Acharya Rama Nand Mandal Tag: कविता 109 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Acharya Rama Nand Mandal 20 Feb 2022 · 1 min read मिथिला में मिथिला में महिमा मिथिलाराज के। महिमा दरभंगाराज के।१। मिथिला में महिमा भगवान के। महिमा ब्राह्मणक भगवान के।२। मैथिली में महिमा मानक मैथिली के। महिमा ब्राह्मणक मैथिली के।३। मैथिली में महिमा... Maithili · कविता 1 516 Share Acharya Rama Nand Mandal 16 Feb 2022 · 1 min read शहीद रामफल मंडल गाथा। शहीद रामफल मंडल गाथा। -आचार्य रामानंद मंडल सुनूं वीर रामफल मंडल गाथा के। धरती पर भूमिजा सीता के। सीतामढ़ी के मधुरापुर मे। जनक गोकुल मंडलक घर में। वीर रामफल मंडल... Maithili · कविता 503 Share Acharya Rama Nand Mandal 25 Jan 2022 · 1 min read दर्द दर्द हमरा दर्द हैय। छूत अछूत से। हमरा दर्द हैय उच्च नीच से। हमरा दर्द हैय। वर्ण व्यवस्था से। हमरा दर्द हैय। जाति व्यवस्था से। हमरा दर्द हैय। बाभन सोलकन... Maithili · कविता 331 Share Acharya Rama Nand Mandal 20 Jan 2022 · 1 min read मिथिला मिथिला सुगौली संधि मे कटिगल मिथिला। बनैल नेपाली मिथिला आ भारतीय मिथिला। नेपाल में बनल नाम प्रांत नं दू। लड़ाई भेल नया नाउ के नाउ मिथिला आ मधेश के। लड़ाई... Maithili · कविता 337 Share Acharya Rama Nand Mandal 14 Jan 2022 · 1 min read प्रेम प्रेम प्रेम ही जीवन है। प्रेम ही मृत्यु है। प्रेम ही आनंद है। प्रेम ही दु:ख है। प्रेम ही उत्साह है। प्रेम ही निराशा है। प्रेम ही आकर्षण है। प्रेम... Hindi · कविता 724 Share Acharya Rama Nand Mandal 11 Jan 2022 · 1 min read बुद्ध पर वार है। बुद्ध पर वार है। अशोक के बहाने वार है। चक्र पर वार है। अशोक के बहाने वार है। तिरंगा पर वार है। अशोक के बहाने वार है। राष्ट्रीय चिह्न पर... Hindi · कविता 1 437 Share Acharya Rama Nand Mandal 10 Jan 2022 · 1 min read राजनीति की गरमी। कड़ाके की ठंढ है। दिन रात सर्द है। आग ही मर्ज है। राजनीति ही आग है। सरदी में कोरोना है। राजनीति से भगाना है। सब कुछ बंद है। खुला तो... Hindi · कविता 2 311 Share Acharya Rama Nand Mandal 7 Jan 2022 · 1 min read देश में क्या हो रहा है! देश में ये क्या हो रहा है! राजनीति का स्तर गिर रहा है! पक्ष विपक्ष गरिमा गिरा रहा है! देश की गरिमा गिरा रहा है! प्रजातंत्र का लुटिया डुबा रहा... Hindi · कविता 3 1 251 Share Acharya Rama Nand Mandal 1 Jan 2022 · 1 min read नववर्ष। नववर्ष। नववर्ष मंगलमय होयत धनी आ पढल लिखल के। नववर्ष मंगलमय होयत कहिया गरीब आ अनपढ के। नववर्ष मंगलमय होयत कहिया कबाड़ चूने वाला के। नववर्ष मंगलमय होयत नेता, अफसर... Maithili · कविता 1 261 Share Acharya Rama Nand Mandal 31 Dec 2021 · 1 min read बीतल बरस। कहै छी बरस बीत गेलै। परंच हम बीत गेली हैय। वोहिना जेना फलां त मर गेलै। समसान घाट