Rajiv Vishal (Rohtasi) Language: Hindi 28 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rajiv Vishal (Rohtasi) 7 Nov 2022 · 1 min read शेर आज जब मयस्सर नहीं मयखानों में तब हमे याद आई पैमानों की काश हम पहले ही कद्र करते पैमानों की तो आज ऐसी कैफियत न होती दिवानों की. राजीव रोहतासी... Hindi · शेर 1 154 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 1 Oct 2022 · 1 min read शेर परस्तिश किया कि सलामत रहो हमारी न सही किसी की अमानत तो हो. Hindi 277 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 29 Sep 2022 · 1 min read शेर ख़िज़ाँ तो फ़कत बदनाम है साकी अपना दिल तो फस्ल-ए-बहार में टूटा है. Hindi 3 212 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 29 Sep 2022 · 1 min read शेर फिक्र-ए-वफ़ा सिर्फ हमे ही है साकी उन्हे तो रोज़ नया ज़ख़्म देकर ही सकून आता है. Hindi · शेर 162 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 25 Sep 2022 · 1 min read शेर इतनी जल्दी तेरी आँखों से नहीं गिरेंगे गर आँखों से गिरे तो आब-ए-चश्म बनकर तेरे रुखसार पर चमकेंगे. Hindi · शेर 194 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 24 Jul 2022 · 1 min read शेर ये सच है इब्तिदा-ए-इश्क़ में हमारी सब खताएं माफ है पर दिन-ब-दिन विशाल खताओं का बढ़ रहा ग्राफ है. Hindi 212 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 4 May 2022 · 1 min read पिता पिता प्रकाश है पिता आकाश है पिता आस है आशा और विश्वास है कोई गम नहीं गर पिता पास है जिस घर मैं है पिता उस घर में देवों का... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 3 295 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 4 May 2022 · 1 min read पिता हर गम उठता है फिर भी ओ मुस्कुराता है इस धरती पर देव तुल्य ओ पिता कहलाता है कठीन परिश्रम कर के भी ओ नहीं थकता हरदम बच्चों की राह... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 3 377 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 26 Mar 2022 · 1 min read कुछ भी नहीं मुकम्मल है. ये बातें नहीं अनर्गल है आज तेरा तो मेरा कल है आनी-जानी दुनिया में कुछ भी नहीं मुकम्मल है कभी शह कभी मात मंजर बदलता पल-पल है आनी-जानी दुनिया में... Hindi · नज़्म 201 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 24 Mar 2022 · 1 min read चेहरा किताबी आज खत आया तेरा जवाबी पढ़ लिया मैने तेरा चेहरा किताबी एक तमन्ना थी देखने की वो पंखुड़ी गुलाब की देख लिया मैने तेरे होठ गुलाबी वैसे तो पीना छोड़... Hindi · नज़्म 1 2 215 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 8 Mar 2022 · 1 min read नदी और नारी दोनों दूसरे के लिए कुर्बान करती जिंदगानी है नदी और नारी की एक सी कहानी है एक जीवन देती एक जीवन संवार देती स्नेह और समर्पण जिसकी निशानी है नदी... Hindi · कविता 513 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 11 Feb 2022 · 1 min read गैर तूने गैर बसाकर आँखों में ज़हर घोल दी मेरी सांसों में अब कैसे जीऊंगा मैं तन्हा तन्हा रातों में फूलों की तमन्ना में उलझ गया हूँ काँटों में अब कैसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 230 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 2 Feb 2022 · 1 min read दूरियाँ गर प्यार सच्चा है तो दूरियाँ और प्यार बढ़ाती है याद आती है उनकी शाम-ओ-सहर और जान पर बन आती है. Hindi · शेर 171 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 31 Jan 2022 · 1 min read शेर अजनबी शहर है अजनबी लोग हैं दर्द है जाना-पहचाना दिल को लगा वही पुराना रोग