Phoolchandra Rajak 477 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Phoolchandra Rajak 6 Mar 2022 · 1 min read पेड़ की संवेदना। मैं प्राणवायु तुम्हें, देता हूं। तुमसे कब? कुछ मांगता। फिर भी तुम मुझे, काटते रहते हो! मैं तुम्हारे लिए सब कुछ सहता रहता हूं। तुम्हें मीठे, मीठे फल खिलाता रहता... Hindi · मुक्तक 3 2 236 Share Phoolchandra Rajak 28 Mar 2022 · 1 min read प्रकृति और मनुष्य। आज मनुष्य ने प्रकृति से लेकर ही, प्रकृति को ही नुकसान पहुंचा रहा है। हमने जो भी खोजें की है,वे मनुष्य के परिश्रम को कम करती है। जिसके कारण मनुष्य... Hindi · लेख 3 2 327 Share Phoolchandra Rajak 4 Apr 2022 · 1 min read कविता। गाय में तो भगवान निहारा। और भैंस को मौत के घाट उतारा। हर जीव में बैठा है सृजन हारा। फिर मुर्गे को बलि देकर क्यो मारा? अहिंसा परमो धर्म यह... Hindi · कविता 3 1 402 Share Phoolchandra Rajak 17 Apr 2022 · 1 min read पिता। जगत में कोई न पिता समान। पिता है चलता फिरता भगवान। बच्चों को रखें ध्यान, सब करें कल्याण। आज सब करो पिता का सम्मान। जगत में पिता है, सबसे महान।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 5 301 Share Phoolchandra Rajak 6 May 2022 · 1 min read नि: स्वार्थ सेवा। मनुष्य को कभी, कभी निष्काम भाव से सेवा करना चाहिए। स्वार्थ के लिए बहुत सारे लोग जीतें है,पर नि: स्वार्थ केवल विरला ही योगी होता है,जो बिना स्वार्थ के काम... Hindi · लेख 3 1 453 Share Phoolchandra Rajak 24 Aug 2022 · 1 min read तुम्हारा हृदय इतना कठोर हृदय क्यों हुआ तुम्हारा। मैं पूछूं ये जग वालों गाय ने क्या बिगारा। देखकर गाय की हालत बह चली आंसू धारा। मैं पूछूं ये जग वालों गाय ने... Hindi 3 3 383 Share Phoolchandra Rajak 10 Jan 2023 · 1 min read विश्व हिन्दी दिवस। आज हम विश्व हिन्दी दिवस मनाते हैं। इन रुद्र कृदन के बीच में, कुछ ग़म मिटाते हैं। हम सभी मिलकर थोड़ा हंसते और हंसाते हैं। चलो आज हम हिन्दी दिवस... Hindi 3 2 213 Share Phoolchandra Rajak 23 Dec 2020 · 1 min read आज का मतदान समझ से परे है समझ से परे है। आज का मतदान आखिर किसको दूं मतदान। दाता बना भिखारी भैंस सर गई अकल हमारी भैंस चल गई अकल हमारी। वोटर को... Hindi · कविता 2 3 306 Share Phoolchandra Rajak 23 Dec 2020 · 1 min read खुशी का एहसान हूं मुझे इस नजरिए से मत देखो। मैं भी समाज का हिस्सा हूं। मैं तंग गलियों से गुजरा हूं। विकट परिस्थितियों का किस्सा हूं ये मत समझना मुझे। कि मैं कुछ... Hindi · कविता 2 2 274 Share Phoolchandra Rajak 25 Dec 2020 · 1 min read करो ना क्या है भारत के अंदर सभी मानव समाज का जीवन हुआ है बस्तर। लेकिन समझ नहीं पाया है इस खौफनाक खौफनाक प्रचार को। डॉक्टर खुद घबरा है देखकर मरीज को।... Hindi · कविता 2 1 463 Share Phoolchandra Rajak 26 Dec 2020 · 1 min read झूठ की बाजी बटोरी रे तूने झूठी वाही वाही। झूठी झूठी बाजी बाजी रे कुछ समझा कुछ समझ ना पाया। अधूरी जिंदगी ही जी पाया अधूरी अधूरी रे। बटोरी बटोरी रे झूठी बाजी... Hindi · गीत 2 1 451 Share Phoolchandra Rajak 1 Jan 2021 · 1 min read अपने को गिराया है इनसान आज तक तुम्हें शरम न आई ।तेरे करमो से धरा अकुलाई ।इनसान होकर भी तु इनसान न बन पाया।कया कहू अब ।।।।।।तुम्हें मां का दूध लजाया ।धिकका र... Hindi · कविता 2 201 Share Phoolchandra Rajak 11 Jan 2021 · 1 min read नीची निगाह नीची निगाह और धीमी है चाल ।