से आबै हैय। सोचू न बरस फेर आ गेलै। परंच बीतल समयनै... Maithili · कविता 355 Share Acharya Rama Nand Mandal 22 Dec 2021 · 1 min read हो बाबा। हो बाबा । गुरु देव महेश्वर छी। केना भांग पियै छी। केना गांजा पियै छी। हो बाबा। केना बौआइत रहल छी। केना पगलायल रहल छी। केना आंखि लाल रहल छी।... Maithili · कविता 432 Share Acharya Rama Nand Mandal 20 Dec 2021 · 1 min read मनुष बंटल। मनुष बंटल ---------------- धरम से देश बंटल। हिन्दूस्तानआ पाकिस्तान बनल।। भाषा से राज्य बंटल। बंगाल आ बिहार बनल।। जाति से समाज बंटल। बाभन आ सोलकन बनल।। धरम से मनुष बंटल।... Maithili · कविता 288 Share Acharya Rama Nand Mandal 17 Dec 2021 · 1 min read रार छिरल रार छिरल मिथिला में रार छिरल। मैथिली में रार छिरल। अंगिका लेल रार छिरल बज्जिका लेल रार छिरल। बोली लेल रार छिरल। कोड लेल रार छिरल। जनगणना लेल रार छिरल।... Maithili · कविता 218 Share Acharya Rama Nand Mandal 15 Dec 2021 · 1 min read हिन्दू हिन्दू आइ हिन्दू केते डरल हैय। जेना औरेंगजेब के शासन हैय। जेना आइ हम हिन्दू हैय। जेना पहिले हिन्दू न रहैय। जेना बाद हिंदू न रहबैय। जेना औरेंगजेब अब आवै... Maithili · कविता 241 Share Acharya Rama Nand Mandal 14 Dec 2021 · 1 min read कोयल आ काग। कोयल आ काग कोयल कारी बोले मीठा। काग कारी बोले खारा। कोयल कुहुके विरही विथा। काग बोले विरही संदेशा। कोयल कारी बडा चातुरा। काग कारी बडा चेष्टना। काग रुप बडा... Maithili · कविता 275 Share Acharya Rama Nand Mandal 12 Dec 2021 · 1 min read केवल मानव केवल मानव मानैय छी ईश्वर विभिन्न प्राणी बनैलै हैय। सुग्गा मैना कौआ विभिन्न रुप बनैलै हैय। गाय भैंस बकरी विभिन्न रुप बनैलै हैय। मानव जानवर चिड़िया विभिन्न रुप बनैलै हैय।... Maithili · कविता 207 Share Acharya Rama Nand Mandal 11 Dec 2021 · 1 min read मिथिला महात्म्य मिथिला महात्म्य केहन हमर मिथिला रहे! दादा हमर जमींदार रहे!! केहन हमर मिथिला रहे! बड़का घर लोरिन रहे!! केहन हमर मिथिला रहे! बड़का घर खवास रहे!! केहन हमर मिथिला रहे!... Maithili · कविता 396 Share Acharya Rama Nand Mandal 11 Dec 2021 · 1 min read झक झोरैय हैय! झक झोरैय है! कुछ बात मन के झक झोरैय हैय! भगवान कोई वर्ण के झक झोरैय हैय! बेटा राम दशरथ के झक झोरैय हैय! बेटी सीता धरती के झक झोरैय... Maithili · कविता 234 Share Acharya Rama Nand Mandal 9 Dec 2021 · 1 min read अंगिका बज्जिका अंगिका बज्जिका अंगिका बज्जिका मैथिली से हो गेल गायब। मिठगर बोली मैथिली के हो गेल गायब। अंगिका आदि कवि रहे सरहपा भे गेल गायब। बज्जिका आदि कवि रहे गयाधर भे... Maithili · कविता 405 Share Acharya Rama Nand Mandal 8 Dec 2021 · 1 min read सीता आ राम सीता आ राम मैथिल के सीता आ राम। बहिन सीता आ बहनोई राम।। जगत के सीता आ राम। पत्नी सीता आ पति राम।। ब्रह्मांड के सीता आ राम। आत्मा सीता... Maithili · कविता 656 Share Acharya Rama Nand Mandal 1 Dec 2021 · 1 min read बहिन बड़ बहिन माय सम मानू। छोट बहिन बेटी सम मानू।