिक तो नहीं जी रहा हूं मैं वजूद को मेरा वजूद देख लेगा नीर तेरे घट का नहीं पी रहा हूं मैं। शुकून मिला होगा... Hindi · कविता 4 2 561 Share शक्ति राव मणि 9 Feb 2021 · 1 min read वो तो इंकार कर गए मैं कर बैठा मोहब्बत उस रश्ते से , उन गलियों से यूं तो दीवारें कभी नापी ना थी उफान पर था दिल शायद इसलिए पार कर गए। लहजा जल्दी उठने... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 38 1k Share शक्ति राव मणि 4 Aug 2020 · 1 min read ये जो मोहब्बत है ये जो मोहब्बत है जो तुम्हें हुई है जो किसी को हो रही है कल के दिन खुद की गलती से जब नाकाम हो जाओगे या नाकाम कर दिए जाओगे... Hindi · कविता 5 4 726 Share शक्ति राव मणि 27 Jun 2020 · 1 min read कभी मेरे श्रृंगार से वाक़िफ होते वो सिर्फ अपने लिए कहता, तेरे बिन जिंदगी कुछ कम थी। कभी मेरे श्रृंगार से वाक़िफ होते मेरी आंखे भी नम थी। कभी कोशिश तो की होती मुझको मुझसे ही... Hindi · कविता 4 500 Share शक्ति राव मणि 4 May 2020 · 1 min read अहम से अहंकार ख्वाबों ख्वाबों में ही हक़ीक़त से लड़ बैठा भूभाग पर पांव काम कर जाते है मैं आसमां में बिना सोचे उड़ बैठा। ये कैसा अंधेरा था मेरे मन का जो... Hindi · कविता 3 2 540 Share शक्ति राव मणि 8 Jan 2020 · 1 min read तुम भी ये घाव अब दवा से कहां सही होते है दुआओ की भीड़ में एक दुआ दे जाना तुम भी। ये घाव मैने खुद को ही दिए है खुद को ही... Hindi · कविता 4 4 600 Share शक्ति राव मणि 27 Sep 2019 · 1 min read वैश्य ये दुनिया धोखे की है,धोखे में जीना सिखा दिया कदम जो रखें क्यो हुस्न-ओ-महफिल थमा दिया कली निकलने दो फूल बन जानें दो,आने दो जानें दो लड़का होता तो जिम्मेदारी... Hindi · कविता 1 423 Share शक्ति राव मणि 1 Jun 2019 · 1 min read तुझे खोने की ख्वाहिश नहीं कभी मेरे शब्दों पर मत जाना दोस्त शायर ज़रूर हूं पर तुझे खोने की ख्वाहिश नहीं मुझे भी संभाल के रखना जरुर, भले ही यादों मे सही काम काजो मे... Hindi · कविता 1 470 Share शक्ति राव मणि 1 Jan 2019 · 1 min read या तो मोहब्बत हो जाए या युद्ध मोहब्बत और युद्ध में मैंने समानता देखी है जब खत्म होती है तो ख़ामोशी होती हैं मोहब्बत और युद्ध तब होती हैं जब खामोशी में आग दहकती है मोहब्बत आसान... Hindi · कविता 2 421 Share शक्ति राव मणि 1 Nov 2018 · 1 min read माँ तेरी आँचल में माँ तेरी आँचल में ही अपना-सा लगता है दूर हूँ तेरी आँचल से तो सपना-सा लगता है। अहजान जानों-जहान तू,प्रिय तू, पुराण-ब्रहमाण तू ध्यान कैसे भंग होगा,ॐ उच्चारण भी माँ... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 25 812 Share शक्ति राव मणि 16 Sep 2018 · 1 min read जब थामा था तुने हाथ अत्र-अत्र अहजान हुए जब थामा था तुने हाथ वक्त भी मेरे साथ हुए जब थामा था तुने हाथ यूँ तो लकीरों पर विश्वास न था मेरा विश्वास से ही लकीरें... Hindi · कविता 3 2 570 Share शक्ति राव मणि 23 Jun 2018 · 1 min read शतरंज सी है जिंदगी ।।।।।।।।।।। वो सभा बेहतरीन हुई जब ये सवाल उठा कैसे जन्म से मृत्यु शतरंज सी है जिंदगी मेरी घड़ी की सुई पाँच कला आगे थी सौ वर्ष का जिवन है... Hindi · कविता 2 576 Share शक्ति राव मणि 20 May 2018 · 1 min read वजूद माॅ ने कहा