डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 132 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 27 Jul 2022 · 1 min read दो शे'र हल आसानियाँ करते करते । मुश्किल कितना हो गया हूँ ।। ढूंढने निकला सरेराह उनको । लेकिन ख़ुद में खो गया हूँ ।। ©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर ©काज़ीकीक़लम Hindi · शेर 187 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 21 Jan 2023 · 1 min read इश्क़ का पिंजरा ( ग़ज़ल ) इश्क़ का पिंजरा "- हर पल.... उन्हें बस याद करते हैं । हम वक़्त..... कहाँ बर्बाद करते हैं ।। बस...... उनके तसव्वुर से अपना । आशियाना........ आबाद करते हैं ।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 264 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 5 Jul 2022 · 1 min read प्रकृति - प्रेम 🌺 कविता 🌺 - शीर्षक - " प्रकृति-प्रेम " लू के गर्म थपेड़ों ने...............ख़ूब हमें सताया है । इस भीषण गर्मी ने हमको एक सबक सिखाया है ।। छीना हरियाली... Hindi · कविता 1 191 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 3 Nov 2022 · 2 min read " वर्ष 2023 धमाकेदार होगा बालीवुड बाक्स आफ़िस के लिए " शीर्षक - " वर्ष 2023 धमाकेदार होगा बालीवुड बाक्स- आफ़िस के लिए -" सिनेमा उद्योग , भारतीय अर्थव्यवस्था में महती भूमिका का निर्वहन करता है । वर्ष 2022 , बालीवुड... Hindi · आलेख 1 188 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 1 Dec 2022 · 1 min read इम्तिहान शीर्षक - " इम्तिहान " ग़दर मचा रखा है , दिल में सांसों में तूफान सा है । तेरा इश्क वज़ूद है मेरा, एक इम्तिहान सा है ।। आरज़ू ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 215 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 14 May 2023 · 1 min read माँ अंधेरी ज़िन्दगी का मेरी......... बस वही उजाला है । माँ की दुआओं ने हर दफ़ा मुश्किलों से निकाला है ।। जब भी गिरता हूं, लड़खड़ाता हूं दुनियावी सफ़र में ।... Poetry Writing Challenge · कविता 240 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 8 Oct 2022 · 1 min read - "इतिहास ख़ुद रचना होगा"- शीर्षक - " इतिहास ख़ुद रचना होगा " अंधकार से लड़कर अब आगे बढ़ना होगा । कलम उठा इतिहास ख़ुद हमें रचना होगा ।। बुद्धि बल से अब प्रगति सोपान... Hindi · कविता 2 3 198 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 17 May 2022 · 1 min read मतला और एक शे'र आँखों को उनकी हम पढ़ने लगे हैं । चाहत की इंतिहा समझने लगे हैं ।। ज़ेहन में उनका.. करके तसव्वुर । राह ए इश्क़ पर.... चलने लगे हैं ।। ©डॉक्टर... Hindi · शेर 1 411 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 3 Mar 2023 · 1 min read 🌷 चंद अश'आर 🌷 🌷 चंद अश'आर 🌷 यूं तन्हा उम्र........ तमाम करते हैं । न दुआ......... न सलाम करते हैं ।। जो ज़िंदगी में..... कुछ नहीं करते । इश्क़ सुबह.......... शाम करते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 196 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 3 Apr 2023 · 1 min read मां - स्नेहपुष्प शीर्षक - " मां " मेरा जीवन , मेरी सांसें , मेरा सब कुछ है तू मां । तू नेह का नीर, हम प्यासे, मेरा सब कुछ है तू मां... Hindi · कविता 1 180 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 10 Apr 2022 · 1 min read शे'र धैर्य और सदाचार का दूसरा नाम है । बस वही मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम है ।। ©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर ©काज़ीकीक़लम #HappySriRamaNavami Hindi · शेर 161 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 15 Nov 2022 · 1 min read ख़ामुश हुई ख़्वाहिशें - नज़्म नज़्म 【 ख़ामुश हुई ख़्वाहिशें 】 बहुत दूर निकल आये हैं मुहब्बत के सफ़र में । ख़ुद को मिटाकर भी न पा सके हैं उनको ।। भरोसा कर