Nitu Sah 123 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Nitu Sah 7 Jul 2023 · 1 min read फितरत एक पंछी हमें पता है तुम पढ़ें लिखे नवाब हो मगर मेरी फितरत पर कोई व्यंग ना लिखा करो हम जैसे लिखते हैं वैसे ही लिखेंगे कम से कम तुम तो अच्छा... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 10 5 106 Share Nitu Sah 9 Jul 2023 · 1 min read तुमसे मिला तो फितरत को समझा मेरे अफ़कारो को तश्हीर मत समझना मैं खुद जिंदा हूं शब्दों में मोती बनके फितरत ना देखो जी गुज़रे ज़माने की आज मैं जलता भी हूं तो ज्योति बनके।। यही... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 9 2 153 Share Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read पिता अम्बर हैं इस धारा का पिता अम्बर हैं इस धारा का मैं हूं उनकी नन्ही परी पिता जादूगर हैं मेरी दुनिया की मैं हूं उनकी जादू की छड़ी पिता अरमां है मेरे सपने के मैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 6 544 Share Nitu Sah 5 May 2022 · 1 min read जब बेटा पिता पे सवाल उठाता हैं पिता को भी दर्द होता हैं जब बेटा अपने कर्तव्य से मुकरता हैं जिन आंखों का था कभी पिता हिरों आज बेटा उसी से पूछता हैं कि किया क्या हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 14 638 Share Nitu Sah 5 May 2022 · 1 min read पिता का दर्द एक बात बताओ ऐ खुदा पूछ रहा है एक पिता ये कैसा युग आया हैं जो एक कुआं सबको पिलाता था आज ओ दो मिठीं बोल के लिए तरस जाता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 9 413 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read रत्नों में रत्न है मेरे बापू रत्नों में रत्न है मेरे बापू मेरे सिर के ताज और अभिमान है मेरे बापू।। दुनिया के हर दौलत बेकार है उनके आगे उनसे ही हर सोहरत सकार हैं मेरे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 5 4 372 Share Nitu Sah 29 Apr 2022 · 1 min read पापा समुद्र से मोती, आसमां से तारें। ढुंढ के ला दो चांद सितारे।। ओ मेरे पापा ओ मेरे पापा देख रहीं हु राह तुम्हारे। अब आ भी जाओ पापा हमारे।। ओ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 2 653 Share Nitu Sah 13 May 2022 · 1 min read तुम्हारे पापा ने जब ब्याह कर के आई,घर तुम्हारे बेटी सा प्यार दिए तुम्हारे पापा ने। लोगों के नज़र में तो बहू बन के आई,घर तुम्हारे मगर बेटी का सम्मान दिए तुम्हारे पापा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 13 216 Share Nitu Sah 15 Jun 2022 · 1 min read एक बात... पापा, करप्शन.. लेना ये विनती है या प्यार,पापा आप समझ लेना। किसी को कुछ दें नहीं सकते,तो दिल में ये ग़म मत लेना। पापा कभी करप्शन मत लेना। हमें ना चाहिए कोई ऐसा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 6 447 Share Nitu Sah 29 Jun 2022 · 1 min read प्रेम की परिभाषा बड़ी खुबसूरती से वह बातों को बनाना जानती थीं वो कोयल ना थी फिर भी रिझाना जानती थी।। अपने हौसलों से गगन को छूना जानती थीं वो पतंग ना थीं... Hindi · ग़ज़ल 5 4 550 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा जैसे कोई....... है न ख़ुदा जिनके थाम के सदा, मैं उंगली हूं चला जिनके कांधे पे चढ़कर, ये ज़हां हैं घुमा उनके जैसा कोई नहीं है, हां कोई नहीं हैं हैं न ख़ुदा-२ मेरे पापा... Hindi · गीत 4 2 262 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read पापा सपने ख्वाब