कोउ फैकत है जाल।जा लिम।है दुनिया तुम देखो निगाह डाल।गुलाब के फूल जैसी कोमल हो तुम।मेरे लिए छूना भी कठिन है पल तुम।मेरे लिए... Hindi · गीत 2 1 276 Share Phoolchandra Rajak 12 Jan 2021 · 1 min read ओ जाने वाले ओ जाने बाले ये तो बता।तू फिर कहा मिलेगा है कोई पता।ऐसे अचानक ही कयो चल दिये ।की हमसे हुई है कोई खता।।तू फिर कहा मिलोगे है कोई पता।साथ चलने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 180 Share Phoolchandra Rajak 14 Jan 2021 · 1 min read जीवन में जीवन में पुस्तकों को पढ़ पढ़ कर थक जाएगा जीवन में। बस कामा। कबीर की एक लाइन उतार ले जीवन में। अंदर तेरे सब कुछ बसा हुआ है। एक बार झांक ले... Hindi · कविता 2 2 200 Share Phoolchandra Rajak 15 Jan 2021 · 1 min read तकनीक का गुलाम आदमी आग तकनीक का गुलाम हो गया है। इसलिए वह अब सुखधाम हो गया है। क्या करें जवानी में ही आराम हो गया है। ऐसा लगता है शादी से पहले... Hindi · कविता 2 195 Share Phoolchandra Rajak 22 Jan 2021 · 1 min read नये भारत का उदय पेज नंबर4 वह एक शून्य बन कर रह जाता है।उसे बोलने भी नहीं दिया जाता है।भारत की सनसद मे बुद्धि जीवी सभा का गठन होना चाहिए।अभी तक जिन बिषयों पर चर्चा नही... Hindi · लेख 2 173 Share Phoolchandra Rajak 2 Feb 2021 · 1 min read अब ना पीठ दिखाओ जो देश की चिंता करें ऐसा लिख संदेश। रग रग भर दे देश प्रेम ऐसा दे लिख उपदेश। फिक्र नहीं इस इस देश की ऐसे लेख अनेक। राई की तरह... Hindi · दोहा 2 2 380 Share Phoolchandra Rajak 3 Feb 2021 · 2 min read हंसी हंसी हम जब कोई ऐसा दृश्य देखते हैं। अब हमें हंसी आ जाती है और आजकल हंसी बहुत महंगी हो गई है। हम आज हंस नहीं सकते हैं। इसका कारण जानते... Hindi · लेख 2 1 661 Share Phoolchandra Rajak 4 Feb 2021 · 1 min read भारत वीरों की याद मे। भारत वीरों की याद में यह गाना वीरों गान ।मान के लिये सममान के लिए।भारत वीरों कीयाद मे यह गाना वीरों गान।कुर्बान के लिए .बलिदान के लिए।सदा रहे अमर रहे... Hindi · गीत 2 2 314 Share Phoolchandra Rajak 5 Feb 2021 · 1 min read नए भारत का उदय पेज नंबर 8 आज का समय ऐसा आ गया है। कि आज कलयुग और विज्ञान का युग माना जा रहा है । हमारे पास ज्ञानवान लोगों की बहुत कमी है। यह सब केवल... Hindi · लेख 2 205 Share Phoolchandra Rajak 5 Feb 2021 · 1 min read आहा आहा जिंदगानी जरा इन से पूछ लीजिए क्या है जिंदगानी। जिनके घर में लक्ष्मी हैं नौकरानी। उनकी तो हा हा हा हा जिंदगानी कैसी है जिंदगानी जरा हमसे पूछिए। जो रोज इमानदारी... Hindi · कविता 2 228 Share Phoolchandra Rajak 9 Feb 2021 · 1 min read बिश्राम नही.....।।.।पाता केवल अपने को जीव समझता है बाकी सब निर.जीव है।वाह रे वाह इनसान कया सोच अजीब है।।जिनसे तेरी गति सुधरी .आज उन्हें मानता है देवता।फिर उन्हें पतथर की मूर्ति बना... Hindi · मुक्तक 2 2 265 Share Phoolchandra Rajak 9 Feb 2021 · 1 min read सच कहने से। डर लगता है जो झूठ को नहीं पहचान सकता वह निर्णय कैसे दे सकता है। अपराधी को ही जज बनाकर फिर न्याय की आशा करता है। तेरे काले कानूनों को लानत है। हर... Hindi · कविता 2 1 231 Share Phoolchandra Rajak 10 Feb 2021 · 1 min read आपकी नजर में मैं इंसान नहीं हूं आपकी नजर में। आपकी नजर में। आम से कभी घास हूं कभी अमीर कभी गरीब दास हूं। कभी मानव बना कभी दानव बना आप की खबर... Hindi · कव्वाली 2 3 281 Share Phoolchandra Rajak 10 Feb 2021 · 1 min read हो गई मतवारी हो गई रे मतवारी पिया संग ।।।।।।