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9 Jun 2022 08:44 AM

मैंने पापा को ही पाया है हर दुख-सुख में, अपने पास हर घड़ी।बहुत ही सुंदर शब्दों को गढा है आपने।अति सुन्दर।

16 May 2022 08:26 PM

सुन्दर रचना।मेरी रचना पिता की याद पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे।

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