में देखें पुरा किया मेरे पापा ने। पकड़ के उंगली चलना सिखाया मेरे पापा ने।। कंधे पर बिठा के दुनिया की सैर कराया मेरे पापा ने। जरा-सा मैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 3 285 Share Nitu Sah 13 May 2022 · 1 min read पिता दर्पण आपके पिताजी कैसे थें। मत पूछो मेरे मुन्ने मेरे पिताजी कैसे थें। अगर मैं करने लगूं उनका गुणगान,कम पड़ जाएगा ये पब्लिस पेज़। सच, झूठ को लेते पकड़,चाहे लिया हो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 8 274 Share Nitu Sah 5 Jul 2022 · 1 min read आखिर क्या... दुनिया को आखिर क्या हो गया है इस दुनिया (इंसानों) को कभी हिन्दू तो कभी मुस्लिम,बस यहीं रह गया हैं अब लड़ने को कहीं धर्म मर रहा हैं तो कहीं जातियों के... Hindi · कविता 4 4 307 Share Nitu Sah 5 Jul 2022 · 1 min read झूठ की परिक्षा अगर झूठ की परिक्षा लीं जाती तों भी कई दिलों में संसय हो सकता था इसलिए सदा से सत्यं की परिक्षा लीं जाती ताकि किसी के मन में सत्यं के... Hindi · कविता 4 4 254 Share Nitu Sah 8 Jul 2022 · 1 min read वो प्यार कैसा मुहब्बत कहती है जहां ऐतवार ना हो वहां वादा कैसा................. और हम कहते हैं जहां इज्ज़त ना हो, इश्क की वो प्यार ,प्यार कैसा................ नीतू साह Hindi · शेर 4 2 223 Share Nitu Sah 8 Jul 2022 · 1 min read उसे चाहना मंज़र एक ही था इन आंखों में बस उसे चाहना वो किसी की भी हों जाएं कल बस उसे चाहना नीतू साह Hindi · शेर 4 2 395 Share Nitu Sah 24 Jul 2022 · 1 min read उम्र की उम्र की हैं ये कैसी पहेली दिन-पे-दिन बढ़ती जाएं कहती हैं,हूं मैं तेरी सहेली और मुझको ही छल्ती जाएं।। एक-एक क़दम रखूं मैं जहां दौड़ती हुई तूं आ जाएं वहां... Hindi · कविता 4 2 247 Share Nitu Sah 19 Oct 2022 · 1 min read बर्फ़ जब तक लगेगा पता इस जमाने को कहीं मैं खो ना जाऊं थाम के रखना हाथ मेरा कहीं हाथों से फिसलकर , बर्फ़ ना मैं बन जाऊं।। Hindi · शेर 4 2 207 Share Nitu Sah 19 Jul 2023 · 1 min read शामे मेरी जिन खिड़कियों से झांका मैं उसके नीचे खड़ी थी गमे मेरी जब ये आवाज मेरी ना हैं तो कौन गा रहा है नगमे मेरी ।। लहरों को ये यकीन हो... Hindi · कविता 4 109 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा जैसे कोई नहीं.......... है न खुदा जिनके थाम के सदा, मैं उंगली हूं चला जिनके कांधे पे चढ़कर, ये ज़हां हैं घुमा उनके जैसा कोई नहीं है, हां कोई नहीं हैं,हैं न ख़ुदा-२ मानतें हैं लोग... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 3 2 602 Share Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read प्यारे पापा मैं तेरी बेटी प्यारी तु मेरा पापा प्यारा। जिवन के हर एक डगर पे है तुमने मुझको सम्हाला।। कंधे पर बिठा के मुझकोे तुमने सैर कराया था। तोतली भाषा में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 2 222 Share Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read ये दूरियां मिटा दो ना ये नाराजगी ,ये दूरियां पापा मिटा दो ना। सबको माफ करके ये फासला मिटा दो ना। तुम्हारे बिना जीना भला क्या जीना है । हमें गलें लगाकर ये दूरियां मिटा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 2 381 Share Nitu Sah 30 Apr 2022 · 2 min read सच में पिता के हाथों में जादू है पापा की परी उस समय मात्र छः माह की थीं,जब ये घटना घटी। उस नन्ही सी जान को एक विचित्र रोग ने छू लिया था, विचित्र इसलिए की जिस डॉ०... