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24 Aug 2022 · 1 min read

दो शे’र

पुर्ज़ा – पुर्ज़ा मुहब्बत का जोड़ा है हमनें ।
घरौंदा फ़िर नफ़रत का तोड़ा है हमनें ।।

बने बैठे थे पारसा जो ज़माने में यारों ।
भंडा ऐसे लोगों का फोड़ा है हमनें ।।

©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी , इंदौर , मध्यप्रदेश
©काज़ीकीक़लम

Language: Hindi
Tag: शेर
112 Views
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