Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Nov 2021 · 1 min read

चेहरा

चेहरा

चेहरा पर चेहरे
लगा रखे हैं लोग।
नियत या बदनियत से
चेहरा को चेहरे से
सजा रखे हैं लोग।
देव या दानव भी
चेहरा पर चेहरे
लगा रखे थे लोग।
चेहरा पर चेहरे
लगाने पर भी चेहरा
बदलते नहीं है लोग।
चेहरा क्या देखते हो ?
दिल में उतर कर
रामा देखो न लोग।

स्वरचित © सर्वाधिकार रचनाकाराधीन।
-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सीतामढ़ी।

Language: Hindi
1 Comment · 241 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बाल कविता: मुन्ने का खिलौना
बाल कविता: मुन्ने का खिलौना
Rajesh Kumar Arjun
रस का सम्बन्ध विचार से
रस का सम्बन्ध विचार से
कवि रमेशराज
चांदनी रातों में
चांदनी रातों में
Surinder blackpen
हो गई तो हो गई ,बात होनी तो हो गई
हो गई तो हो गई ,बात होनी तो हो गई
गुप्तरत्न
3051.*पूर्णिका*
3051.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सत्य
सत्य
लक्ष्मी सिंह
जादू था या तिलिस्म था तेरी निगाह में,
जादू था या तिलिस्म था तेरी निगाह में,
Shweta Soni
मातृ भाषा हिन्दी
मातृ भाषा हिन्दी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बहन की रक्षा करना हमारा कर्तव्य ही नहीं बल्कि धर्म भी है, पर
बहन की रक्षा करना हमारा कर्तव्य ही नहीं बल्कि धर्म भी है, पर
जय लगन कुमार हैप्पी
किसी को उदास देखकर
किसी को उदास देखकर
Shekhar Chandra Mitra
"वक्त" भी बड़े ही कमाल
नेताम आर सी
महकती रात सी है जिंदगी आंखों में निकली जाय।
महकती रात सी है जिंदगी आंखों में निकली जाय।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
सागर ने भी नदी को बुलाया
सागर ने भी नदी को बुलाया
Anil Mishra Prahari
मन मेरा मेरे पास नहीं
मन मेरा मेरे पास नहीं
Pratibha Pandey
जिन स्वप्नों में जीना चाही
जिन स्वप्नों में जीना चाही
Indu Singh
#लघु_कविता
#लघु_कविता
*प्रणय प्रभात*
* आओ ध्यान करें *
* आओ ध्यान करें *
surenderpal vaidya
"बल और बुद्धि"
Dr. Kishan tandon kranti
*किस्मत में यार नहीं होता*
*किस्मत में यार नहीं होता*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हर सांस का कर्ज़ बस
हर सांस का कर्ज़ बस
Dr fauzia Naseem shad
*कैसे बारिश आती (बाल कविता)*
*कैसे बारिश आती (बाल कविता)*
Ravi Prakash
रक्त एक जैसा
रक्त एक जैसा
Dinesh Kumar Gangwar
खास हम नहीं मिलते तो
खास हम नहीं मिलते तो
gurudeenverma198
मकसद कि दोस्ती
मकसद कि दोस्ती
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
यूनिवर्सिटी नहीं केवल वहां का माहौल बड़ा है।
यूनिवर्सिटी नहीं केवल वहां का माहौल बड़ा है।
Rj Anand Prajapati
घमंड
घमंड
Adha Deshwal
Memories
Memories
Sampada
जवानी
जवानी
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
*
*"रक्षाबन्धन"* *"काँच की चूड़ियाँ"*
Radhakishan R. Mundhra
बुलंद हौंसले
बुलंद हौंसले
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Loading...