१। बड़ भाई बाबू सम मानू। छोट भाई पुत्र सम मानू।२। काका फुफा पिता सम मानू। काकी फुआ माता सम मानू।३।... Maithili · कविता 552 Share Acharya Rama Nand Mandal 27 Nov 2021 · 1 min read बाबू बाबू याद आबै छी! पता नै कंहा छी? परंच पास लगै छी! डांट याद आबै छी। आइ कोनोनै डांटै छी? बाबू याद आबै छी! मनुहार याद आबै छी! आइ कोनोनै... Maithili · कविता 468 Share Acharya Rama Nand Mandal 25 Nov 2021 · 1 min read मिथिलाक संस्कृति! मिथिलाक संस्कृति ***************** गरब नै शरम अबैय मिथिला के संस्कृति पर! केते जातिवादी वो हैय केवल सोचैय अपना पर! हमर विरोध आपत्ति नैय विद्यापति मंडन ययाचि पर! हमर विरोध आपत्ति... Maithili · कविता 1 501 Share Acharya Rama Nand Mandal 23 Nov 2021 · 1 min read प्रेमिका और पत्नी तुम प्रेमिका है पत्नी नहीं। पत्नी बनना चाहती है तो एसिड से जलायी जाती है। तुम प्रेमिका है प्रेमिका ही बनी रहो। तुम पत्नी है प्रेमिका नहीं। प्रेमिका बनना चाहती... Hindi · कविता 501 Share Acharya Rama Nand Mandal 23 Nov 2021 · 1 min read राम के छैय? राम ! राम के छैय! राम करुणा छैय!हे राम! राम आक्रोश छैय।जय श्री राम! राम के छैय! राम सम्मान छैय!राम राम! राम अपमान छैय! राम !राम! राम के छैय! राम... Maithili · कविता 171 Share Acharya Rama Nand Mandal 22 Nov 2021 · 1 min read धर्मी धर्मी मनुष जनम से मनुष रहे हैय। शिखा रख के हिन्दूधर्मी बने हैय।। मनुष जनम से मनुष रहे हैय। सुन्नत कर के इस्लामधर्मी बने हैय। मनुष जनम से मनुष रहे... Maithili · कविता 143 Share Acharya Rama Nand Mandal 21 Nov 2021 · 1 min read भगवानक जाति भगवानक जाति ब्रह्मा विष्णु महेश के कोई जाति नै। इन्द्र वरुण पवन के कोई जाति नै। अग्नि सूर्य चंद्र के कोई जाति नै। यमराज विश्वकर्मा गणेश के कोई जाति नै।... Maithili · कविता 263 Share Acharya Rama Nand Mandal 21 Nov 2021 · 1 min read वीर लोरिक वीर लोरिक। वीर लोरिक के लोरिकायन गाथा हैय। संस्कृति के दोसर यदुवंशी कृष्णा हैय। पिता कठियत माता खुइलनक बेटा हैय। वीर संवुरनक छोट वीर भ्राता हैय। गुरु अजइ धोबी मित्र... Maithili · कविता 940 Share Acharya Rama Nand Mandal 20 Nov 2021 · 1 min read रुपवती रुपवती रुपवती तोहर रुप बेमिसाल छौ। रुपवती तोहर मुखरा पूनम चान छौ। रुपवती तोहर केश कारी नागिन छौ। रुपवती तोहर भौं तीर कमान छौ। रुपवती तोहर आंख खंजनक आंख छौ।... Maithili · कविता 229 Share Acharya Rama Nand Mandal 19 Nov 2021 · 1 min read न्याय रक्षक न्याय रक्षक ......... न्याय रक्षक के आइ कोई रक्षक नै। न्याय रक्षक के रक्षक भक्षक बन गेल। न्याय रक्षक के आइ हो रहल