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · लघु कथा 3 2 150 Share Nitu Sah 3 May 2022 · 1 min read बहते हुए लहरों पे बहते हुए लहरों पे उसका नाम लिख आया हूं उसे भूल जाने का एक नया तरकीब सीख आया हूं।। कह दो उसे,अब ओ बेफिक्र होकर आएं-जाएं मेरे गलियों से क्योंकि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 525 Share Nitu Sah 4 May 2022 · 2 min read जिन्हें रोज देखते थे जिन्हें रोज देखते थे इन गलियों में, आते-जाते हमने ओ आज कल ,न जानें कहां, खोए-खोए से रहते हैं नाराज़ हैं मुझसे,या कोई बात हों गई हैं कुछ समझ ना... Hindi · गीत 3 157 Share Nitu Sah 15 May 2022 · 1 min read अपने ही अपनों को जो दिखता हैं ओ होता कहां अपनों से भला कोई जीतता कहां।। सब मतलबी हों गए हैं लोग यहां अब लोगों में रहा ओ बात कहां।। होती थीं एक छत्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 126 Share Nitu Sah 3 Jun 2022 · 1 min read ओ आग था ओ दरिया में डूबने का जज्बा रखता था आग था ओ, कहां किसी से डरता था।। नीतू साह हुसेना बंगरा, सीवान-बिहार Hindi · शेर 3 2 212 Share Nitu Sah 14 Jun 2022 · 1 min read मैं हूं तेरे साथ ना डर मेरे लाडले ,आगे चलते-चल मैं हूं तेरे साथ, तू आगे चलते-चल।। किस बात की है हैरानी,तू ढूंढ ले ओ रौशनी मैं हूं तेरे साथ,तू मन में भर के... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल 3 4 204 Share Nitu Sah 16 Jun 2022 · 1 min read मेरी खामोशी का मेरी ख़ामोशि का और अब इम्तिहान ना लें सब कुछ लें लो मेरा ,मगर मेरी जान ना लों तुम किसी प्यार के काबिल नहीं हो,जो कोई तुझपे अपना दिल-ए-जान निसार... Hindi · गीत 3 4 191 Share Nitu Sah 16 Jun 2022 · 1 min read हर रिश्तों से बड़ा, पिता हर रिश्तों से बड़ा ,हर वादों से उपर जो बंधन हैं ,जो करवा हैं, इंसानों की उन सब में 'पिता' का नाता अनुपम हैं पिता शब्द,हर शब्दों से उत्तम हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 6 186 Share Nitu Sah 21 Jun 2022 · 1 min read कोई ना रहे अकेला चलों एक मुहिम चलाएं ज्ञान का एक ऐसा दीप जलाएं अंधेरे कमरे भी हो जाएं रौशन जीत का ऐसा जश्न मनाएं।। कोई ना रहे अकेला किसी का दामन ना हो... Hindi · कविता 3 6 266 Share Nitu Sah 24 Jun 2022 · 1 min read और गली अब मेरे होने ना होने से उन्हें फर्क नहीं पड़ता शायद वो अब और गली जाने लगें हैं।। नीतू साह Hindi · शेर 3 2 168 Share Nitu Sah 27 Jun 2022 · 1 min read कुछ ना रहा अब लौटने की कोई मेरे पास वजह ना रहा जब कोई रिश्ता ना रहा तो कुछ ना रहा। । अब उन बातों,उन वादों का कोई मतलब ना रहा जब तेरे... Hindi · ग़ज़ल 3 4 402 Share Nitu Sah 6 Jul 2022 · 1 min read मां के आंचल तब तक आंखों में सुकून भरी नींद थीं जब तक "मैं" मां के आंचल के छांव में थीं।। नीतू साह Hindi · शेर 3 2 1k Share Nitu Sah 22 Jul 2022 · 1 min read पानी, पानी बारिश पानी, पानी बारिश के पानी झम,झम गिरे, जैसे चलें बरखा रानी धरती प्यासी,प्यास बुझावें अंबर छंट के नहा के आवें सावन के झूले पे गोरी बैंठकर तेरी राह निहारे ।।... Hindi · कविता 3 4 230 Share Nitu Sah 31 Jul 2022 · 1 min read चलतें चलों अंबर जो झूका, लहरें जो रूका रूक जाएंगे ये क़दम एक रोज चलतें चलों, तुम चलतें चलों होगा एक रोज भोर जलते ही उगना, जलते ही डूबना सूरज का हैं... Hindi · गीत 3 2 229 Share Nitu Sah 27 May 2023 · 1 min read भरोसे का सिपाही दिल