था तेरे होने पर एक वजूद देखा है फिर मैने क्यू हर बार इन ऑखो से तुझे देखा है, मैरी उम्र अब बेसहारे की है फिर भी... Hindi · कविता 2 725 Share शक्ति राव मणि 17 Mar 2018 · 1 min read एक भीड चल पडी थी एक भीड चल पडी थी राह पर,कुछ हसीन सपने लिये हर पल सजौता गया,सिर्फ और सिर्फ अपने लिए दे रखा था फरेब साथ मे रहने का किसे पता कि क्या... Hindi · कविता 3 471 Share शक्ति राव मणि 2 Mar 2018 · 1 min read साहित्यपीडिया - एक कदम साहित्य की ओर कवि सँवारते दोहो की कुण्डलिया मुक्तिया सूक्तियाँ लेखन की बिंदिया नजर,गजल के 'शे'र की कहर कहर बहर मे गीतिका की सीढ़ियाँ शब्द का विभेदन चः कोटियाँ लिखो ऐसी बात जो... Hindi · कविता 3 636 Share शक्ति राव मणि 26 Jan 2018 · 1 min read अंतिम यात्रा (सम्पूर्ण) जन्नत सा वो शहर था नरक-सी वो आग थी अंधकार से लिपटा बदन था और वो सुंदर खाट थी अजीब-सा सपना था दुश्मनो की टोली थी,हमारे बंदुको मे गोली थी... Hindi · कविता 1 738 Share शक्ति राव मणि 31 Dec 2017 · 1 min read कलियुग है ये युगो युगो की बात को ना दोहराओ कलियुग है ये आज सति मे रति वासना मे डुबा युग है ये प्रथम चरणे इक्यानवे वर्ष का पहला दिन है ये वैवस्वत्... Hindi · कविता 1 533 Share शक्ति राव मणि 21 Oct 2017 · 1 min read फर्क अब इस तरह समझना शायरी दिल को छू जाती है कविता दिल मे बस जाती है फर्क अब इस तरह समझना जो आने वाला था,दरवाजा खटखटा के चला जाता है जिसकी उम्मीद नही थी,वो... Hindi · कविता 1 755 Share शक्ति राव मणि 20 Oct 2017 · 1 min read डोर फूलो की माला मे अब डोर है कहाँ सब कुछ है पर वो शोर है कहाँ तिनका तिनका बिटोरा था हमने बस तिनके ही है कुछ और है कहाँ खनखती... Hindi · कविता 1 586 Share शक्ति राव मणि 20 Oct 2017 · 1 min read निशानी ढूँढ रहा था जहाँ कुछ नही था वहाँ निशानी ढूँढ रहा था रात का अंधेरा था और उजियारा ढूँढ रहा था मोत के बहाने जिंदगी ढूँढ रहा था सोया मे कुछ इस कदर... Hindi · कविता 1 795 Share शक्ति राव मणि 3 Sep 2017 · 1 min read अन्तिम यात्रा जन्नत सा वो शहर था नरक-सी वो आग थी अंधकार से लिपटा बदन था और वो सुंदर खाट थी अजीब-सा सपना था एक लौं और चारो ओर बौछार थी मुक्त... Hindi · कविता 1 566 Share शक्ति राव मणि 10 Aug 2017 · 1 min read ममता का परिचय- यूँ एक बसर हुई यूँ एक बसर हुई तेरे आने से जिंदगी असर हुई हमको थी पहले से खबर पर खबर होने के बाद खबर हुई महीनो का सफर दर्द मे रहा दर्द तब... Hindi · कविता 1 966 Share शक्ति राव मणि 6 Aug 2017 · 1 min read चल जरा चल जरा चल जरा चल जरा रुक जरा देख जरा घाम होने को आयी सुखा कंठ जरा फुरसत मे आ दो घुंट लगा ठंड छाव मे बैठ जरा सिश नवा निंद लगा... Hindi · कविता 1 466 Share शक्ति राव मणि 21 Apr 2017 · 1 min read वक्त साँसे न थमी है न थमेगी बस कहने वाली बात है तुम न रहे तो साँसे ना रहेगी होश खो रहे है अपने हो रहे है हम भी सामिल हे... Hindi · कविता 1 668 Share शक्ति राव मणि 31 Mar 2017 · 1 min read मिट्टी मे मिल जाना होगा मिट्टी से आये हे मिट्टी मे मिल जाना होगा हवा सी है जिंदगी जिस ओर ले जाए उस ओर ही जाना होगा पतवार हमारे हाथो मे है,तू सिर्फ रुख तय... Hindi · कविता 1 819 Share Page 1 Next