लिया था... Hindi · नज़्म 3 198 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 20 Mar 2023 · 3 min read " वर्ष 2023 ,बालीवुड के लिए सफ़लता की नयी इबारत लिखेगा " शीर्षक - " वर्ष 2023 बालीवुड के लिए सफ़लता की नयी इबारत लिखेगा " - सिनेमा जगत के लिए कोरोना वैश्विक महामारी के बाद का समय उथल पुथल से भरा... Hindi · लेख 2 214 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 24 Feb 2022 · 1 min read मुक्तक ( क़ता ) साथ उसके रहने का ठिकाना मिला है । पल में सदियां जीने का बहाना मिला है ।। ढूंढ रहा था एक मुद्दत से ज़माने में जिसे । दर पर उनके... Hindi · मुक्तक 155 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 29 Apr 2023 · 1 min read बोझ हसरतों का - मुक्तक क़ता ( मुक्तक ) :- हसरतों का बोझ लिए फिरती है । नदी जैसे सागर में कोई गिरती है ।। ये ज़िंदगी भी इक तमाशा है साहिब । जीने के... Hindi · मुक्तक 270 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 26 Jun 2022 · 1 min read " तपिश ए उल्फ़त " ( चंद अश'आर ) शीर्षक - " तपिश ए उल्फ़त " ( चंद अश'आर ) क्या दूरियाँ-नज़दीकियाँ सब फ़ासले भी हारे हैं । उन नशीली आंखों के आगे अब हौसले भी हारे हैं ।।... Hindi · ग़ज़ल 3 2 160 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 4 Apr 2022 · 1 min read मेरे अश'आर दूर रहकर भी पास लगने लगे हैं । बस वो मुझे ख़ास लगने लगे हैं ।। सभी ने तोड़ी है उम्मीद सफ़र में । अब वो आख़िरी आस लगने लगे... Hindi · मुक्तक 1 154 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 14 Oct 2022 · 1 min read ओस की बूँदें - नज़्म शीर्षक - ओस की बूंदें ( नज़्म ) निख़र आता है रूप तेरा , जब बूंदें ओस की छूती हैं । चांद भी शरमाता है , तेरे हुस्न से अप्सराएं... Hindi · नज़्म 1 193 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 15 May 2023 · 1 min read इश्क़ का असर उनवान ( शीर्षक )- " इश्क़ का असर तेरी मुहब्बत का असर दिखता है । बियाबां में भी हरा शजर दिखता है ।। दस्तक देता है यादों के दरवाज़े पर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 214 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 23 Sep 2022 · 1 min read " चंद अश'आर " - काज़ीकीक़लम से 🌺 चंद अश'आर 🌺 मिरी आशिक़ी ही मिरी पहचान है । तेरे दिल में बस्ती मिरी जान है ।। समझ रहे थे जिसे गहरी चोट सब । वो तो तिरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 178 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 27 Mar 2022 · 1 min read मेरे अश'आर ख़्वाब उनके... आँखों में ज़िंदा है । उड़ने को बेचैन दिल का परिंदा है ।। मैंने पाला है बस शौक़ मुहब्बत का । सब जानते हैं. मेरे शौक़ चुनिंदा है... Hindi · शेर 164 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 28 Mar 2023 · 1 min read चंद अशआर -ग़ज़ल 🥀 चंद अशआर 🥀 यादों को तेरी दिल से लगाकर रक्खा है । काम ज़रूरी है सबको बताकर रक्खा है ।। ख़ाली छोड़ा है कोना दिल के आशियाने में ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 203 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 7 Aug 2022 · 1 min read दो शे'र डाँट को दोस्त की नसीहत समझ लिया जाता है । साथ को उसके हिफ़ाज़त समझ लिया जाता है ।। क़ुबूल हो जाती हैं ....... इक पल में दुआएं सारी ।... Hindi · मुक्तक 1 1 147 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 28 Apr 2022 · 3 min read अर्थहीन कहानियों को नकारता दर्शक वर्ग शीर्षक - " अर्थहीन कहानियों को नकारता दर्शक वर्ग " - आधुनिक युग के दर्शक का सिनेमा के प्रति दृष्टिकोण शनैः शनैः परिवर्तित होता जा रहा है , वह परिवर्तनशील... Hindi · लेख 1 155 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 11 Jun 2022 · 1 min read शे'र लगायी थी शर्त अब बादलों से हमने । बरसेंगे पहले वो या मेरी आँख से आँसू ।। ©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर ©काज़ीकीक़लम Hindi · शेर 1 153 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 12 Nov 2022 · 1 min read हमारा हौसला इश्क़ था - ग़ज़ल - " हमारा हौसला इश्क़ था " -( ग़ज़ल ) याद ने उनकी जहां जहां क़दम बढ़ाये हैं । अश्कों ने मेरे वहां वहां ग़लीचे बिछाये हैं ।। क्या करें..... Hindi · ग़ज़ल 1 188 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 4 Oct 2022 · 2 min read " कुरीतियों का दहन ही विजयादशमी की सार्थकता " शीर्षक - : 【- " कुरीतियों का दहन ही विजयादशमी की सार्थकता " -】: वसुधैव कुटुम्बकम का हितैषी हमारा राष्ट्र भारत, प्रेम एवं अहिंसा का संदेश सनातन काल से देता... Hindi · लेख 1 157 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 14 Jul 2022 · 1 min read दो शे'र हसीन धोखे की.... क्या ख़ूब निशानी है । नहीं सूखा अब तलक आँख का पानी है ।। न कभी......... इश्क़ के हादसे से गुज़री । कितनी नादांँ ,कितनी भोली वो... Hindi · शेर 2 144 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 29 May 2022 · 1 min read " बरसात अश्कों की " - " बरसात अश्कों की "-】 मुझसे हिज्र की अब बात नहीं होती । ज़िंदगी में अमावस की रात नहीं होती ।। बेशक़ीमती हैं..... उनकी याद के मोती । आँखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 139 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 21 Sep 2022 · 1 min read एक शे'र जब पूछता है कोई बेवफ़ा का मतलब । तो उसकी तस्वीर दिखा देता हूँ मैं ।। ©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी , इंदौर Hindi · शेर 2 163 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 27 Feb 2023 · 1 min read दो शे'र हर सम्त........ गुबार बेवफ़ाई का । वफ़ा का सांस लेना दूभर अब तो ।। कैसे पहुचेंगी.......... चिठ्ठियाँ मेरी । रास्ता भटक जायेगा कबूतर अब तो ।। ©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,... Hindi · शेर 160 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 2 May 2022 · 1 min read परिंदों की व्यथा शीर्षक - " परिंदों की व्यथा " खुली हवा में उड़ना चाहते हैं परिंदे । उन्हें क़ैद कर क्या मिलेगा तुमको ? नापना चाहते हैं आसमाँ को वो अब ।... Hindi · कविता 1 147 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 19 Mar 2022 · 1 min read सीख गए हैं उनवान( शीर्षक )- " सीख गए हैं " 】 उदास रहकर मुस्कुराना सीख गए हैं । ग़मों को अपने छुपाना सीख गए हैं ।। मुहब्बत में निभायी थी ...वफ़ा जिनसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 135 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 18 Apr 2022 · 1 min read पापा जैसा कोई नहीं पापा जैसा कोई नहीं शीर्षक – ” पापा जैसा कोई नहीं ” साथ न होकर भी मेरे साथ रहते हैं । पापा तो हरदम यूं मेरे पास रहते हैं ।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 5 5 147 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 27 Dec 2022 · 1 min read - ग़ज़ल ( चंद अश'आर ) ग़ज़ल ( चंद अश'आर ) 🌷 दाग़ बेवफ़ाई का छिपाने लगे हैं । रंग वफ़ा के ......... उड़ाने लगे हैं ।। बैठे हैं रेत पर सहरा की लेकिन । ख़्वाब... Hindi · ग़ज़ल 1 170 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 27 Apr 2022 · 1 min read दिल धड़कता तेरे लिए शीर्षक - " दिल धड़कता तेरे लिए " मुझे मोहब्बत तुम्हीं से है बस । ये दिल धड़कता तेरे लिए है ।। तू ही है बस एक सुकून दिल का... Hindi · नज़्म 123 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 25 Aug 2022 · 1 min read हक़ीक़तनामा चंद अश'आर 🌺 --- " हक़ीक़तनामा "--- कैसा दुनियादारी का बाज़ार सजा कर रक्खा है । मौत का , गरीब की मज़ाक बना कर रक्खा है ।। जो रहा करते... Hindi · ग़ज़ल 1 128 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 13 Jun 2022 · 3 min read स्तरीय निर्देशन से ही बनता है भव्य सिनेमा शीर्षक - 【 " -स्तरीय निर्देशन से ही बनता है भव्य सिनेमा- " 】 फिल्म-निर्माण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें हर पक्ष ( पहलू ) पर गंभीरता से विचार करने... Hindi · लेख 124 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 8 May 2022 · 1 min read माँ की महानता 【 शीर्षक - " माँ की महानता " 】- फ़क़त मेरे बारे में वो....... सोचती रहती है । ख़ामुशी उसकी बहुत कुछ बोलती रहती है ।। न दिखाई दूँ ..इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 138 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 27 Mar 2023 · 1 min read एक शे'र 221-2121-1221-212 कोई मिरी जुदाई से किस दर्जा शाद है । फिर भी मुझे दुआओं में वो शख़्स याद है ।। ©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी , इंदौर ©काज़ीकीक़लम Hindi · शेर 165 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 4 Aug 2022 · 1 min read एक शे'र तस्वीर उनकी लगा दी है.. हर कमरे में । मेहफ़ूज़ अब हर वबा से है नशेमन मेरा ।। ©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर ©काज़ीकीक़लम Hindi · शेर 1 1 133 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 19 Feb 2023 · 1 min read दो शे'र इश्क़ में ग़म , तन्हाई , न जाने क्या क्या मिला । बेवफ़ाई हिस्से आयी , हिज्र का सहारा मिला ।। हम समझ रहे थे बरसाकर मुहब्बत लौट गया होगा... Hindi · शेर 1 153 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 11 Apr 2022 · 1 min read शे'र चाहत के खेल में इतना रिस्क ले रहे थे । वो हवस को मुहब्बत का नाम दे रहे थे ।। ©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर ©काज़ीकीक़लम Hindi · शेर 120 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 5 May 2022 · 1 min read एक शे'र थकान सारी काफ़ूर हो गई मेरी जब । तस्बीह उनके नाम की पढ़ ली मैंने ।। ©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर Hindi · शेर 1 1 141 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 24 Aug 2022 · 1 min read दो शे'र पुर्ज़ा - पुर्ज़ा मुहब्बत का जोड़ा है हमनें । घरौंदा फ़िर नफ़रत का तोड़ा है हमनें ।। बने बैठे थे पारसा जो ज़माने में यारों । भंडा ऐसे लोगों का... Hindi · शेर 112 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 12 Jul 2023 · 1 min read दो शे'र छूअन का उनकी अहसास नहीं भूला हूँ । रहकर समंदर में भी प्यास नहीं भूला हूँ ।। इक मुद्दत से उनके दिल में ठिकाना मिरा । सब कुछ भूलकर भी... Hindi · शेर 1 284 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 30 May 2023 · 1 min read हिज़्र कमबख़्त बेरुख़ी….. देखो यार कर रहा है । हिज्र भी…. ज़ेहनोदिल पर वार कर रहा है ।। दिन , लम्हें , साल गुज़ार दिए याद में लेकिन । इंतज़ार आज... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 295 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 1 Jun 2023 · 1 min read एक शेर वो समझते हैं जिसको दिल मेरा । उनकी यादों की क़ब्रगाह है वो ।। ©डॉ वासिफ़ काज़ी, इंदौर ©काज़ी की कलम Hindi · शेर 263 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 5 May 2022 · 2 min read संवेदनशील मुद्दों पर सृजनात्मक प्रहार करता सिनेमा -आलेख़ शीर्षक - 【 " संवेदनशील मुद्दों पर सृजनात्मक प्रहार करता सिनेमा " 】 समाज में व्याप्त बुराईयों को फ़िल्मकार, सिनेमा के माध्यम से जनसाधारण के समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास... Hindi · लेख 115 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 17 Aug 2022 · 1 min read दो शे'र देखकर यूं हर बार मुझे अनदेखा करना । इस अदा में कितनी मासूमियत है उनकी ।। लबों पर ला सकते थे इक दफ़ा नाम मेरा । ख़ामुश लब हैं ,जाने... Hindi · शेर 1 112 Share Previous Page 2 Next