भरोसे का सिपाही था जानें कहां चूक कर गया पहले इश्क की मंजूरी दी फिर खुद से दूर कर गया।। नितु साह Hindi 3 197 Share Nitu Sah 29 Mar 2022 · 1 min read रबर की गुड़िया मेरी प्यारी रबर की गुड़िया,किस देश से आई हैं। आंखें तेरी झिल की जैसी, अन्दर गहरी खाई है।। होंठ तेरे गुलाब जैसे है,तु परियों की रानी हैं। गालों पर है... Hindi · बाल कविता 2 237 Share Nitu Sah 29 Mar 2022 · 1 min read Mubarak ho नज़्म-मुबारक हों Heppy Barth day , O ,Barthday Rani,Rani,Rani. -२ मुबारक हो तुमको ये जन्मदिन तुम्हारी तुम जीवों हजारों साल,सबका हैं यही दुआ जिस पर रख दों अंगूली तुम,ओ हो... Hindi · नज़्म 2 303 Share Nitu Sah 30 Mar 2022 · 1 min read मन-मन को लुभा रही हो मन-मन को लुभा रही हो,किस देश से आई हो। भेष न्या हैं या उसी ,भेष में आई हों।। कितनी मिठी-कितनी सुन्दर, गीत तुम सुनाती हों। अपने रंगों से परे होकर,अपना... Hindi · कविता 2 253 Share Nitu Sah 1 Apr 2022 · 1 min read फ्राक गर्ल ओ आती थीं अक्सर, बाबा के दुकानों पे छोटी थी, चंचल थी थोड़ी तोतली उसकी बोली थी फ्राक को पोटली बनाकर कभी गेहूं-कभी धान कभी मक्का,तो कभी न जाने कैसी-कैसी... Hindi · कविता 2 2 247 Share Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read मेरे बेबसी पे मेरे बेबसी पे वक़्त भी उठा रहा हैं फायदा कोई बताओं उसे,उसकी क्या है कायदा।।नीतू साह Hindi · शेर 2 1 161 Share Nitu Sah 1 May 2022 · 1 min read क्यो बार-बार आजमाते हो मुझे क्यों बार-बार आजमाते हों क्या अब तक मुझे जान पाएं हों कितने वक़्त तो गुजर गए हैं साथ तेरे फिर क्यों ऐसा-वैसा इल्जाम मुझपे लगातें हो।। मैंने तो एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 120 Share Nitu Sah 2 May 2022 · 1 min read वजह ढूंढोगे तो अंत हो जाएगा वज़ह ढूंढोगे तो अंत हो जाएगा फिर दूर-पास का क्या मतलब रह जाएगा। बेवजह उसकी खिड़कियों से ना झांको। वरना उसके गलियों में बेकार के तमाशा हो जाएगा। तुम तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 156 Share Nitu Sah 3 May 2022 · 1 min read सबका प्यार मुकबल हो सबका प्यार मुकबल हों,ये जरूरी तो नहीं जितना चाहा हमने ओ भी हमें उतना ही चाहें ये जरूरी तो नहीं।। नीतू साह हुसेना बंगरा, सीवान-बिहार Hindi · शेर 2 1 228 Share Nitu Sah 31 May 2022 · 1 min read जितना तुम लिख पाओगे मुझे यकीन हैं तुम , हमें दिल-ओ-जान से चाहोगे बस इतना ख्याल रखना, उतना ही लाइने हमें इंप्रेस करने के लिए सुनाना, जितना तुम लिख पाओगे।। नीतू साह हुसेना बंगरा,... Hindi · शेर 2 2 251 Share Nitu Sah 13 Jun 2022 · 1 min read क्या हाल हैं दिल से पूछते हों क्या हाल है,दिल से पूछते हो या सिर्फ औपचारिकता पूरी करते हों समझ नहीं आता,संग वफ़ा करते हो या जफा करते हों नीतू साह हुसेना बंगरा, सीवान-बिहार Hindi · शेर 2 2 110 Share Nitu Sah 23 Jun 2022 · 1 min read थोड़ी मेहनत और कर लो काम तुम भी करते हो हर मुश्किल से लड़ते हो फिर भी बनता नहीं काम तुम्हारा तो थोड़ी मेहनत और कर लो।। तोड़ दों हार-जीत की लड़ियां देखो ना चाहत... Hindi · कविता 2 2 240 Share Nitu Sah 23 Jun 2022 · 1 min read कुछ रिश्ते कुछ रिश्तों का बोझ उठाना पड़ता हैं अपनों के सामने अपना ग़म छुपाना पड़ता हैं अपना,पराया महज़ एक खेल हैं माया का ना चाहकर भी कुछ रिश्ते निभाना पड़ता हैं।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 154 Share Page 1 Next