हत्या। न्याय रक्षक के अपराधी बना रहल... Maithili · कविता 245 Share Acharya Rama Nand Mandal 18 Nov 2021 · 1 min read उल्टा विचार उल्टा विचार उल्टा विचार करैत छैय। कथित संत करैत छैय। । पति गुरु होइ छैय। गुरु पति होइ छैय।। किशन गुरु अवतारी छैय। गुरु किशन अवतारी छैय।। ब्रह्म जानकार ब्राह्मण... Maithili · कविता 256 Share Acharya Rama Nand Mandal 18 Nov 2021 · 1 min read असहमति असहमति आइ कि हो रहल हैय। असहमति के अधिकार छीनल जा रहल हैय। आइ कि हो रहल हैय। अभिव्यक्ति के अधिकार छीनल जा रहल हैय। आइ कि हो रहल हैय।... Maithili · कविता 190 Share Acharya Rama Nand Mandal 16 Nov 2021 · 1 min read गुलाम हम कैइसे गुलाम छी! कहियो हम मुगल के गुलाम छी। कहियो हम अंग्रेज के गुलाम छी। कहियो हम राजा के गुलाम छी। हम कैइसे गुलाम छी। आइयो हम नेता के... Maithili · कविता 348 Share Acharya Rama Nand Mandal 13 Nov 2021 · 1 min read माय माय माय तोहर प्रेम प्रेम पीड़ बनैत हैय। माय माय तोहर प्रेम प्रेम सपना बनैत हैय। माय माय तोहर प्रेम प्रेम आंसू बनैत हैय। माय माय तोहर प्रेम प्रेम भय... Maithili · कविता 2 668 Share Acharya Rama Nand Mandal 11 Nov 2021 · 1 min read छठ छठ प्रकृति से लगाव के परब हैय। लोगों के आस्था के व्रत हैय। समाज के एकजुटता के परब हैय। गांव के पुर्नजीविता के परब हैय। छठ सूर्य आ जल के... Maithili · कविता 280 Share Acharya Rama Nand Mandal 6 Nov 2021 · 1 min read छठ परब। छठ परब प्रकृति परब हैय। सूर्य के आराधना हैय। छठ परब नदी आ तालाब संग सूर्य के आराधना हैय। छठ परब जल सूर्य के संबंध बरखा चक्र बतबै हैय। छठ... Maithili · कविता 681 Share Acharya Rama Nand Mandal 5 Nov 2021 · 1 min read गरीबी में सौन्दर्य है। गरीबी में सौन्दर्य है! तभी तो धनी भी फटी जिंस पहनता हैं! गरीबी का अधखुलापन लोगों को भाता है तभी तो फोटो खींचा जाता है! गरीबी के देह दर्शन का... Hindi · कविता 1 505 Share Acharya Rama Nand Mandal 3 Nov 2021 · 1 min read प्रकाश परब हम परब के अपना लेखा बना लैय छीयै। प्रकाश परब के धन के परब बनाबै छीयै। स्वच्छता स्वास्थ्य के धन के लेल जरूरी छीयै। इ मन के सफाई के लेल... Maithili · कविता 703 Share Acharya Rama Nand Mandal 2 Nov 2021 · 1 min read चेहरा चेहरा चेहरा पर चेहरे लगा रखे हैं लोग। नियत या बदनियत से चेहरा को चेहरे से सजा रखे हैं लोग। देव या दानव भी चेहरा पर चेहरे लगा रखे थे... Hindi · कविता 1 241 Share Acharya Rama Nand Mandal 29 Oct 2021 · 1 min read पत्नी पत्नी घर में घरनी हैय। बाहर में प्रेयसी हैय। पत्नी दुख में सहभागिनी हैय। सुख में सहगामिनी हैय। पत्नी परिवार के धूरी हैय। पति के नूरी हैय। पत्नी धर्म में... Maithili · कविता 1 526 Share Acharya Rama Nand Mandal 28 Oct 2021 · 1 min read इतिहास इतिहास हम पढ़बै। हम