है. Hindi · शेर 395 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 9 Jan 2022 · 1 min read शेर खूबसूरत है वो रह-गुजर जो उनकी मंज़िल तक जाती है हजारों फूल खिलते हैं जब वो एकबार मुस्कुराती हैं. Hindi · शेर 217 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 28 Dec 2021 · 1 min read समय बीते पल किसी की याद में पलता रहेगा किसी को ओ पल हमेशा ही खलता रहेगा ये समय है ऐसे ही चलता रहेगा कोई दिल में बसेगा कोई दिल से... Hindi · कविता 3 433 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 24 Dec 2021 · 1 min read अब इश्क़ मोहब्बत रहने दो. दुनिया का तो काम है कहना दुनिया को अब कहने दो अब इश्क़ मोहब्बत रहने दो बहुत जी लिया महफिल में अब तन्हा भी हमे रहने दो अब इश्क़ मोहब्बत... Hindi · कविता 2 343 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 19 Dec 2021 · 1 min read शेर जमीं भी तेरी फलक भी तेरा तूँ सिर्फ मेरी और कुछ नहीं मेरा Hindi · शेर 252 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 19 Dec 2021 · 1 min read क्यों तुम इतने प्यारे हो गए. क्यों तुम इतने प्यारे हो गए अपनों को छोड़कर हमारे हो गए जिन्होंने तुम्हे सब दिया उसके लिए नदी के दो किनारे हो गए कभी जिस आँख के तारे थे... Hindi · कविता 353 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 15 Dec 2021 · 1 min read युग बदला तुम बदलो नारी उठो नींद से जग लो नारी युग बदला तुम बदलो नारी अस्मिता तुम्हारी लूट न पाए दम तुम्हारा कभी घूट न पाए चंड़ी रूप तुम धर लो नारी युग बदला... Hindi · कविता 420 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 15 Dec 2021 · 1 min read आवारा तेरे शहर के बादलों की तरह आवारा हुए जा रहे हैं अपनो को छोड़कर अब तुम्हारा हुए जा रहे हैं. राजीव विशाल (रोहतासी) मो-8899024742 Hindi · शेर 597 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 15 Dec 2021 · 1 min read अश्क अश्क गर आँखों में न होते तो ये आँखें इतनी खूबसूरत न होती फिर झील सी नीली इन आँखों में हमे डूबने की इतनी चाहत न होती. राजीव विशाल(रोहतासी) मो-8899024742 Hindi · शेर 555 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 14 Dec 2021 · 1 min read गाँधी के इस देश में. दिन ब दिन सच्चाई हार रही है फरेबी के केस में क्या क्या हो रहा अब गाँधी के इस देश में मिलते हैं चोर यहाँ अक्सर साधु के वेश में... Hindi · कविता 273 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 14 Dec 2021 · 1 min read शेर हुश्न पर गुरूर उन्हें इस कदर है पर ये जिंदगी तो मुख़्तसर है. राजीव विशाल (रोहतासी) मो-8899024742 Hindi · शेर 259 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 13 Dec 2021 · 1 min read शेर तेरी फुऱकत में सोया नहीं महीनों तो क्या हुआ तुम मिले तो तेरी जुल्फों में सुकून के दो पल गुजार लेंगे. Hindi · शेर 1 320 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 13 Dec 2021 · 1 min read शेर कल तक जो खाली था वो आज भरा पैमाना है तेरे आने से फ़कत मेरा आबाद दिल का वीराना है. राजीव विशाल (रोहतासी) मो-8899024742 Hindi · शेर 329 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 13 Dec 2021 · 1 min read शेर मुफ़लिसी में हम जी जी कर मर गए एक वो हैं जो कफ़न बेंचकर भी संवर गए. राजीव विशाल (रोहतासी) Hindi · शेर 340 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 13 Dec 2021 · 1 min read बचपन छल ना कपट ना मैला मन ना किसी से किसी को थी जलन कितना प्यारा था बचपन इर्ष्या, द्वेष, वैर, भाव ना था जीवन में कोई तनाव ना था ना... Hindi · कविता 623 Share