पिया संग।मैंने सारी दुनिया बिसारी .पिया संग .हो गई रे मतवारी ।भूल गई मैं नाते रिश्ते देह की सुध बिसारी मैं हो गई रे... Hindi · गीत 2 1 272 Share Phoolchandra Rajak 10 Feb 2021 · 2 min read घोड़ा और दूल्हा। एक समय की बात है ।मैं किसी गांव से गुजर रहा था।उस गांव में बसों का स्टाप था।और गांव भी नेशनल हाईवे पर बसा हुआ था।मैं भी एक बस मैं... Hindi · कहानी 2 2 363 Share Phoolchandra Rajak 11 Feb 2021 · 1 min read सफल वही है। सफल सफल सब कोई कहै.सफल हुआ न कोई।स .और ल के बीच में चिरंजीवी होई।।चेहरा को सब कोई लखै पर चेहरा न पढ़ पावै।चेहरे को देख कर मदन मसत हो... Hindi · दोहा 2 4 238 Share Phoolchandra Rajak 12 Feb 2021 · 1 min read किसान को अन्नदाता किसने बनाया। आज किसान को अन्नदाता किसने बनाया।वह भूल गया अपने को जिसने उसे जगाया।वह गाय माता के बल पर ही इतना छाया।आज टृकटर के कारण इतना इतराया।गाय माता आज भूखी और... Hindi · कविता 2 3 229 Share Phoolchandra Rajak 14 Feb 2021 · 1 min read माता पिता का कर्ज । माता पिता के कर्ज से मुक्त नहीं ह़ो पायेगा।चाहे कितना भी यत्न करले सुख नही पायेगा।माता पिता गर खुश नहीं है तो आगे नहीं बढ़ पायेगा।माता पिता के चरणों में... Hindi · कविता 2 291 Share Phoolchandra Rajak 18 Feb 2021 · 1 min read मनुष्य और जानवर पेज ०५ मनुष्य अपने जीवन में कितना भी महान क्यों न बन जाये । जानवर के समान महान नही हो सकता है।आज भी अनेक मनुष्य और की विकास की गाथा जानवरो के... Hindi · लेख 2 196 Share Phoolchandra Rajak 26 Feb 2021 · 1 min read मेरे देश की आत्म कथा। हमारे देश में कई विभाग ऐसे हैं। जहां पर काम से अधिक कर्म चारी होते हैं। जिनके पास कोई काम नही होता है। फिर भी मोटी तनख्वाह पाते हैं। केवल... Hindi · लेख 2 1 254 Share Phoolchandra Rajak 27 Feb 2021 · 1 min read मन। मन को जीतने वाले वीर तुझे पृनाम है।काबू पा लेना इस शरारती मन से।एक बड़े युद्ध से लेना विराम है मन को जीतने वाले वीर तुझे पृनाम है।जो हार गया... Hindi · कविता 2 321 Share Phoolchandra Rajak 1 Mar 2021 · 1 min read भलाई तेरी कहता रहूंगा, करता रहूंगा ये भलाई , भलाई तेरी । कोई मारे मुझे , कोई रोके मुझे मैं नही रूकूंगा ,। करता रहूंगा भलाई तेरी । संसार के लोग करते... Hindi · गीत 2 3 457 Share Phoolchandra Rajak 2 Mar 2021 · 1 min read गड़बड़झाला सबकुछ है गड़बड़झाला, फिर भी ! तू मतबाला। इनाम और पुस्तकालयों की ! पहनता फिरता है माला । चोरों की इस दुनिया का बना हुआ है आला! सबकुछ है गड़बड़झाला,।रोक... Hindi · कविता 2 3 277 Share Phoolchandra Rajak 2 Mar 2021 · 1 min read मेरे देश की आत्म कथा एक नारा बड़ा पृचिलित है।कि मेरा देश महान है! क्या वाकई देश महान है।जिस हमें गहन अध्ययन,गहन आत्म चिंतन करने की जरूरत है। आजकल हर इन्सान अपने आप को मास्टरमाइंड... Hindi · लेख 2 2 360 Share Phoolchandra Rajak 7 Mar 2021 · 1 min read लिख लिख के थकगया। लिख लिख के थकगया पोती और पुरान। फिर भी रोक न सका बन गया शैतान। खोज पर खोज करता रहा। बना लिया चन्द्रयान।उड़ चला आसमान। किसी भी ज्ञान से रुका... Hindi · मुक्तक 2 3 391 Share Phoolchandra Rajak 10 Mar 2021 · 1 min read बस! इतना सोचो। तुम आज क्या कर सकते हो।बस ! इतना सोचो। किसी को कल क्या दे सकते हो बस इतना सोचो।