इतिहास समझबै। इतिहास हम लिखबै। हम इतिहास बनैबे। इतिहास में पूर्बज खोजबै। नायक इतिहास में ढ़ूढबै। इतिहास मे खलनायक खोजबै। नया इतिहास बनैबे। इतिहास में उत्सव... Maithili · कविता 1 1 222 Share Acharya Rama Nand Mandal 27 Oct 2021 · 1 min read जाति चारि वर्ण आ हजारों जाति के रचे वाला आइ जातिय बोध से घबरायल हैय। सतपथ ब्राह्मण चतुरी चमार सतिया धनुकाइन रचे वाला आइ जातिय बोध से घबरायल हैय। अंतरराष्ट्रीय जातिय... Maithili · कविता 311 Share Acharya Rama Nand Mandal 25 Oct 2021 · 1 min read दान दान बिसनु बामन बनके। बलि से दान लेके। बलि के कंगाल बनलकै। बिसमामितर दान लेके। हरिसचनदर के। परिवार सहित बिकबा देलकै। इनर दान लेके। करण के। अरजून से मर बलकै।... Maithili · कविता 1 557 Share Acharya Rama Nand Mandal 22 Oct 2021 · 1 min read बुद्ध बुद्ध बुद्ध मिथिला के रहे। लुम्बीनी मिथिला में रहे। ज्ञान आइ के बिहार में पाये रहे। तहिया आइ के बिहार न रहे। बुद्ध के ज्ञान दुनिया में फैलल रहे। मिथिला... Maithili · कविता 1 527 Share Acharya Rama Nand Mandal 15 Oct 2021 · 1 min read दुश्मन दुश्मन राक्षस होय हैय। दुश्मन दैत्य होय हैंय। दुश्मन दानव होय हैय। दुश्मन असत्य होय हैय। दुश्मन अंधकार होय हैय। दुश्मन पापी होय हैय। दुश्मन महाविद्वान होय हैय। दुश्मन महापंडित... Maithili · कविता 1 218 Share Acharya Rama Nand Mandal 14 Oct 2021 · 1 min read मैथिली साहित्य मैथिली साहित्य में! कथ्य आ शिल्प हैय। देव आ दानव हैय। मैथिली साहित्य में। दर्शन आ मर्दन हैय। आदर आ अनादर हैय। मैथिली साहित्य में! राजा आ रानी हैय। कविता... Maithili · कविता 1 1 563 Share Acharya Rama Nand Mandal 12 Oct 2021 · 1 min read धर्म भी अजूबा है। धर्म भी अजूबा है! शक्ति की पूजा है। शाक्त की आराधना है। धर्म भी अजूबा है। संत की विरागना है। गृहस्थ की कर्मणा है। धर्म भी अजूबा है। संन्यासी की... Hindi · कविता 192 Share Acharya Rama Nand Mandal 10 Oct 2021 · 1 min read झिझिया झिझिया डगहर के झिझिया निमन न लगैय। अनपढ़ गंवार गरीब नचैय।१। बिना साज बाज, बिना ताल नचैय। डिबिया के तेल लेल पैसा मंगैय।२। डगहर के झिझिया में भक्ति भाव रहै... Maithili · कविता 486 Share Acharya Rama Nand Mandal 9 Oct 2021 · 1 min read काका होउ होउ करैत रहे। होउ!होउ!होउ! आवाज स नींद खुल गेल रहे। घड़ी राति के एगारह बजैबत रहे। दूरा पर से आवाज अबैत रहे। लोगन के भीड़ लागल रहे। छोटका काका भक्तैय करैत रहे। काका... Maithili · कविता 1 290 Share Acharya Rama Nand Mandal 8 Oct 2021 · 1 min read मिथिला राज मिथिला राज हमरा मिथिला राज चाही। राजा रानी के गुणगान चाही। हमरा मिथिला राज चाही। दरभंगा वाला राज चाही। हमरा मिथिला राज चाही। भेदभाव के राज चाही। हमरा मिथिला राज... Maithili · कविता 220 Share Previous Page 2 Next