बड़ी बातें मारने बाले बहुत से आ रहे हैं। कर्म क्या कर... Hindi · मुक्तक 2 8 399 Share Phoolchandra Rajak 11 Mar 2021 · 1 min read आज का इंसान आज के इन्सान के पास ज्ञान तो बहुत है ।वह वैज्ञानिक की उपाधि प्राप्त कर चुका है। पर उसके पास जिस ज्ञान की सबसे पहले जरुरत पड़ती है वह नही... Hindi · लेख 2 248 Share Phoolchandra Rajak 17 Mar 2021 · 1 min read जूता मैं सदियों से तुम्हारा जीवन साथी बन साथ निभाता रहा हूं। फिर भी मैं नकारा जाता हूं,जब मैं किसी के ऊपर फेंका जाता हूं तब तब सुर्खियों में छा जाता... Hindi · मुक्तक 2 6 561 Share Phoolchandra Rajak 19 Mar 2021 · 1 min read आज का इंसान भाग ०२ आज का इंसान एक आधुनिक आदमी बन गया है।वह इस जीवन की सच्चाई से दूर भाग रहा है।वह कड़ी मेहनत करने घबराने लगा है। और अपने आप गुलाम बन कर... Hindi · लेख 2 2 306 Share Phoolchandra Rajak 19 Mar 2021 · 1 min read जिद न कर। तू उसे पाने की जिद न कर,तू उसे पाने की जिद न कर।वह दूर है,और दूर होती चली जायेगी।तू पीछा करने की जिद न कर। नाशवर है,वो भी नाशवर।तू मालिक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 437 Share Phoolchandra Rajak 26 Mar 2021 · 2 min read लोकतंत्र की प्रवेश परीक्षा। भारत की विशेषता है कि अनेकता में एकता के दर्शन होते हैं। लेकिन मैं समझता हूं ,कि यह विशेषता नहीं विकृति है।यह भारत देश एक खिचड़ी की तरह है।जिसको जो... Hindi · लेख 2 1 316 Share Phoolchandra Rajak 6 Apr 2021 · 1 min read मिट्टी में मिल जाना यहां पर लगा आना जाना। यहां तेरा न कोई ठिकाना। ये जगत मुसाफिर खाना। फिर तेरा क्या इतराना। लगा है यहां पर आना जाना। फिर भी समझ न पाना। यहां... Hindi · कविता 2 5 599 Share Phoolchandra Rajak 15 Apr 2021 · 1 min read सद् बुद्धि का विकास करना। बच्चों आपको खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। आप शुद्ध शाकाहारी भोजन ही गृहण करें। इससे आपका मन बहुत सुख महसूस करेगा। और आपके अंदर सद् बुद्धि का... Hindi · लेख 2 1 604 Share Phoolchandra Rajak 17 Apr 2021 · 1 min read छप्पन इंच का सीना। हम जिंदगी जीते नहीं ढोते हैं! अपने को नही औरों को संभालते हैं। ज्यादातर ध्यान गलती देखने में लगाते है। फिर वही लोग समझदार कहलाते हैं। अंदर बहुत सारे विकार... Hindi · मुक्तक 2 2 231 Share Phoolchandra Rajak 22 Apr 2021 · 1 min read पृथ्वी माता की पुकार। पृथ्वी माता कर रही पुकार। तुम पेड़ न काटो यार । पेड़ बचेंगे तो हम बचेंगे। शुद्ध हवा कहां से लायोगे। पृथ्वी माता सबकी पालन हार । पृथ्वी माता कर... Hindi · मुक्तक 2 4 374 Share Phoolchandra Rajak 23 Apr 2021 · 1 min read मेरा एक अध्ययन। समस्त पृथ्वी पर कोई भी प्राणी से लेकर तत्व एवं पदार्थ निर्जीव नहीं होता है।लोग कहते हैं कि हम शाकाहारी हैं।हम जो भी खाते पीते है। उनमें कोई न कोई... Hindi · लेख 2 1 254 Share Phoolchandra Rajak 27 Apr 2021 · 2 min read राजनेताओं की भूमिका। आज इस भीड़ में ऐसे आदमी बहुत कम है ,जो सही लोकतंत्र की परिभाषा जानते हो। उसमें अपने अधिकारों को पाने के लिए कानूनी लड़ाई नहीं लड़ सकता है। उसमें... Hindi · लेख 2 4 221 Share Phoolchandra Rajak 28 Apr 2021 · 1 min read दूसरों के प्रति सहयोग का रवैया अपनाना। आज मनुष्य परिस्थितियों का गुलाम बन कर अपना जीवन जी रहा है।वह इतना भी नहीं जानता है कि जिस समाज में जी रहा हूं।उसका मेरे जीवन में क्या महत्व है।... Hindi · लेख 2 1 287 Share Previous Page 2 Next